सूचना पाते ही यमुना नगर की पुलिस आननफानन में मौका ए वारदात पर पहुंच गई. तब तक काजल के नाते रिश्तेदार और पड़ोसी भी वहां इकट्ठा हो चुके थे. पुलिस ने घटनास्थल का बहुत बारीकी से मुआयना किया. पुलिस ने जांच में पाया कि मीना और राहुल की हत्या उन के सिर पर किसी भारी चीज से हमला करने और गला घोंटने से की गई थी.
मौके पर ही मोबाइल चार्जिंग केबल पड़ा मिला था, जिसे देख कर पुलिस ने अनुमान लगाया कि उस से ही दोनों का गला घोंटा गया होगा. बारीकी से जांच के क्रम में पुलिस ने पाया कि हत्यारों ने घर में लगे इकलौते सीसीटीवी कैमरे को बंद कर दिया था. निश्चित तौर पर ऐसा बचने के लिए ही किया गया होगा. यह बात पुलिस को अटपटी लगी.
कारण, पुलिस ने घर में हुए ऐसे अनेक आपराधिक मामलों में बचाव के लिए चोर या बदमाश अकसर सीसीटीवी कैमरे को स्विच्ड औफ नहीं करते, बल्कि उसे तोडफ़ोड़ देते हैं. यहां तक कि वे कैमरे और उस की डीवीआर भी उठा ले जाते हैं.
कैमरे को बंद किया जाना पुलिस को अपने आप में एक अजीब बात लगी थी. हत्यारों ने सीसीटीवी का डीवीआर गायब करने की जगह उसे स्विच्ड औफ कर दिया था. सीसीटीवी कैमरे को स्विच्ड औफ करने का एक मतलब था कि इस के स्विच्ड औफ होने से पहले के फुटेज का कैमरे में कैद हो जाना.
पुलिस अब आश्वस्त हो गई थी कि उसे इसी बंद कैमरे और डीवीआर से हत्यारे का कोई न कोई सुराग अवश्य मिल जाएगा. इसी पक्के विश्वास के साथ जांच टीम ने सीसीटीवी कैमरे और डीवीआर को अपने कब्जे में करने के लिए टेक्निकल टीम को आदेश दे दिया.
शाम के करीब 4 बज चुके थे, लेकिन गरमी की तपिश में कोई कमी नहीं आई थी. तारीख थी 23 जून. हरियाणा के यमुनानगर में भी गरमी की आग बरस रही थी. आजाद नगर इलाके के मकान में अपनी 47 वर्षीया मां मीना और 23 साल के छोटे भाई राहुल के साथ रहने वाली 27 वर्षीया काजल स्कूटी से आई थी.
टाइट जींस पैंट और टीशर्ट में बगैर हेलमेट के थी. स्कूटी से उतर कर पसीने से लथपथ चेहरे को स्कार्फ से पोंछती हुई अपने घर की ओर 2 कदम ही बढ़ी थी कि सामने वाले घर की खिड़की से आवाज आई, ”क्यों री काजल! ते इत्ती गरमी में कहां से आवै से?…आज पूरे दिन थारी मम्मी भी न दिखे? कहीं गैर सी का?’’
”ना ताई! मम्मी घर में होवे. मैं तो उन के वास्ते जूस लावे गई सी.’’ काजल बोलती हुई जूस के पैकेट का थैला दिखाने के लिए हाथ ऊपर उठा लिया था.
”सब ठीक सै ना!…मम्मी की तबीयत! …राहुल कहीं गवा है का?…वो भी ना दिखा आज…’’ सामने वाली ताई ने एक साथ कई सवाल कर दिए.
काजल उन के सवालों को नजरंदाज करती हुई तेज कदमों से अपने घर में भुनभुनाती हुई दाखिल हो गई. उस की नजर सिर्फ हम पर टिकी रहती है… ”मम्मी कहां है? भाई कहां गया? भाभी मायके से कब आएगी?…ते बियाह कब करेगी?’’
घर में घुसते ही काजल चीख पड़ी. उस की चीख काफी तेज थी, जो पासपड़ोस के कई लोगों ने सुनी. उस चीख पर सब से पहली आवाज ताई की आई, ”क्या हुआ काजल? कुछ बात है क्या?’’
काजल चीखती चिल्लाती दौड़ती हुई घर के बाहर आ गई. तब तक ताई भी दुपट्टा संभालती हुई अपने घर से बाहर आ चुकी थी. काजल बुरी तरह हांफ रही थी… वह कुछ बोल नहीं पा रही थी… वहीं जमीन पर दोनों हाथों से सिर पकड़ कर बैठ गई.
