रेव पार्टियों में शराब, ड्रग्स, तेज म्यूजिक और सैक्स का काकटेल होता है, जिस में धनाढ्य युवा बढ़चढ़ कर भाग लेते हैं. बेंगलुरु पुलिस ने ऐसी ही एक रेव पार्टी में शामिल तेलुगु अभिनेत्री हेमा सहित अनेक लोगों को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो इन से ऐसी चौंकाने वाली जानकारी मिली कि…
बेंगलुरु पुलिस ने जब फार्महाउस में छापा मारा तो पूरे इलाके में हंगामा सा मच गया था. फार्महाउस में रेव पार्टी का भंडाफोड़ होने के बाद बेंगलुरु पुलिस ने फार्महाउस के मालिक सहित 104 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया.
एफआईआर में कहा गया कि इलेक्ट्रौनिक सिटी पुलिस स्टेशन के पास सिंगोना अग्रहारा क्षेत्र में स्थित जीएम फार्महाउस में आयोजित ‘सनसेट टू सनराइज विक्ट्री’ नामक रेव पार्टी में आंध्र प्रदेश और कर्नाटक के हाईप्रोफाइल पुरुषों और महिलाओं ने भाग लिया था. यह पार्टी दूसरे दिन सुबह तक जारी रही थी. इस रेव पार्टी में प्रसिद्ध तेलुगु अभिनेत्री हेमा और अभिनेत्री आशी राय भी शामिल थीं. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कानूनी काररवाई की.
बात 18 मई, 2024 की है. सुनहरी शाम थी. देवाशीष राय थीम पार्क में चहलकदमी कर रहा था, तभी उस की निगाह सामने पड़ी तो एक सूटेडबूटेड अधेड़ उम्र का शख्स भी उसे काफी देर से घूर सा रहा था. देवाशीष ने अपने दिमाग पर जोर डाला, कहीं यह आदमी उस की जानपहचान वाला तो नहीं है.
तभी वह व्यक्ति धीमेधीमे सधे हुए कदमों से चलता हुआ देवाशीष के बिलकुल सामने आ कर खड़ा हो गया. दोनों एक क्षण के लिए एकदूसरे को देख कर मुसकराए. उस व्यक्ति के हाथ में चिप्स का पैकेट था, जिसे वह अकेले खा रहा था.
”जी, मैं ने अपने दिमाग पर काफी जोर डाला, लेकिन आप को पहचान नहीं पाया’’ देवाशीष ने बात की शुरुआत करते हुए कहा.
”भाईसाहब, मैं भी आप को नहीं जानता हूं. वह तो अकेलेअकेले मैं काफी बोर सा हो रहा था. तभी आप मुझे सामने से दिख गए. इसलिए आप के पास चला आया,’’ अजनबी ने चिप्स का पैकेट देवाशीष की ओर बढ़ाते हुए कहा.
”जी, मेरा नाम देवीसिंह है. मैं यहां बेंगलुरु में एक फर्म में मैनेजर हूं.’’ देवाशीष ने अपना असली परिचय छिपाते हुए दोस्ती का हाथ आगे बढ़ाया.
”देवीसिंहजी, आप से मिल कर बड़ी खुशी हुई. मेरा नाम पवन खत्री है. मेरा यहां पर कंसट्रक्शन का काम है. चलो, एक से दो भले, आप के साथ अब मेरा भी समय यहां पर कुछ देर के लिए अच्छा गुजर जाएगा.’’ पवन ने अपना परिचय देते हुए कहा.
बस, कुछ देर में इन दोनों की अच्छीखासी दोस्ती भी हो गई थी. दोनों करीब एक घंटे तक थीम पार्क में घूमते रहे. आपस में खूब बातचीत भी करते रहे. देवाशीष यानी देवीसिंह ज्यादा बोल नहीं रहा था, वह केवल पवन खत्री की बातों को बड़ी गंभीरता के साथ सुन रहा था. पवन खत्री ने इस बीच देवीसिंह को अपना विजिटिंग कार्ड भी दे दिया था. अब तक वहां पर उन दोनों को काफी देर भी हो चुकी थी.
