19 जनवरी, 2020 की सुबह लगभग 10 बजे की बात है. जयपुर के तालुका जयसिंह पुरा की रहनेवाली 22 वर्षीय नैना उर्फ रेशमा मंगलानी अपनी स्कूटी ले कर पति के साथ घर से बाहर निकली तो वह वापस घर नहीं लौटी.
घरवालों ने उस का फोन नंबर मिलाया तो फोन बंद आ रहा था. काफी रात बीत जाने के बाद भी जब वह नहीं आई तो उस के मातापिता और परिवार वालों को चिंता होने लगी. घर वालों की समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर वह अपने 2 महीने के दुधमुंहे बच्चे को छोड़ कर कहां चली गई.
घरवालों ने रेशमा मंगलानी के पति अयाज अंसारी से बात की तो उस ने अनभिज्ञता जाहिर करते हुए कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दिया. बेटी के इस तरह गायब होने से मांबाप का तो दिल बैठने लगा. वे अपने स्तर पर उस की तलाश में जुट गए. उन्होंने बेटी के दोस्तों और सहेलियों से उस के बारे में पूछताछ की.
फोन कर के सगेसंबंधियों से भी पूछताछ करते रहे. लेकिन कहीं से भी राहत देने वाली कोई जानकारी नहीं मिली. 20 घंटे गुजर जाने के बाद भी जब नैना उर्फ रेशमा मंगलानी की कोई खबर नहीं मिली तो किसी अज्ञात अनहोनी को ले कर परिवार वालों का मन अशांत हो गया.
सगेसंबंधियों और पड़ोसियों की सलाह पर रेशमा के पिता थाना आमेर पहुंचे और थानाप्रभारी को सारी बातें बता कर बेटी की गुमशुदगी दर्ज करवा दी. थानाप्रभारी ने जब उन से किसी पर शक होने के बारे में पूछा तो उन्होंने रेशमा के पति अयाज अंसारी पर संदेह जाहिर किया. क्योंकि वह उस के साथ ही निकली थी.
मामला पौश कालोनी के एक प्रतिष्ठित परिवार से जुड़ा हुआ था. इसलिए थानाप्रभारी ने इसे गंभीरता से लेते हुए यह जानकारी उच्च अधिकारियों के साथसाथ पुलिस कंट्रौल रूम को भी दे दी.
चूंकि नैना के पिता और परिवार वालों ने उस के पति अयाज अंसारी पर अपना संदेह जाहिर किया था. इसलिए पुलिस ने अयाज अंसारी को थाने बुला कर पूछताछ की. अयाज अंसारी ने बताया कि रेशमा सुबह 11 बजे से ले कर रात 9 बजे तक उस के साथ उस के घर पर रही. इस के बाद वह चली गई थी. वह कहां गई इस बात को ले कर वह खुद परेशान है और उसे खोज रहा है.
अयाज से पूछताछ के बाद पुलिस ने उसे घर भेज दिया और पुलिस अपने स्तर से रेशमा की खोज करने लगी. पुलिस के सामने यह बात आई कि नैना उर्फ रेशमा बहुत खूबसूरत थी. वह सोशल मीडिया पर बहुत सक्रिय रहती थी. यूट्यूब, फेसबुक और वाट्सएप पर वह अपने दोस्तों और सहेलियों के साथ चैटिंग में व्यस्त रहती थी. फेसबुक और वाट्सऐप पर वह नएनए पोज में अपने फोटो खींच कर शेयर करती, जिन्हें काफी लोग पसंद भी करते थे.
थोड़े ही दिनों में नैना उर्फ रेशमा मंगलानी फेसबुक और यूट्यूब पर फेमस हो गई. फेसबुक पर उस के 2 हजार, 300 से अधिक फ्रेंड और 6 हजार, 400 से ज्यादा फोलोअर्स हो गए थे. वह अकसर फोन पर बिजी रहती थी. नैना के पास घूमने के लिए एक स्कूटी थी. जिसे ले कर वह अकसर अपने दोस्तों और सहेलियों से मिलने के लिए आतीजाती थी.
यह जानकारी मिलने के बाद पुलिस को संदेह हुआ कि नैना उर्फ रेशमा मंगलानी की गुमशुदगी के पीछे कोई गहरा रहस्य है. आगे की जांच के लिए पुलिस ने रेशमा के फोन की काल डिटेल्स निकलवाई. इस से पहले कि पुलिस उस की काल डिटेल्स का अध्ययन करती, पुलिस को एक सनसनीखेज सूचना मिली.
