मुकीम का 11 साल का बेटा जीशान 20 फरवरी, 2023 को घर के बाहर खेलते समय अचानक लापता हो गया था. बेटे के इसतरह गायब हो जाने से मुकीम व घर के अन्य लोग चिंतित हो गए. काफी तलाश करने पर भी जीशान का कोई सुराग नहींमिला. उस दिन जीशान अपने पिता मुकीम के फलों की ठेले पर गया था. कुछ देर बैठने के बाद वह घर जाने को कह कर वहांसे चला गया था. जीशान के चचेरे भाई बिलाल ने भी उसे उस दिन शाम लगभग 3 बजे मोहल्ले में बच्चों के साथ कंचे खेलतेदेखा था. इस के बाद वह कहां चला गया, कोई नहीं बता पाया.
उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले के थाना शिकोहाबाद क्षेत्र का मोहल्ला रुकनपुर पजाया है. यहां के रहने वाले नसीरुद्ïदीनके 4 बेटों में सब से बड़ा रईस है. दूसरे नंबर का मुकीम जबकि तीसरे नंबर का अनीस व चौथे नंबर का नईम है. रईस मिस्त्रीका काम करता है जबकि अन्य तीनों भाई फल बेचते हैं.मुकीम के परिवार में उस की 26 वर्षीय पत्नी फरजाना के अलावा 3 बच्चे थे. इन में सब से बड़ा 11 साल का बेटा जीशान था.
नसीरुद्ïदीन का संयुक्त परिवार है.नईम के बड़े बेटे जीशान के लापता हो जाने पर मां व जीशान के छोटे भाईबहनों का बुरा हाल था. बच्चे मां से पूछ रहे थे, अम्मी भाईजान कहां चले गए हैं. लेकिन अम्मी के पास इस बात का कोई जवाब नहीं था. वह किसी तरह बच्चों के सामनेअपने आसुंओं को रोके हुए थी. जीशान नगर के मोहल्ला लाला की सराय स्थित अब्दुल करीम एकेडमी में एलकेजी में पढ़ताहै.
परेशान पिता मुकीम को मोहल्ले के लोगों ने सलाह दी कि इस बारे में बिना देर किए थाने में रिपोर्ट दर्ज करा दे. दूसरे दिनभी जब जीशान का कोई सुराग नहीं मिला, तब मुकीम भाइयों के साथ 21 फरवरी को शिकोहाबाद थाने पहुंचा औरएसएचओ हरवेंद्र सिंह को बेटे के लापता होने की सूचना दी.तब एसएचओ ने मुकीम से पूछा, ‘‘तुम्हारी मोहल्ले में किसी से दुश्मनी तो नहीं है? बदला लेने के लिए उस ने तुम्हारे बेटे काअपहरण कर लिया हो.’’इस पर मुकीम ने बताया कि उस की किसी से कोई रंजिश नहीं है.
रिक्शा चालक ने दी खास जानकारी…
इस से पहले खलील नाम का ईरिक्शा चालक, जो मुकीम को जानता था, मिला. उस ने मुकीम को बताया कि तुम अपने बेटेको तलाश कर रहे हो, उसे मैं ने फरमान के साथ 20 फरवरी को देखा था. फरमान की बाइक खराब होने पर दोनों मेरेईरिक्शे में बैठ कर बाइक सहित रेलवे स्टेशन से आए थे. उन्हें मैं ने एटा तिराहे पर छोड़ा था.इस जानकारी के बाद मुकीम एसएचओ हरवेंद्र सिंह से मिला और उन्हें पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी.फरमान मुकीम का चचेरा भाई था. मुकीम ने बेटे जीशन का अपहरण करने में चचेरे भाई फरमान निवासी कुरेसियानमसजिद के निकट, कटरा मीरा पर शक जाहिर किया. उस ने बताया कि जीशान अपने चचेरे चाचा फरमान से बहुत प्यारकरता था और ज्यादातर उस के साथ रहता था. 20 फरवरी को भी फरमान के साथ ही जीशान था. इस पर पुलिस नेफरमान के खिलाफ भादंवि की धारा 363 के तहत रिपोर्ट दर्ज कर ली.