पुलिस को ऐसे लगी रेव पार्टी की भनक
”देवीसिंहजी, आजकल मैं बहुत ज्यादा बिजी हूं, आप को मैं ने अपना कार्ड तो दे ही दिया है, कल संडे भी है. आप के मनोरंजन के लिए मेरे पास बहुत ही अच्छा प्लान है. आप सुबह १० बजे तक मेरे औफिस पहुंच जाइए. कल आप को मैं जन्नत की सैर जरूर करवा दूंगा.’’ पवन ने उस से हाथ मिलाते हुए कहा.
”पवनजी, मैं समझा नहीं? जन्नत की कैसी सैर करा रहे हैं आप मुझे?’’ देवीसिंह ने पूछा.
”देवीसिंहजी, अभी बातचीत में पता चला कि आप सिंगल हो, आप की शादी तो नहीं हुई है न अभी तक?’’ पवन ने कहा.
”जी, आप सही कह रहे हैं. मैं अभी कुंवारा ही हूं. वैसे घर वाले मेरे लिए लड़की ढूंढ रहे हैं. आप बताओ न, आप मुझे जन्नत की कैसी सैर करवाने वाले हैं?’’ देवी सिंह ने उत्सुकता से पूछा.
”यार देवी सिंहजी, आप जवान हो, अच्छी नौकरी करते हो, मैं तुम्हें नशे और शबाब की ऐसी महफिल में ले चलूंगा, जिस से तुम्हारी रात रंगीन हो जाएगी. बात काफी गोपनीय है, इसलिए जरा मेरे पास आ जाइए.’’ यह कह कर पवन खत्री देवी सिंह के कान में फुसफुसाने लगा था.
रेव पार्टी में दिग्गज ऐक्टर भी थे शामिल
पवन खत्री की सारी बात सुन कर देवीसिंह तो जैसे खुशी के मारे उछल ही पड़ा था, वह पवन खत्री की बात तुरंत मान गया और उस ने इस के लिए औनलाइन उसे एडवांस रकम देनी चाही, पर पवन खत्री ने कहा कि पैसे तो कैश में देने होंगे और इस तरह दोनों की डील पक्की हो गई थी.
दूसरे दिन देवीसिंह ने सारा पैसा नकद पवन खत्री के औफिस में जा कर दे दिया फिर उस ने यह बात बेंगलुरु के डीसीपी (क्राइम II) आर. श्रीनिवास गौड़ा को उन के औफिस में जा कर बता दी. असल में देवाशीष राय पुलिस का एक विश्वस्त मुखबिर था, जिसे पुलिस ने एक खास काम दे रखा था.
डीसीपी के द्वारा यह बात जब बेंगलुरु के पुलिस कमिश्नर बी. दयानंद तक पहुंची तो उन्होंने तुरंत एक विशेष पुलिस टीम का गठन अपर पुलिस आयुक्त (पूर्वी) बेंगलुरु शहर डा. चंद्रगुप्त एवं डीसीपी (क्राइम II) बेंगलुरु शहर आर. श्रीनिवास गौड़ा के नेतृत्व में कर दिया. इस के अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर ने इस विशेष टीम में केंद्रीय अपराध शाखा (सीसीबी) को भी शामिल कर लिया.
बेंगलुरु के बाहरी इलाके अनेकल ताकुल के सिंगोना अग्रहारा गांव में जीएम फार्महाउस में 19 मई, 2024 की रात को पुलिस ने छापा मारा तो वहां से फार्महाउस के मालिक सहित १०४ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया, जिस में तेलुगु अभिनेत्री हेमा का नाम भी था.
एफआईआर के मुताबिक इस रेव पार्टी में 74 पुरुष और 30 महिलाएं शामिल थीं. पुलिस ने पार्टी में शामिल लोगों के पास से 14.4 ग्राम एमडीएमए गोलियां, 1.16 ग्राम एमडीएमए क्रिस्टल, ६ ग्राम हाइड्रो कैनविस, 5 ग्राम कोकीन, कोकीन कोटिंग वाले 500 मूल्यवर्ग के नोट, 6 ग्राम हाइड्रो गांजा, 5 मोबाइल फोन और 2 कारें जब्त कीं.
