HONEYMOON PHOTOGRAPHER : वेब सीरीज ‘हनीमून फोटोग्राफर’ मालदीव की खूबसूरत पृष्ठभूमि से शुरू होती है. एक दवा कारोबारी का बेटा अधीर अपने हनीमून की फोटोग्राफी के लिए फोटोग्राफर अंबिका (आशा नेगी) को साथ ले कर जाता है, लेकिन मालदीव के समुद्र तट पर अधीर की मौत हो जाती है. यहीं से सीरीज क्राइम थ्रिलर में बदल जाती है. शक अंबिका पर पर होता है. सच्चाई को उजागर करने के लिए अंबिका को धोखे और रहस्यों के जाल से गुजरना होता है.
निर्देशक: अर्जुन श्रीवास्तव, निर्माता: ऋषभ सेठ, वाशिद मलिक और सुष्मिता शेट्टी लेखक: कर्मण्य आहूजा
म्यूजिक: शिवम सेनगुप्ता, अनुज डनैट, ओटीटी: जियो सिनेमा
कलाकार : आशा नेगी, राजीव सिद्धार्थ, अपेक्षा पोरवाल, साहिल सलाथिया, जेन्सन थाम, संवेदना सुवालका, अश्मिता जग्गी, रेमन कक्कड़, ऋतुराज सिंह, सिमरन गंगवानी आदि.
जिओ सिनेमा के प्लेटफार्म पर एक हिंदी लैंग्वेज की सीरीज ‘हनीमून फोटोग्राफर’ 27 सितंबर, 2024 को रिलीज की गई थी. ग्रीन लाइट प्रोडक्शन द्वारा बनाई गई इस मिस्टीरियस कहानी की शुरुआत एक न्यूली वेड कपल से होती है. कहानी में ट्विस्ट इस प्रकार है कि एक शादीशुदा जोड़ा अपने साथ एक फोटोग्राफर को भी हनीमून पर ले जाता है.
मिस्ट्री और थ्रिलर उस समय अपने चरम पर होता है, जब मालदीव के समुद्री तट पर अपने हनीमून पर गए इस शादीशुदा जोड़े को एक बहुत बड़े भीषण दुख से गुजरना पड़ता है और यह दुख होता है हनीमून पर आए न्यूली वेड युवक अधीर का मर्डर होना. इस सीरीज में सस्पेंस इतना दिखाया गया कि इस मर्डर की मिस्ट्री को सुलझातेसुलझाते आप का दिमाग पूरी तरह से घूम जाएगा कि इस बार आप ने ये देखा क्या है.
इस सीरीज में कुल 6 एपिसोड हैं, जिन कह लेंथ लगभग 30 से 35 मिनट की है. सीरीज का कहानी ही हनीमून पर बेस्ड है तो आप को इस में एडल्ट सीन्स भी देखने को मिलेंगे.
एपिसोड नंबर 1
पहले एपिसोड की शुरुआत में मालदीव के समुद्र तट पर कुछ लोग वौलीबाल खेल रहे हैं, तभी एक युवती बाल लेने आगे जाती है तो वहां पर वह एक लाश देख कर बहुत डर जाती है. पुलिस वहां पर आ कर तहकीकात करने लगती है, इस के बाद कहानी 3 दिन पहले शिफ्ट हो जाती है.
प्लेन में एक लड़की अंबिका नाथ (आशा नेगी) जो पेशे से फोटोग्राफर है, उसे एक अधेड़ आदमी फुसलाने की कोशिश करता है, जिस पर गुस्सा हो कर अंबिका उस व्यक्ति पर कौफी गिरा देती है. अगले दृश्य में एक नवविवाहित जोड़े को देखते हैं. युवक का नाम अधीर (साहिल सलाथिया) है, जो इंडिया की एक बहुत बड़ी फार्मा कंपनी के मालिक का इकलौता बेटा है, जबकि उस की नवविवाहिता पत्नी का नाम जोया (अपेक्षा पोरवाल) है.
वे दोनों अपनी शादी का एलबम देख रहे हैं. अधीर सीट से उठ कर अंबिका के पास आ कर उस से बात करने लगता है. अंबिका अधीर और जोया के फोटोशूट करने उन के साथ मालदीव जा रही है, दोनों को बातें करते देख जोया अधीर और अंबिका को संदिग्ध नजरों से देखती है.
अगले दृश्य में अधीर, जोया और अंबिका मालदीव पहुंच जाते हैं और वहां पर अंबिका उन के फोटोशूट करने लगती है. तभी वहां पर एक महिला मालविका (सिमरन गंगवानी) आती है और वह अधीर को एक जोर का थप्पड़ लगा कर कहती है कि तेरी डायबिटीज की दवा फैलीन के कारण मेरी बेटी को हार्ट अटैक आया और वह मर गई. इस के बाद कुछ लोग मालविका को वहां से ले कर चले जाते हैं.
अगले दृश्य में अधीर, जोया और अंबिका होटल में चैकइन करते हैं तो वहां पर अंबिका को एक युवक रिहान (राजीव सिद्धार्थ) मिलता है, जिस से अंबिका पहली नजर में ही प्रभावित हो जाती है.
इस के बाद अंबिका अपने कमरे में आ कर गूगल पर फैलीन दवाई के बारे में जांचपड़ताल करती है कि इस दवाई के दुष्प्रभाव के कारण अधीर के पापा की कंपनी के खिलाफ लोगों का धरनाप्रदर्शन होता है, लेकिन पुलिस मूकदर्शक बनी बैठी रहती है. अब यह कहानी फ्लैशबैक में चली जाती है, जहां अंबिका 9 महीने पहले अधीर और जोया की अच्छीअच्छी फोटो दिखाती है. उस समय वहां पर फोटो देखने के बहाने अधीर अंबिका के करीब आने की कोशिश करने लगता है तो अंबिका गुस्से से आकवर्ड फील कर के वहां से चली जाती है.
