ओमवीर ने तो अपने दोहरे स्वार्थ के लिए रूपेंद्र की हत्या कर डाली, लेकिन अमृता का स्वार्थ क्या था? ननदोई के इश्क में गिरफ्तार हुई अमृता के पास न तो पति रहा और न ही प्रेमी. नाजायज संबंधों के चक्कर में उस ने अपने सुखी संसार को खुद ही उजाड़ लिया.
अनलिमिटेड कहानियां-आर्टिकल पढ़ने के लिए आज ही सब्सक्राइब करें
मनोहर कहानियां पर आपको मिलेंगी एक से बढ़कर एक क्राइम स्टोरीज, सस्पेंस थ्रिलर से भरपूर अपराध कथाएं, प्यार और धोखे की दिलचस्प कहानियां, मर्डर मिस्ट्री और भी बहुत कुछ. ऐसी ही अनगिनत कहानियों को पढ़ने के लिए आज ही कीजिए सब्सक्राइब...