रेशमा की मिली लाश
21 जनवरी, 2020 की सुबह के समय किसी राहगीर ने थाना आमेर में फोन कर के सूचना दी कि जयपुरदिल्ली राजमार्ग स्थित नए माता मंदिर के सामने झाडि़यों में किसी युवती का शव पड़ा है. सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई. मृतका का चेहरा इतना विकृत था कि उस की शिनाख्त करना मुश्किल था. हत्यारे ने लाश की पहचान मिटाने की पूरी कोशिश की थी.
लाश से कुछ दूर एक स्कूटी खड़ी थी. एक दिन पहले ही नैना के पिता ने थाने में उस की गुमशुदगी दर्ज कराई थी. रेशमा भी स्कूटी ले कर घर से निकली थी. इसलिए थानाप्रभारी ने रेशमा के घरवालों को फोन कर के मौके पर बुलवा लिया. घरवालों ने लाश की शिनाख्त नैना उर्फ रेशमा के रूप में कर दी. इस के बाद पुलिस ने जरूरी काररवाई कर के लाश पोस्टमार्टम के लिए भेज दी.
नैना मंगलानी की हत्या की खबर पाते ही उस के घर में मातम छा गया. परिवार के लोग रोतेपीटते थाने पहुंचे. उन्होंने पुलिस को बताया कि नैना की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उस के पति अयाज अंसारी ने ही की है. उस के खिलाफ सख्त काररवाई की जानी चाहिए. उन्होंने अयाज के खिलाफ नामजद रिपोर्ट लिखा दी. जब यह खबर मीडिया द्वारा लोगों को पता चली तो जयपुर और आसपास के शहरों में रहने वाले नैना (रेशमा) के फालोअर्स भी सकते में आ गए.
उन्होंने सोशल मीडिया में अपनी प्रतिक्रियाएं देनी शुरू कर दीं. मामला तूल पकड़ने लगा तो डीसीपी (क्राइम) अशोक कुमार गुप्ता ने इस केस को अपने हाथों में ले कर जांच के लिए पुलिस टीम बना दी.
चूंकि नैना के घर वालों ने नामजद रिपोर्ट लिखाई थी इसलिए पुलिस ने अयाज अंसारी को पूछताछ के लिए थाने बुलाया. थाने आ कर उस ने वही राग अलापना शुरू किया जो पहले अलापा था. लेकिन इस बार उस का कोई पैंतरा नहीं चला. क्योंकि पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और काल डिटेल्स से उस के खिलाफ सारे सबूत इकट्ठे कर लिए थे. अयाज अंसारी से विस्तार से पूछताछ के लिए पुलिस ने उसे 2 दिन के रिमांड पर लिया.
रिमांड के दौरान वह पुलिस के सवालों के चक्रव्यूह में ऐसा फंसा कि उस के सामने अपना गुनाह स्वीकार करने के अलावा और कोई चारा नहीं बचा.
उस ने अपनी पत्नी नैना उर्फ रेशमा मंगलानी की बिंदास जिंदगी और बेरहम हत्या की जो कहानी बताई उस की पृष्ठभूमि कुछ इस तरह थी.
26 वर्षीय अयाज अंसारी एक महत्त्वाकांक्षी युवक था. वह अपने परिवार के साथ जयपुर के धारगेट सराय मोहल्ला में रहता था. उस के पिता का नाम रियाज मोहम्मद अंसारी था. छोटा सा कारोबार था. ग्रैजुएशन करने के बाद वह अजमेर स्थित एक फाइनैंस कंपनी में सर्विस करने लगा.
मनमौजी और रंगीन स्वभाव का होने के नाते नैना मंगलानी की तरह वह भी सोशल मीडिया पर सक्रिय था. उस ने भी यूट्यूब और फेसबुक पर अपना अकाउंट खोल रखा था. काम से समय मिलने पर वह अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर चैटिंग में व्यस्त हो जाता था.
एक दिन जब फेसबुक पर उस ने नैना नाम की लड़की का फोटो देखा तो वह उस की तरफ आकर्षित हो गया. उस ने नैना के फोटो को लाइक किया और नैना को फ्रैंड रिक्वेस्ट भेज दी. नैना ने भी अयाज अंसारी की दोस्ती स्वीकार कर ली. नैना के सैकड़ों दोस्तों के साथ एक नाम और जुड़ गया. इस के बाद दोनों के बीच चैटिंग शुरू हो गई थी. करीब 4 महीने तक चली चैटिंग के बाद जब दोनों एकदूसरे के आमनेसामने आए तो उन के बीच गहरी दोस्ती हो गई.