अब कहानी एक बार फिर अंबिका और अधीर पर आ जाती है, जहां पर अंबिका के कमरे में आ कर अधीर कहता है कि उस रात हमारे तुम्हारे बीच जो कुछ भी हुआ, उसे मैं भूल नहीं पा रहा हूं. अंबिका उसे समझाती है तो अधीर कहता है कि मैं जोया की ओर से काफी टूट चुका हूं क्योंकि जोया जानबूझ कर मुझ से प्रैग्नेट हुई, ताकि मुझ पर शादी करने का दबाब बना सके. फिर शादी से एक हफ्ता पहले बेबी को अबोर्ट करवा दिया.
इस के बाद अधीर को दिलासा देने जब अंबिका अपने सीने से लगा लेती है तो अधीर फिर उस उत्तेजित कर वासनापूर्ति करने की इच्छा जताता है जिसे अंबिका एकदम मना कर देती है.
अगले दृश्य में अंबिका जोया और अधीर के फोटो चैक करती है, तभी वहां पर रिहान आ जाता है. रिहान वहां पर कंपनी की ट्रिप पर आया हुआ है. दोनों बातें करते हैं, तभी अधीर वहां आ कर अंबिका को फोटोशूट करने के लिए ले जाता है. वहां पर एक दाढ़ी वाला आदमी उन सभी पर नजर रखे हुए दिखाई देता है. इधर रिहान और अंबिका काफी करीब आने लगते हैं, यह देख कर अधीर अपनी बोट से नियंत्रण खो देता है और उस की और जोया की नाव डूब जाती है.
यहां पर अंबिका आ कर जोया को डूबने से बचा लेती है. सभी अपने होटल में आ जाते हैं तो जोया कहती है कि आज फोटोशूट नहीं होगा, क्योंकि उस की तबीयत ठीक नहीं है. तभी वहां पर रिहान आ कर अंबिका से कार में चलने का निमंत्रण देता है. अधीर कहता है कि बार में गेम भी होते हैं तो मैं और रिहान गेम खेलेंगे. यदि रिहान जीत गया तो मैं उसे रोलेक्स घड़ी दे दूंगा.
बार में अधीर और रिहान गेम खेलने लगते हैं तो जोया अंबिका को अपनी जान बचाने का धन्यवाद देती है और उसे बताती है कि यहां मेरी तबीयत खराब है और रिहान को गेम खेलने की पड़ी है. वह अंबिका को बताती है कि अधीर किसी की भी केयर नहीं करता. उस ने तो मेरा उस समय भी ध्यान नहीं रखा था, जब मेरा मिसकैरेज हुआ था. यह सुन कर अंबिका समझ जाती है कि अधीर ने उस से झूठ कहा था कि जोया ने खुद ही बेबी अबोर्ट किया था.
इधर रिहान गेम जीत जाता है तो अधीर उसे अपनी 18 लाख की रोलेक्स घड़ी दे देता है. अंबिका बाथरूम जाती है तो उस के पीछे अधीर आ कर उस से जबरदस्ती करने लगता है तो अंबिका उसे थप्पड़ मार कर कहती है कि यदि आगे कुछ किया तो मैं जोया को सब कुछ बता दूंगी. अगले दृश्य में जोया ड्रिंक कर रही होती है तो अधीर उसे अपने कमरे में ले जाता है. अंबिका और रिहान बातें करने लगते हैं तभी अंबिका का सिर चकराने लगता है और वह बेहोश हो जाती है. दूसरे दिन सुबह अंबिका की आंखें खुलती हैं तो वह अपने कमरे में होती है और उस के सिर पर चोट के गहरे निशान होते हैं.
वह अपना मोबाइल देखती है तो पता चलता है कि उस के मोबाइल से अधीर को मैसेज भेजा गया है. जिस में अधीर को उस ने अपने कमरे में बुलाया था, रात में मिलने के लिए, यह सब देख कर वह भौचक्की रह जाती है. फिर उसे पता चलता है कि अधीर की लाश समुद्री तट पर मिली है. यह सब अपनी आंखों से देख कर अंबिका के होश उड़ जाते हैं और फिर पहला एपिसोड समाप्त हो जाता है.
इस एपिसोड का नाम ‘हनीमून’ रखा गया है. जैसा कि वेब सीरीज का नाम ही हनीमून फोटोग्राफर रखा गया है, उस से यह स्पष्ट ही हो जाता है कि फोटोग्राफर के साथ ही हनीमून की तैयारी होगी. इसी वजह से लेखक और निर्देशक ने एपिसोड के पहले और अंतिम दृश्य में अधीर की लाश दिखा कर सस्पेंस पैदा करने की कोशिश तो की, मगर उस में बुरी तरह से असफल रहा है. पहले एपिसोड में बारबार सैक्स परोस कर उसे प्रस्तुत किया गया है जो नाटकीय सा लगता है. अभिनय की दृष्टि से भी सभी कलाकारों का अभिनय कोई खास नहीं रहा.
एपिसोड नंबर 2
दूसरे एपिसोड का नाम ‘संदिग्ध नंबर 1’ रखा गया है. एपिसोड की शुरुआत में मालदीव की पुलिस को अंबिका और जोया से पूछताछ करते दिखाया गया है. अगले दृश्य में पुलिस अधिकारी जोया और अंबिका के पास आ कर कहता है कि हमें ये केस एक्सीडेंटल डेथ का लग रहा है, इसलिए आप चाहें तो हम आप को अधीर की डैडबौडी बिना पोस्टमार्टम कराए सौंप सकते हैं. तब जोया कहती है कि मैं तो अधीर की बौडी को इंडिया ले जा रही हूं. वहीं पर अब सब कुछ होगा.
जोया और अंबिका अधीर की बौडी ले कर इंडिया आ जाते हैं तो अधीर के मातापिता को इस मौत पर संदेह होने पर वे पुलिस से पोस्टमार्टम कराने की मांग करते हैं. पूरी मीडिया में यह खबर प्रसारित होने लगती है. पुलिस कमिश्नर इस केस को दिव्या (संवेदना सुवालका) को सौंप देते हैं कि अधीर की बौडी में जहर की मात्रा मिली है, इसलिए यह केस मर्डर का लगता है. अगले दृश्य में अंबिका को एक पब में एक म्यूजिशियन मिलता है, जो कालेज में उस का जूनियर होता है, जिस का नाम एल्विन (जेसन थाम) है. वह अंबिका के साथ उस के कमरे में आ जाता है और वहीं पर रात को सो जाता है.
