सुमनहल्ली ब्रिज के पास से सुबहसुबह गुजर रहे एक फूड डिलीवरी बौय की नजर वहां स्थित एक नाले पर पड़ी. कुछ कुत्ते एक लाश को नाले से बाहर घसीट रहे थे. कुछ ही देर में वहां लोगों की भीड़ जुट गई. किसी ने इस की सूचना फोन द्वारा बेंगलुरु के कामाक्षीपाल्या थाने में दे दी. यह घटना 9 जून, 2024 की है.

सूचना पा कर पुलिस मौके पर पहुंच गई. पुलिस ने घटनास्थल व लाश का निरीक्षण किया. युवक की उम्र 30-35 साल के करीब थी. उस के चेहरे पर चोट के निशान दिखाई दे रहे थे. पुलिस यह तय नहीं कर पा रही थी कि उस व्यक्ति की हत्या करने के बाद लाश को नाले मेंं फेंका गया है या युवक के गिरने से उस के चेहरे पर चोट लगी है.

तलाशी में भी पुलिस को ऐसी कोई चीज लाश के पास से नहींं मिली, जिस से उस की शिनाख्त हो सके. पुलिस ने लाश का पंचनामा भरने के बाद उसे पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भेज दिया. इस के साथ ही पुलिस मृतक की शिनाख्त के प्रयास में जुट गई.

इस के बाद आसपास के पुलिस स्टेशनों से मृतक का हुलिया बता कर जानकारी मांगी गई कि क्या कोई युवक गायब है? बेंगलुरु पुलिस को पता चला कि निकट के थाने में एक महिला ने 9 जून, 2024 की सुबह ही इसी हुलिया के अपने बेटे की गुमशुदगी कामाक्षीपाल्या थाने में दर्ज कराई थी कि उस का 33 वर्षीय बेटा रेणुका स्वामी, जो चित्रदुर्ग में स्थित अपोलो फार्मेसी में काम करता था, 8 जून से लापता है. उस का मोबाइल फोन भी बंद है. रोजाना की तरह उस दिन भी वह घर से फार्मेसी जाने के लिए निकला था.

इस जानकारी के बाद थाना पुलिस रेणुका स्वामी के घर पहुंची और उस की मां को अपने साथ मोर्चरी ले गई. मां को नाले से बरामद लाश व कपड़े को दिखाए. मां ने लाश व कपड़ों को देखते ही पहचान लिया और पुलिस को बताया कि यह उस का बेटा रेणुका स्वामी ही है. मृतक की शिनाख्त हो जाने पर पुलिस ने चैन की सांस ली.

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चौंकाने वाली मिली पोस्टमार्टम रिपोर्ट

पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पता चला कि युवक की पीट पीट कर हत्या की गई थी. हत्या भी इतने क्रूर तरीके से की गई थी कि मृतक की जीभ काट ली गई थी और जबड़ा तोड़ दिया गया था. उस के शरीर पर 15 चोटों के निशान थे. यानी युवक की बेहरमी से दूसरी जगह हत्या करने के बाद लाश को नाले में फेंका गया था.

पुलिस जांच में पता चला कि फार्मेसी की दुकान में काम करने वाला रेणुका स्वामी एक सीधासादा नौजवान था. उस की किसी से कोई रंजिश नहीं थी. वह नशा भी नहीं करता था, न किसी गलत सोहबत में था.  वह अमीर भी नहीं था, जिस से लगे कि किसी ने फिरौती के लिए उस का अपहरण किया हो.

पुलिस अपनी जांच को आगे बढ़ा ही रही थी कि 10 जून को 3 लोग अचानक कामाक्षीपाल्या थाने जा पहुंचे. उन्होंने पुलिस को बताया कि नाले से बरामद लाश वाले रेणुका स्वामी की उन लोगों ने मिल कर हत्या की है. यह सुन कर पुलिस हैरान रह गई, क्योंकि पुलिस को अब तक हत्यारों के बारे में कोई सुराग नहीं मिला था. फिर अचानक अपराध करने वाले स्वयं ही थाने आ कर हत्या करने की बात कुबूल कर रहे थे.