20 मई, 2024 को तेलुगु अभिनेत्री हेमा ने एक वीडियो जारी करते हुए दावा किया कि वह 18-19 मई, 2024 को बेंगलुरु में कहीं भी नहीं गई थी और हैदराबाद के एक फार्महाउस में आराम कर रही थी. उस ने वीडियो में अपील की, ”मेरे बेंगलुरु में रेव पार्टी में शामिल होने की खबर का बिलकुल भी विश्वास न किया जाए.’’
उस ने मीडिया से बातचीत करते हुए आगे कहा, ”मैं ने कुछ भी गलत नहीं किया है. वे मुझ पर झूठा आरोप लगा रहे हैं, मैं ने ड्रग्स नहीं ली थी. मैं ने हैदराबाद से अपनी वहां मौजूदगी से इंकार करते हुए एक वीडियो भी शेयर किया था, बेंगलुरु से नहीं. मैं ने हैदराबाद में बिरयानी पकाते हुए अपना एक वीडियो भी पोस्ट किया था.’’
इस रेव पार्टी में पुलिस ने टौलीवुड अभिनेत्री आशी राय को भी 22 मई, 2024 को गिरफ्तार किया था. लोकप्रिय तेलुगु अभिनेत्री आशी राय ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिस में उस ने दावा किया कि हालांकि वह पार्टी में मौजूद थी, लेकिन उसे पता नहीं था कि अंदर क्या चल रहा है. उसे रेव पार्टी के बारे में बिलकुल भी पता नहीं था. पुलिस आशी राय से विस्तृत पूछताछ कर रही थी.
अभिनेता श्रीकांत मेका ने क्यों किया अफवाहों का खंडन
कई लोगों को यह खबर सुन कर आश्चर्य हुआ कि बेंगलुरु रेव पार्टी में तेलुगु अभिनेता श्रीकांत मेका को गिरफ्तार किया गया है. कुछ अखबारों व न्यूज चैनल्स ने इस खबर को प्रसारित भी किया था. उस की गिरफ्तारी की खबर जैसे जंगल में आग की तरह फैल गई और तेलुगु सिनेमा उद्योग में तो जैसे हड़कंप ही मच गया था.
इस खबर पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए अभिनेता श्रीकांत ने खुद मीडिया के सामने आ कर गिरफ्तारी की अफवाहों को खारिज किया. उस ने बेंगलुरु रेव पार्टी में अपनी मौजूदगी पर कहा, ”मैं अपने घर के सामने खड़ा हूं और सभी लोग इस की अच्छी तरह से जांच कर सकते हैं. बेंगलुरु में पुलिस द्वारा पकड़े गए रेव पार्टी में अपना नाम देख कर मैं एकदम से चौंक गया था. पहले तो मेरे परिवार के सदस्यों ने इस खबर पर हंसी उड़ाई, लेकिन जब यह खबर बड़े पैमाने पर प्रसारित हुई और यूट्यूब पर भी चलने लगी तो मैं ने स्पष्टीकरण जारी करने का फैसला किया.’’
उस ने आगे कहा, ”मेरे कई मीडिया मित्रों ने मुझे व्यक्तिगत रूप से फोन किया और किसी भी खबर को प्रकाशित या प्रसारित करने से पहले मुझ से पुष्टि की, लेकिन कुछ चैनलों ने तथ्यों की पुष्टि के बिना इसे प्रकाशित और प्रसारित कर दिया. मुझे लगता है कि यह उन की गलती नहीं है, क्योंकि पहली बार जब मैं ने उस व्यक्ति की तसवीर देखी तो वह मुझ से मिलताजुलता सा चेहरा था, हालांकि उस की दाढ़ी थी.