सुबह एल्विन अंबिका से पूछता है कि क्या तुम यहां अकेली रहती हो तो अंबिका उसे झूठ कह देती है कि वह यहां पर अकेली रहती है. इस के बाद एल्विन चला जाता है. अंबिका न्यूज में देखती है कि अधीर का मर्डर हुआ है तो वह घबरा जाती है. अब पुलिस औफिसर दिव्या मालविका से पूछताछ करती है तो वह बताती है कि हां उस ने अधीर को थप्पड़ तो मारा था, लेकिन उस ने उस रात अधीर को होटल के एक कमरे के बाहर अंबिका…अंबिका चिल्लाते हुए सुना था. उस वक्त वह नशे में था, जबकि हम ने न्यूज में तो यह देखा था कि अधीर की पत्नी का नाम तो जोया है.
अगले दृश्य में अधीर के मातापिता अधीर के अंतिम संस्कार के बारे में बातचीत करते हैं कि तभी वहां पर जोया आ जाती है. अधीर के पिता रोमेश (ऋतुराज सिंह) जोया को बिलकुल भी पसंद नहीं करते थे. वह यह भी नहीं चाहते थे कि अधीर जोया के साथ विवाह करे. रोमेश जोया को वहां से दूसरे कमरे में चले जाने को कहते हैं. इस पर अधीर की मां रोमेश से कहती है कि आप यह बात कभी भूलना मत कि एक बार जोया ने ही अधीर की जान बचाई थी.
अगले दृश्य में जोया पुलिस औफिसर दिव्या के पास आ कर बताती है कि अधीर का फोन रिकवर हुआ है, जिस में वह अंतिम समय में अंबिका से बातें करता हुआ पाया गया है.
जोया बताती है कि अंबिका और अधीर के बीच में काफी लंबे समय से अफेयर चल रहा था, इसीलिए अंबिका ने उस रात फोन कर के अधीर को अपने कमरे में बुलाया होगा. इस पर दिव्या कहती है कि अंबिका ने तो यह बताया था कि वह उस रात अपने दोस्त रिहान के साथ में थी और फिर उस रात तुम ने पब में गेम भी तो खेला था.
जोया कहती है कि कौन रिहान? वहां पर तो अंबिका के साथ में कोई था ही नहीं, वह तो झूठ बोल रही है. अब दिव्या को अंबिका के ऊपर शक हो जाता है और वह अपने एक पुलिस अधिकारी के साथ अंबिका को गिरफ्तार करने निकल पड़ती है. फिर अंबिका को एक वेडिंग शूट करते हुए दिखाया गया है. तभी अंबिका की लोकेशन को ट्रेस करते हुए पुलिस औफिसर वहां पर पहुंच जाती है. जैसे ही अंबिका की नजर दिव्या पर पड़ती है तो वह उसे देख कर भागने लगती है. दिव्या अपने साथी के साथ काफी दूर तक उस का पीछा करती है, लेकिन अंबिका वहां से भागने में कामयाब हो जाती है.
अब पुलिस औफिसर दिव्या को पूरा यकीन हो जाता है कि अधीर का मर्डर अंबिका ने ही किया है और इसी के साथ दूसरा एपिसोड समाप्त हो जाता है.
इस एपिसोड में भी काफी खामियां नजर आ रही हैं. इस में मालदीव के पुलिस अधिकारी को यह कहते हुए दिखाया गया है कि यह तो एक एक्सीडेंटल केस है, जोकि बिलकुल भी हजम नहीं होता. विदेश की पुलिस इतनी नाकारा भला कैसे हो सकती है? एक जगह यह दिखाया गया है कि अंबिका की रूम पार्टनर कहती है कि अंबिका तुम बिनकुल भी घबराओ मत, इंडिया की पुलिस इतनी स्मार्ट नहीं है. यह लेखक के दिमाग की उपज साफसाफ दिखाई दे रही है.
तीसरी बात यह है कि रिहान नाम का करैक्टर तो है, लेकिन वह होते हुए भी नहीं दिख रहा है. इस से यह लगता है कि कहीं लेखक इसे भूतप्रेत जैसा सस्पेंस दिखाने की कोशिश करता हुआ लग रहा है. कहानी में कहीं भी ठहराव या विश्वास करने लायक कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा है.
एपिसोड नंबर 3
इस एपिसोड का नाम ‘छिपने की कोई जगह नहीं’ के नाम से रखा गया है. इस एपिसोड की शुरुआत में पुलिस औफिसर दिव्या सभी पुलिस वालों को अंबिका की तलाश में लगा देती है. अगले दृश्य में अंबिका को एक रेस्टोरेंट के वाशरूम में अपना मोबाइल छिपाते हुए दिखाया गया है, जिस से पुलिस उसे तलाश न सके. उस के बाद अंबिका उस पब में आ जाती है, जहां पर उसे मैजीशियन एल्विन मिला था. वह एल्विन से मिलती है तो एल्विन उसे अपने कमरे में ले जाता है और उसे अपने कमरे का सेटअप दिखाता है. जहां पर यह पता चलता है कि एल्विन को मर्डर मिस्ट्री जानने और उसे बताने में काफी खुशी मिलती है.
दोनों आपस में बातें करने लगते हैं. अगले दृश्य में दिव्या के सीनियर अधिकारी दिव्या को डांटते और चेतावनी देते हैं कि इस मर्डर मिस्ट्री को जल्द से जल्द सौल्व करो, नहीं तो यह केस किसी दूसरे पुलिस अधिकारी को सौंप दिया जाएगा. आगे हम देखते हैं कि जोया न्यूजपेपर में देख रही है कि अखबार में अंबिका की फोटो छपी है और पुलिस को उसी के ऊपर मर्डर का शक है.