पुलिस ने उन से पूछा कि रेणुका स्वामी की हत्या तुम लोगों ने क्यों की? इस पर उन लोगों ने पुलिस को बताया कि रेणुका स्वामी से रुपयों का लेनदेन था. इसी के चलते उस से झगड़ा हो गया और उन्होंने गुस्से में उसे मार डाला. लाश को सुमनहल्ली पुल के पास नाले में फेंक दिया था.

पुलिस ने तीनों की बात को सच मान कर उन्हें लौकअप में बंद दिया और युवक की हत्या की गुत्थी अपने आप सुलझ जाने और कातिलों के पकड़े जाने पर राहत महसूस की.

पुलिस हत्या के मामले में तीनों हत्यारापियों का चालान करने की तैयारी कर ही रही थी कि अचानक पुलिस कमिश्नर बी. दयानंद और डीसीपी (वेस्ट) एस. गिरीश थाने पहुंच गए. उन्होंने रेणुका स्वामी की हत्या के संबंध में अब तक हुई जांच प्रगति के संबंध में जांच कर रहे पुलिस अधिकारी से जानकारी मांगी.

आईओ ने  उन्हें  बताया गया कि रेणुका स्वामी की हत्या में शामिल 3 आरोपियों ने पुलिस के डर से स्वयं थाने आ कर आज आत्मसमर्पण कर हत्या करने की बात कुबूल कर ली है.

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                                      कमिश्नर बी. दयानंद

जांच अधिकारी की यह बात सुन कर पुलिस कमिश्नर बी. दयानंद चौंक गए. क्योंकि अपराधी अपराध करने के बाद भागता है और यहां तो एकदो नहीं तीनों ही आरोपी थाने आ कर अपना अपराध कुबूल कर रहे हैं. यह बात उन्हें खटक रही थी. उन्होंने तीनों आरोपियों से अलगअलग पूछताछ की.

मृतक से तुम्हारी क्या दुश्मनी थी, उसे किस जगह पर और क्यों मारा? तीनों ही अपराधियों के बयान अलगअलग थे. इस से पुलिस कमिश्नर का शक बढ़ गया. क्योंकि एक व्यक्ति की हत्या करने वालों के बयान एकदूसरे के बयानों से नहीं मिल रहे थे. इस के साथ ही मृतक से पैसों के लेनदेन के कोई सबूत भी नहीं मिले. इस से साफ हो गया कि तीनों युवक झूठ बोल रहे हैं, लेकिन सवाल यह था कि वे ऐसा क्यों और किस के कहने पर कर रहे हैं?

इस पर पुलिस कमिश्नर ने जांच टीम को निर्देश दिया कि तीनों आरोपियों और मृतक के मोबाइल फोन की लोकेशन चैक करो. इस बात का भी पता लगाएं कि घटना के समय तीनों घटनास्थल पर साथसाथ थे या नहीं? इस के साथ ही तीनों के मोबाइल नंबरों की काल डिटेल्स भी चैक करने को कहा.

इस पर टीम द्वारा काल डिटेल्स निकाली गई. जब थाना पुलिस ने उन के फोन नंबरों को चैक किया तो पिछले 3 दिनों में उन लोगों ने जिनजिन लोगों से बातचीत की थी, उन के नंबरों में एक नंबर देख कर पुलिस टीम चौंक गई.

एक कातिल के मोबाइल पर दोनों तरफ से उस नंबर पर बातचीत की गई थी. पुलिस का चौंकना लाजिमी था, क्योंकि जिस नंबर पर बातचीत की गई थी, वह किसी आम आदमी का नहीं बल्कि कन्नड़ फिल्मों के सुपरस्टार दर्शन थुगुदीपा का था.

सुपरस्टार का नाम कैसे आया सामने

पुलिस सोच रही थी कि इतने बड़े सुपरस्टार का इन तीनों हत्यारों से क्या रिश्ता है? एक खास बात यह भी थी कि जिस दिन रेणुका स्वामी का कत्ल हुआ, ये सारे काल 48 से 72 घंटे के बीच उसी दौरान ही हुए थे.