”क्या हुआ कुछ बोलेगी भी!’’ ताई ने उसे उठाया और झकझोरती हुई बोली. अपने दुपट्टे से काजल के चेहरे का पसीना पोंछा, जबकि काजल की जुबान से आवाज ही नहीं निकल पा रही थी. कुछ सेकेंड बाद वह अपने घर की ओर इशारा कर इतना भर बोल पाई, ”उधर मां का मर्डर! …भाई भी मर गया…! …घर में दोनों की लाशें पड़ी हैं!’’
”मर गया?’’ ताई चौंकती हुई बोली.
”उधर भीतर कमरे में मम्मी और राहुल मरे हुए हैं…उन को किसी ने मार डाला…’’ काजल बोलते बोलते रोने लगी.
तब तक कुछ और लोग भी वहां आ गए थे. उन में से एक बोला, ”चलो, अंदर चल कर देखते हैं.’’
ताई भी बोली, ”हां, अंदर चलते हैं.’’
…लेकिन काजल ने हाथ के इशारे से किसी को भी घर के भीतर जाने से मना कर दिया, फिर कुछ सेकेंड बाद बोली, ”नहीं! भीतर कोई नहीं जाएगा. पहले पुलिस को फोन करती हूं.’’
काजल ने अपनी जींस पैंट से मोबाइल निकाला और पुलिस को सूचना देने के लिए 112 नंबर पर काल कर दी.
बंद सीसीटीवी से कैसे मिला हत्या का सुराग
सूचना मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई. घर के अंदर 2 लाशें देख कर पुलिस सन्न रह गई. इस दोहरे हत्याकांड का कोई भी चश्मदीद नहीं था. जो कुछ मालूम हो सकता था, उस के लिए घर की इकलौती बेटी काजल से ही संभव था. वह भी वारदात के वक्त मौके पर मौजूद नहीं थी, लेकिन उस ने ही अपनी मां और भाई की लाशों को पहली बार देखा था.
ऐसे में पुलिस ने काजल से ही पूछताछ शुरू की. उस से पुलिस ने सीधा सवाल किया, ”तुम घर से किस वक्त निकली थी?’’
”जी, दोपहर को.’’ काजल बोली.
”किसलिए?’’ पुलिस का अगला सवाल था.
”मेकअप करवाने के वास्ते ब्यूटी पार्लर गई थी…!’’ काजल तुरंत बोली.
”लेकिन चेहरे पर तो कोई मेकअप नहीं दिख रहा. वैसे भी तुम्हारा पहनावा लड़कियों जैसा नहीं दिख रहा.’’ पुलिस ने जिरह की.
”मुझे केश की कटिंग करवानी थी…और पार्लर में भीड़ भी थी, इसलिए कुछ समय इंतजार कर वापस आ गई.’’ काजल ने सफाई दी.
”इतनी भयंकर गरमी में तुम दोपहर को ब्यूटी पार्लर गई, बड़ी अजीब बात है. शाम को भी तो जा सकती थी!’’ पुलिस बोली.
”ऐसे ही साहब, मन हो गया सो चली गई. हां साहबजी, मां ने फोन पर मैसेज भेज कर घर लौटते वक्त जूस के 2 पैकेट लाने के लिए कहा था. ये देखिए…लेकिन मुझे क्या मालूम था साहबजी कि मेरे पीछे मेरी दुनिया ही उजड़ जाएगी…!’’ बोलते हुए काजल की आंखें नम हो गई थीं.
”मेरी मां और भाई को लुटेरों ने मार डाला है, उसे जल्दी पकडि़ए. मेरे पीछे वे घर में लूटपाट के लिए आए थे.’’ काजल बोली.
उस की बात के आधार पर पुलिस ने घर की छानबीन की. पाया कि घर की ज्वैलरी आदि गायब थी और काजल के लाए हुए जूस के पैकेट भी घर में मौजूद थे. काजल ने मां के मोबाइल से भेजा गया जूस लाने का मैसेज भी पुलिस को दिखाया.
इस अनुसार काजल बिलकुल सच बोल रही थी. फिर भी पुलिस को वही बात खटक रही थी कि घर में लगे इकलौते सीसीटीवी कैमरे को क्यों बंद किया गया होगा? इसे ले कर पुलिस ने काजल से दोबारा पूछना शुरू किया, ”घर का सीसीटीवी कैमरा बंद क्यों है? किस ने बंद किया?’’
”मुझे क्या पता!’’ काजल ने रूखेपन से जवाब दिया और इसे ले कर हैरानी जताई.