इधर दूसरी ओर एल्विन एक स्टोर रूम में खरीदारी करने आता है तो वह न्यूजपेपर में अंबिका की संदिग्ध हत्यारे के रूप में फोटो देख लेता है. वह अपने कमरे में आ कर अंबिका से जब सवालजवाब करने लगता है तो अंबिका उसे बताती है कि मैं ने कुछ भी नहीं किया है. मैं गरीब हूं, मेरा अपना कोई नहीं है इसलिए मुझे इस केस मर्डर केस में फंसा दिया गया है. पुलिस हाथ धो कर मेरे पीछे पड़ी है. वे मुझे अब जेल में डाल देंगे और मुझे बचाने कोई भी नहीं आएगा.
तब एल्विन उस से कहता है कि हम दोनों मिल कर उस खूनी को ढूंढेंगे और वह अंबिका से यह भी कहता है कि वह कालेज लाइफ से ही अंबिका को बहुत पसंद करता था, इसलिए तुम्हारे लिए मैं कुछ भी कर सकता हूं. एल्विन फिर अपना दिमाग दौड़ाता है और अधीर से जुड़े लोगों से अपना एक विचार व्यक्त करते हुए कहता है कि मुझे तो लगता है कि इस मर्डर के पीछे जोया का हाथ हो सकता है. इस पर अंबिका उसे बताती है कि मुझे तो ऐसा बिलकुल भी नहीं लगता, क्योंकि जोया ने ही तो खुद उस की और अधीर की हनीमून फोटोशूट करने के लिए मुझे हायर किया था.
एल्विन और अंबिका अब अधीर की शोकसभा में पहुंच जाते हैं. यहां पर एल्विन अधीर का एक पुराना दोस्त बन कर वहां पर जाता है. एल्विन का वहां पर जाने का असली प्लान यही था कि किसी भी तरह जोया का मोबाइल चुराना है और हथियाना है. वैसे भी एल्विन एक मैजीशियन था. एल्विन अपने प्लान के मुताबिक शोकसभा के अंदर प्रवेश करता है और जोया से बातें करने लगता है.
जोया को उस पर शक होने लगता है. शोकसभा में पुलिस अधिकारी और दिव्या भी वहां पर आ कर रोमेश से मिलते हैं. तब रोमेश उन्हें धमकी देते हुए कहता है कि बेटे के खूनी को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर लो, नहीं तो अच्छा नहीं होगा. अब जोया शोकसभा से जाने लगती है तो प्लान के मुताबिक एल्विन उस से टकरा जाता है और उस का मोबाइल चुरा लेता है. उस के बाद एल्विन और अंबिका एल्विन के कमरे में आ जाते हैं.
जोया का मोबाइल एल्विन अनलौक कर देता है, तब अंबिका मैसेज में देखती है कि आज जोया किसी से मिलने एक होटल में जाने वाली है. एल्विन और अंबिका जोया का पीछा करते हुए होटल में पहुंच जाते हैं. वहां पर जोया एक युवक से गले मिलती है, जब अंबिका छिप कर खिड़की से देखती है तो वह युवक रिहान होता है. उसे देख कर अंबिका के होश ही उड़ जाते हैं और वह एल्विन से कहती है कि रिहान ही जुबिन निकला. तभी रिहान उर्फ जुबिन की नजर खिड़की पर पड़ जाती है वह अंबिका को पहचान लेता है और उस के पीछे भागता है तो फिर वहां पर सब का आमनासामना हो जाता है. इस के बाद एपिसोड नंबर 3 का भी समापन हो जाता है.
इस तीसरे एपिसोड में भी दर्शकों को प्रभावित करने के लिए कुछ भी नया नहीं है. जिस तरह से लेखक और निर्देशक ने मिस्ट्री और सस्पेंस को क्रिएट करने की कोशिश की है, उस को एक छोटा बच्चा भी देख कर यह आसानी से समझ सकता है कि आगे क्या होने वाला है या क्या अब तक हो चुका है.
इस एपिसोड में एल्विन और अंबिका शोकसभा में साथसाथ जाते हैं. एल्विन ने अंबिका का लुक चेंज कराने की कोशिश भी की है, लेकिन वहां पर अंबिका कहां पर थी और क्या कर रही थी, इसे दिखाने में लेखक और निर्देशक असफल रहे हैं. इस एपिसोड में एक और चूक यह हुई है कि सीन में पहले जोया को किसी दोस्त के साथ मैसेज कर के मिलने को दिखाया गया है, जबकि उस के बाद एल्विन और अंबिका यह प्लान बनाते हैं कि अब हमें जोया को ट्रैक करना है.
अभिनय की दृष्टि से भी इस एपिसोड में कोई भी कलाकार अपनी दमदार छवि प्रस्तुत करने में असफल रहे हैं.
एपिसोड नंबर 4
इस एपिसोड का नाम ‘राज खुल गए’ रखा गया है. एपिसोड की शुरुआत में 4 महीने पहले का सीन दिखाते हैं, जहां जुबिन यानी रिहान जेल में है और जोया उस से मिल कर कहती है कि एक करोड़पति अधीर से शादी करने वाली हूं, फिर हमें पैसे की कमी नहीं रहेगी. इस के बाद दृश्य में फिर वर्तमान आ जाता है जहां जोया अंबिका को अपने रूम में एल्विन के साथ ले जाती है और बताती है कि जुबिन उर्फ रिहान उस का भाई है, जो 2 महीने पहले ही जेल से छूटा है. इस के बाद स्टोरी फिर बैकग्राउंड में पहुंच जाती है.
जोया और जुबिन प्लान बनाते हैं कि अंबिका को अधीर के मर्डर में फंसा दिया जाए. फिर जुबिन बताता है कि उस रात ड्रिंक्स में उस ने अंबिका को बेहोशी की दवा डाल दी थी. अंबिका के बेहोश होने के बाद जुबिन उसे उस के कमरे में ले कर आ गया और फिर अंबिका के मोबाइल से मैसेज कर के अधीर को अंबिका के कमरे में बुला लिया.