पूरी जानकारी कमिश्नर बी. दयानंद को दी गई. वे समझ गए कि जरूर दाल में कुछ काला है. उन्होंने तीनों हत्यारों व सुपरस्टार दर्शन थुगुदीपा के मोबाइल नंबरों की लोकेशन ट्रेस कराई. संबंधित टावर से पता चला कि पिछले 48 घंटे में ऐसे कई मौके आए, जब चारों यानी तीनों हत्यारे व सुपरस्टार दर्शन एक ही स्थान पर एक साथ मौजूद रहे थे.

मामले की गंभीरता को देखते हुए डीसीपी एस. गिरीश ने तीनों व्यक्तियों से अलगअलग पूछताछ की. तीनों में से एक युवक टूट गया और उस ने सच उगल दिया. उस के मुंह से सच जान कर पुलिस हैरान रह गए.

डीसीपी एस. गिरीश ने पूरे घटनाक्रम से पुलिस कमिश्नर बी. दयानंद को अवगत कराया. इस के बाद पुलिस कमिश्नर ने तीनों आरोपियों से एक बार फिर पूछताछ की. आरोपियों ने बताया कि उन की मृतक रेणुका स्वामी से कोई दुश्मनी नहीं थी. उन्हें तो जेल जाने के लिए 15 लाख रुपए दिए गए थे. ये रुपए उन्हें एक रेस्टोरेंट मालिक विनय वी. ने दिए थे.

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  अभिनेता दर्शन थुगुदीपा और पवित्रा गौड़ा 

यह जानकारी मिलते ही पुलिस ने बिना समय गंवाए विनय को पकड़ लिया. उसे थाने ला कर पूछताछ की गई, तब यह बात सामने आई कि विनय फिल्म अभिनेता दर्शन थुगुदीपा का करीबी है.

साउथ फिल्म इंडस्ट्रीज के सुपरस्टार दर्शन थुगुदीपा के इस हत्याकांड में शामिल होने की जानकारी मिलते ही पुलिस ने काररवाई तेज कर दी. इस के बाद पुलिस के हाथ वह सीसीटीवी फुटेज भी लग गए, जिस में ऐक्टर दर्शन थुगुदीपा अपनी लाल रंग की जीप में उस जगह के आसपास देखा गया, जहां रेणुका स्वामी की हत्या की गई थी.

काल डिटेल्स से पूरी कहानी साफ हो गई कि सुपरस्टार दर्शन से सरेंडर करने वाले आरोपियों व अन्य की कईकई बार बातचीत हुई थी. बस, यहीं से दर्शन पुलिस जांच के घेरे में आ गया. दर्शन के खिलाफ इतने पुख्ता सबूत मिलने के बाद केवल उसे गिरफ्तार करना ही बाकी रह गया था.

पुलिस की जानकारी में आया कि दर्शन थुगुदीपा अपनी एक फिल्म की शूटिंग के लिए मैसूर गया हुआ है. असिस्टेंट कमिश्नर चंदन कुमार और उन की टीम मैसूर के उस होटल में पहुंची, जहां दर्शन ठहरा हुआ था. उन्होंने दर्शन थुगुदीपा को अपने साथ चलने को कहा.

दर्शन को यह समझते देर नहीं लगी कि पुलिस उसे अपने साथ क्यों ले जा रही है. लेकिन उस ने पुलिस से इस संबंध में कोई प्रश्न नहीं किया.

दर्शन थुगुदीपा ने पुलिस से कहा कि आप लोग अपनी जीप में जाएं, मैं अपनी कार से चलंूगा. दर्शन की 3 करोड़ की लैंड रोवर कार होटल की पाॄकग में मौजूद थी. पुलिस ने दर्शन की बात नहीं मानी और उसे गिरफ्तार कर अपनी जीप से ही थाने ले आई.