11 वर्षीय बच्चे के अपहृत हो जाने के मामले को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी आशीष तिवारी ने संज्ञान लेते हुए एएसपी(ग्रामीण) रणविजय सिंह व सीओ देवेंद्र सिंह के निर्देशन में पुलिस टीम गठित कर घटना के शीघ्र परदाफाश के निर्देश दिए.पुलिस टीम में एसएचओ हरवेंद्र सिंह, एसओजी प्रभारी आलोक मिश्रा, एसएसआई अशोक कुमार, एसआई नितिन कुमारत्यागी, आशीष कुमार, हैडकांस्टेबल रोहताश कुमार, अमन छोंकर, उग्रसेन, ज्ञान सिंह, विशाल सिंह, प्रशांत कुमार, करनसिंह, अमित चौहान, अनिल गुप्ता, कांस्टेबल प्रवीण कुमार, देवेंद्र सिंह को शामिल किया गया.
पुलिस टीम ने तब इलैक्ट्रोनिक साक्ष्यों को एकत्रित किया. उधर पुलिस को अपने मुखबिर से गोपनीय जानकारी मिली किमुकीम की पत्नी फरजाना और चचेरे भाई फरमान के बीच प्रेम संबंध हैं. पुलिस ने मुकीम, खलील व संदिग्ध फरमान सेगहनता से पूछताछ की.इस के लिए पुलिस ने फरमान को 24 फरवरी को हिरासत में ले कर थाने लाई. थाने में फरमान ने बताया कि वह जीशान केसाथ छैंकुर की दरगाह पर गए थे, लेकिन रास्ते में बाइक खराब होने पर वे आटो से वापस आ गए थे.एटा रोड पर एक दुकान पर उस ने बाइक सही कराई थी. इस के बाद मैं उसे उस के घर के पास नाइयों वाली मसजिद केनिकट छोड़ कर अपने घर चला गया था.
पुलिस ने फरमान की बात की सत्यता जानने के लिए जांच की, तब पता चला कि एटा रोड पर फरमान अपने चचेरे भतीजेजीशान को एक जगह पर बैठा कर दूसरी जगह बाइक सही कराने चला गया था. इस के बाद वह बाइक सही करा करजीशान को उस पर बैठा कर ले गया था. तभी से जीशान नहीं मिल रहा था.इस से स्पष्ट हो गया कि जीशान फरमान के कब्जे में ही है. लेकिन सवाल यह था कि फरमान ने ऐसा क्यों किया और अब वह झूठ क्यों बोल रहा है? पुलिस चाहती थी कि बच्चे को किसी तरह आरोपी के चंगुल से सहीसलामत बरामद कर लिया जाए.
मां फरजाना बनी हत्यारिन…
तब पुलिस ने देर किए बिना मुकीम की पत्नी फरजाना को 25 फरवरी, 2023 को उस के मकान से हिरासत में ले लिया. थानेमें फरमान को बैठा देख कर फरजाना के माथे पर पसीना आ गया. तब महिला पुलिस ने अलग ले जा कर उस से पूछताछशुरू की.फरजाना ने कहा कि उसे जीशान के बारे में कुछ पता नहीं है. वह अपने अब्बू की ठेली पर गया था, वहां से वह घर जाने कीकह कर चला गया था, लेकिन वह घर नहीं आया. फिर वह कहां चला गया, उसे नहीं मालूम.
“तुम सरासर झूठ बोल रही हो. फरमान और तुम ने मिल कर जीशान को गायब करने के बाद उस की हत्या कर दी है.’’एसएचओ हरवेंद्र सिंह ने कहा.
एसएचओ का अंधेरे में चलाया गया तीर निशाने पर जा लगा. फरजाना ने इस बात पर छूटते ही कहा, ‘‘मैं ने कुछ नहींकिया, सर. जो कुछ किया फरमान ने किया. उस ने जीशान को नहर में धक्का दे कर डुबो कर मार दिया है.’’यह सुनते ही पुलिस सकते में आ गई. थाना शिकोहाबाद में जीशान हत्याकांड का खुलासा हो चुका था.अब पुलिस ने फरमान के साथ सख्ती दिखाते हुए उस से पूछताछ शुरू की.