प्लान यह था कि अधीर के आते ही जुबिन उस का वहीं पर मर्डर कर देगा और पीछे के रास्ते से भाग जाएगा. उस के बाद आगे जोया बताती है कि मैं ने ही यह प्लान ड्रौप कर दिया, क्योंकि तुम ने मेरी जान बचाई थी. यह सब सुन कर अब अंबिका पुलिस को सब कुछ बताने की बात कहती है तो जोया उसे कहती है कि मुझे अधीर के मर्डर केस में उस के पापा रोमेश का हाथ नजर आ रहा है, क्योंकि वह अपने दाढ़ी वाले आदमी से किसी पेनड्राइव के बारे में बात कर रहे थे.
जोया कहती है कि वह और जुबिन उसी पेनड्राइव को ढूंढ रहे हैं. तुम हमें केवल 2 दिन का टाइम दे दो. तीसरे दिन तुम पुलिस को सब कुछ बता देना. अगले दृश्य में दिव्या के असिस्टेंट कांस्टेबल रफीक को एक वीडियो मिलती है, जिसे देख कर वह दिव्या से कहता है कि अंबिका इस केस में खूनी नहीं लगती, क्योंकि उस के खिलाफ हमें अभी तक भी कोई सबूत नहीं मिला है. अधीर की मां की तबीयत खराब होने के कारण जोया उन की सेवा करने लगती है तो अधीर के पिता रोमेश उस के ऊपर तंज कसते हैं. अधीर को नशे की बुरी लत लग गई थी, जो जोया ने छुड़वाई थी, इसलिए अधीर की मां जोया को पसंद करती थी.
जोया अब रोमेश के जाते ही पेनड्राइव ढूंढने लगती है, तभी उसे अधीर के पर्स में एक स्विमिंग क्लब का कार्ड मिलता है तो वह तुरंत अंबिका को बताती है कि अधीर के स्विमिंग क्लब में उस का एक लौकर है. हमें वहां जा कर पेनड्राइव ढूंढना होगा. अगले दृश्य में लोग रोमेश की फार्मा कंपनी के खिलाफ आंदोलन करते दिखाई देते हैं. अगले दृश्य में दिव्या और उस की टीम के लोग अधीर के पिता रोमेश से पूछताछ करते हुए कहते हैं कि अधीर ने पुलिस कमिश्नर और एसआईटी की टीम को यह बात बताई थी कि उन की फार्मा कंपनी की फेलियन दवाई के साइड इफैक्ट के बारे में आप को पूरा पता था, लेकिन फिर भी आप ने उस दवाई को बेचनी जारी रखी थी.
दिव्या आगे रोमेश से कहती है कि अधीर ने इस दवाई के बारे में पूरी जानकारी एक पेनड्राइव में डाली थी, जिसे वह एसआईटी की टीम को देने वाला ही था कि तभी उस का मर्डर हो गया. यह पेनड्राइव आप को पूरी तरह से बरबाद कर सकती थी. रोमेश यह सब सुन कर चुप्पी साध लेता है. असल में पुलिस अधिकारी को रोमेश के अधीर मर्डर पर शक था. अब दिव्या अपनी टीम के साथ वहां से चली जाती है.
अगले सीन में रोमेश अपने दाढ़ी वाले आदमी से कहता है कि पेनड्राइव किसी भी तरह दिव्या के हाथ नहीं लगनी चाहिए. इधर अब एल्विन, जोया, अंबिका और जुबिन उस पेनड्राइव को ढूंढने स्विमिंग पूल के लौकर पर आते हैं. तभी क्लब की एक महिला कर्मचारी अंबिका को पहचान लेती है और पुलिस को फोन कर देती है. तभी वहां अधीर का लौकर चैक करने रोमेश का आदमी भी आ जाता है. यह सब जुबिन छिप कर देख रहा होता है. जोया जब स्विमिंग पूल के लौकर को चैक करती है तो वह खाली मिलता है, जिसे देख कर अब जोया के होश ही उड़ जाते हैं और इसी के साथ चौथा एपिसोड भी समाप्त हो जाता है.
यदि हम वेब सीरीज HONEYMOON PHOTOGRAPHER ‘हनीमून फोटोग्राफर’ के चौथे एपिसोड का विश्लेषण करें तो इस में सारी चीजें अच्छी नहीं रहीं. लेखक और निर्देशक ने सस्पेंस पैदा करने की अपनी ओर से भले ही भरपूर कोशिश की, लेकिन वह इस में सफल नहीं हो पाए हैं. इस एपिसोड में औसत से भी नीचे का अभिनय रहा. बैकग्राउंड म्यूजिक में एकरूपता भी नहीं दिखी. बारबार कहानी को बैकग्राउंड में ले जा कर कहानी को और भी नीरस बना दिया गया.
एपिसोड नंबर 5
एपिसोड नंबर 5 का नाम ‘रन पर’ रखा गया. एपिसोड की शुरुआत में दिव्या अंबिका को गिरफ्तार करने निकलती है. अगले सीन में एल्विन को अधीर के लौकर से पेनड्राइव मिल जाता है और वह वहां से भागते हैं तो सामने रोमेश का आदमी अरविंद दिख जाता है, इसलिए वे सब पीछे के दरवाजे से भाग जाते हैं. सब से पहले एल्विन भाग जाता है.
एल्विन जोया और अंबिका को एक गाड़ी में ले कर भाग जाता है, जिसे दिव्या देख लेती है और पीछा कर एल्विन की गाड़ी को पकड़ लेती है तो गाड़ी में अंबिका और जोया नहीं मिलते. एल्विन को दिव्या गिरफ्तार कर लेती है. अब हम आगे देखते हैं कि एल्विन ने गाड़ी से जोया और अंबिका को पहले ही उतार दिया था, जिस से वह वहां से भाग सकें. अगले दृश्य में जोया जुबिन को बुला लेती है और फिर जोया अंबिका और जुबिन को अधीर के एक फार्महाउस में ले जाती है. वे अब वहीं पर रहने लगते हैं.
