पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवगौड़ा के पोते और सांसद प्रज्वल के यौन अपराधों से जुड़ा मामला अलग तरह के पिछले सभी मामलों से आगे निकल चुका है. उस पर विभिन्न पृष्ठभूमि की 300 से अधिक लड़कियों और महिलाओं के साथ यौन शोषण के आरोप लगे हैं, उन में सरकारी अधिकारी, टीवी एंकर, मौडल, नाबालिग, नौकरानी आदि के वीडियो शामिल हैं. उन की संख्या 2,900 के करीब बताई गई है. इन के अधिकतर वीडियो में पीडि़ताओं के चेहरे दिखते हैं, जबकि ज्यादातर मामलों में उस ने खुद को छिपाया हुआ है. उन्हीं में से एक पीडि़ता ने एफआईआर दर्ज कराई है.

मामला सामने आने पर तो पता लगा कि कई महिलाएं तो ग्राम पंचायत की सदस्य हैं, तो पीडि़ताओं में पुलिस अफसर और सरकारी कर्मचारी भी हैं. सभी वीडियो में एक बात सामान्य है और वो स्टोररूम की हैं. यानी सभी वीडियो स्टोररूम में ही शूट किए गए हैं. दावा किया गया है कि स्टोररूम प्रज्वल रेवन्ना का है.

कर्नाटक की हासन सीट पर 26 अप्रैल को वोटिंग होनी थी. इस को ले कर चुनावी प्रचार जोरशोर से चल रहा था. कर्नाटक में 2 दिवसीय चुनावी जनसभाओं के लिए पीएम नरेंद्र मोदी भी आए थे. मैसूर लोकसभा सीट के लिए 14 अप्रैल को एनडीए के मंच पर 91 वर्षीय पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवगौड़ा को 2 लोगों ने पकड़ कर कुरसी तक पहुंचाया था. उन्हें देख कर स्थानीय लोग काफी खुश थे.

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पीएम मोदी ने कन्नड़ भाषा में अपने संबोधन की शुरुआत कर उन्हें और भी जोश में भर दिया था. जनता का अभिवादन और आभार जताते हुए मोदी ने मैसूर के बीजेपी उम्मीदवार और हासन सीट से जनता दल (सेक्युलर) के युवा उम्मीदवार प्रज्वल रेवन्ना के लिए जनता से वोट मांगे थे.

कांग्रेस भी अपने उम्मीदवार के लिए चुनावी जनसभाएं कर रही थी. जैसेजैसे वोट की तारीख नजदीक आ रही थी, वैसे वैसे हासन में चुनावी गहमागहमी बढ़ती जा रही थीं.

इसी बीच कुछ गुमनाम लोगों ने 25 अप्रैल, 2024 को बाजार, चाय की दुकानों और घरों में पेनड्राइव फेंक दिए थे. लोगों ने पेन ड्राइव देखी तो उन की आंखें खुली की खुली रह गईं. उस में जेडीएस उम्मीदवार प्रज्वल रेवन्ना के हैरान कर देने वाले अलग अलग महिलाओं के साथ के सैक्स वीडियो भरे पड़े थे. पेनड्राइव में साफतौर पर दिख रहा था कि प्रज्वल रेवन्ना के द्वारा महिलाओं से जबरदस्ती की जा रही है.

लोकसभा चुनाव 2024 के दूसरे चरण के लिए 26 अप्रैल को मतदान के ठीक एक दिन पहले  हासन में सैकड़ों पेनड्राइव के जरिए फैले वीडियो का असर हुआ. तुरंत कर्नाटक महिला आयोग की प्रमुख नागलक्ष्मी चौधरी ने पहल की. उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और पुलिस को चिट्ठी लिख कर इस मामले की जांच करने की मांग की.