सुपरस्टार दर्शन की जिंदगी ने 11 जून को नया मोड़ ले लिया था. इस के बाद दर्शन की सहअभिनेत्री व प्रेमिका पवित्रा गौड़ा को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. सुपरस्टार दर्शन व उस की सहअभिनेत्री  पवित्रा की गिरफ्तारी के साथ ही इस मामले से जुड़े दर्शन के करीबियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया.

सुपरस्टार दर्शन की गिरफ्तारी की खबर जंगल की आग की तरह कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री और पूरे बेंगलुरु में फैल गई. प्रिंट और इलैक्ट्रोनिक मीडिया पर चली इस खबर ने हलचल मचा दी.

ऐक्टर दर्शन व अभिनेत्री पवित्रा की गिरफ्तारी के दूसरे दिन यानी 12 जून को पुलिस उन्हें आरआर नगर के उसी गोडाउन  में ले गई, जहां दर्शन के फैन रेणुका स्वामी की हत्या की गई थी. वहां पुलिस ने आरोपियों से घंटों तक पूछताछ की और यहां से रेणुका स्वामी को प्रताडि़त करने में इस्तेमाल किए गए रौड, डंडे, रस्सी और चमड़े की बेल्ट बरामद कर ली.

सुपरस्टार कैसे बना अपने फैन का कातिल

पवित्रा गौड़ा विवाहित है और उस की एक बेटी है. वह पति से अलग हो चुकी है. वह फैशन डिजाइनर के अलावा बुटीक भी चलाती थी. पवित्रा को शुरू में फिल्मों में काम मिला, लेकिन बाद में काम मिलना बंद हो गया.

10 साल पहले दर्शन थुगुदीपा, जिस का प्रोडक्शन हाउस भी है, को अपनी फिल्म के लिए एक नए चेहरे की तलाश थी. उसे पवित्रा गौड़ा के बारे में जानकारी मिली. पवित्रा उस की फिल्म के लिए उपयुक्त लगी. वह दर्शन की फिल्म में काम करने के लिए तैयार हो गई.

इस के चलते पवित्रा को फिल्म में कई रोल मिल गए. कई फिल्मों में दर्शन और पवित्रा ने साथसाथ काम भी किया. धीरेधीरे पवित्रा गौड़ा और दर्शन एकदूसरे के नजदीक आ गए.

दक्षिण भारत में फिल्मों का अलग ही क्रेज है. लोग फिल्मी सितारों को न सिर्फ बेइंतहा चाहते हैं, बल्कि कई तो उन की पूजा भी करते हैं. 47 वर्षीय कन्नड़ अभिनेता दर्शन थुगुदीपा की अच्छीखासी फैन फालोइंग है. चित्रदुर्ग निवासी मृतक रेणुका स्वामी भी दर्शन का फैन था. वह उसे बेइंतहा चाहता था, यहां तक कि उसे पूजता था.

फिल्मस्टार दर्शन के लिए दीवानगी इस हद तक थी कि वह दर्शन को साल के 365 दिन फालो करता था. दर्शन की फिल्म रिलीज होने के पहले दिन पहले शो को देखना कभी नहीं भूलता था. यही कारण था कि जब दर्शन की शादीशुदा जिंदगी में पवित्रा गौड़ा की एंट्री हुई, वह पवित्रा गौड़ा से नाराज रहने लगा. वह दर्शन की निजी जिंदगी में हो रही उथलपुथल से बहुत प्रभावित होता था.

एक ऐसा फैन जिसे दर्शन और पवित्रा जानता तक नहीं था. इस के बावजूद रेणुका स्वामी अकसर खुंदक में रहता था.जब दर्शन और सहअभिनेत्री पवित्रा के बीच नजदीकियां बढ़ीं, तब रेणुका स्वामी को बुरा लगा. वह पवित्रा को मैसेज भेजने लगा. पवित्रा रील बनाती, जिस में वह अपने प्रेमी दर्शन के लिए प्यार का इजहार करती थी.

क्यों हुई रेणुका स्वामी की हत्या?