”मैं एक बार फिर स्पष्ट कर रहा हूं कि मुझे रेव पार्टियों में जाने की आदत नहीं है और मुझे नहीं पता इस का क्या मतलब है. कभीकभी मैं जन्मदिन की पार्टियों में चला जाता हूं, लेकिन अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के एक घंटे के भीतर ही वहां से चला आता हूं. मैं मीडिया से अनुरोध करता हूं कि वे किसी भी खबर को प्रकाशित या प्रसारित करने से पहले उस की पुष्टि करें और तथ्यों की पूरीपूरी जांच करें, क्योंकि पहले भी मीडिया ने मेरे बारे में यह अफवाह फैलाई थी कि मैं तलाक ले रहा हूं.’’
तेलुगु अभिनेत्री हेमा क्यों हुई गिरफ्तार
बेंगलुरु सिटी पुलिस द्वारा यह ज्वलंत केस केंद्रीय अपराध शाखा (सीसीबी) को ट्रांसफर कर दिया गया था. केंद्रीय अपराध शाखा (सीसीबी) ने सोमवार 3 जून, 2024 को तेलुगु अभिनेत्री हेमा को अपने कार्यालय में बुलाया. अभिनेत्री ने अपनी पहचान छिपाने के लिए बुरका पहन कर अधिकारियों के सामने अपनी गवाही और स्पष्टीकरण दिया.
सीसीबी ने इस से पहले तेलुगु ऐक्ट्रैस हेमा सहित करीब 8 लोगों को नोटिस भेजा था. अभिनेत्री हेमा द्वारा संतोषजनक जबाब न दिए जाने पर बेंगलुरु पुलिस ने 3 जून, 2024 को ऐक्ट्रैस को गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस के अनुसार इस मामले में ऐक्ट्रैस हेमा को बचाने के लिए तेलंगाना और आंध्र प्रदेश से प्रभावशाली लोगों की ओर से अनावश्यक दबाब भी बनाया जा रहा था. पुलिस जांच से यह भी पता चला कि गिरफ्तार लोगों से की जा रही पूछताछ से ड्रग्स रैकेट का परदाफाश हो सकता है.
पुलिस सूत्रों ने पुष्टि करते हुए बताया कि 50 से अधिक पुरुषों और करीब 30 महिलाओं ने रेव पार्टी में नशीले पदार्थों का सेवन किया था. एंटी नारकोटिक्स विंग इस मामले की गहराई से जांच करने में जुट गई.
सीसीबी के अतिरिक्त आयुक्त डा. चंद्रगुप्त ने कहा कि अभिनेत्री हेमा की गिरफ्तारी मादक पदार्थों के सेवन, छापे के दौरान गलत नाम (कृष्णवेनी), गलत फोन नंबर देने, रेव पार्टी में ड्रग्स के बारे में पहले से ही जानकारी होने और वीडियो बयानों के जरिए जांच को गुमराह करने के प्रयासों के आधार पर की गई है. 4 जून, 2024 को अभिनेत्री हेमा को अनेकल की अदालत में पेश किया गया.
क्या होती है रेव पार्टी
बेंगलुरु में आयोजित रेव पार्टी पर पुलिस द्वारा छापेमारी के बाद बड़ेबड़े महानगरों में होने वाली रेव पार्टियां एक बार फिर चर्चा में आ गई हैं. इन रेव पार्टियों में जम कर नशा होता है और इस के लिए सारे नियमकायदे तोड़ दिए जाते हैं.
करीब 2 साल पहले बौलीवुड अभिनेत्री श्रद्धा कपूर के भाई सिद्धांत कपूर को पुलिस ने बेंगलुरु के एक होटल में चल रही रेव पार्टी में छापेमारी के दौरान हिरासत में लिया था.
बिग बौस विजेता और यूट्यूबर एल्विश यादव के जरिए भी दिल्ली-एनसीआर में होने वाली रेव पार्टियां चर्चा में आ चुकी हैं. महानगरों के होटलों और बड़े शहर से जुड़े इलाकों के फार्महाउस में आमतौर पर रेव पार्टियां आयोजित हुआ करती हैं, जिन में युवाओं की बड़े पैमाने पर भागीदारी होती है.
