Bollywood news : बौलीवुड हीरो सैफ अली खान पर चाकू से हमला तब हुआ, जब वह मुंबई के अपने घर में आधी रात को सो रहा था. इसे ले कर बौलीवुड और सोशल मीडिया से ले कर सियासत के गलियारे तक में कई सवाल उठ खड़े हुए. यहां तक कि पकड़े गए बांग्लादेशी हमलावर के पिता तक ने सवाल उठाए. आखिर क्या है सच, जिस का खुलासा होना अभी बाकी है?

बांग्लादेश का रहने वाला मोहम्मद शरीफुल इसलाम शहजाद कुछ महीने पहले रोजीरोटी की तलाश में अपने देश से छिपतेछिपाते भारत चला आया था. कामकाज की तलाश में मुंबई पहुंच गया. वहां जा कर छोटामोटा काम करने लगा. उसे कोई ढंग का काम नहीं मिल पाया था, जिस से गुजरबसर करना बहुत मुश्किल हो रहा था. वैसे वह बांग्लादेश का जानामाना कुश्ती का खिलाड़ी था. कम वजन वाली कैटेगरी में कुश्ती खेलता था. वह जिला स्तर और नैशनल चैंपियनशिप में कुश्ती खेल चुका था.

उसे नए साल में बांद्रा के एक होटल में काम मिल गया था. उस की शिफ्ट 16 जनवरी, 2025 को देर रात में खत्म हुई. इस के बाद वह पैदल ही अपने ठहरने की जगह पर जा रहा था. वह इलाके में पैदल ही चलता था. ऊंचीऊंची इमारतों को निहारता रहता था. उस की नजर उस इमारत पर टिकी रहती थी, जहां कोई गार्ड और सीसीटीवी नहीं होता था, जिस से वहां आसानी से चोरी आदि कर सके. उसे मालूम था कि ऐसा इमारत के पीछे के हिस्से में होता है. संयोग से उसे एक इमारत दिख गई, जहां सन्नाटा और धुंधली रोशनी थी.

यह देख कर उस ने इमारत में दाखिल होने का मन बनाया. जहां से वह इमारत में दखिल हुआ, वह पार्किंग एरिया था. सीढिय़ों के रास्ते वह सीढिय़ों के फायर एग्जिट के पास जा पहुंचा. वहां बनी सीढिय़ों से वह 11वीं मंजिल तक पहुंच गया. उस के बाद इसे पाइपों के लिए बने डक्ट एरिया में जाने का रास्ता मिल गया. इस में घुसने के बाद वह सीधे मकान में बने बाथरूम के अंदर जा पहुंचा. वह खुश था कि उसे बड़े घर में घुसने में सफलता मिल गई थी और अच्छा माल हाथ लग सकता है.

चोरी के इरादे से घुसे शख्स ने क्यों किया सैफ अली खान पर हमला

बाथरूम से बाहर निकलते ही हलचल हो गई. उसे नहीं पता था कि यह घर किस का है. जबकि वहां बौलीवुड स्टार सैफ अली खान और करीना कपूर अपने परिवार के साथ रहते हैं. घर के अधिकतर सदस्य सोए हुए थे, लेकिन घर में सैफ अली कुछ समय पहले साउथ अफ्रीका से मुंबई लौटा था. वह कुछ समय पहले ही अपने कमरे में सोने के लिए गया था. घर में अचानक हुई हलचल सुन कर वह अपने कमरे से बाहर निकला. उस का सामना सीधे अनजान व्यक्ति से हो गया. उसे समझते  देर नहीं लगी कि घर में कोई चोर घुस आया है. शरीफुल भी किसी को अचानक सामने आया देख कर चौंक गया, अपने बचाव में उस ने सैफ पर चाकू से लगातार कई वार कर दिए. कुश्ती खिलाड़ी होने की वजह से सैफ अली खान के भारी शरीर पर वह भारी पड़ गया. 

इस हमले से सैफ वहीं गिर गया, जबकि शरीफुल जिस रास्ते आया था, वहीं से फरार हो गया. उसे बाद में टीवी पर प्रसारित खबरों और सोशल मीडिया पर घटना से जुड़ी पोस्ट से पता चला कि उस ने एक बौलीवुड अभिनेता सैफ अली खान पर हमला किया है. अगले रोज यह खबर पूरे देश में जंगल की आग की तरह फैल गई. मुंबई में इस से पहले अभिनेता सलमान खान के घर में गोली चलने की घटना के बाद सैफ अली खान के घर में किसी के घुसने की वारदात से मुंबई पुलिस पर सुरक्षा को ले कर सवाल उठ गए. पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया और तुरंत ऐक्शन लेते हुए तहकीकात शुरू कर दी. 

