29 वर्षीय भोगिरेड्डी तृष्णा ने एक मैट्रिमोनी ऐप पर एक युवक की तसवीर जैसे ही देखी, वह उस के प्रति आकर्षित हो गई थी. उसे अपने दिल में उस के प्रति धड़कन सी महसूस होने लगी थी. तृष्णा ने उस के प्रोफाइल को गौर से पढ़ा तो एक ही नजर में दिल चुराने वाले अंजान शख्स का नाम प्रणव सिस्टला था, जो एक सौफ्टवेयर इंजीनियर होने के साथ एक प्रसिद्ध तेलुगू टीवी शो का ऐंकर व वेब सीरीज का अभिनेता भी था.
वह पहली ही नजर में उसे अपना दिल दे बैठी थी. इस के बाद धीरेधीरे दोनों के बीच इंस्टाग्राम और वाट्सऐप के जरिए बातचीत होने लगी. दोनों एकदूसरे से अब अपने दिल की बातें भी शेयर करने लगे थे.
तृष्णा तो उसे अपना दिल ही दे बैठी थी. तभी एक दिन टीवी ऐंकर ने उसे मैसेज में लिखा, ”तृष्णा, मैं शेयर मार्केट व अन्य फाइनैंशियल कंपनियों में अपना पैसा इनवैस्ट करता रहता हूं, जिस से मुझे करोड़ों का फायदा होता है. तुम्हारे लिए मेरी ओर से एक औफर है, क्या तुम स्वीकार करना चाहोगी?’’
अपने प्रेमी की ओर से ऐसा मैसेज पा कर तृष्णा का तो दिल पहले से ही बागबाग हो उठा था. उस ने लिखा, ”प्रणव, मैं ने तो अपना दिल तुम्हारी फोटो देख कर ही दे दिया था. तुम्हारी हर बात मुझे मंजूर है.’’
उस के बाद प्रणव ने उसे 40 लाख रुपए इनवैस्ट करने को कहा तो तृष्णा तुरंत तैयार हो गई और उस ने टीवी एंकर के बताए अनुसार बैंक खाते में उसी दिन 40 लाख रुपए ट्रांसफर करवा दिए.
जब से तृष्णा ने टीवी एंकर प्रणव के बताए खाते में 40 लाख रुपए डाले थे, तब से ही उस ने अपना इंस्टाग्राम और वाट्सऐप नंबर ब्लौक कर दिया था.
40 लाख गंवाने के बाद हुआ असली टीवी एंकर प्रणव सिस्टला से परिचय
इन सब बातों से तृष्णा का माथा एकदम से ठनक सा गया था. उस ने जब मैट्रिमोनी की साइट ठीक से देखनी शुरू की तो उस में उसे फोन नंबर मिल गया. तृष्णा ने तुरंत उस मोबाइल पर फोन कर दिया.
”हैलो, आप कौन बोल रहे हैं? मुझ से क्या काम है?’’ दूसरी ओर से एक पुरुष स्वर सुनाई दिया.
”देखिए, मैं भोगिरेड्डी तृष्णा बोल रही हूं. आप कौन बोल रहे हैं?’’ तृष्णा ने पूछा.
”मैं प्रणव सिस्टला बोल रहा हूं, बताइए मुझे आप ने क्यों फोन किया है?’’ दूसरी ओर से सुनाई पड़ा.
”आप ने लोगों को ठगने का कोई धंधा खोल रखा है क्या? बताओ, मेरे भेजे हुए 40 लाख रुपए का तुम ने क्या किया? तुम तो एक धोखेबाज इंसान निकले.’’ तृष्णा ने चीखते हुए कहा.
”देखिए मैम, लगता है आप भी दूसरे लोगों की तरह चैतन्य की धोखाधड़ी का शिकार हो गई हैं. मुझे पहले भी कुछ लोगों की ओर से इस बारे में शिकायत आ चुकी है, जिस के बाद मैं ने अपने इंस्टाग्राम और फेसबुक के माध्यम से लोगों को सावधान रहने की चेतावनी दी थी. इस में मेरा कोई दोष नहीं है,’’ प्रणव ने विनम्रता से कहा.
इस का मतलब साफ था कि प्रणव सिस्टला के नाम से चैतन्य रेड्डी ठगी का काम कर रहा था. उस के बाद प्रणव ने पुलिस स्टेशन जा कर शिकायत की कि उस की तसवीर का चैतन्य रेड्डी नामक व्यक्ति गलत इस्तेमाल कर लोगों से धोखाधड़ी कर रहा है.