27 अप्रैल, 2024 को कर्नाटक सरकार ने वीडियो की जांच के लिए एसआईटी के गठन का आदेश दे दिया. इसी बीच 26 अप्रैल के मतदान के बाद प्रज्वल रेवन्ना के अचानक यूरोप दौरे पर चले जाने की खबर भी आ गई.

इस के 2 दिन बार बाद 30 अप्रैल को गृहमंत्री अमित शाह ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मीडियाकर्मियों को बुला कर बयान दिया कि सरकार मातृशक्ति के साथ खड़ी है. साथ ही शाह ने पूरे मामले का दोष कांग्रेस पर मढ़ दिया.

उन्होंने कहा, ”बीजेपी का रुख साफ है कि हम देश की मातृशक्ति के साथ खड़े हैं. मैं कांग्रेस से पूछना चाहता हूं कि वहां (कर्नाटक) किस की सरकार है? सरकार कांग्रेस पार्टी की है. उन्होंने अब तक कोई काररवाई क्यों नहीं की? प्रियंका गांधी को यह बात अपने मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री से पूछनी चाहिए.’’

इसी के साथ अमित शाह ने कहा, ”हमें इस पर काररवाई नहीं करनी है, क्योंकि यह राज्य की कानून व्यवस्था का मुद्दा है. राज्य सरकार को ही इस पर काररवाई करनी है.’’

शाह के इस बयान के अलावा इसी तारीख को जेडीएस ने हुबली में कोर कमिटी की बैठक की और प्रज्वल रेवन्ना को पार्टी से निलंबित कर दिया. इस की जानकारी मीडिया को देते हुए हुए रेवन्ना के चाचा और जेडीएस के प्रदेश अध्यक्ष एच.डी. कुमारस्वामी ने कहा कि निलंबन की अवधि एसआईटी की जांच पूरी होने तक ही है. अगर रेवन्ना के खिलाफ आरोप साबित हो गए तो उसे स्थायी रूप से निलंबित कर दिया जाएगा.

कैसे सामने आए अश्लील वीडियो

सैक्स स्कैंडल के वीडियोज के उजागर होने की कहानी भी कुछ कम रोचक नहीं है. इन के बारे में प्रज्वल रेवन्ना खुद जून 2023 में बेंगलुरु सिविल कोर्ट में जा चुका है. तब उस ने अदालत से मीडिया संस्थानों पर इन वीडियोज को पब्लिश करने से रोक लगाने की मांग की थी. वह कुल 86 मीडिया संस्थानों और 3 लोगों के खिलाफ अदालत गया था, जिन में से उस का एक पूर्व ड्राइवर कार्तिक भी शामिल था.

ड्राइवर कभी उस के परिवार के सदस्य की तरह साथ रहता था. उस ने मार्च 2023 में 7 सालों तक काम करने के बाद नौकरी छोड़ दी थी. दिसंबर 2023 में ड्राइवर ने पुलिस में रिपोर्ट लिखवाई थी कि उस की पत्नी को 13 एकड़ जमीन के मामले में प्रज्वल ने किडनैप कर लिया है. उस के बाद ड्राइवर की प्रज्वल से अनबन हो गई थी. ड्राइवर ने उसे बदनाम करने की धमकी देनी शुरू कर दी थी.

इन्हीं वीडियोज के जनवरी 2024 में हासन के वकील और बीजेपी नेता देवराजे गौड़ा ने एक चिट्ठी लिख कर मुद्दा बना लिया. देवराजे गौड़ा की यही चिट्ठी 29 अप्रैल को कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा द्वारा उन के एक्स अकाउंट पर शेयर कर दी गई थी.

चिट्ठी पोस्ट करने के साथ ही पवन खेड़ा ने यह आरोप भी लगाया था कि बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व को इस कांड के बारे में सब मालूम होते हुए भी प्रज्वल को न केवल टिकट दिया गया, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उस के लिए प्रचार भी किया.

