अक्तूबर, 2017 महीने में सोशल मीडिया पर एक ऐसा वीडियो वायरल हो रहा था, जिसे जो कोई भी देखता था, उस का कलेजा दहल उठता था. वीडियो में एक महिला पंजाब के जिला संगरूर के आम आदमी पार्टी के सांसद भगवंत मान को संबोधित करते हुए गुहार लगा रही थी कि वह बहुत ही गरीब परिवार से है. एक साल पहले वह नौकरी के लिए सऊदी अरब के दावाद्मी शहर आई थी. वह जहां नौकरी करती है, उसे कई कई दिनों तक खाना नहीं दिया जाता. कमरे में बंद कर के बाहर से ताला बंद कर दिया जाता है. उस के साथ बेरहमी से मारपीट करने के साथसाथ अन्य तरह से भी यातनाएं दी जाती हैं.
महिला के कहने के अनुसार, उस का पति है, बच्चे हैं, मां है, जो बहुत बीमार है. उन का औपरेशन होना है. वह अपने घर वालों के बीच आना चाहती है. लेकिन उसे आने नहीं दिया जा रहा है. वीडियो में अपनी दुखभरी कहानी बयान करते हुए वह महिला पंजाब के लड़कों और लड़कियों से अपील कर रही थी कि वे भूल कर भी नौकरी के लिए सऊदी अरब न आएं, क्योंकि यहां न केवल शोषण किया जाता है, बल्कि तरह तरह से प्रताडि़त भी किया जाता है.
किसी तरह निकल कर वह स्थानीय थाने भी गई थी, लेकिन पुलिस ने उस की मदद करने के बजाय उसे डरा धमका कर वापस भेज दिया, जहां उस की जम कर पिटाई की गई. इस तरह वह फिर उसी घर पहुंच गई.
अपनी दुखभरी कहानी सुनाने के बाद वह महिला सांसद भगवंत मान को संबोधित करते हुए कह रही थी, ‘भगवंत मान साहब, मेरी मदद कीजिए. मैं यहां बहुत दुखी हूं. मैं यहां मुसीबत में फंसी हूं. मुझे यहां आए एक साल हो गया है. मैं एक साल से जुल्म सह रही हूं. आप ने होशियारपुर की एक लड़की की मदद की थी, उसे यहां से निकलवाया था, उसी तरह मुझे भी निकलवाइए. मैं आप की बेटी की तरह हूं.
‘मुझे पता नहीं था कि मेरे साथ इस तरह होगा. यहां मुझे कई कई दिनों तक खाना नहीं दिया जाता. मेरे साथ मारपीट की जाती है. मैं सऊदी अरब के दावाद्मी शहर में रहती हूं. मैं यहां नौकरी करने आई थी, लेकिन यहां आ कर मैं बुरी तरह फंस गई हूं.
‘अब आप किसी तरह मुझे यहां से निकलवाइए. अगर आप ने मुझे यहां से नहीं निकलवाया तो मैं मर जाऊंगी. मुझे ये लोग मार डालेंगे. मैं अपने बच्चों के पास वापस आना चाहती हूं. मेरी मां का औपरेशन होना है. वह बहुत बीमार हैं.’
अपनी शरीर पर लगी चोटों की ओर इशारा करते हुए वह आगे कह रही थी, ‘देखिए, मेरे साथ किस तरह मारपीट की गई है. जगहजगह से खून निकल रहा है. ये लोग बहुत गंदे हैं. मैं अपने भाईबहनों से यही कहूंगी कि वे कभी सऊदी अरब न आएं. मेरी हालत देख लीजिए, मैं जिस तरह से दिन काट रही हूं, उस से यही विनती है कि आप लोग यहां कभी मत आना.’
सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस वीडियो से पंजाब में जैसे तूफान आ गया. समाजसेवी संस्थाओं ने जनता के साथ मिल कर पंजाब के शहरों में जगहजगह पर भारत सरकार और राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने और जुलूस निकालने शुरू कर दिए.
सभी जिलों के डीसी औफिसों के घेराव किए गए. सऊदी अरब में शेखों के चंगुल में फंसी उस महिला की शीघ्र वापसी के लिए ज्ञापन दिए गए. इसी के साथ समाचारपत्रों में भी उस महिला के बारे में प्रमुखता से समाचार छपे.