”विचित्र बात है, तुम घर की मेंबर हो. भाई की तरह तुम भी जिम्मेदार हो. घर में सुरक्षा के लिए कैमरा लगाया गया है. वह सहीसलामत चल रहा है या नहीं, इस का ध्यान तो तुम भी रखती ही होगी?’’ पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे को ले कर एक साथ कई जानकारियां लेनी चाहीं, लेकिन वह एक भी ठोस जवाब नहीं दे पाई.
वह यह भी नहीं बता पाई कि कैमरा किस ने और क्यों बंद किया होगा? उस के बाद पुलिस ने मामले की तफ्तीश आगे बढ़ाने के लिए गली में लगे दूसरे सीसीटीवी कैमरों को खंगालना शुरू किया.
इस कोशिश में पुलिस को 2 नई जानकारियां मिलीं. फुटेज से मिली पहली जानकारी मुंह पर कपड़ा बांधे हुए एक नौजवान के सुबह के समय काजल के घर आने की थी. दूसरी जानकारी में वही युवक कुछ देर बाद कुछ सामान ले कर बाहर जाता हुआ भी दिखा था.
शक के घेरे में कैसे आई काजल
दूसरे फुटेज को देख कर पुलिस एक बार फिर चौंक गई. वहीं मौजूद काजल से किया गया अगला सवाल था, ”इस फुटेज में लड़के के साथ तुम भी बाहर जाती दिख रही हो. तुम्हारे घर आया वह लड़का कौन है? क्या तुम उसे जानती हो? वह तुम्हारे घर आता दिखा था… मुंह पर कपड़ा क्यों बांध रखा है?’’
इन सवालों पर काजल सकपका गई. खासकर लड़के के बारे में पूछने पर काजल एकदम से नर्वस हो गई थी. चेहरे का उड़ा रंग देख कर पुलिस को उस पर संदेह हो गया और और सारी तफ्तीश उस की तरफ मोड़ दी गई.
पुलिस ने गौर किया कि घर का सीसीटीवी कैमरा सुबह को ही बंद कर दिया गया था. जबकि काजल के कहने के मुताबिक तब तक तो लुटेरों ने घर पर धावा भी नहीं बोला था और न ही किसी की हत्या हुई थी. यानी ये कैमरे घर के ही किसी मेंबर ने बंद किए थे. जबकि काजल का कहना था कि वह दोपहर 2 बजे के आसपास घर से निकली थी और 4 बजे तक वापस लौट आई थी.
यानी काजल द्वारा पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार हत्याएं 2 से 3 या फिर 3 से 4 बजे के बीच हुई होगी. काजल से पूछताछ पूरी हो जाने के बाद मीना और राहुल की लाशों को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया गया था.
साथ ही काजल को हत्याकांड में अपराधियों तक पहुंचने और लूटपाट के सामान की बरामदगी के लिए उस का साथ देने को कहा गया था. पुलिस को उस ने पूछताछ में बताया था कि हत्यारों ने घर से लाखों रुपए के जेवरात लूट लिए हैं.
अगले दिन ही मीना और राहुल की लाशों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई थी. रिपोर्ट चौंकाने वाली थी. हत्या का तरीका प्रारंभिक तहकीकात से मिलताजुलता था, लेकिन हत्या का समय काजल के बयान से मेल नहीं खा रहा था. इस तरह से पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार कातिल की पोल खुल गई थी. साथ ही काजल भी झूठी साबित हो गई थी.
मृतक मां और बेटा
रिपोर्ट के अनुसार पुलिस का संदेह और भी गहरा हो गया कि काजल को हत्याकांड के संबंध में पूरी जानकारी है, जिसे उस ने छिपाने की कोशिश की है. अपनी मां और भाई की हत्या को ले कर काजल झूठ बोल रही है.
पोस्टमार्टम करने वाले डाक्टरों के मुताबिक दोनों की हत्याएं लाशों को पोस्टमार्टम के लिए लाए जाने से कोई 6 से 7 घंटे पहले हो चुकी थीं. यानी कि उन की मौत सुबह 10 बजे के आसपास ही हो गई थी. इस हिसाब से हत्याकांड के दौरान काजल घर में ही मौजूद थी.
पुलिस के लिए यह जानकारी काजल के खिलाफ अपराध में शामिल होने के सबूत के तौर पर थी. पुलिस ने बिना देर किए काजल को हिरासत में ले लिया. उस का मोबाइल फोन भी जब्त कर लिया. उस की जांच के लिए उस की काल डिटेल्स निकलवाई. पुलिस ने काजल के साथसाथ उस की मां और भाई के मोबाइल फोन की लोकेशन की भी जांच की.