रोमेश अपने आदमियों पर पेनड्राइव के लिए भड़कता है. वहीं दिव्या के पास मालदीव के फार्महाउस के फुटेज आ जाते हैं, जिसे देख कर उसे लगता है कि अंबिका सचमुच एक युवक के साथ थी. अगले दृश्य में अंबिका और जोया पेनड्राइव को खोल कर देखते हैं तो उस में रोमेश अधीर से कह रहा होता है कि भले ही इस दवाई के बुरे साइड इफेक्ट हैं, मगर हम इसे बेच कर बेशुमार दौलत कमा सकते हैं. सीनियर अधिकारी अब दिव्या से केस ले कर इस केस की विवेचना दूसरे औफिसर को सौंप देते हैं, जिस के कारण दिव्या निराश हो जाती है.
अगले दृश्य में जोया और अंबिका आपस में अपनी निजी बातें शेयर करते हैं. यहां पर अंबिका जोया से कहती है कि मुझे तो जुबिन पर भी शक है कि कहीं यह पेनड्राइव रोमेश को दे कर पैसे के लिए हम दोनों को ही मार सकता है. जोया कहती है कि वह तो मेरा भाई है. एक बार मुझ से एक्सीडेंट में एक लड़की की मृत्यु हो गई थी, जिस में जुबिन ने केस अपने ऊपर ले कर जेल की सजा भी काटी थी. मगर अंबिका कहती है वह एक सनकी इंसान है. कुछ भी कर सकता है. तभी जुबिन के बैग से कुछ गिरता है, जिसे देख कर अंबिका और जोया चौंक जाते हैं.
अगले दृश्य में जोया बातों ही बातों में जुबिन से पूछती है कि आगे क्या प्लान है? तब जुबिन बताता है कि मैं ने रोमेश से फोन पर बात कर ली है. वह 10 करोड़ रुपए देने को तैयार है. बदले में में उसे यह पेनड्राइव देनी है, यह कह कर जुबिन पेनड्राइव छीनने लगता है. तभी जोया एक भारी चीज जुबिन के सिर पर मार कर उसे बेहोश कर देती है, क्योंकि जोया अब यह समझ चुकी थी कि जुबिन कभी भी किसी का नहीं हो सकता.
अगले दृश्य में पुलिस अधिकारी दिव्या अपने घर पर उदास बैठी है, तभी उस का पति वहां पर आ कर अब तक की गलतियों के लिए माफी मांगता है, जिसे इमोशनल हो कर दिव्या माफ भी कर देती है. अगली सुबह दिव्या को कांस्टेबल रफीक का फोन आता है, उसे थाने में बुलाया गया है. दिव्या थाने जाती है तो उसे पता चलता है कि थाने में अंबिका और जोया कुछ कनफैस करने आए हुए हैं और यहीं पर पांचवां एपिसोड समाप्त हो जाता है.
इस एपिसोड में भी ऐसा कोई खास नहीं है, जो दर्शकों को बांध कर रख सके या प्रभावित कर सके. इस एपिसोड में पुलिस औफिसर दिव्या के पति को लगता है जबरदस्ती ठूंसा गया है. वह कौन है, क्या करता है, उस ने पास्ट में अपनी पत्नी या परिवार के साथ क्या गलतियां की हैं, कुछ तक नहीं दिखाया गया है. एल्विन ने अंबिका और जोया को पुलिस टीम द्वारा पीछा करने के बावजूद भी बीच में कब और कहां उतार दिया, यह सीन भी पूरी तरह नहीं दिखाया गया है. निर्देशन की दृष्टि से भी पांचवां एपिसोड प्रभावित करने में पूरी तरह से असफल रहा है.
एपिसोड नंबर-6
वेब सीरीज ‘हनीमून फोटोग्राफर’ के छठें व अंतिम एपिसोड का नाम ‘केस क्लोज्ड’ रखा गया है. एपिसोड की शुरुआत में अंबिका जोया को बताती है कि जुबिन ही उस से रिहान बन कर मिला था. उस के बैग में थैलियम मिला था, इसलिए उसी ने आधार का मर्डर किया है. यह बात जोया मान लेती है, पुलिस पूछताछ में जोया बताती है कि जुबिन उस का भाई है, जो एक लड़की को कार से मारने के जुर्म में जेल भी जा चुका है.
जोया पूछताछ में पुलिस को झूठी कहानी बताती है कि मेरे भाई जुबिन को पैसे चाहिए थे, जो मैं ने दिए नहीं, इसलिए उस ने गुस्से में आ कर मेरे पति अधीर का मर्डर कर दिया. तब पुलिस औफिसर दिव्या को उस के बयान पर यकीन हो जाता है, अब पुलिस हर जगह जुबिन की तलाश करने लगती है. दिव्या पूछती है कि तुम दोनों स्विमिंग पूल में क्यों गए थे तो तब अंबिका कहती है कि हम पेनड्राइव ढूंढने गए थे, मगर हमें मिली नहीं. यहां पर अंबिका एकदम से झूठ बोल देती है. दिव्या कहती है कि इस वक्त हमारे पास जुबिन के खिलाफ कोई भी पुख्ता सबूत नहीं हैं. इसलिए अब वह अंबिका और जोया को जुबिन के पकड़े जाने तक हिरासत में ले लेती है.
जब जोया और अंबिका पुलिस हिरासत में होते हैं तो अंबिका जोया से कहती है कि हमें जेल से बाहर केवल रोमेश ही निकाल सकता है. जोया रोमेश को फोन कर के बताती है कि पेनड्राइव मेरे पास है, तुम मेरी बेल करा दो. रोमेश वकील भेज कर जोया की जमानत करा देता है. पुलिस अधिकारी अब अंबिका और एल्विन को भी सबूत न होने के कारण जेल से रिहा कर देते हैं.