उधर सैफ अली खान को आननफानन एक आटोरिक्शा से ले जा कर लीलावती अस्पताल में भरती करवा दिया गया. डाक्टर ने सैफ का उपचार कर कुछ घंटों में ही खतरे से बाहर बता दिया. मुंबई की बांद्रा पुलिस की तहकीकात सैफ के घर से शुरू हुई. घर में लगे तमाम सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए. वहां काम करने वाले सभी कर्मचारियों से पूछताछ की गई. खासकर घर के रसोइए और सैफ के ड्राइवर से भी गहन पूछताछ हुई. 2 दिन बाद सैफ से भी डाक्टर की अनुमति के बाद पुलिस ने यह जानने के लिए पूछताछ की कि 16 जनवरी की उस रात को क्याक्या हुआ?

पुलिस जांच में क्या बताया सैफ ने

 

इस पर सैफ अली खान ने पुलिस को हमले का पूरा सच सिलसिलेवार तरीके से बताया. उस ने बताया कि 15-16 जनवरी की रात करीब ढाई बजे एक चोर से उस की मुठभेड़ हो गई थी. वह पत्नी करीना के साथ बैडरूम में था. उस ने अचानक अपनी नर्स एलियामा फिलिप की चीखें सुनीं. वह जहांगीर के कमरे की ओर भागा, जहां एलियामा फिलिप भी सोती थी. वहां उस ने एक अजनबी को देखा. जहांगीर भी रो रहा था. सैफ ने उस अनजान शख्स को पकड़ लिया, किंतु तभी उस पर चाकू से हमला हो गया और वह घायल हो गया. 

हमलावर ने पीठ, गरदन और अन्य जगहों पर कई बार चाकू से हमला किया था. इस दौरान उस ने किसी तरह हमलावर को पीछे धक्का दे कर खुद को छुड़ाया. हमलावर काला सा था और चाकू लिए हुए था. इस हमले से वह अनभिज्ञ था और अपना बचाव करने लगा, किंतु उस की गरदन और पीठ पर उस चोर ने हमले किए. चाकू उस की रीढ़ की हड्डी के पास घुस गया था और इसी तरह से गरदन पर भी कई जख्म हो गए थे. इस बीच उस की नर्स ने जहांगीर को कमरे से निकाला और उसे बंद कर दिया. इस दौरान हर कोई सदमे में और काफी डरा हुआ था कि यह आदमी उन के घर में कैसे घुस आया.

सैफ ने बताया कि हमलावर ने फिलिप पर भी चाकू से हमला किया था. पुलिस ने सैफ के अपार्टमेंट की बनावट और अनजान व्यक्ति के घर में घुसने का भी जायजा लिया. जांच में पता चला कि वहां घुसा व्यक्ति चोरी के इरादे से इमारत की आठवीं मंजिल तक सीढिय़ों से पहुंचा था. इस के बाद पाइप के सहारे 12वीं मंजिल पर चढ़ा और बाथरूम की खिड़की के रास्ते सैफ के फ्लैट में घुस आया था. उसे नहीं पता था कि यह सैफ अली खान का घर है. पुलिस ने यह भी पाया कि पूरी बिल्डिंग में सभी डक्ट सील थे. सिर्फ सैफ अली खान का बैकडोर खुला था. यहां तक कि बिल्डिंग के मेन डोर का सीसीटीवी बंद था, जबकि कुछ फ्लैट्स के प्राइवेट सीसीटीवी चालू थे.

सैफ के फ्लैट और बाहर की इमारत का मुआयना करने के बाद बांद्रा पुलिस को सीसीटीवी फुटेज से ही सुराग मिला. सैफ अली खान के हाई प्रोफाइल केस को सुलझाने के लिए पुलिस ने दिनरात एक कर दिए थे. सैफ अली खान पर हमले की वारदात आधी रात के बाद हुई थी. उस समय की इलाके की सीसीटीवी की तमाम फुटेज जुटाई गई.