आमतौर पर ये सभी युवा धनी व बड़े घरों से ताल्लुक रखने वाले होते हैं. एक रात की इन रेव पार्टियों में लाखों रुपए पानी की तरह बहा दिए जाते हैं. जो भी युवा इन पार्टियों में आते हैं वे सभी महंगी गाडिय़ों में आते हैं. और तो और लड़कियों की मौजूदगी भी इन पार्टियों में खूब रहती है.
देश के लगभग सभी बड़े शहरों में इन रेव पार्टियों का चलन बढ़ता ही जा रहा है. इन पार्टियों में २ खास तरह की ड्रग्स का चलन ज्यादा है, जिसे लेने के बाद लोग 6 से 8 घंटे तक आराम से डांस कर सकते हैं. हालांकि ये ड्रग्स बहुत अधिक नुकसानदायक होते हैं. ये दोनों ही ड्रग्स गैरकानूनी हैं. इन्हें न तो बेच सकते हैं और न ही इन का सेवन कर सकते हैं, लेकिन खास बात तो यह है कि रेव पार्टियों में ये ड्रग्स आसानी से उपलब्ध हो जाती हैं.
इन के नाम हैं एसिड और एक्सटेसी. ये दोनों ही ड्रग्स काफी ज्यादा महंगे हैं. जिन के पास पैसे की कोई कमी नहीं होती, वे एसिड व एक्सटेसी जैसी महंगी ड्रग्स खरीद लेते हैं, जिन के पास उतना पैसा नहीं होता वे लोग हशीश या गांजा का सेवन करते हैं.
इन रेव पार्टियों में शराब, ड्रग्स, म्यूजिक और सैक्स का काकटेल होता है. ये पार्टियां बड़े ही गुपचुप तरीके से आयोजित की जाती हैं. वाट्सऐप, टेलीग्राम के जरिए सीक्रेट ग्रुप बना कर इस में लोगों को आकर्षित कर आमंत्रण दिया जाता है. जिन्हें बुलाया जाता है वो सर्किल के बाहर के लोगों को तनिक भी भनक तक नहीं लगने देते.
आमतौर पर ये रेव पार्टियां नशीले पदार्थ बेचने वालों के लिए सब से सुरक्षित व भरोसेमंद जगह होती हैं. इन पार्टियों में 20 हजार, 30 हजार या 60 हजार वाट का म्यूजिक भी नौनस्टाप बजाया जाता है. इस तेज संगीत और नशे के काकटेल में सारे बंधन टूट जाते हैं, जहां फिर युवा नजदीकियां बढ़ा सकते हैं.
अब तो कई जगह इन रेव पार्टियों में तरहतरह के सांपों से दंश ले कर भी नशा कराया जाने लगा है, उस के लिए खासतौर से राजस्थान और देश के अन्य हिस्सों से सांप पालने वाले सपेरे बुलाए जाते हैं, जिन्हें यहां पर आने और लोगों को सांपों से कटाने के लिए मोटी रकम दी जाती है.
ऐसा लगता है कि इन रेव पार्टियों में नशे का कोई अंत ही नहीं है. यहां पर हर तरह का नशा आजमा कर हर तरह की मस्ती की जाती है. इस के लिए विदेशी युवतियां भी हायर की जाती हैं.
इस की भयावहता का दौर 1980 के दशक में ग्रेट ब्रिटेन में शुरू हुआ था, जो धीरेधीरे इतना बढ़ता गया कि लंदन के अधिकांश डांस क्लबों को पीछे छोड़ दिया. इस के बाद डांस क्लबों से निकल कर ये रेव शहर के बाहरी इलाकों के खुले मैदानों में आयोजित की जाने लगी, जिस में हजारों लोग शामिल होने लगे.
इस के बाद धीरेधीरे इन रेव पार्टियों का क्रेज अमेरिकी शहरों में भी देखा जाने लगा, लेकिन धीरेधीरे कई क्रिमिनल भी इस से जुड़ते चले गए. जिन्होंने इस तरह की रेव पार्टियों को कमाई के नजरिए से देखना शुरू कर दिया.