इस तरत टेक्निकल जांच रिपोर्ट को देख कर पुलिस हैरान रह गई कि दोपहर को जब उस की मां के मोबाइल फोन से काजल के मोबाइल फोन पर जूस लाने का मैसेज भेजा गया था, तब उस की मां का मोबाइल फोन उन के घर में नहीं, बल्कि काजल के पास ही था. क्योंकि दोनों के मोबाइल फोन की लोकेशन साथसाथ घर से बाहर की थी.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने उस की जूस लाने की कहानी को भी गलत साबित कर दिया था. इस से पुलिस को पता चल गया था कि वह साजिश उस ने जांच टीम को गुमराह करने के लिए कहानी गढ़ी थी. खुद को अपनी मां के मोबाइल फोन से ही झूठा मैसेज भी भेजा था. एक साथ इतने सबूतों के सामने आने के बाद पुलिस ने काजल को गिरफ्तार कर लिया.
काजल ने क्यों रची मां के कत्ल की साजिश
हालांकि पुलिस के सामने मांबेटे के हत्यारों के बारे में जानकारी जुटानी बाकी थी. इस के लिए उस ने काजल से सख्ती से पूछताछ की. उस से पुलिस ने सीधा सवाल किया कि अपनी मां और छोटे भाई का कत्ल क्यों किया? उस की अपनी मां और भाई से आखिर ऐसी क्या दुश्मनी थी? जबकि उस के परिवार में उसे मिला कर सिर्फ 3 ही लोग थे… और अब मां और भाई के मारे जाने के बाद वह बिलकुल अकेली रह गई है.
काजल ने इन सवालों का जो जवाब दिया, वह काफी हैरान करने वाला निकला. इसी क्रम में काजल ने अपनी मां और भाई की हत्या करनी भी स्वीकार कर ली. उस ने हत्या संबंधी पूरे घटनाक्रम की सिलसिलेवार ढंग से परतें खोल कर रख दीं.
आरोपी कृष
काजल ने बताया कि उस ने अपनी मां और भाई की जान लेने की साजिश पहले ही रच ली थी और इस में अपने एक ममेरे भाई कृष को भी शामिल कर लिया था.
उस रोज की तारीख 23 जून, 2024 को रविवार का दिन था. सुबह के वक्त भाई राहुल शेविंग करवाने के लिए घर से बाहर गया हुआ था. तभी काजल ने कृष को बुला लिया. इस के बाद दोनों ने मिल कर रौड की तरह एक भारी चीज से पहले मां मीना के सिर पर हमला कर दिया. इस हमले से मीना बेसुध हो गई.
उसी हालत में दोनों ने मिल कर मोबाइल फोन की चार्जिंग केबल से मीना का गला घोंट दिया. काजल मीना के पैर पकड़े थी और कृष चार्जिंग केबल से उस का गला कसने में लगा हुआ था. उन की कुछ सेकेंड में ही मौत हो गई.
तभी राहुल घर वापस आ गया. उसे आया देख कर दोनों ने मीना को छोड़ राहुल को पकड़ लिया. उन्होंने उस के भी सिर पर रौड से हमला किया. इस के बाद कृष ने राहुल का गला घोंट दिया, जबकि काजल भाई के पांव पकड़े रही.
इस तरह बैडरूम में पहले मीना की हत्या हो गई और और फिर उस के कुछ ही देर बाद मीना के बेटे यानी काजल का छोटे भाई राहुल मारा गया. वारदात के बाद दोनों ने मिल कर इसे लूटपाट का रूप देने के लिए घर का सारा सामान बिखेर दिया.
कुछ सामानों के साथ काजल ने कृष को घर से रवाना कर दिया. इस तरह काजल ने मामले को पूरी तरह से लूटपाट का बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. कुछ कीमती चीजें गायब कर दी गईं. वारदात के पहले काजल ने घर में लगा सीसीटीवी कैमरा बंद कर दिया था, लेकिन उस के दिमाग में यह बात नहीं आई कि गली के दूसरे मकानों में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं. उस में वारदात के सबूत कैद हो गए थे.
काजल की जीवनशैली अपने भाई से बिलकुल अलग थी. कहने को वह लड़की है, लेकिन उस में लड़कियों वाले लक्षण नहीं मिलते हैं.
आरोपी काजल
वह हमेशा लड़कों वाले कपड़ों में नजर आती थी. इसे ले कर उस की मां से हमेशा बकझक हो जाती थी. लड़के जैसे उस के हावभाव और रवैए को देख कर पुलिस भी हैरान थी. दूसरी लड़कियों की तरह मां और भाई की मौत पर काजल को किसी ने एक बार भी भरी आंखों से रोते हुए नहीं देखा.