सुपरस्टार दर्शन और पवित्रा लंबे वक्त से रिलेशनशिप में थे. अपने रिश्ते के 10 साल पूरे होने पर इसी साल जनवरी में पवित्रा गौड़ा ने सोशल मीडिया पर दर्शन के साथ कुछ तसवीरें शेयर कर बताया था कि उस के और दर्शन के रिश्ते के 10 साल पूरे हो चुके हैं.

रेणुका स्वामी ने पवित्रा के सोशल मीडिया अकाउंट पर टिप्पणी की थी, जिस में उस ने अभिनेता दर्शन और उस की पत्नी विजयालक्ष्मी के बीच दरार पैदा करने का आरोप पवित्रा पर लगाया था. उस ने लिखा, ‘तुम कैसी औरत हो जो दर्शन की शादीशुदा जिंदगी को बरबाद कर रही हो. तुम्हारे कारण एक हंसता खेलता परिवार बरबाद हो रहा है.’

रेणुका स्वामी ऐक्टर दर्शन, उस की पत्नी विजयालक्ष्मी व बेटे विनीश के प्रति वफादार था. इस बात की शिकायत पवित्रा ने प्रेमी दर्शन से की और रेणुका स्वामी द्वारा भेजे गए आपत्तिजनक पोस्ट दिखाए. यह भी बताया कि रेणुका स्वामी उसे लंबे समय से परेशान कर रहा है. इस से दर्शन का गुस्सा सातवें आसमान पर जा पहुंचा. पवित्रा ने दर्शन से रेणुका स्वामी को सबक सिखाने को कहा.

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             दर्शन और उस की पत्नी विजयालक्ष्मी 

घटना से 2 महीने पहले दर्शन ने अपने एक करीबी पवन से इंस्टाग्राम पर पवित्र गौड़ा के नाम से एक फरजी अकाउंट बनवाया. इस अकाउंट से रेणुका स्वामी से कौंटेक्ट किया गया. रेणुका इस फरजी एकाउंट को असली समझ बैठा. लिहाजा उस ने अभिनेत्री पवित्रा को भद्दीभद्दी गालियां लिखीं.

इतना ही नहीं, उस ने जून के पहले सप्ताह में पवित्रा के लिए अभद्र भाषा और आपत्तिजनक मैसेज पोस्ट किए थे. बताया तो यह भी जाता है कि रेणुका स्वामी ने अपने प्राइवेट पाट्र्स की तसवीर भी भेजी और लिखा कि ये दर्शन से बेहतर है.

पवन ने रेणुका स्वामी के कमेंट्स व तसवीरें दर्शन को दिखाए, जिस से दर्शन भड़क गया. उस ने रेणुका स्वामी को ठिकाने लगाने की ठान ली.  दर्शन को पता चला कि पवित्रा को अश्लील मैसेज भेजने वाला उस का फैन रेणुका स्वामी चित्रदुर्ग में रहता है. इस पर दर्शन ने चित्रदुर्ग में अपने फैन क्लब के संयोजक राघवेंद्र उर्फ रघु को रेणुका स्वामी के बारे में जानकारी जुटाने के लिए कहा.

रघु ने जानकारी जुटाने के बाद दर्शन को सारी बात बता दी. इस के बाद 30 लाख रुपए में दर्शन ने रेणुका स्वामी की हत्या की सुपारी अपने गुर्गों को दे दी.

8 जून, 2024 को राघवेंद्र उर्फ रघु ने चित्रदुर्ग में रेणुका स्वामी को फोन किया और बातों ही बातों में बताया कि वह सुपरस्टार दर्शन का फैन क्लब चलाता है. अभिनेता दर्शन से मिलने का मौका देने की बात कही.

यह जान कर रेणुका स्वामी की खुशी का ठिकाना नहीं रहा कि वर्षों की उस की मुराद पूरी होने जा रही है. वह अपने स्टार दर्शन थुगुदीपा से मिलने के लिए उस के साथ उसी समय जाने को तैयार हो गया.