उस की शिकायत पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली और केस वहीं पर बंद हो गया. हालांकि हैदराबाद पुलिस धोखेबाज चैतन्य को अभी तक गिरफ्तार करने में कामयाब नहीं हो पाई है.
तृष्णा प्रणव पर क्यों डाल रही थी शादी का दबाव
चैतन्य रेड्डी द्वारा भारत मैट्रिमोनी पर फरजी अकाउंट बनाने की जब सिस्टला ने पुलिस में शिकायत की, तब से चैतन्य रेड्डी फरजी अकाउंट बंद कर फरार हो गया था. उस के बाद से तृष्णा हर दिन प्रणव को फोन करने लगी थी. पहले तो वह 2-3 बार ही फोन करती थी, मगर कुछ दिनों से वह दिनरात कई बार प्रणव को फोन करने लगी थी.
एक दिन तो तृष्णा ने अपने दिल की बात प्रणव से कह ही डाली थी. जब प्रणव ने उस का फोन उठाया तो तृष्णा ने कहा, ”प्रणव, एक बात कई दिनों से मैं आप से कहना चाह रही थी, यदि आप नाराज न हों तो क्या मैं कह सकती हूं?’’
”तृष्णा, देखो मैं बहुत बिजी रहता हूं, आप बारबार फोन कर देती हैं जिस के कारण मैं डिस्टर्ब हो जाता हूं. हां बोलो, क्या कहना चाहती थी आप?’’ प्रणव ने कहा.
”प्रणवजी, मैं ने जिस दिन आप की फोटो मैट्रिमोनी साइट पर देखी थी, बस उसी दिन से मेरे मनमंदिर में आप की छवि घर कर गई है. मुझे अपने 40 लाख रुपए खोने का बिलकुल भी मलाल नहीं, मुझे तुम मिल गए तो सचमुच दुनिया की सब से बड़ी खुशी मिल गई है.
”अब मैं शादी करूंगी तो केवल तुम्हीं से करूंगी. बोलो, करोगे न तुम मुझ से शादी? मुझे कहीं तुम मझधार में तो नहीं छोड़ोगे? मैं तुम्हें यकीन दिलाती हूं कि मैं कभी तुम्हें शिकायत का मौका नहीं दूंगी. मैं जिंदगी की सारी खुशियां तुम्हारे कदमों में डाल दूंगी. तुम सुन रहे हो न प्रणव!’’ तृष्णा ने आखिरकार अपने दिल की बात प्रणव से कह ही डाली.
”देखो तृष्णा, ये प्यार व्यार से मैं काफी दूर रहता हूं. अच्छा होगा कि तुम ये नाटक किसी और के साथ करो तो बेहतर होगा. मेरे पास तुम्हारी इस तरह की फालतू बातें सुनने के लिए बिलकुल भी वक्त नहीं है.’’ कहते हुए प्रणव ने काल डिसकनेक्ट कर दी.
रोजरोज तृष्णा की ओर से इस तरह की बातें सुनसुन कर अब प्रणव काफी बोर और परेशान हो चुका था. उस ने तंग आ कर तृष्णा का मोबाइल नंबर ही ब्लौक कर दिया था.
प्रणव की कार पर क्यों लगाया ट्रैकर
भोगिरेड्डी तृष्णा प्रणव सिस्टला को इस कदर चाहने लगी थी कि उस ने उस से शादी का मन ही बना लिया था. उस ने अपने दिल की बात प्रणव को फोन पर भी बता दी थी, मगर दूसरी तरफ प्रणव ने तृष्णा का मोबाइल नंबर ही ब्लौक कर दिया था.
प्रणव के इस कदम से तृष्णा बुरी तरह से बौखला गई थी. उस के पास पैसों की कोई कमी नहीं थी. उस ने अपनी एक कंपनी से अपने 4 जूनियर साथियों, जोकि अपराधी प्रवृत्ति के थे, से बात की. उस ने उन्हें एक बड़ी रकम का लालच दे कर प्रणव सिस्टला की गाड़ी में एक एयरटैग (जीपीएस) ट्रैकर लगवा दिया था. इस के बाद वह प्रणव की हर गतिविधि पर नजर रखने लगी थी.