इस बारे में देवराजे ने दावा किया था कि प्रज्वल के पूर्व ड्राइवर के दिसंबर में किए केस के बाद उन के पास ये वीडियोज आ गए थे. उन का अंगरेजी न्यूजपेपर को दिए बयान में कहना था, ”ड्राइवर के जरिए मुझे प्रज्वल की तसवीरों और वीडियो का पता चला. मुझे यह नहीं पता कि उस के पास ये वीडियो कहां से आए.’’

दरअसल, 8 दिसंबर, 2023 को बीजेपी नेता देवराज गौड़ा ने प्रदेश अध्यक्ष को पत्र लिखते हुए प्रज्वल रेवन्ना समेत देवगौड़ा परिवार पर गंभीर आरोप लगाए थे. इस पत्र में एक पेनड्राइव मिलने का दावा किया गया था. इस पेनड्राइव में 2,976 अश्लील वीडियो मिलने का दावा किया गया. साथ ही प्रज्वल रेवन्ना पर महिलाओं को ब्लैकमेल करने के आरोप लगाए गए थे.

आखिर कौन हैं प्रज्वल रेवन्ना

कर्नाटक में हासन लोकसभा से 2019 में चुना गया सांसद 33 साल का प्रज्वल रेवन्ना देवगौड़ा परिवार की तीसरी पीढ़ी का सदस्य है. उस की विशेष पहचान दादा एच.डी. देवगौड़ा से है, जिन्होंने 30 मई, 1996 को कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे कर भारत के 11वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी.

उन की पार्टी जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) इस लोकसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन के साथ चुनाव मैदान में है. प्रज्वल की कई अश्लील वीडियो में कथित तौर पर लिप्त होने के आरोप लगने से पार्टी  कलंकित हो गई है. इस घटना के बाद बीजेपी ने कर्नाटक में जेडीएस से पल्ला झाड़ कर इस विवाद से खुद को अलग कर लिया है. हालांकि इस से गठबंधन को भी शर्मिंदगी उठानी पड़ी है.

उस के पिता एच.डी. रेवन्ना कर्नाटक के पीडब्ल्यूडी मंत्री रह चुके हैं, जबकि चाचा एच.डी. कुमारस्वामी मुख्यमंत्री की कुरसी संभाल चुके हैं. उस ने खुद 2014 में बैंगलोर इंस्टीट्यूट औफ टेक्नोलौजी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री ली है. उस के बाद से वह राजनीति में सक्रिय हो गया था. नवंबर 2019 में जब वह 29 साल का था, तभी जेडीएस का राज्य महासचिव नियुक्त कर दिया गया था.

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लोकसभा चुनाव में वह एक बार फिर हासन से उम्मीदवार बनाया गया था. उस का मुकाबला कांग्रेस के युवा उम्मीदवार श्रेयस एम. पटेल से था. वह कांग्रेस के बड़े नेता पुट्टस्वामी गौड़ा के पौत्र हैं, जिन्होंने 13वीं लोकसभा के लिए हुए चुनाव में पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवगौड़ा को शिकस्त दी थी.

सांसद प्रज्वल पर लगे यौन अपराध के आरोप

वीडियो सामने आने के बाद प्रज्वल रेवन्ना के लोगों ने इसे न केवल अपने नेता के खिलाफ साजिश बताया है, बल्कि उन्होंने पुलिस स्टेशन पहुंच कर शिकायत भी दर्ज करवाई कि चुनाव के दौरान बदनाम करने के लिए साजिश रची जा रही है. वीडियोज में रेवन्ना का चेहरा लगाया गया है.

प्रज्वल रेवन्ना के घर में काम करने वाली एक महिला ने पुलिस में शिकायत करने की हिम्मत वीडियो के वायरल होने के बाद जुटाई.