फरमान ने बताया कि फरजाना और उस के प्यारमें जीशान बाधक बना हुआ था. इस कारण कई बार परिवार में झगड़ा भी हुआ था और समाज में उस की बदनामी भी होरही थी.हम दोनों ने आपस में विचार करने के बाद उसे रास्ते से हटाने का निर्णय लिया. उसे बाइक से ले जा कर छीछामई पुल सेनहर में फेंक दिया था. जुर्म कुबूल करने के बाद पुलिस दोनों आरोपियों को नहर पर ले गई और जीशान की तलाश शुरू करदी. नहर में काफी तलाश करने पर भी जीशान की लाश नहीं मिली. पुलिस और गोताखोरों के साथ घर वाले भी लाश तलाशकरते रहे.
5वें दिन मिली जीशान की लाश…
कई दिन तक नहर में जीशान की तलाश पुलिस व घर वाले करते रहे, लेकिन लाश नहीं मिली. अनुमान लगाया गया किलाश पानी के तेज बहाव में बह कर आगे निकल गई होगी. क्योंकि यदि लाश कहीं अटक गई होती तो अब तक फूल कर पानी से ऊपर आ जाती. इस पर आगे तलाश शुरू की गई. आखिर पांचवें दिन यानी 24 फरवरी, 2023 को इटावा जिले के थाना बलरई क्षेत्र के अंतर्गत नहर पुल के पास एक बच्चे की लाश तैरती हुई दिखाई दी. बच्चे की लाश देख कर वहां के लोगों ने थाना बलरई में सूचना दी.
जीशान की हत्या कर शव को नहर में फेंक देने की खबर तब तक फैल चुकी थी. बलरई पुलिस ने शिकोहाबाद थाना पुलिस को बच्चे की लाश बरामद करने की सूचना दे दी. इस पर पुलिस जीशान के परिजनों के साथ वहां पहुंच गई. लाश को देखते ही मृतक बच्चे के बाबा ने उस की शिनाख्त जीशान के रूप में कर ली. प्यार की खातिर अपने कलेजे के टुकड़े का एक मां इस तरह कत्ल भी करा सकती है, जान कर सब हैरान थे. परिवार में जैसेही जीशान का शव नहर से बरामद होने की खबर मिली, कोहराम मच गया. वृद्ध बाबादादी का रोरो कर बुरा हाल हो गया.
यूपी फिरोजाबाद के जीशान मर्डर की खबर क्षेत्र में फैल चुकी थी. सभी पत्थर दिल मां फरजाना को कोस रहे थे.पुलिस ने अब अपहरण के केस को हत्या की धाराओं में तरमीम कर दिया था. आरोपियों के खिलाफ भादंवि की धारा 364,302, 201 व 120बी के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कर लिया.प्रैस कौन्फ्रैंस में एसपी (ग्रामीण) रणविजय सिंह ने घटना का परदाफाश करते हुए बताया कि देवरभाभी का प्यार जीशानपर भारी पड़ गया, वह फरजाना और फरमान के अवैध संबंधों में बाधक बना हुआ था, इसलिए उसे रास्ते से हटाने के लिएनहर में फेंक कर उस की हत्या कर दी गई.पुलिस ने प्रेमी देवर फरमान व प्रेमिका भाभी फरजाना को गिरफ्तार कर लिया है.
पति सुख से वंचित थी फरजाना…
32 वर्षीय पति मुकीम पिछले 2 साल से बीमार चल रहा था. बीमारी के चलते मुकीम शारीरिक रूप से काफी कमजोर होगया था. वह अपनी फलों के ठेली पर भी कम बैठ पाता था. पत्नी फरजाना को पति सुख नहीं दे पा रहा था. फल की ठेली सेबीमार और थकाहारा मुकीम जब घर आता, खाना खा कर सो जाता. फरजाना कसमसा कर रह जाती. वह बिना पानी की मछली की तरह तड़पती रहती. गठे बदन का अच्छी डीलडौल वाला, देखने में सुंदर देवर फरमान का उस के घर आनाजाना था. हमउम्र होने और पति सुख सेवंचित होने के कारण फरजाना का झुकाव चचेरे देवर फरमान की ओर हो गया.फिर क्या था, एक दिन 27 वर्षीय फरजाना और 25 वर्षीय फरमान के बीच अवैध संबंध हो गए.