जिसजिस ने भी वह वीडियो देखा, उन सब की यही प्रार्थना थी कि यह महिला किसी तरह मुक्त हो जाए. सांसद भगवंत मान कुछ करते, उस के पहले ही भारत सरकार की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने उस वीडियो को देखा और उस महिला की परेशानी को गंभीरता से लेते हुए खुद ही संज्ञान ले कर ट्वीट किया.
इसी के साथ विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सऊदी अरब स्थित भारतीय दूतावास को उस महिला के बारे में पता करने का आदेश दिया. उन्हीं की पहल पर उस लड़की को शेख के चंगुल से मुक्त करा कर भारत लाने के प्रयास शुरू कर दिए गए.
बाद में पता चला कि उस महिला का नाम रीना रानी था. 9 अक्तूबर को उस ने अपनी मां चंदरानी को यह वीडियो भेजा था. इस वीडियो को देख कर घर वाले परेशान हो उठे. चंदरानी ने भारत सरकार व आम आदमी पार्टी के सांसद भगवंत मान को वह वीडियो भेज कर प्रार्थना की कि किसी भी तरह उन की बेटी को शेखों के चंगुल से मुक्त कराया जाए.
रीना रानी ने वीडियो में जो अपनी परेशानी बताई थी, उसे ले कर अखबारों में खबरें छपने लगी थीं. खबर पढ़ कर भगवंत मान ने रीना रानी की मां चंदरानी से फोन द्वारा संपर्क किया और उन्हें सांत्वना दी कि वह रीना को सऊदी अरब से जल्द ही भारत लाएंगे.
भगवंत मान ने रीना के मामले में गंभीरता दिखाते हुए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से बात की तो पता चला कि यह पूरा मामला उन के संज्ञान में है और उन्होंने रीना के बारे में पता कर के उसे मुक्त करा कर भारत लाने की काररवाई शुरू कर दी है. इस के बाद सुषमा स्वराज ने रीना रानी की मां चंदरानी से फोन पर बात की और रीना का पता और फोन नंबर हासिल कर गृह मंत्रालय को भेज दिया.
सऊदी अरब में फंसी रीना होशियारपुर के थाना दसूहा के गांव बोदल कोटली के रहने वाले किशन की पत्नी थी. किशन से उस की शादी सन 1991 में हुई थी. इस समय उस की एक बेटी नवजोत 21 साल की और बेटा हरीश 17 साल का है. किशन दुबई में नौकरी करने गया था, लेकिन पारिवारिक परेशानी की वजह से वापस आ गया. भारत आने के बाद दुर्घटना में उस के दोनों पैर बेकार हो गए, जिस से वह चलफिर नहीं सकता था.
वही अकेला कमाने वाला था. उस के अपंग होने से घर में भूखों मरने की नौबत आ गई. दोनों बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हुई. इस पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा. घर चलाने के लिए रीना मेहनत मजदूरी करने लगी. किसी तरह दो जून की रोटी का जुगाड़ तो हो जाता था, लेकिन पति की दवा, बच्चों की पढ़ाई और कपड़ों का जुगाड़ नहीं हो पाता था.
पंजाब के तमाम लोग विदेशों में जा कर नौकरी कर रहे हैं. उन में तमाम महिलाएं भी हैं. महिलाओं को विदेशों में घरों में काम करने के लिए अच्छा पैसा मिलता है. रीना के गांव की भी तमाम महिलाएं विदेशों में जा कर नौकरी कर रही हैं और अच्छाखासा पैसा कमा रही हैं. घर की परेशानी को देखते हुए रीना ने भी विदेश जाने का मन बनाया.
किसी से ब्याज पर रुपए ले कर विगत 24 अक्तूबर, 2016 को किसी एजेंट के जरिए वह 2 साल के वीजा पर सऊदी अरब चली गई. उसे वहां एक शेख के घर में काम करना था. एजेंट ने उसे बताया था कि उस परिवार में 12 लोग हैं.
रीना सऊदी अरब के दावाद्मी शहर के रहने वाले उस शेख के घर पहुंच कर काम करने लगी. 4 महीने तक तो सब ठीक रहा, लेकिन उस के बाद उसे परेशान किया जाने लगा. उसे बुरी तरह से मारापीटा जाने लगा. एक तरह से वह नरक की जिंदगी जीने लगी. अब रीना की समझ में आया कि उस के साथ धोखा हुआ है.