उस ने रिपोर्ट में लिखवाया, ‘प्रज्वल रेवन्ना की पत्नी जब भी बाहर जाती थी तो प्रज्वल उस के साथ जबरदस्ती करने की कोशिश करता था. मैं ने यह बात रेवन्ना के पिता को भी बताई थी. शुरू में मैं डरी हुई थी, लेकिन जब मेरी बेटी आई तो मैं ने देखा कि उस के साथ भी प्रज्वल ने यह सब कुछ करने की कोशिश की. मैं ने बेटी को भेज दिया. इस के बाद मैं ने हिम्मत जुटाई और उस के यहां से काम छोड़ दिया. पेनड्राइव सामने आई तो मैं ने शिकायत की.’

प्रज्वल रेवन्ना के पूर्व कार ड्राइवर कार्तिक ने इस बारे में बताया कि वह पिछले 7 सालों से उस के यहां काम कर रहा था, लेकिन करीब एक साल से उस ने काम छोड़ दिया है.

उस ने कहा, ”प्रज्वल से दूरी बनाने का कारण यह था कि मेरी जमीन छीन ली गई और मेरी पत्नी को पीटा गया. मुझे मानसिक रूप से प्रताडि़त किया गया. जमीन वापस लेने की लड़ाई लडऩे के लिए मैं ने नौकरी छोड़ी.’’

कार्तिक नौकरी छोडऩे के साथ ही पेनड्राइव ले कर निकला. इस में सैक्स के वीडियो भरे थे. बाद में कार्तिक ने बीजेपी नेता और विधायक जी. देवराजे गौड़ा को ये पेनड्राइव दे दी. यह बात प्रज्वल रेवन्ना को पता लगी, तब वह कोर्ट पहुंच गया और अदालत ने स्टे लगा दिया.

विशेष जांच दल (एसआईटी) का हुआ गठन

अश्लील वीडियो मामले की जांच के लिए कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन कर दिया. इस की घोषणा कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कर दी. इस बारे में उन्होंने आशंका जताई कि हासन जिले में वायरल हो चुके अश्लील वीडियो क्लिप से ऐसा लगता है कि महिलाओं का यौन उत्पीडऩ किया गया है.

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एक पेनड्राइव के जरिए फैले वीडियो क्लिप 26 अप्रैल को दूसरे चरण के मतदान से कुछ दिन पहले चर्चा में आ गए थे. कहते हैं उसे विपक्षी दलों ने इन वीडियो के 1,500 पेनड्राइव में भर कर बंटवा दिए थे. उस के तुरंत बाद प्रज्वल रेवन्ना अचानक जर्मनी भाग गया.

इस पर विपक्षी दलों ने आरोप लगाया कि रेवन्ना फैमिली की पूर्व घरेलू नौकरानियों द्वारा होलेरासीपुर पुलिस थाने में यौन उत्पीडऩ मामले की शिकायत 28 अप्रैल को दर्ज कराई गई. इस एफआईआर में जरूर सच्चाई है. इस कारण ही प्रज्वल गिरफ्तारी के डर से तुरंत विदेश भाग गया.

प्रज्वल रेवन्ना पर सैक्स स्कैंडल के गंभीर आरोप लगते ही उस के जर्मनी भाग जाने पर लोग चौंक गए थे. सवाल उठे कि आखिर वह विदेश कैसे भाग गया? इस के पीछे की क्या साजिश थी? सवाल यह भी उठा कि इतने दिनों से आरोपी सैक्स के कारनामों में लिप्त था तो यह मामला प्रकाश में ऐन चुनाव के वक्त ही क्यों आया? पुलिस ने शुरुआत में इस सिलसिले में कोई काररवाई क्यों नहीं की? किस की मदद से वह जर्मनी गया?

प्रज्वल रेवन्ना पर यौन शोषण, सैक्स वीडियो रिकौर्ड करने, धमकाने सहित साजिश रचने जैसे आरोप लगे हैं. इन आरोपों को ले कर रेवन्ना की तरफ से दावा किया गया कि वीडियो से छेड़छाड़ की गई है. ऐसा उस की छवि खराब करने के लिए वीडियो बंटवाए गए हैं.