बाकी देशों की तरह यह प्रचलन धीरेधीरे भारत में भी सफल होने लगा. हालांकि इस का मुख्य केंद्र गोवा माना जाता है, जहां पर विदेशी पर्यटकों ने समुद्र के तट को काफी उपयुक्त स्थान पाया, जहां खुले मैदानों में इन पार्टियों को आयोजित किया जाने लगा. बेहद तेज संगीत के शोर, आसानी से उपलब्ध होने वाले ड्रग्स के चलते अमीर परिवारों के अधिकतर युवाओं को रेव पार्टियों ने अपनी पकड़ में ले लिया.
इस के बाद मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरु जैसे शहरों से होते हुए अब यह कल्चर देश के छोटे शहरों को भी अपनी गिरफ्त में लेता जा रहा है. हालांकि भारत में इस तरह की रेव पार्टियां प्रतिबंधित हैं, जहां अवैध तरीके से ड्रग्स का इस्तेमाल किया जाता है. अगर कोई व्यक्ति इस तरह की पार्टी में जाता है या इसे आर्गेनाइज करता है तो गिरफ्तारी के बाद सजा का भी प्रावधान है. यही कारण है कि देश के अलगअलग क्षेत्रों में इस तरह की घटनाओं पर नारकोटिक्स विभाग की अकसर कड़ी नजर रहती है.
कौन है तेलुगु अभिनेत्री हेमा सैयद हेमा का जन्म 20 नवंबर, 1972 को रजोले, पूर्वी गोदावरी, आंध्र प्रदेश में हुआ था. इस के जन्म का नाम कृष्णा वेणी, पूरा नाम कोल्ला हेमा और हेमा सैयद है. छोटी उम्र से ही उसे फिल्में देखने का शौक था और आगे चल कर वह हीरोइन बनना चाहती थी. फिल्मों में काम करने की तीव्र इच्छा होने के कारण वह अपनी मां के साथ मद्रास चली गई और जूनियर आर्टिस्ट सप्लायर गंगा की मदद से उसे छोटेमोटे रोल करने का मौका मिलने लगा.
फिल्म इंडस्ट्री में आने के बाद उस ने अपना नाम बदल कर हेमा रख लिया. उस ने ७वीं कक्षा तक ही स्कूली पढ़ाई की है और अभिनय में व्यस्त होने के कारण आगे की पढ़ाई नहीं कर सकी. हेमा का मानना था कि अगर छोटे किरदारों में अभिनय ठीक ढंग से किया जाए तो बड़े किरदार अवश्य मिल सकते हैं.
अपनी कड़ी मेहनत से वह रामगोपाल वर्मा की फिल्म ‘क्षण क्षणम’ में अभिनेत्री की सहेली के किरदार में चुनी गई. इस फिल्म की अभिनेत्री श्रीदेवी थी और इस किरदार ने उसे खूब नाम दिलाया. हेमा का विवाह 1993 में तेलुगु इंडस्ट्री के जानेमाने फोटोग्राफी निर्देशक सैयद जान अहमद के साथ हुआ.
1993 में शादी से पहले उस ने 100 से अधिक फिल्मों में काम किया. इस बीच उस के एक बेटा समरथ व एक बेटी ईशा का जन्म हुआ. शादी के बाद उस ने लगभग ७ सालों तक अभिनय से दूरी बनाए रखी.
शादी के 7 साल बाद उस ने कृष्णा वामसी द्वारा निर्देशित फिल्म ‘मुरारी’ से अपनी दूसरी पारी शुरू की. उस की दूसरी पारी काफी अच्छी रही, जिस में मुरारी, बालकृष्ण की नरसिम्हा नायडू, जयम मनदेस जैसी हिट फिल्में शामिल हैं. हेमा ने अपनी दूसरी पारी में डेढ़ सौ से ज्यादा फिल्में कीं और कुल मिला कर अब तक 240 से अधिक फिल्मों में काम कर चुकी है.
हेमा 2014 के लोकसभा चुनावों में मंडपेटा निर्वाचन क्षेत्र से मैदान में उतरी, मगर वह चुनाव हार गई थी. हेमा ने तेलुगु फिल्मों में ही नहीं बल्कि हिंदी, तमिल और मलयालम फिल्मों में भी अभिनय किया है. 2016 में वह फिल्म ‘तूतक तूतक तूतिया’ में भी दिखाई दी थी, जिस में सोनू सूद, तमन्ना भाटिया और प्रभुदेवा ने भी अभिनय किया था. इस फिल्म में हेमा ने देव (तमन्ना भाटिया का किरदार) की मां की भूमिका निभाई थी.