अयाज से हुई दोस्ती
जुलाई, 2017 तक सब कुछ ठीकठाक था. नैना मंगलानी और अयाज अंसारी की बातचीत सिर्फ सोशल मीडिया तक ही सीमित थी, लेकिन इस के बाद सब कुछ बदल गया था. जुलाई के ही महीने में एक दिन नैना मंगलानी अपना क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए एक कंपनी में गई. अयाज उसी कंपनी में सर्विस करता था. फेसबुक फ्रेंड होने के नाते दोनों एकदूसरे को तुरंत पहचान गए और बातचीत का सिलसिला शुरू हो गया.
अपने बिंदास और मौडर्न स्वभाव की वजह से नैना मंगलानी को अयाज अंसारी से घुलनेमिलने में समय नहीं लगा. इस एक मुलाकात से नैना मंगलानी की जिंदगी के मायने ही बदल गए. नैना मंगलानी अयाज अंसारी के स्वभाव और बातचीत से काफी प्रभावित थी. इतना ही नहीं वह उसे अपना दिल दे बैठी थी. अयाज अंसारी तो पहले से नैना मंगलानी का दीवाना था. उस के दिल में भी नैना के लिए एक खास जगह बन गई थी.
जिस दिन से दोनों की मुलाकात और जानपहचान हुई थी. उस दिन से दोनों की आंखों की नींद उड़ गई थी. उन की सुबह की चैटिंग गुड मौर्निंग से शुरू होती थी और पूरे दिन चलती थी.
दोस्ती प्यार में बदल गई थी, चैटिंग के बाद दोनों की मुलाकातें भी होने लगीं. दोनों साथसाथ सैरसपाटा करते. फिर एक दिन ऐसा भी आया कि उन्होंने अपनी सीमाएं भी तोड़ डालीं.
एक बार जब मर्यादा की दीवार टूटी तो फिर टूटती ही चली गई. अब वह जब तक एकदूसरे को मिल या देख नहीं लेते थे, मन बेचैन रहता था. अपनी इस बेचैनी को खत्म करने के लिए दोनों ने साथसाथ रहने का मन बनाया. उन्होंने शादीनिकाह करने का फैसला कर लिया था.
वैसे तो दोनों के परिवार वाले खुले और आजाद विचारों के थे. लेकिन मजहब अलगअलग होने के कारण मन में थोड़ा डर भी था, कि उन के रास्ते में कोई समस्या न खड़ी हो जाए. यह सोच कर वह अक्तूबर, 2017 में अपना घर छोड़ कर जयपुर से भाग कर गाजियाबाद आ गए.
गाजियाबाद में दोनों ने पहले एक मंदिर में जा कर हिंदू रीतिरिवाज से शादी की. उस के बाद उन्होंने एक मसजिद में निकाह कर लिया. निकाह के बाद वह नैना से रेशमा अंसारी बन गई.
नैना मंगलानी और अयाज अंसारी के परिवारों में थोड़ी सी नाराजगी जरूर हुई थी. लेकिन बेटी और बेटे की खुशी के लिए दोनों परिवारों ने समझौता कर लिया था. शादी और निकाह के बाद इन लोगों ने जयपुर के कालवाड़ रोड स्थित एक हाउसिंग कालोनी में एक फ्लैट फाइनेंस करा लिया और उसी में रहने लगे. शादी के कुछ दिनों बाद रेशमा गर्भवती हो गई.
एक कहावत है कि दूर के ढोल सुहावने लगते हैं. लेकिन जैसेजैसे उन के नजदीक पहुंचते हैं तो उन की आवाज शोर लगने लगती है. यही हाल नैना और अयाज अंसारी के बीच हुआ. 2 सालों तक चली दोनों की लव स्टोरी में धीरेधीरे दरार आने लगी. जिस मीडिया ने उन्हें मिलाया था वही मीडिया अब उन के विवाद का कारण बन गया.
अपनी प्रशंसा की भूखी नैना का सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने का भूत उतरा नहीं था. वह शादी के बाद भी लगातार एक्टिव रहती थी. उस ने फेसबुक पर अपनी आईडी बना रखी थी. एक नैना के नाम से तो दूसरी रेशमा के नाम से. उस का हेडफोन हमेशा उस के कानों में लगा रहता था, जिस पर वह अकसर बातें किया करती, वह पति अयाज अंसारी की उपेक्षा करने लगी थी, जो उसे पसंद नहीं थी.