तृष्णा अभी भी इस बात का इंतजार कर रही थी कि प्रणव उस के फोन नंबर को अनब्लौक कर देगा, लेकिन जब 3 महीने तक भी प्रणव ने उस का नंबर अनब्लौक नहीं किया तो वह प्रतिशोध में बेहद आक्रामक हो गई थी.
शादी के लिए किया ऐंकर का अपहरण
जब प्रणव की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली तो तृष्णा ने प्रणव का अपहरण करने की योजना बना डाली. उस ने अपने कार्यालय में काम करने वाले कुछ कर्मचारियों को अपनी इस योजना में शामिल कर लिया.
उस ने अपने एक कर्मचारी को इस अपहरण के लिए 50 हजार रुपए एडवांस भी दे दिए. प्रणव की गाड़ी में तो तृष्णा ने पहले से ही जीपीएस ट्रैकर लगवा रखा था, जिस से वह उस की हर गतिविधि पर नजर रख रही थी. वह बस मौके की तलाश में थी.
आखिरकार 11 फरवरी, 2024 की रात को उन्हें मौका मिल गया और तृष्णा के भाड़े के बदमाशों ने प्रणव का अपहरण कर लिया और अपहरण के बाद उसे तृष्णा के औफिस ले जा कर उसे तृष्णा के सुपुर्द कर दिया.
”अच्छा तो इन सब के पीछे तुम थी? मेरा जबरन किडनैप क्यों करवा लिया तुम ने? आखिर मुझ से क्या चाहती हो तुम?’’ प्रणव ने चीखते हुए कहा.
”मेरे भोले प्रेमी, इतना गुस्सा तुम्हारे चेहरे पर कुछ अच्छा नहीं लगता. लगता है तुम्हारी खातिरदारी करनी ही पड़ेगी. शायद जब तुम्हें मार पड़ेगी, तब मेरी बात तुम समझ पाओगे!’’ तृष्णा ने गुस्से से कहते हुए अपने शागिर्दों को इशारा कर दिया.
इशारा मिलते ही तृष्णा के किराए के चारों बदमाश प्रणव सिस्टला पर बुरी तरह से टूट पड़े थे, उन्होंने मिल कर लातघूंसों और बेल्ट से अच्छी तरह से प्रणव की पिटाई कर दी, जिस से वह लहूलुहान हो कर जमीन पर गिर पड़ा था.
”हां, कैसी लगी खातिरदारी मेरे प्रणवजी? तसल्ली हो गई या अभी और करनी है?’’ तृष्णा ने रिवौल्विंग चेयर पर बैठेबैठे घूमते हुए मुसकराते हुए पूछा.
अब तक प्रणव सिस्टला अच्छी तरह से समझ चुका था कि उस का पाला वाकई काफी धुरंधरों से पड़ चुका है.
इधर प्रणव सिस्टला लहूलुहान हो कर फर्श पर गिरा पड़ा था तो दूसरी तरफ तृष्णा और उस के किराए के गुंडे प्रणव की स्थिति देख कर ठहाके लगा रहे थे. प्रणव की स्थिति अब करो या मरो की हो गई थी. वह अब इस बात को अच्छी तरह से समझ चुका था कि ऐसी स्थिति में उन लोगों से किसी तरह समझौता हो तो कम से कम अपनी जान तो बचा ली जाए.
वैसे भी प्रणव केवल एक सौफ्टवेयर इंजीनियर ही नहीं बल्कि एक मंझा हुआ कलाकार भी था ,जो स्क्रिप्ट पर अभिनय भी करता था. उस के अंदर का कलाकार अब पूरी तरह से जाग चुका था. वह जमीन पर घुटनों के बल बैठा हुआ था. उस के दोनों हाथ रस्सी से बंधे हुए थे.
”मैम, आखिर आप मुझ से क्या चाहती हैं? मैं आप की हर बात मानने के लिए तैयार हूं.’’ प्रणव बड़े मायूस स्वर में बोला.
”अच्छा तो अब आया है ऊंट पहाड़ के नीचे. पहले मेरा नंबर ब्लौक कर दिया, अब कह रहे हो कि मैं हर बात मानने के लिए तैयार हूं.’’ तृष्णा ने बड़ी अदा से मुसकराते हुए कहा.
”जी, मैं अभी आप का नंबर अनब्लौक कर दूंगा.’’ प्रणव घिघियाते हुए बोला.
”मुझ से बातें करोगे न?’’ तृष्णा ने पूछा.