दर्शन के गुर्गे पिछले कई दिनों से रेणुका स्वामी को ट्रैक करने की कोशिश में थे और जैसे ही उन्होंने उस के सामने दर्शन से मीटिंग का चारा फेंका, वह खुदबखुद उन के जाल में आ गया.

राघवेंद्र के बुलाने पर वह अपनी स्कूटी ले कर चित्रदुर्ग के चल्लाकेरे इलाके में पहुंचा और वहां पहुंच कर उस ने रघु को फोन किया. इस के बाद रघु ने रेणुका से मुलाकात की और उसी दिन उसे एक कार से अपने साथ बेंगलुरु ले गया. रास्ते में बाकी गुर्गे भी मिले, जिन्हें साथ ले लिया.

दर्शन ने निजी अंगों पर क्यों किया वार

उसे दर्शन से मिलवाने के बहाने आरआर नगर के पट्टनवड्डागेरे स्थित विनय के गोडाउन में ले जाया गया, जहां उसे रखा गया. इस तरह धोखे से उसे अगवा कर लिया.  वहां आने के कुछ देर बाद ही सुपरस्टार दर्शन के गुर्गे आ धमके और रेणुका स्वामी को रस्सी से बांधने के बाद रौड, डंडों व बेल्ट से पीटने लगे.

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     आरोपी राघवेंद्र उर्फ रघु

इन में सुपरस्टार दर्शन के साथी निखिल, विनय, कार्तिक, दीपक, राघवेंद्र उर्फ रघु, राजू, जगदीश ने रेणुका स्वामी की बेरहमी से पिटाई की. इस के बाद उन्होंने दर्शन को रेणुका को लाए जाने की जानकारी दी गई तो वह गुस्से से तमतमा कर वहां अपनी लाल रंग की गाड़ी से पहुंचा. उस के साथ उस की प्रेमिका पवित्रा गौड़ा भी थी.

एक बार रेणुका स्वामी को लगा कि दर्शन उसे बचाने के लिए आया है, लेकिन दर्शन ने आते ही अपनी बेल्ट से रेणुका स्वामी की पिटाई की. रेणुका स्वामी ने अपनी गलती मानने के साथ जान बख्शने के लिए हाथपैर भी जोड़े. इस पर दर्शन और ज्यादा भड़क गया.

इस केस के एक आरोपी दीपक ने पुलिस को बताया कि अभिनेता दर्शन ने गुस्से से रेणुका के निजी अंगों पर अपने बूट से प्रहार भी किया था, जिस से उसे गंभीर चोट आई. पवित्रा ने भी रेणुका को पीट कर भड़ास निकाली. इस के बाद दर्शन और पवित्रा गुर्गों को निर्देश दे कर वहां से चले गए. दर्शन के अन्य साथी उसे लगातार पीटते रहे. बहुत ज्यादा चोट व खून बहने से आखिर रेणुका ने दम तोड़ दिया.

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                     आरोपी कार्तिक

इस के बाद सुबह लगभग साढ़े 3 बजे आरोपी लाश को कार से कामाक्षीपाल्या थाना क्षेत्र के अंतर्गत सुमनहल्ली ब्रिज के पास एक नाले में फेंक आए, लेकिन लाश फेंकते समय नाले के पानी में गिरने के बजाए किनारे पर ही रह गई थी, जिसे सुबह कुत्ते नोंच रहे थे.

रेणुका स्वामी मर्डर केस में कन्नड़ अभिनेता दर्शन ने जुर्म को अपने सिर लेने के लिए 3 लोगों को 15 लाख रुपए दे कर जेल जाने के लिए तैयार कर लिया था. दर्शन ने सोचा कि आरोपियों के सरेंडर करने के बाद पुलिस इस मामले की फाइल बंद कर देगी और आगे तहकीकात नहीं करेगी. लेकिन वह भूल गया कि कानून के हाथ बहुत लंबे होते हैं.