एजेंट ने उसे मलेशिया भेजने की जगह सऊदी अरब भेज दिया. वह भी ऐसे जालिम लोगों के यहां, जिन्होंने उस का जीना हराम कर दिया. वह वहां हंसने की कौन कहे, किसी से बात भी नहीं कर सकती थी. किसी तरह उस ने अपने ऊपर होने वाले अत्याचारों की वीडियो बना कर मां को भेजी तो उसे भारत वापस लाने के प्रयास शुरू कर दिए गए.
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के आदेश पर सऊदी अरब स्थित भारतीय दूतावास रीना को शेख के घर से मुक्त करा कर दूतावास ले आया, ताकि रीना को भारत भेजने की काररवाई की जा सके. क्योंकि रीना को एजेंट ने धोखे से ट्रैवल वीजा पर सऊदी भेजा था. इसलिए उसे वापस भेजने में कानूनी अड़चनें आ रही थीं.
लेकिन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का आदेश था, इसलिए दूतावास अधिकारी दोनों देशों के बीच कानूनी अड़चनों को दूर कर रीना को भारत भेजने की तैयारी शुरू कर दी. जब तक कानूनी अड़चनें दूर नहीं हुईं, तब तक रीना को सऊदी अरब के लेबर कोर्ट में रखा गया. लेकिन रीना शेख के चंगुल से आजाद हो चुकी थी. अब वह रोजाना पंजाब में रह रहे अपने घर वालों से बात करने लगी थी.
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज इस मामले में निजी तौर पर दिलचस्पी ले रही थीं और रीना रानी की सुरक्षित वापसी के लिए जीजान से जुटी थीं. उन्हें पता चल चुका था कि रीना होशियारपुर से टूरिस्ट वीजा पर पहले दुबई गई थी, जहां से उसे सऊदी अरब ले जाया गया था.
2 देशों, सऊदी अरब और दुबई की इमिग्रेशन पौलिसी की कानूनी अड़चन की वजह से रीना की वापसी में देर हो रही थी. उन्होंने जल्दी से जल्दी इस समस्या का समाधान करा कर रीना के घर वापसी का रास्ता खोल दिया. इस तरह 17 नवंबर, 2017 को रीना सऊदी अरब से सकुशल भारत आ गई.
18 नवंबर की शाम रीना अपने घर पहुंची. घर वालों के गले लग कर रोते हुए उसे अजीब सा सुख मिल रहा था. उस ने लोगों से जो अपनी आपबीती बताई, वह इस प्रकार थी—
अपने घर को गरीबी से उबारने की चाहत में रीना 16 अक्तूबर, 2016 को सऊदी अरब पहुंची. शुरू में तो 3-4 महीने तक सब ठीक रहा. लेकिन उसे 25 हजार के वेतन पर जहां ले जाया गया था, लेकिन उसे 25 हजार की जगह 15 हजार रुपए ही वेतन दिया गया. इस के बाद उसे परेशान किया जाने लगा. वे इंसान को इंसान नहीं, मशीन समझते थे.
रीना से 20-20 घंटे काम करवाते थे.
वे काम में जरा भी ढील होने पर जानवरों की तरह पीटते थे. कई कई दिनों तक खाना नहीं देते थे. उन की यातनाओं से तंग आ कर उस ने कई बार आत्महत्या करने का मन बनाया, लेकिन परिवार और मां के बारे में सोच कर हिम्मत नहीं कर पाई.
किसी तरह उस ने बच्चों से वाईफाई का पासवर्ड ले कर अपनी परेशानी की वीडियो बनाई और वाट्सऐप के जरिए मां को वह वीडियो भेज दिया. उसी की बदौलत वह वहां से मुक्त हो सकी.
वीडियो भेजने के कुछ दिनों बाद सऊदी पुलिस रीना को खोजते हुए पहुंची. शेख के घर की एक लड़की ने रीना को अंगरेजी में समझाने की कोशिश की कि पुलिस उसे भारत ले जाने आई है, लेकिन शेख ने नहीं जाने दिया.
इस के बाद 2 बार फिर पुलिस आई, लेकिन उसे नहीं भेजा गया. अंत में 16 नवंबर को पुलिस आई और उसे जबरदस्ती अपने साथ ले गई. इस के बाद सारी काररवाई पूरी कर उसे भारत लाया गया.