”जी, जब आप का मन करे, आप मुझ से बातें कर सकती हैं. अब तो मैं रोज आप से खुद बातें किया करूंगा.’’ प्रणव बोला.
”मुझ से शादी करोगे या नहीं? अभी बता दो?’’ जब तृष्णा ने यह पूछा तो प्रणव ने बड़े नाटकीय अंदाज में जवाब दिया, ”तृष्णाजी, आप ने मेरी इतनी पिटाई करवा दी. इस समय तो मैं बुरी तरह से घायल हूं. लेकिन मैं वादा करता हूं कि तुम्हारे साथ ही शादी करूंगा. लेकिन अभी मुझे थोड़ा वक्त चाहिए.’’
”ये हुई न बात! मैं तुम्हारे पौजिटिव एटीट्यूट से बहुत खुश हूं प्रणव. बोलो, अब तुम क्या चाहते हो?’’ तृष्णा ने खुश होते हुए कहा.
”तृष्णाजी, मैं ने आप से फोन पर बातें करने का और शादी करने का वायदा तो कर लिया है न. प्लीज, अभी आप मुझे मेरे घर जाने की अनुमति दें तो आप की बहुत मेहरबानी होगी!’’ प्रणव ने बड़े शायराना अंदाज में यह बात कही तो तृष्णा खुश हो गई थी, ”प्रणव, तुम्हें अपने आदमियों के साथ तुम्हारे घर पर छुड़वा दूं. आप की तबीयत शायद ठीक सी नहीं लग रहा है.’’ तृष्णा ने कहा.
”तृष्णाजी, जब आप के आदमी मुझे मेरे घर छोडऩे जाएंगे तो मुझे इस हालत में देख कर किसी को भी शक हो जाएगा, क्योंकि मैं बहुत अधिक घायल अवस्था में हूं. वैसे मैं अपनी गाड़ी खुद ड्राइव कर के अपने घर तक अकेले जा सकता हूं. फिर मैं अकेले रहूंगा तो कोई न कोई बहाना जरूर बना लूंगा, किसी को बिलकुल भी शक नहीं होगा,’’ प्रणव बोला.
उस के बाद प्रणव वहां से अपनी गाड़ी में बैठ कर चला गया.
तृष्णा के चंगुल से छूट कर प्रणव घर जा रहा था. वह अब तक के 2 सालों के तृष्णा के व्यवहार को पूरी तरह समझ चुका था. वह जान चुका था कि तृष्णा एक सामान्य व्यवहार वाली युवती नहीं, बल्कि मानसिक रोग से पीडि़त है और अपनी खुशी के लिए कुछ भी कर सकती है.
प्रणव ने अब आखिरी फैसला कर लिया था कि वह तृष्णा की इस हरकत को कभी माफ नहीं करेगा और उस के खिलाफ पुलिस में शिकायत अवश्य करेगा ताकि भविष्य में वह तृष्णा के कहर से बच सके.
जब प्रणव गाड़ी चला रहा था तो उस समय तक सुबह के 6 बज चुके थे. वह सीधा उप्पल पुलिस स्टेशन में पहुंचा और एसएचओ एन. इलेक्शन रेड्डी को अपनी लिखित शिकायत दे दी.
एसएचओ इलेक्शन रेड्डी
एसएचओ इलेक्शन रेड्डी ने जब शिकायत पढ़ी और प्रणव से विस्तृत पूछताछ की तो उन का माथा भी ठनक गया. एसएचओ ने इस घटना की खबर तुरंत अपने उच्च अधिकारियों को दी. पुलिस ने तुरंत तत्परता दिखाते हुए भोगिरेड्डी तृष्णा को गिरफ्तार कर लिया.
इस घटना के संबंध में मीडिया को विस्तृत जानकारी देते हुए हैदराबाद मल्काजगिरी के सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) पुरुषोत्तम रेड्डी ने कहा, ”उप्पल पुलिस स्टेशन के तहत मल्काजगिरी उपखंड के निवासी सौफ्टवेयर इंजीनियर और टीवी एंकर प्रणव सिस्टला ने भोगिरेड्डी तृष्णा नाम की महिला के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कराया था, जो उस से जबरदस्ती शादी करना चाहती थी, लेकिन प्रणव ने उस से शादी करने से इंकार कर दिया.
उक्त महिला तृष्णा को उप्पल पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और अन्य की तलाश जारी है. तकनीकी साक्ष्यों का उपयोग करते हुए मामला दर्ज कर लिया गया है और अब उसे अदालत भेजा जाएगा.’’