अगले दृश्य में एल्विन, जोया और अंबिका एक स्थान पर हैं, तब एल्विन जोया से पेनड्राइव के बारे में पूछता है तो जोया बताती है कि पेनड्राइव मैं ने और अंबिका ने जिस के वाशरूम में छिपा रखी है, अब जोया अंबिका के रूप में आ जाती है और उस से रूम शेयर के लिए कहती है, जिसे अंबिका मान लेती है. जोया पूछती है कि तुम्हारी कोई रूम पार्टनर तो नहीं है तो अंबिका मना कर देती है. वह अपनी रूम पार्टनर के बारे में किसी को भी नहीं बताना चाहती है. सुबह जब जोया जिम जाने के लिए निकलती है तो जोया देखती है कि अंबिका से मिलने कोई आई थी, जिस से अंबिका कुछ बड़ा करने के बारे में बात कर रही थी.
अब अंबिका अपने लैपटाप से पेनड्राइव की सारी इनफौरमेशन सभी न्यूज चैनल्स को भेज देती है. यानी कि पेनड्राइव अंबिका ने चुरा ली थी. यह खबर अब सारे न्यूज चैनल्स में आ जाती है. तब गलत दवा के द्वारा इतने सारे लोगों को मारने के जुर्म में पुलिस रोमेश के घर पर आ कर उसे गिरफ्तार कर लेती है. जब जोया जिम के वाशरूम में पेनड्राइव नहीं देखती तो वह अंबिका के पास आ कर उस पर भड़कने लगती है.
तभी वहां पर जुबिन एल्विन को ले कर आ जाता है और पिस्तौल दिखा कर अंबिका से कहता है कि तुम ने ही मुझे इस मर्डर में फंसाया है और मेरे बैग मैं भी तुम ने ही थैलियम रखा था. बताओ, अब तुम्हारा आगे का क्या प्लान है. तब अंबिका कहती है कि आज मुझे सब कुछ अब सचसच बताना ही होगा और फिर वह अपने कमरे में आ कर अपनी रूममेट से बातें करने लगती है, जिसे कोई भी नहीं देख पाता. दरअसल, ये रूममेट वाला कांसेप्ट अंबिका की अपनी खुद की ही एक इमैजिनेशन है. अब अंबिका कमरे में आ कर बताती है कि जब मैं छोटी थी, तभी रोमेश की फार्मा कंपनी की दवाई के सेवन से उस की मां की मौत हो गई थी, जो मेरी रूममेट है वह मेरी मां ही है. असल में अंबिका अपनी मां को कभी भूल ही नहीं पाई और अपने दिमाग में अभी भी वह रूम पार्टनर के तौर पर एक इमैजिनेशन के कारण अपनी मां को ही देखती थी.
हम लोग गरीब थे, इसलिए रोमेश को अमीर होने के कारण पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी. अंबिका आगे बताती है कि पहले मैं वेडिंग फोटोग्राफर बनी और मैं ने अधीर को अपने रूपजाल में फंसाया. उस दिन मैं ने अधीर के ड्रिंक्स में जहर मिलाया भी था कि तभी जोया वहां पर आ गई और मेरा प्लान फेल हो गया. उस के बाद जोया ने खुद अंबिका को अपनी और अधीर के हनीमून फोटोग्राफ्स के लिए हायर कर लिया तो उसे एक मौका अपने आप मिल गया.
अंबिका ने बताया कि उस रात बार में अधीर ने अपनी ड्रिंक्स पी ली तो मैं ने जानबूझ कर जोया का बैग नीचे गिरा दिया. सब का ध्यान वहां पर था तो मैं ने इसी बीच अधीर की ड्रिंक्स में थैलियम मिला दिया था. उस के बाद अंबिका रिहान के साथ बीच पर चली गई थी और फिर अपने कमरे में जा कर भी काफी शराब पी ली थी. उस के बाद वह बीच में गया और उस की मौत हो गई.
यह सब सुन कर जुबिन पिस्तौल से अंबिका पर गोली चलाने वाला ही होता है कि तभी अंबिका उस के हाथ को ऊपर की ओर कर देती है. गोली टकरा कर एल्विन की कुहनी पर लग जाती है और वह बेहोश हो जाता है.
अब अंबिका जुबिन से कहती है तूने ये कांड और कर दिया. पुलिस तो तेरे पीछे पहले से ही पड़ी है. जुबिन जोया को ले कर वहां से यह कहते हुए भाग जाता है कि अंबिका मैं तुझे छोड़ूंगा नहीं. अंबिका पुलिस औफिसर दिव्या को वहां पर बुला लेती है और उसे झूठी कहानी सुनाते हुए कहती है कि जुबिन ने उसे बंदी बना लिया था और उस ने अंबिका पर गोली चलाई. लेकिन गोली एल्विन को लग गई और वह बुरी तरह से घायल हो गया है.
अगले दिन अंबिका अपना सामान पैक कर कहीं जा रही है और अगले दृश्य में जुबिन और जोया अंबिका को फंसाने का प्लान सोच रहे हैं. उधर दिव्या न्यूज पर धरनाप्रदर्शन का न्यूज देखती है तो उसे उन के बीच अंबिका भी दिखाई देती है. तब दिव्या समझ जाती है कि अवश्य ही अंबिका का कोई करीबी इस दवा के सेवन से मरा होगा और यह सारी प्लानिंग अंबिका की ही हो सकती है. वहीं अब हम अंबिका को देखते हैं जो इंडिया को छोड़ कर किसी दूसरे देश में आ चुकी है. शायद उस का मकसद पूरा हो गया और इसी के साथ छठा और अंतिम एपिसोड भी समाप्त हो जाता है.
यदि छठें और अंतिम एपिसोड की बात करें तो यहां पर भी लेखक और निर्देशक ने काफी भ्रांतियां पैदा कर दी हैं. इस में यदि पुलिस औफिसर दिव्या को एक बार इस केस से निकाल कर दूसरे अधिकारी को इस केस की विवेचना का काम सौंप दिया गया है तो दिव्या इस केस की जांच क्यों और कैसे कर रही है, इसे समझाने में लेखक और निर्देशक पूरी तरह से असफल रहे हैं. दूसरी बात इस एपिसोड में यह दिखाई गई कि जोया और अंबिका को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था, फिर जोया अपने मोबाइल फोन से अपने ससुर रोमेश को भला कैसे फोन कर सकती है?