2019 में वह तेलुगु रियलिटी शो बिग बौस के तीसरे सीजन में दिखाई दी थी, लेकिन शो के नौवें दिन उसे शो से बाहर कर दिया गया था. हेमा को कई पुरस्कारों से भी सम्मानित किया जा चुका है. तेलुगु अभिनेत्री हेमा ने कभी यह सपने में भी नहीं सोचा होगा कि उम्र के इस पड़ाव में उसे इतनी जलालत का सामना करना पड़ेगा. 3 जून, 2024 को पूछताछ में वह सीसीबी के साथ सहयोग करने में विफल रही. मैडिकल जांच में यह पुष्टि भी हुई कि उस रात हेमा ने ड्रग्स का सेवन किया था.
बेंगलुरु पुलिस की ओर से उसे पहले भी २ बार पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया गया था, लेकिन वह पूछताछ के लिए पेश नहीं हुई थी, अंत में उसे गिरफ्तार कर लिया गया. रेव पार्टी में सैक्स रैकेट का है शक
बेंगलुरु रेव पार्टी में नशीले पदार्थ जब्त किए गए और कुछ गिरफ्तारियां भी की गईं. अब कर्नाटक पुलिस को लगता है कि ड्रग्स के साथसाथ यहां पर सैक्स रैकेट भी चल रहा था. पुलिस अब इस ऐंगल से भी जांच कर रही है. जांच में यह बात भी सामने आई कि इस रेव पार्टी में 200 से अधिक लोग शामिल हुए थे. पार्टी में शामिल कई लोग छापेमारी से पहले चले गए.
पुलिस सूत्रों के अनुसार हर व्यक्ति से इस रेव पार्टी में प्रवेश के लिए 2 लाख रुपए लिए गए थे. पुलिस ने कहा कि उन्हें पूरा संदेह है कि पार्टी आयोजक सैक्स रैकेट भी चला रहे थे. हर चीज की योजना बनाई गई थी और पार्टी में शामिल होने वाले लोगों की सभी मांगें पूरी की गई थीं. कौन है बेंगलुरु रेव पार्टी का मुख्य आरोपी लंकापल्ली वासु बताया जा रहा है कि यह रेव पार्टी लंकापल्ली वासु के जन्मदिन के जश्न की आड़ में एक बहुत बड़े आलीशान तरीके से आयोजित की गई थी, जिस में करीब 50 लाख रुपए खर्च हुए थे.
पुलिस ने रेव पार्टी के मुख्य आरोपी लंकापल्ली वासु को जब गिरफ्तार किया और उस के बारे में विस्तृत जांचपड़ताल की तो उस के काले साम्राज्य का चिट्ठा उजागर हो गया. इस पार्टी का संचालक लंकापल्ली वासु आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा ब्रह्मनगरी मठ स्ट्रीट का निवासी है. वह एक सामान्य परिवार से है, जहां उस की मां डोसा बेच कर अपना गुजारा करती है.
उस के पिता का देहांत हो चुका है. वासु की २ बड़ी बहनें और एक बड़ा भाई है. वह बचपन से ही एक अच्छा क्रिकेटर बनना चाहता था. खेल के प्रति जुनून ने उसे एक सट्टेबाज बना दिया. वह क्रिकेट, हौकी और कबड्डी जैसे प्रमुख खेलों में सट्टेबाज के रूप में काम करता था. लंकापल्ली वासु बेंगलुरु, चेन्नै, मुंबई, विशाखापत्तनम, हैदराबाद, विजयवाड़ा, तिरुपति, चित्तूर, कुरनूल आदि प्रमुख शहरों से सट्टेबाजी का संचालन करता था. उस ने कई राज्यों में सट्टेबाजी का नेटवर्क स्थापित कर रखा है.
