संजय रौय वह आरोपी है, जिसे कोलकाता (kolkata) में एक लेडी डौक्टर के साथ हुए निर्भया जैसे रेप कांड में दोषी ठहराते हुए अदालत ने उम्र कैद की सजा सुनाई अगस्त महीने में पूरे देश में चर्चा में आई इस घटना के बारे में जिसने भी सुना उसका दिल दहल गया. संजय पर उस लेडी डौक्टर के साथ वीभत्स तरीके से रेप कर मारने का आरोप लगा था.
अदालत ने केस को दुर्लभ नहीं माना
कोलकाता (kolkata) में संजय रौय ने 9 अगस्त 2024 को एक ट्रेनी डौक्टर के साथ रेप किया और उसके बाद मर्डर कर दिया. अब संजय रौय को कोर्ट ने उम्र कैद की सजा सुनाई है. यह फैसला सियालदाह की अदालत ने सुनाया है. इस मामले में पीड़ित परिवार और सीबीआई ने फांसी की मांग की थी. लेकिन अदालत ने फांसी की सजा न सुनाकर अपराधी संजय को उम्र कैद की सजा सुनाई और 50 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया है. अदालत ने इस मामले को दुर्लभ नहीं माना है इसलिए कोर्ट ने फांसी की सजा नहीं सुनाई. संजय रौय ने बहुत ही
मुझे फंसाया गया- संजय का दावा
फैसला सुनाने से पहले जज ने संजय रौय से कहा कि तुम पर लगाए गए रेप और मर्डर के आरोप शामिल हो चुके हैं. इस फैसले पर संजय रौय ने दावा किया कि मुझे फंसाया गया है. संजय ने कहा कि मैं रुद्राक्ष की माला पहनता हूं. अगर मैंने अपराध किया होता तो क्राइम सीन में मेरी माला टूट चुकी होती. संजय ने आरोप लगाया कि मुझे जबरदस्ती कागजातों पर साइन करवाया गया और मुझे अपनी बात रखने का मौका नहीं दिया गया.
फैसला सुनाते समय जज ने कहा कि तुम्हें दोषी ठहराया गया है. मैंने तुम्हें अपनी बात करने के लिए पूरा समय दिया था. तुम्हारी सभी बातें सुनी गई पर सभी गवाह, सबूत, दस्तावेजों के आधार पर तुम्हें दोषी पाया गया है इसलिए तुम्हें यह सजा सुनाई गई है.
सीबीआई के वकील की मांग, फांसी दो
सीबीआई के वकील ने इसे गंभीर मामला बताते हुए कहा कि संजय रौय ने रेप और मर्डर किया. जिसे देख पूरा देश दहल गया था. पीड़िता के माता पिता ने अपनी बेटी खो दी. बेटियों की सुरक्षा के लिए और समाज में डर पैदा करने के लिए संजय रौय को फांसी दी जाए. पीड़िता डौक्टर ट्रेनी के परिवार के लोगों ने कहा है कि संजय रौय को फांसी दी जानी चाहिए.
सबूतों की दोबारा जांच की उठी मांग
संजय रौय ने जज से कहा कि मुझे फंसाया गया है और फंसाने वाले लोगों को क्यों छोड़ा जा रहा है. मैं निर्दोष हूं. सारे सबूतों की दोबारा से बारी बारी से जांच की जाए.
कौन है यह संजय रौय
आरजीकर मेडिकल कॉलेज में घटी रेप की इस घटना से पहले संजय रौय ऐशोआराम की जिंदगी बिताया करता था. इंस्पेक्टर से लेकर सीईओ उसके दोस्त हुआ करते थे. इन्हीं के दम पर संजय आरजीकर मेडिकल कौलेज में वसूली करने का रैकेट भी चलाता था. लेकिन अब कोर्ट के आदेश के बाद इसकी जिंदगी बड़ी मुश्किल से भरी होगी.
क्योंकि सियालदाह कोर्ट ने संजय को प्रेसीडेंसी जेल में भेज दिया है. प्रेसीडेंसी जेल के सूत्रों के मुताबिक, संजय को जेल के कौमन बाथरूम को साफ कराया जाएगा. जेल में कई कौमन बाथरूम होते है जिनमें कैदी नहाया करते हैं. अब संजय रौय को इन सबको साफ करना होगा और कैदियों की बातों को भी मानना होगा.