इस की जांच के लिए 18 अतिरिक्त पुलिसकर्मियों को नियुक्त किया गया है, जिन में 3 असिस्टेंट कमिश्नर पुलिस (एसीपी) और 2 इंसपेक्टर शामिल हैं. इन पुलिसकर्मियों को जांच के सिलसिले में राज्य के अलगअलग क्षेत्रों में तैनात करने की भी योजना बनाई गई.

नौकरानी ने लिखवाई रिपोर्ट

रेवन्ना के घर में काम करने वाली महिला द्वारा प्रज्वल रेवन्ना और उस के पिता (एच.डी. रेवन्ना) पर लगाए गए यौन शोषण के आरोप में पुलिस ने आईपीसी की धारा 354 (ए) यौन शोषण, 354 (डी) पीछा करना, 506 (जान से मारने की धमकी) और 509 (बोल कर या इशारों से महिला की गरिमा का अपमान करना) के तहत केस दर्ज किया था. पितापुत्र की जोड़ी पर 2019 से 2022 तक यौन शोषण करने का आरोप लगा है.

पीडि़ता होलेनरासीपुर की रहने वाली है. उस का पति एच.डी. रेवन्ना की मिल्क डेयरी में मजदूरी करता है. उस का कहना है कि पीडि़ता एच.डी. रेवन्ना की पत्नी भवानी की रिश्तेदार है. उसे 2019 में रेवन्ना के बेटे सूरज रेवन्ना की शादी के दौरान काम करने के लिए बुलाया गया था. तभी से वह वहां काम कर रही थी. उसी दरम्यान रेवन्ना ने उस का यौन शोषण किया.

इस सिलसिले में कर्नाटक के हासन में 2 मामले दर्ज किए गए. एक मामला एच.डी. रेवन्ना और दूसरा उस के बेटे प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ दर्ज है. एक अन्य मामला नवीन गौड़ा के खिलाफ भी दर्ज किया गया. ये दोनों मामले कर्नाटक सरकार के आदेश पर जांच के लिए एसआईटी को सौंप दिए गए हैं.

मामले में एसआईटी ने 3 विशेष यूनिट का गठन किया है. मैसूर की डीसीपी सीमा लाटकर की अगुवाई में गठित पहली टीम यौन उत्पीडऩ से जुड़े मामले की जांच कर रही है. इसी तरह से डीसीपी सुमन डी. पेन्नेकर की अगुवाई में दूसरी टीम को मामले में सामने आए वीडियो और पेनड्राइव का विश्लेषण की जिम्मेदारी सौंपी गई है.

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        डीसीपी सुमन डी. पेन्नेकर

मामले में सबूतों के तकनीकी पहलू की जांच के लिए एक टेक्निकल टीम का भी गठन किया गया है. कथा लिखे जाने तक सीमा लाटकर की अगुवाई वाली टीम पीडि़ताओं का पता लगाने तथा हासन से सूचना इकट्ठा करने पर ध्यान केंद्रित किए हुए थी.

इस के अलावा इस टीम ने हासन में जांच भी शुरू कर दी है. डा. सुमन डी. पेन्नेकर की टीम ने पीडि़तों को एसआईटी हेडक्वार्टर ला कर पूछताछ की प्रक्रिया शुरू कर और उन के बयान दर्ज किए, जबकि टेक्निकल टीम सभी वीडियो की जांच में जुट गई.

साथ ही इस केस की जांच कर रही एसआईटी ने पीडि़तों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिया. एसआईटी प्रमुख और एडीजीपी बिजय के. सिंह ने कहा कि पीडि़त महिलाएं फोन नंबर 6360938947 पर काल कर सकती हैं. उन्हें एसआईटी औफिस आने की जरूरत नहीं है, टीम खुद जा कर उन से बात करेगी.