केवल विजयवाड़ा में ही उस ने 150 से अधिक सट्टेबाजी के केंद्र स्थापित कर रखे हैं. बाद में उस ने अपने व्यवसाय का विस्तार करते हुए हैदराबाद और बेंगलुरु शहरों में पब चलाए. वासु की पत्नी और 2 बेटियां विजयवाड़ा में रहती हैं. लंकापल्ली वासु जहां भी जाता है, हवाई जहाज में सफर करता है. वह जहां पर भी आताजाता था, एयरपोर्ट पर उस के समर्थकों और लग्जरी कारों की एक बड़ी भीड़ इकट्ठा हो जाती थी. उस के पास करोड़ों मूल्य वाली 4 लग्जरी गाडिय़ां भी हैं, उस का अपना एक आलीशान विला भी है, जिस की कीमत करोड़ों में है.
इसी बीच 3 जून, 2024 को बेंगलुरु पुलिस ने इस सनसनीखेज मामले में बेंगलुरु से एक ड्रग तस्कर को भी गिरफ्तार कर लिया, जिस की पहचान बेंगलुरु के डीजे हाल्ली निवासी उमर शरीफ के रूप में हुई है. पुलिस ने आरोपी उमर शरीफ के पास से 40 एमडीएमए की गोलियां जब्त कीं. पुलिस के मुताबिक आरोपी रेव पार्टी में मौजूद था और आयोजकों ने उसे कई तरह की ड्रग्स सप्लाई करने को कहा था.
राज्य के गृहमंत्री डा. जी. परमेश्वर ने इस घटना के बारे में अपना बयान देते हुए कहा कि सरकार का लक्ष्य कर्नाटक को नशामुक्त राज्य बनाना है और वह किसी भी हालत में इन रेव पार्टियों को बरदाश्त नहीं करेगी. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि जो छात्र पढ़ाई करने के लिए हमारे राज्य में आते हैं और ड्रग्स लेने और उन्हें बेचने में शामिल होते हैं, उन सभी पर कड़ी नजर रखी जा रही है. ऐसे स्टूडेंट्स को उन के राज्यों में वापस भेज दिया जाएगा.
20 मई, 2024 को छापेमारी के दौरान बेंगलुरु पुलिस को एक विधायक और मंत्री (आंध्र प्रदेश) की तसवीर लगी एक कार भी बरामद हुई थी, सीसीबी अब इस बात की जांच कर रही है कि लग्जरी कार का मालिक कौन है और उसे विधायक का स्टीकर कैसे मिला. सीसीबी उन सभी लोगों को नोटिस जारी कर रही है, जो नशे के सेवन के लिए सकारात्मक पाए गए थे.
इस फार्महाउस के मालिक रियल्टी फर्म कानकोर्ड के प्रबंध निदेशक गोपाल रेड्ïडी हैं. लंकापल्ली वासु और गोपाल रेड्ïडी दोस्त हैं. पुलिस ने अब तक तेलुगु अभिनेत्री हेमा (52 वर्ष), लंकापल्ली वासु (35 वर्ष), वी. राणाधीर (43 वर्ष), मोहम्मद अबूबकर सिद्ïदीकी (21 वर्ष), वाई.एम. अरुण कुमार (35 वर्ष), उमर शरीफ (35 वर्ष) को गिरफ्तार कर लिया है.
फार्महाउस इवेंट मैनेजमेंट कंपनी मेसर्स विक्ट्री को किराए पर दिया गया था, जिस का मैनेजमेंट लंकापल्ली वासु कर रहा था, जिस में 19 मई की रात को जन्मदिन की पार्टी रखी थी. कथा लिखी जाने तक तेलुगु अभिनेत्री हेमा सहित अन्य आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. वहीं दूसरी ओर मूवी आर्टिस्ट एसोसिएशन ने भी ऐक्ट्रैस हेमा को फिलहाल सस्पेंड कर दिया है.
(कहानी पुलिस सूत्रों पर आधारित है. तथ्यों का नाट्य रूपांतरण किया गया है. कथा में देवाशीष और पवन खत्री नाम काल्पनिक हैं)