फरजाना फोन पर फरमान से बतियाती रहती थी. पति जब काम पर चला जाता तो मौका देख कर वह उसे घर भी बुलालेती थी. उधर अविवाहित फरमान ने अच्छा मौका देख कर चचेरे भतीजे जीशान से भी दोस्ती कर ली थी. वह उस परकाफी पैसे खर्च करता था. उसे अपनी बाइक से घुमाने भी ले जाता था. जीशान फरमान को प्यार तो जरूर करता था, लेकिन उस की अम्मी के साथ फरमान जो हरकतें करता था, वह उसे पसंदनहीं आती थीं. देवरभाभी का प्यार परवान चढ़ रहा था.
जीशान बन रहा था प्रेम संबंधों में बाधक…
मां के अवैध संबंधों में बेटा जीशान बाधक बन रहा था. वह रोकटोक करने के साथ ही मां व चाचा के अवैध संबंधों की जानकारी अपने पिता को देने लगा था. इसी कारण मां ने अपने बेटे की हत्या करने की योजना बनाई. वैसे भी प्यारमोहब्बत की बातें ज्यादा दिनों तक छिपी नहीं रहतीं. इस बात की जानकारी जब मुकीम को हुई तो उस ने पत्नी को फरमान से दूर रहने की हिदायत दी, लेकिन फरजाना की आदतों में कोई बदलाव नहीं आया. इस के चलते घर में आए दिन लड़ाईझगड़ा होने लगा.
बढ़ते झगड़े के कारण तब फरमान ने फरजाना के घर आना बंद कर दिया. लेकिन अपने 2 साल से चल रहे प्रेम संबंधों को भुला नहीं सका. अब दोनों मोबाइल पर ही बात कर लेते थे. जब भी दोनों को मिलना होता, फरमान फरजाना को किसी गेस्टहाउस में बुला लेता. वहां दोनों अपने तन की प्यास बुझा लेते थे, लेकिन फरमान ने जीशान से मिलनाजुलना नहीं छोड़ा था. उस के प्रति उस का व्यवहार पहले जैसा ही प्यार भरा रहा. फरजाना फरमान के बीच अवैध संबंध बने रहे.
घटना से कुछ दिन पहले एक गेस्टहाउस में शादी समारोह था. फरजाना अपने बेटे जीशान व भतीजे बिलाल के साथ शादी में शामिल होने गई थी. वहां फरमान भी आया हुआ था. यहां प्रेमीप्रेमिका एकदूसरे से एक कमरे में मिले. इसी दौरान बेटे जीशान ने दोनों को आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया. इस बात से दोनों डर गए.
रास्ते से हटाने की बनाई योजना…
प्रेमीप्रेमिका को अब डर सताने लगा था. जीशान उन के प्रेम संबंध में बाधक बन रहा था. वह अम्मी और चाचा फरमान के संबंधों के बारे में अपने पिता मुकीम को सब कुछ बता देता था. उन्हें डर था कि जीशान यह बात भी न बता दे, इसलिए फरजाना ने देवर के प्यार में बेटे की हत्या करने का फैसला ले लिया. इस बारे में उस ने फरमान के साथ योजना बनाई.
आरोपी फरमान ने अपनी योजना को कार्यरूप देने के लिए 8 फरवरी को अपना मोबाइल नंबर बंद कर दिया तथा 16 फरवरी को एक नया सिमकार्ड खरीदा. फरमान ने यह बात फरजाना को बता दी. जीशान की हत्या से पहले व बाद में इस सिम के द्वारा ही प्रेमिका फरजाना से बातचीत की. दोनों ने इस नृशंस घटना को मिल कर योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया.
जीशान चाचा को करता था बहुत प्यार…
पुलिस द्वारा हत्या का परदाफाश किए जाने के बाद हर कोई हैरान था. मासूम बच्चा जीशान अपने चाचा फरमान से बहुत प्यार करता था. उसे जब भी समय मिलता, वह चाचा फरमान के पास उस से बतियाने पहुंच जाता था. जब मां और चाचा ने उस की हत्या का प्लान बनाया, तब भी उसे दोनों पर शक नहीं हुआ. घटना वाले दिन फरमान ने कहा, ‘‘जीशान, चलो आज बाइक से छैंकुर की दरगाह घूम आते हैं.’’ चाचा के कहने पर वह खुशीखुशी उस के साथ बाइक पर बैठ कर आराम से चला गया.