एक तरफ तो जोया के ससुर वकील के माध्यम से अपना बहू जोया की जमानत करा रहे हैं, दूसरी तरफ ये दिखाया गया है कि पुलिस एल्विन और जोया को जेल से रिहा कर रही है. यह बात बिलकुल भी गले से उतर नहीं पाती. यदि हम पूरी वेब सीरीज का विश्लेषण करें तो सीरीज का पहला एपिसोड आप को एक छोटी सी उम्मीद बंधाता है कि आगे के एपिसोड कुछ रोमांचक या दिल को छूने वाली कहानी या अभिनय देखने को मिल सकता है, लेकिन जैसेजैसे इस की कहानी आगे बढ़ती है, दर्शकों की यह उम्मीद भी खत्म हो जाती है. आजकल के जमाने में दर्शक एक से बढ़ कर एक मर्डर मिस्ट्री की वेब सीरीज देख चुके हैं. ऐसे में ‘हनीमून फोटोग्राफर’ की कहानी उन सब के मुकाबले बेहद ही साधारण लगती है.
सीरीज की प्रोडक्शन वैल्यू भी कुछ खास नहीं है, जिस से यह वेब सीरीज थकीथकी सी और फीकी लगने लगती है.
आशा नेगी
अभिनेत्री आशा नेगी का जन्म 23 अगस्त, 1989 में उत्तराखंड में हुआ था. इस के पापा का नाम एल.एस. नेगी एवं मम्मी का नाम बीना नेगी है. वर्ष 2003 में आशा नेगी को मिस उत्तराखंड का खिताब मिला था. उस के बाद वह अपना अभिनय करिअर बनाने के लिए मुंबई चली गई. वर्ष 2010 में आशा नेगी ने ‘सपनों से भरे नैना’ में मधुरा की भूमिका के साथ टेलीविजन पर अपनी शुरुआत की थी. इस के बाद 2011 में सोनी टीवी पर एकता कपूर के ‘बड़े अच्छे लगते हैं’ में अपेक्षा मल्होत्रा के रूप में दिखाई दी. 2013 में आशा नेगी ने अपने ‘पवित्र रिश्ता’ सीरियल के सहकलाकार और पार्टनर ऋत्विक धनजानी के साथ डांस रियलिटी शो ‘नच बलिए 6’ जीता.
इस के अलावा उस की अन्य भूमिकाएं जी टीवी पर सुहाना कल्पना के रूप में ‘एक मुट्ठी आसमान’ और स्टार प्लस पर कोयल के रूप में ‘कुछ तो है तेरे मेरे दरमियान’ में थी. उस के बाद आशा नेगी ने कलर्स टीवी पर ‘फीयर फैक्टर खतरों के खिलाड़ी 6’ में भाग लिया. 2019 में आशा नेगी को HONEYMOON PHOTOGRAPHER वेब सीरीज ‘बारिश’ में गौरवी कर्माकर के रूप में दिखाया गया था. इस के बाद अनुराग बसु के निर्देशन में बनी ‘लूडो’ फिल्म से हिंदी फिल्म में डेब्यू किया, जिस में उस ने सहायक भूमिका निभाई थी.
इस के अलावा उस ने ‘कालर बम’ में भी अभिनय किया था. आशा नेगी ने वर्ष 2013 में ‘पवित्र रिश्ता’ के कोस्टार ऋत्विक धनजानी के साथ रिश्ता शुरू किया था. उस के बाद 7 साल की डेटिंग के बाद उन का ब्रेकअप हो गया. आशा नेगी ने वेब सीरीज ‘बारिश’, ‘प्यार का पंगा’, ‘अभय’, ‘ख्वाबों के परिंदे’, ‘प्रतिमा प्रबंधक’, ‘तितलियां’ में भी काम कर चुकी है.
साहिल सलाथिया
अभिनेता साहिल सलाथिया का जन्म 13 अप्रैल, 1990 को जम्मू में हुआ था. वह एक राजपूत डोंगरा परिवार से है. साहिल ने अपनी स्कूली शिक्षा दिल्ली के एपीजे स्कूल से की है और वह पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ से सौफ्टवेयर इंजीनियर है. इस के अलावा साहिल बैरी जौन एक्टिंग स्कूल से प्रशिक्षित अभिनेता भी है.
साहिल ने हांगकांग में मिस्टर एशिया 2012 में भारत का प्रतिनिधित्व किया और 32 एशियाई और यूरो एशियाई देशों के बीच फाइनलिस्ट (शीर्ष 5) में शामिल था. साहिल कई लोकप्रिय ब्रांडों का चेहरा रहा है और भारत में लगभग 50 प्रमुख ब्रांडों के लिए ब्रांड अभियान भी किए हैं. उस ने भारत और विदेशों में 20 से अधिक विज्ञापन भी किए हैं. टेलीविजन की दुनिया में वर्ष 2014 में ‘एवरेस्ट’, 2016 में ‘पीओडब्लू-बंदी युद्ध के’ और 2020 में ‘हंसमुख’ में प्रमुख भूमिका निभा चुका है. वर्ष 2019 में ‘पानीपत’ फिल्म में उस ने शमशेर बहादुर की भूमिका निभाई थी. वर्ष 2020 में साहिल वेब सीरीज ‘पौरुषपुर’ में भानु की भूमिका और 2020 में ही ‘कौन बनेगी शिखरवती’ में काम भी कर चुका है.
इस के अलावा अभिनेता साहिल प्रमुख ब्रांड आइडिया सेलुलर, टाटा इंडिकौम, किंगफिशर, बिग बाजार और मर्सिडीज बेंज में मौडलिंग कर चुका है. उस के नवीनतम टेलीविजन विज्ञापनों में टाटा टेटली ग्रीन टी, लावा मोबाइल फोन, टाटा इंडिका, सैमसंग लैपटाप और लूप मोबाइल शामिल हैं.