साथ ही एसआईटी ने लोगों को चेतावनी दी है कि वे रेवन्ना और पीडि़त महिलाओं के वीडियो सोशल मीडिया या पर्सनल मैसेंजर एप्लिकेशन पर शेयर नहीं करें. ऐसा करने वालों पर काररवाई की जा सकती है. इसी के साथ कर्नाटक कांग्रेस ने भी ऐलान किया कि वह सैक्स स्कैंडल की पीडि़त महिलाओं को आर्थिक मदद देगी.

प्रज्वल के पिता का क्या था दोष

हासन में मतदान के तुरंत बाद प्रज्वल के देश छोड़ कर भाग जाने के बाद उस के पिता एच.डी. रेवन्ना को गिरफ्तार कर लिया गया. वह होलेनरासीपुर का विधायक है. विधायक की गिरफ्तारी एक महिला का अपहरण करने के मामले में हुई है. उस पर आरोप लगाया गया कि उस ने महिला को एसआईटी के पास जाने से भी रोकने की कोशिश की थी.

पीडि़ता के बेटे ने आरोप लगाया कि उस की मां 6 साल से एच.डी. रेवन्ना के घर और फार्महाउस में काम कर रही थी, लेकिन 3 साल पहले वो लोग काम छोड़ कर अपने गांव में मजदूरी करने लगे थे.

29 अप्रैल की रात करीब 9 बजे एच.डी. रेवन्ना का खास आदमी सतीश बबन्ना फिर घर आया और उस की मां को ले कर चला गया. बाद में उस की मां का एक वीडियो वायरल होने लगा. आरोप है कि उस की मां का यौन उत्पीडऩ किया जा रहा है. इस के बाद उस ने सतीश को काल कर के मां को भेजने के लिए कहा, लेकिन वह नहीं आई.

किसी तरह वह आरोपियों के चंगुल से छूट कर आई. इस के बाद मां ने आपबीती बताई. बाद में इस बाबत मैसूर के थाना के.आर. नगर पुलिस को शिकायत की. फिर मुकदमा दर्ज किया गया. इस के बाद ही पुलिस ने विधायक एच.डी. रेवन्ना और सतीश बबन्ना को गिरफ्तार कर लिया.

इस के साथ ही कर्नाटक के इस सैक्स स्कैंडल मामले में 10 मई की देर रात को पुलिस ने बीजेपी नेता देवराजे गौड़ा को चित्रदुर्ग जिले के गलीहाल टोल गेट से गिरफ्तार कर लिया. वह पेशे से एडवोकेट है. उस पर प्रज्वल और पीडि़त महिलाओं के वीडियो लीक करने का आरोप लगाया गया.

देवराजे गौड़ा प्रज्वल के पिता एच.डी. रेवन्ना के खिलाफ होलेनरसीपुर सीट से 2023 में विधानसभा चुनाव भी लड़ चुका है. उसी ने बीजेपी नेतृत्व को सतर्क किया था कि हासन सांसद रेवन्ना ने कई महिलाओं का यौन शोषण किया है. ऐसे में उसे लोकसभा का उम्मीदवार बनाना गलत होगा. उसे लोकसभा का टिकट न दें. फिर भी उसे टिकट दे दिया गया.

हालांकि देवराजे गौड़ा के खिलाफ भी हासन के होलेनरसीपुर की एक अन्य महिला यौन शोषण का आरोप लगा कर पहली अप्रैल, 2024 को केस दर्ज करवा चुकी है. महिला ने एफआईआर में आरोप लगाए कि गौड़ा ने उस की संपत्ति बेचने में मदद करने के बहाने 10 महीने तक शारीरिक और मानसिक शोषण किया.

रेवन्ना फैमिली का क्यों रहता है खौफ

हासन शहर से 20 किलोमीटर दूर हैगरे गांव के लोगों का कहना है कि पूरे जिले में एच.डी. रेवन्ना की दबंगई चलती है. समूचे इलाके के लोग उस के खिलाफ एक शब्द तक नहीं निकाल पाते हैं.