रेणुका स्वामी हाईप्रोफाइल मामले को अंजाम तक डीसीपी (वेस्ट) एस. गिरीश ने पहुंचाया. पूर्वनियोजित मर्डर मिस्ट्री को जिस तरह अंजाम दिया गया था, उस की तह में जा कर असली हत्यारों को पकडऩा मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन होता, यदि डीसीपी और पुलिस कमिश्नर इस मामले से नहीं जुड़ते तो सच्चाई कभी सामने नहीं आ पाती.

इतने बड़े सुपरस्टार पर हत्या का चार्ज लगाने के लिए हिम्मत चाहिए. क्योंकि अभिनेता दर्शन थुगुदीपा के स्टारडम और नेताओं से नजदीकी के चलते ऐसा करना कठिन था. पूरे मामले में विजय नगर के एसीपी चंदन कुमार ने भी डीसीपी एस. गिरीश का सहयोग किया.

पुलिस ने गोडाउन से बरामद रौड, डंडे, बेल्ट, रस्सी साक्ष्यों के साथ ही दर्शन का मोबाइल फोन व लाल रंग की गाड़ी व एक सिल्वर रंग की गाड़ी, जिस से रेणुका स्वामी का अपहरण किया गया था, को जब्त कर लिया है. इस के अलावा मोबाइल चैट और काल डिटेल्स, सीसीटीवी फुटेज, कत्ल से पहले रेणुका स्वामी को शराब पिलाए जाने के सबूत भी पुलिस को मिले.

पुलिस ने खाली बोतलें, खानेपीने की चीजें जब्त करने के साथ ही रेणुका के कपड़े, जो उस ने घर से निकलते समय पहने थे, उन्हें फोरैंसिक जांच के लिए भेजा है. सुपारी की मनीट्रेल 30 लाख रुपए का कुछ मनीट्रेल भी हासिल किया है. यानी पैसे ट्रांसफर किए जाने या निकाले जाने के डिटेल्स सबूत के रूप में एकत्र किए हैं.

पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर बेंगलुरु की एक अदालत में पेश किया, जहां से कन्नड़ ऐक्टर दर्शन और अन्य 12 आरोपियों को पहले 6 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया. इस के बाद हिरासत की अवधि 4 दिन यानी 20 जून तक और बढ़ा दी गई. वहीं पुलिस ने दर्शन के सहकलाकार प्रदोष व नागराज को भी गिरफ्तार कर लिया.

पुलिस के अनुसार नागराज ही इस हत्याकांड में दर्शन और अन्य आरोपियों के बीच डीलिंग कर रहा था. नागराज मैसूर स्थित दर्शन के फार्महाउस की देखरेख करता है. दर्शन की गिरफ्तारी के बाद से ही प्रदोष फरार चल रहा था.

रेणुका स्वामी की गर्भवती पत्नी सहाना ने भी राघवेंद्र उर्फ रघु पर अपने पति को घर के पास से अगवा करने का आरोप लगाया है. उस ने कहा है कि पति की हत्या के मामले में उसे न्याय मिलना चाहिए. कन्नड़ अभिनेता दर्शन थुगुदीपा ने अपने फैन रेणुका स्वामी की क्रूरतापूर्वक हत्या की थी. रेणुका की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से इस बात की पुष्टि होती है. डाक्टरों ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा है कि रेणुका के शरीर पर 15 चोटें मिली हैं.

आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि उस का सिर घटनास्थल पर खड़े एक आटो से टकरा गया, जिस से सिर की हड्डियां टूट गईं और वह बेहोश हो गया. बाद में उस की मौत हो गई.

इस मामले के सामने आने के बाद दर्शन और उस के गुर्गों की ओर से पूरे मामले को दबाने की कोशिश शुरू कर कर दी गई. दर्शन ने भी अपनी राजनीतिक पहुंच और पैसे के बल पर खुद को बचाने के लिए वही सब किया, जो पैसे वाले गरीबों से कराते हैं.