इस से अयाज अंसारी के दिल में कहीं न कहीं संदेह पैदा हो रहा था. उसे ऐसा लग रहा था कि जिस तरह से वह सोशल मीडिया के जरिए उस की जिंदगी में आई, उसी प्रकार कहीं वह किसी और की जिंदगी में तो नहीं दाखिल हो रही है. इस संदेह को ले कर पहले तो अयाज अंसारी ने उसे समझाया और सोशल मीडिया से बैकआउट करने का भी दबाव बनाया. लेकिन नैना को उस का यह दबाव पसंद नहीं आया, उस का कहना था कि वह आजाद और आधुनिक विचारों वाली है. उसे किसी तरह के बंधन में बंधना स्वीकार नहीं है.
शादी हो गई पर आदत नहीं बदली नैना की
नैना की इस बात से अयाज अंसारी सहमत नहीं था. नतीजा यह हुआ कि दोनों की तकरार बढ़ गई. इस बीच अयाज ने गुस्से में कई बार उस का फोन छीन कर तोड़ डाला था, लेकिन नैना हर बार नया फोन खरीद लेती थी, फिर रेशमा की डिलीवरी के बाद माहौल ऐसा बना कि वह अपने एक माह के बच्चे को ले कर अपने मायके आ गई और उसे तलाक का नोटिस दे दिया.
नोटिस पा कर अयाज अंसारी बौखला गया. इस के बाद विश्वास हो गया कि उस की पत्नी का किसी न किसी फ्रेंड से चक्कर चल रहा है. कहा जाता है कि संदेह और ईर्ष्या में इंसान खुद ही खोखला हो जाता है. यही हाल अयाज का भी था.
अयाज ने पहले तो पत्नी से कहा कि वह मायके से लौट आए लेकिन जब वह आने के लिए तैयार नहीं हुई तो उस ने एक खतरनाक फैसला कर लिया.
योजना के अनुसार वह पत्नी को मनाने के लिए उस के मायके पहुंच गया और उस ने अपने व्यवहार के लिए क्षमा मांगते हुए उस के सामने सुलह का प्रस्ताव रखा. जिसे रेशमा ने स्वीकार कर लिया. यही समझौता रेशमा को महंगा पड़ा.
19 जनवरी, 2020 की सुबह जब नैना अपने बच्चे को मां के पास छोड़ स्कूटी से अयाज अंसारी के साथ घर से बाहर निकली तो वापस घर नहीं आई. अयाज अंसारी पहले नैना पत्नी को अपने घर कालवाड़ ले कर गया. वहां दोनों ने जम कर बीयर पी और मौजमस्ती कर रात 9 बजे के करीब दिल्लीजयपुर राजमार्ग पर स्थित आमेर आ गए. वहां दोनों ने चाय की दुकान पर जा का चाय पी. थोड़ी देर बाद अयाज अंसारी उसे माता मंदिर के पास ले कर गया.
पहले तो नैना उस सुनसान जगह तक जाने के लिए तैयार नहीं थी. लेकिन अयाज अंसारी ने रिक्वेस्ट की तो उस पर विश्वास कर के वह उस के साथ चली गई. उस समय भी नैना के कान से हेडफोन लगा था. वह किसी फ्रेंड से चैटिंग कर रही थी. जिसे सुनसुन कर अयाज गुस्से में जलभुन रहा था. तभी अयाज ने उस का फोन छीन कर माता मंदिर के पीछे फेंक दिया.
उस समय मंदिर के पास अंधेरा था और जगह सुनसान थी. मोबाइल को ले कर रेशमा पति से उलझ गई तो अयाज ने अपने दोनों हाथों से उस का गला पकड़ कर घोट दिया. कुछ ही देर में नैना की मृत्यु हो गई और वह जमीन पर गिर गई. इस के बाद अयाज घबरा गया.
लाश पहचानी न जा सके, इस के लिए अयाज पास ही पड़ा एक बड़ा सा पत्थर उठा लाया, जिस से उस ने नैना का सिर कुचल दिया. उस की स्कूटी ले जा कर उस ने मंदिर के पीछे की घनी झाडि़यों में छिपा दी. फिर कैब पकड़ कर घर आ गया.
पुलिस टीम ने 12 घंटे के अंदर केस का परदाफाश कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. उस से विस्तार से पूछताछ करने के बाद उसे जयपुर की सेंट्रल जेल भेज दिया था.