भोगिरेड्डी तृष्णा केवल एक या दो नहीं, बल्कि पूरी 8 स्टार्टअप कंपनियों के निदेशक (डायरेक्टर) जैसे उच्च पद पर थी. जेएनटीयूएच कालेज औफ इंजीनियरिंग हैदराबाद से इनफार्मेशन टेक्नोलौजी से बीटेक करने के बाद भोगिरेड्डी तृष्णा ने इंडियन इंस्टीट्यूट औफ मैनेजमेंट, कोझिकोड से बिजनैस एडमिनिस्ट्रैशन से एमबीए की पढ़ाई पूरी की थी. तृष्णा की तेलुगू, अंगरेजी, हिंदी और तमिल भाषाओं पर अच्छी पकड़ है.
भोगिरेड्डी तृष्णा कारपोरेट मामलों के मंत्रालय (एमसीए) में निदेशक के रूप में पंजीकृत निदेशक है. वह आई सिक्योर क्लाउड टेक्नोलोजीज प्राइवेट लिमिटेड, तृष्णा सोशल बाट्स टेक्नोलोजिज प्राइवेट लिमिटेड,
तृष्णा ट्रिशन पिक्सेलाइड्स प्राइवेट लिमिटेड, तृष्णा ब्रांडबे सोशल प्राइवेट लिमिटेड, मार्श मेलोकौस्मेटिक्स प्राइवेट लिमिटेड, गरुड़ सेवेन फूड्स एंड बेवरेजेज प्राइवेट लिमिटेड, फार्मूला ओप्स टेक प्राइवेट लिमिटेड में डायरेक्टर थी. इस के अलावा वह एक्सट्रीम कम्यूट टेक्नोलौजीज प्राइवेट लिमिटेड में निदेशक रह चुकी है.
टीवी ऐंकर प्रणव सिस्टला ने सोशल मीडिया पर शेयर की कहानी
प्रणव सिस्टला हैदराबाद से है. हैदराबाद के सेंट पौल स्कूल से अपनी प्रारंभिक शिक्षा पूरी करने के बाद उस ने सीवीआर कालेज औफ इंजीनियरिंग हैदराबाद से इलैक्ट्रिक ऐंड कम्युनिकेशन में बीटेक की पढ़ाई पूरी की थी. एक सौफ्टवेयर इंजीनियर होने के साथसाथ वह एक मौडल, अभिनेता और टीवी एंकर के रूप में भी काम कर रहा था. उस ने ‘लघु जर्नी’ नामक फिल्म में भी अभिनय किया था.
इस के अलावा प्रणव ने ‘वेब सीरीज अन्ना सीजन-2’ और ‘सौफ्टवेयर सत्यभामा’ वेब सीरीज में भी अभिनय किया है. प्रणव एक तेलुगु ऐंकर भी है, जिस ने कई कार्यक्रमों की मेजबानी भी की. इस के अतिरिक्त प्रणव वेब सीरीज ‘ट्विन सिस्टर्स’ में भी अभिनय कर रहा है, जो अभी रिलीज नहीं हुई है.
अपने अपहरण कांड को ले कर तरहतरह की खबरों और कहानियों की पृष्ठभूमि में ऐंकर प्रणव ने सोशल मीडिया पर खुद 3 पेज का एक पत्र जारी करते हुए अपने प्रशंसकों से कहा कि उन्होंने इस मामले में अभी तक किसी से भी मुलाकात नहीं की है. वह हैदराबाद पुलिस को अपना काम करने में सहयोग करेंगे.
इस अपहरण कांड में भोगिरेड्डी तृष्णा सहित कुल 5 लोग शामिल हैं. प्रणव का कहना है कि अजनबियों ने मेरी इंस्टाग्राम तसवीरों का उपयोग कर के वैवाहिक वेबसाइटों पर फरजी अकाउंट बनाए और मेरी फोटो का गलत उपयोग कर के लोगों को गुमराह करते रहे. मुझे पता नहीं कि वह (भोगिरेड्डी तृष्णा) कौन है. मैं ने उसे पहले कभी नहीं देखा. फोन पर बात नहीं हुई.
प्रणव ने आगे बताया कि उस ने पिछले साल सितंबर में मुझ से इंस्टाग्राम पर संपर्क किया था, जब कुछ मेरी समझ में नहीं आया तो मैं ने उसे सुझाव दिया कि मैं साइबर पुलिस में शिकायत कर रहा हूं. उसे भी साइबर पुलिस में शिकायत करनी चाहिए.