उन्हें लगता है कि उस के बारे कुछ भी गलत बोलने पर उस की बात किसी न किसी तरह रेवन्ना तक पहुंच जाएगी और फिर इस का खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ेगा. कारण वहां रेवन्ना परिवार और जेडीएस के प्रशंसक बड़ी संख्या में हैं. इस कारण लोग खौफ खाते हैं.

आसपास के कस्बे और अधिकतर गांवों के लोग प्रज्वल के खिलाफ नहीं बोलते. यही कारण है कि उस के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने वाली महिला का परिवार अपना घर छोड़ चुका है.

उस के एक पड़ोसी ने भी डरे सहमे हुए मीडिया को बताया कि वह महिला रेवन्ना के घर पर घरेलू सहायिका के रूप में काम करती थी. उस के कुछ वीडियो वायरल होने लगे और फिर हमें उस के घर पर ताला लगा मिला. हमें नहीं पता कि वह कब चली गई.

रेवन्ना के खिलाफ जारी हुआ ब्लू कार्नर नोटिस 

दक्षिण बेंगलुरु के पौश बसवनगुड़ी इलाके में प्रज्वल रेवन्ना का आधा दरजन कमरों का भव्य मकान है. वहां काम करने वाली 40 साल की घरेलू नौकरानी सामान्य दिनों की तरह काम करने आई थी. वह घर के मुख्य मालिक प्रज्वल रमन्ना के घर की साफसफाई में जुट गई थी.

कुछ समय बाद उस ने पाया कि प्रज्वल रेवन्ना कमरे में प्रवेश करता है. कमरे में आते ही उस ने दरवाजा बंद कर दिया और उस के साथ जबरदस्ती करने लगा. अचानक हुए इस यौन हमले का नौकरानी विरोध करती रही.

तभी रमन्ना ने उसे डपटते हुए कहा, ”अगर तुम ने वैसा नहीं किया, जैसा मैं कहता हूं तो मैं तुम्हारी बेटी का रेप करवा दूंगा और तुम्हारे पति को मार डालूंगा. तुम्हें भी नहीं छोड़ूंगा.’’

नौकरानी गिड़गिड़ाते हुए बोली, ”बेदा अन्ना, बिटबीडी (कृपया भाई, मुझे छोड़ दो).’’

प्रज्वल रेवन्ना यहीं नहीं रुका. कुछ पल में ही नौकरानी की बेटी वीडियो काल पर आई तो उस ने कथित तौर पर बेटी को अपना शिकार बना लिया था.

उसे हथियार की तरह इस्तेमाल किया और उसे वीडियो काल पर कपड़े उतारने के लिए मजबूर कर दिया. ये बातें रेवन्ना फैमिली द्वारा दी जाने वाली यातनाओं की शिकार मांबेटी की हैं, जो उन्होंने मीडिया को बताईं और उस के खिलाफ पुलिस में दर्ज शिकायत में लिखवाईं. प्रज्वल के खिलाफ 3 एफआईआर दर्ज हैं. वह फरार था. इसे देखते हुए इंटरपोल ने उस के खिलाफ ब्लू कार्नर नोटिस जारी कर दिया था. देश के साथ एयरपोट्र्स पर उस के खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी किया गया है.

हालांकि प्रज्वल रेवन्ना ने एसआईटी के सामने पेश होने के लिए 7 दिन का समय मांगा था, जो 7 मई को खत्म हो गया और कथा लिखे जाने तक उस के देश लौटने को ले कर कोई जानकारी सामने नहीं आई  थी.

आरोपी प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ तीसरी एफआईआर 8 मई, 2024 को बेंगलुरु में दर्ज की गई. यह शिकायत किस ने दर्ज कराई है, एसआईटी ने इसे गुप्त रखा है.

पुलिस को उम्मीद है कि प्रज्वल रेवन्ना के गिरफ्तार हो जाने के बाद कुछ और भी खुलासे हो सकते हैं.

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