शिकोहाबाद की यह नहर गंगा नहर की भोगनीपुर शाखा कहलाती है. यह शिकोहाबाद को पार कर आगे बढ़ती है. इसी नहर के किनारे शिकोहाबाद रेलवे स्टेशन के पास बाबा छैंकुर की बरसों पुरानी दरगाह है. यहां हर साल मई के महीने में 3 दिवसीय उर्स व मेले का आयोजन किया जाता है. दरगाह के पास ही नहर पर लोहे का पुल बना हुआ है. पहले फरमान का इरादा उसी पुल से जीशान को नहर में फेंकने का था, लेकिन रास्ते में बाइक खराब हो जाने पर उस ने इरादा बदल दिया. उस का मानना था कि छैंकुर बाबा इस में बच्चे की मदद कर रहे हैं.
नहीं पसीजा चाचा का दिल…
बाइक सही कराने के बाद फरमान दोबारा जीशान को ले कर आया. तब प्रेम संबंधों में बाधक बन रहे जीशान को फरमान दूसरे रास्ते से गांव छीछामई ले गया. वहां स्थित भोगनीपुर नहर पुल से उसे नहर में फेंक दिया. यह स्थान उस ने इसलिए चुना क्योंकि यहां पर लोगों का आवागमन कम रहता है, ज्यादातर यह रास्ता सुनसान रहता है. जीशान नहर में गिरने के बाद बाहर निकलने के लिए छटपटाता रहा, वह चाचा से बचाने की गुहार लगाता रहा. लेकिन इश्क में अंधे चाचा का दिल नहीं पसीजा.
जीशान कहीं जिंदा न बच जाए, यह सोच कर फरमान तब तक पुल पर खड़ा रहा, जब तक जीशान पूरी तरह से पानी में डूब नहीं गया. कुछ देर में पानी की लहरों ने मासूम को अपनी आगोश में समेट लिया. इस के बाद फरमान अपने घर के लिए चल दिया. उस ने नए फोन नंबर से इस बारे में प्रेमिका फरजाना को भी अवगत करा दिया कि काम हो गया है. अब दोनों निश्चिंत थे कि उन के प्यार की राह का रोड़ा बन रहा जीशान अब इस दुनिया में नहीं रहा.
5वें दिन जैसे ही बेटे जीशान की लाश मिली, पिता मुकीम बदहवास हो गया. वह बारबार यही कह रहा था कि मेरा बेटा जीशान मेरा सहारा था. वह स्कूल से आने के बाद फल के ठेले पर मेरा हाथ बंटाया करता था. चचेरा भाई फरमान घर में आताजाता था, लेकिन यह नहीं पता था कि एक दिन वह मुझ से मेरे बेटे को छीन लेगा. यह कहतेकहते वह आंसुओं के सैलाब में डूब गया.
पोस्टमार्टम के बाद शाम 5 बजे जीशान का शव घर ले आया गया. शव आते ही सैकड़ों लोगों की भीड़ जुट गई. कलियुगी मां फरजाना द्वारा कराई गई जीशान की हत्या से बस्ती में आक्रोश भी दिखाई दिया. पिता और छोटे भाईबहनों को बिलखता देख बस्ती वालों की आंखें भी नम हो गईं. पुलिस की मौजूदगी में जीशान के शव को सुपुर्दे खाक किया गया. अंतिम संस्कार से पहले बेटे को आखिरी बार देखने के लिए मां फरजाना नहीं पहुंच सकी क्योंकि वह पुलिस हिरासत में थी.
पुलिस ने प्यार में अंधी हुई मां और उस के प्रेमी देवर फरमान को 25 फरवरी, 2023 को न्यायालय में पेश किया, जहां से दोनों को जिला जेल भेज दिया गया. एक कलियुगी मां ने अपने कलेजे के टुकड़े की इश्क में हत्या कर दी, लेकिन उसे कुछ हासिल नहीं हुआ.
—कथा पुलिस सूत्रों पर आधारित