उस ने आगे लिखा है कि चाहे कुछ भी हो, परिणाम हमेशा सुखद ही होते हैं. इस घटनाक्रम में किसी को मेरे लिए दुखी होने या खेद महसूस करने की जरूरत नहीं.
इस घटना से दुनिया को पता चल गया है कि कैसेकैसे साइबर अपराध हो रहे हैं. मैं तो यही चाहता हूं कि कोई भी व्यक्ति साइबर क्राइम का शिकार न हो. इस के साथ ही प्रणव सिस्टला ने सभी को सलाह ही कि ‘नौकरी, ऋण, लौटरी और सब से महत्त्वपूर्ण विवाह जैसे घोटालों का शिकार आप में से कोई न बने.’
कहानी लिखे जाने तक हैदराबाद पुलिस भोगिरेड्डी तृष्णा को जेल भेज चुकी थी, जबकि उस के 4 अन्य साथियों की पुलिस सरगरमी से तलाश कर रही थी.
प्यार का जुनून बन जाता है बीमारी
आमतौर पर किसी का पीछा करना, ब्लैकमेल करना, लगातार मैसेज और काल करना आदि स्टाकिंग कहलाता है. लेकिन यदि मनोवैज्ञानिकों की मानें तो यह औब्सेसिव लव डिसऔर्डर भी हो सकता है. अमेरिकी हेल्थ वेबसाइट ‘हेल्थलाइन’ के अनुसार, ‘औब्सेसिव लव डिसऔर्डर (डीएलडी) एक तरह की साइकोलौजिकल कंडीशन है, जिस में लोग किसी एक शख्स पर असामान्य रूप से मंत्रमुग्ध हो जाते हैं और उन्हें लगता है कि वो उस से प्यार करते हैं.
उन्हें फिर धीरेधीरे ऐसा लगने लगता है कि उस शख्स पर सिर्फ उन का हक है और उसे बदले में उन से प्यार करना चाहिए. अगर दूसरा शख्स उन से प्यार नहीं करता तो वे इसे स्वीकार नहीं कर पाते. वो दूसरे शख्स और उस की भावनाओं पर पूरी तरह से काबू पाना चाहते हैं, जोकि इस डिसऔर्डर के अंदर आती है.
यदि हम इस के लक्षणों की बात करें तो इस बीमारी से महिला और पुरुष दोनों ही औब्सेसिव लव डिसऔर्डर के शिकार हो सकते हैं.
इस के कई कारण हो सकते हैं, परंतु मुख्य रूप से किसी के ऊपर एकाएक अधिक आकर्षित होना, खुद पर नियंत्रण न हो पाना और उस के बारे में लगातार सोचते रहना, सामने वाले के रिजेक्शन को स्वीकार न कर पाना, दूसरे की भावनाओं को न समझ कर उसे काबू करने की कोशिश करना, उस के आगे हर तरह के रिश्ते को भूल जाना, उसे बारबार मैसेज या फिर काल करना, उस का बारबार सोशल मीडिया स्टाक करना, लगातार उसे ब्लैकमेल करना या उस पर अपनी बात को मनवाने के लिए दवाब बनाना हो सकता है.
इस के बारे में साइकोथेरेपिस्ट का कहना है कि इस की कई वजहें हो सकती हैं. औब्सेसिव लव डिसऔर्डर की कोई एक ही वजह हो, ऐसा जरूरी नहीं है. कई बार इस का संबंध दूसरी मानसिक तकलीफों से भी होता है. मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी कुछ ऐसी समस्याएं भी औब्सेसिव लव डिसऔर्डर की वजह बन सकती हैं.
वहीं दूसरी ओर साइकोथेरेपिस्ट का इस के बारे में कहना है कि हम कई बार औब्सेसिव लव डिसऔर्डर को बेइंतहा प्यार और दीवानगी समझने की गलती कर बैठते हैं, जबकि ऐसा नहीं होता. उन के मुताबिक औब्सेसिव डिसऔर्डर से पीडि़त व्यक्ति न सिर्फ खुद को नुकसान पहुंचाता है बल्कि किसी दूसरे इंसान को भी मुश्किल और मुसीबत में डाल सकता है.
—कथा पुलिस सूत्रों पर आधारित है.