बताया जाता है कि रेणुका का पोस्टमार्टम करने वाली डाक्टरों की टीम के पास भी किसी का फोन आया था. फोन करने वाले ने एक करोड़ दे कर पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण कत्ल नहीं, बल्कि नेचुरल डेथ दर्शाने को कहा था, लेकिन डाक्टरों की टीम ने इस औफर को ठुकरा दिया. इस बात को पुलिस के संज्ञान में भी लाया गया है.

इस शिकायत ने कर्नाटक में नया भूचाल ला दिया है. पुलिस अधिकारियों की जांच में दर्शन का पूरा भांडा फूट गया. इस मामले में पवित्रा गौड़ा को पहला व दर्शन थुगुदीपा को दूसरे नंंबर का आरोपी बनाया गया है. पुलिस ने डाक्टर से आधिकारिक शिकायत दर्ज कराने का अनुरोध किया है, ताकि मौत का सौदा करने वाले गुनहगारों की पहचान कर उन्हें उन के सही मुकाम तक पहुंचाया जा सके.

एक सबइंसपेक्टर की संदिग्ध भूमिका

ऐसा माना जा रहा है कि रेणुका की हत्या के बाद संदिग्धों ने पुलिस के किसी सबइंसपेक्टर से बातचीत की थी. आरआर नगर में हत्या के बाद शव को कामाक्षीपाल्या में ठिकाने लगाया गया. इस से यह सवाल उठता है कि शव को कहीं अन्यत्र ठिकाने लगाने के बजाए कामाक्षीपाल्या क्यों लाया गया? क्या उस पुलिस सबइंसपेक्टर ने आरोपियों को निर्देश दिया था कि वे शव को अपने इलाके में न फेंकें.

इसी के चलते आरोपियों ने उस के निर्देश का पालन करते हुए शव को कामाक्षीपाल्या थाना क्षेत्र में फेंक दिया. इस के बाद भी सबइंसपेक्टर से बातचीत करनी जारी रखी. कहने को पुलिस उच्चाधिकारी इस बात से इंकार कर रहे हैं. उन का कहना है कि किसी भी सबइंसपेक्टर की इस मामले में कोई संलिप्तता नहीं है.

इस हाईप्रोफाइल मामले ने साउथ की फिल्म इंडस्ट्री को हिला कर रख दिया. कन्नड़ फिल्मों के सलमान कहे जाने वाले स्टार दर्शन थुगुदीपा के बचाव में कहने को उस के फैन सड़क पर आ कर प्रदर्शन कर रहे हैं. उन का मानना है कि इस मामले में पवित्रा दोषी है न कि दर्शन.

प्रदर्शनों के चलते पुलिस को थाने के 200 मीटर के दायरे में धारा 144 लगानी पड़ी थी. वहीं राजनीति भी गरमा गई. सत्ता पक्ष के कुछ लोग दर्शन को बेकसूर बताते हुए उस का बचाव करने लगे. वहीं सत्ता पक्ष पर आरोप लगने पर कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने 14 जून को कहा कि कन्नड़ फिल्म अभिनेता और हत्या के आरोपी दर्शन थुगुदीपा को विशेष सुविधाएं नहीं दी जा रही हैं. उन का यह बयान राज्य के एक मंत्री द्वारा दर्शन को बचाने के कथित प्रयासों के बारे में कुछ रिपोर्टों के मद्देनजर आया था.

वहीं राज्य के गृहमंत्री जी. परमेश्वर ने कहा, ”पुलिस पहले ही दर्शन, उस की प्रेमिका और 13 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. क्या, कैसे हुआ? इस की जांच चल रही है. कैसे मर्डर हुआ? इस के पीछे क्या वजह थी? इन सब बातों की जांच की जा रही है. कानून सब के लिए समान है. जो कानून मुझ पर लागू होगा, वही आरोपियों पर भी. कानून अपने हिसाब से काररवाई करेगा. जब तक कुछ साबित नहीं हो जाता, तब तक कुछ कह नहीं सकते.’’

कथा लिखने तक पुलिस इस केस में सुपरस्टार थुगुदीपा और अभिनेत्री पवित्रा गौड़ा सहित 16 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है.

—कथा पुलिस सूत्रों पर आधारित

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