ऊपर से वह पुलिस के सारे सवालों के जवाब पूरे आत्मविश्वास से देने की कोशिश कर रही थी. पड़ोसियों की निगाह में भी काजल दूसरी लड़कियों से एकदम अलग थी. वह न सिर्फ लड़कों की तरह टीशर्ट और पैंट पहनती, बल्कि उस का पूरा अपीयरेंस भी लड़कों की तरह ही होता था. वह बातचीत भी लड़कों के लहजे में करती थी.
भाभी से बनाना चाहती थी समलैंगिक संबंध
पुलिस ने उस के बारे में और भी कई जानकारियां जुटाईं, जिस से मालूम हुआ कि उस की बचपन से ही लड़कों की तरह रहने की आदत है. उस के रिश्तेदारों ने पुलिस के सामने खुलासा किया वह असल में यह एक समलैंगिक लड़की है. जिस की असलियत का पता उस की मां और भाई को चल गया था.
इस कारण उस का दोनों से हमेशा झगड़ा भी होता रहता था. वह अकसर मां और भाई के साथ लड़ पड़ती थी. कई बार गुस्से में भाई उस से बोलता था कि उस की वजह से उस की शादीशुदा जिंदगी बरबाद हो गई है.
दरअसल, काजल ने अपनी एक सहेली की शादी अपने भाई राहुल से करवा दी थी. बताते हैं कि उस सहेली से काजल के पहले से ही समलैंगिक संबंध थे. इस कारण घर में कलह होने लगी थी और राहुल की वह शादी टूट गई थी.
कुछ दिनों बाद राहुल की दूसरी लड़की से शादी हुई. काजल की दूसरी भाभी के साथ भी नजदीकियां बढऩे लगीं, पास आने की कोशिश करने लगी, जिस से राहुल की शादी दूसरी बार भी टूट गई.
इस के बाद काजल से उस की मां और भाई के संबंध और भी खराब हो गए. इसी बीच एक घरेलू मामला मकान और प्लौट को ले कर आ गया. यह पहले से ही विवाद का कारण बना हुआ था. ये दोनों पहले से मीना के नाम थे और काजल को लगता था कि इस का हिस्सा उसे नहीं मिलेगा.
ये जायदाद मीना को अपने मायके से मिली थी. दूसरी तरफ मीना के एक भतीजे कृष को लगता था कि उस की बुआ उसे अपनी प्रौपर्टी का कोई हिस्सा नहीं देगी. ऐसे में काजल और कृष दोनों प्रौपर्टी को ले कर आपस में बातें किया करते थे. वे इसे ले कर काफी परेशान थे.
उस के बाद ही दोनों ने मिल कर मीना और राहुल को रास्ते से हटाने की साजिश रच डाली थी. उन्होंने सोचा कि ऐसा करने से मीना की प्रौपर्टी पर उन का हक हो जाएगा. काजल प्रौपर्टी के साथसाथ अपनी आजाद जिंदगी पाने के लिए भी मां और भाई के अंकुशों से मुक्त होना चाहती थी.
इस हत्याकांड में काजल समेत उस के ममेरे भाई कृष की भी गिरफ्तारी हुई. पूछताछ में उस ने बताया कि काजल ने उसे 50 हजार रुपए का लालच दिया था. यह भी कहा था कि उसे पैतृक मकान भी मिल जाएगा.
इस मामले की पूरी जांच यमुना नगर थाना शहर के एसएचओ जगदीश की देखरेख में संपन्न हुई थी. वारदात यमुना नगर के आजाद नगर की गली नंबर 2 की है. पूरी जांच में यह भी पाया गया कि मीना और राहुल की हत्या के बाद आरोपी काजल घर में रखे गहने अपने साथ ले गई थी, जो 14 लाख रुपए से अधिक के थे.
उन्हें वह अपनी एक्टिवा की डिक्की में ले कर घंटों घूमती रही थी, ताकि पुलिस को विश्वास हो जाए कि घर में लूटपाट के दौरान दोनों की हत्या की गई है.
हत्याकांड का खुलासा करने के बाद पुलिस ने रिमांड पर आरोपी काजल से पूछताछ के दौरान एक्टिवा से सारे गहने बरामद कर लिए.
मामले में काजल के ममेरे भाई विश्वकर्मा मोहल्ला निवासी कृष को भी गिरफ्तार कर पुलिस ने 25 जून, 2024 को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे भी रिमांड पर लिया गया. कथा संकलन तक पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही थी.
—कथा पुलिस सूत्रों पर आधारित