मुंबई के ब्रांदा इलाके में घटना हुई थी और पुलिस को उसी इलाके के रेलवे स्टेशन का भी सीसीटीवी फुटेज मिला था, लेकिन वह 9 जनवरी का था. इस में हमलावर बाइक पर नजर आ रहा था, जिस का नंबर दिख रहा था. मगर चेहरा साफ नहीं था. जिसे पता करने के लिए पुलिस ने टेक्नोलौजी का सहारा लिया और आरोपी की पहचान की. यहां तक पहुंचने के लिए पुलिस ने बाइक का नंबर खंगाला और उस के मालिक को पकड़ा. फिर उसी के जरिए आरोपी दबोचा गया.

इस तरह आरोपी चढ़ा पुलिस के हत्थे

हालांकि आरोपी सैफ पर 6 बार चाकू से वार करने के बाद पास के ही बगीचे में 3-4 घंटे छिपा रहा. इस के बाद वहां से निकल कर एक दुकान पर गया और कपड़े बदले. फिर सुबह 8.36 बजे उस ने बांद्रा स्टेशन से दादर की ट्रेन पकड़ी. यहीं से पुलिस को सुराग मिला. उन्होंने रेलवे स्टेशन के सीसीटीवी फुटेज खंगाले और उस में दिखे उन सभी लोगों के चेहरे से आरोपी के चेहरे से मिलान किया, जो उन दिनों वहां से गुजरे थे.

पुलिस को तभी एक बड़ा सुराग मिल गया. पुलिस ने फुटेज में पाया कि आरोपी पहली जनवरी, 2025 को बांद्रा स्टेशन पर नजर आया और फिर 9 जनवरी को अंधेरी स्टेशन पर दिखाई दिया और उस के बाद उसे उसी दिन दोपहर 12 बजे बाइक पर देखा गया. नंबर के आधार पर पहले बाइक वाले का पता लगाया गया और उस से पूछताछ करने के बाद ठाणे के लेबर कैंप पर छापेमारी कर पुलिस ने आरोपी शरीफुल इसलाम को पकड़ लिया. वह बांग्ला मिश्रित हिंदी बोलता था. उस की भाषा को समझने में पुलिस को थोड़ी परेशानी हुई. पूछताछ में उस ने जुर्म भी कुबूल कर लिया और खुद को बांग्लादेशी बताया. 

इस तरह पुलिस को 72 घंटे के दरम्यान आरोपी को पकडऩे में सफलता मिल गई, किंतु इस की पुष्टि के लिए पुलिस ने क्राइम सीन रीक्रिएट किया. चोर के घर में घुसने का अंदाजा लगाया. इस दौरान पुलिस आरोपी शरीफुल इसलाम को सैफ के घर से करीब 500 मीटर दूर ले गई. वह बाथरूम की खिड़की से घुसा था. उस ने पुलिस को बताया कि कैसे बाथरूम की खिड़की से ही सैफ के घर में घुसा था और हमले के बाद यहीं से भागने में सफल भी हुआ था.  

उस ने यह भी बताया कि जब सैफ की बिल्डिंग में दाखिल हुआ, तब गार्ड सो रहे थे. उस ने मेनगेट और गलियारे में सीसीटीवी नहीं होने का फायदा उठाया. आवाज नहीं हो, इसलिए जूते उतार दिए और मोबाइल स्विच औफ कर दिया. पूछताछ  में आरोपी ने एक और खुलासा किया कि उस ने सैफ के घर में घुसने से पहले शाहरुख खान के घर में चोरी की कोशिश की थी. किंतु वह वहां घुसने में असफल हो गया था. उस ने चोरी करने के जुर्म के बारे में बताया कि उसे भारतीय दस्तावेज बनवाने के लिए रुपयों की जरूरत थी. उस से किसी बिचौलिए ने भारतीय दस्तावेज बना कर देने का वादा किया था और इस के बदले उस से रुपयों की मांग की थी. उसे आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज बनवाने थे. जिस के लिए ही उस ने चोरी की योजना बनाई थी. 

पुलिस उस शख्स की तलाश में जुट गई है, जिस ने उसे दस्तावेज बना कर देने का वादा किया था. साथ ही पुलिस को खुकुमोनी जहांगीर शेख नाम के शख्स की भी तलाश थी, जिस ने आरोपी शहजाद को सिम कार्ड दिया था. मुंबई पुलिस को आरोपी के पास से जो सिम कार्ड बरामद हुआ था, वह खुकुमोनी जहांगीर शेख के नाम पर है. मुंबई पुलिस की टीम जांच के लिए पश्चिम बंगाल गई. वहां पता चला कि आरोपी मोहम्मद शरीफुल इसलाम बांग्लादेश से अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने के बाद कुछ दिनों तक कोलकाता में रह रहा था. 

पुलिस ने आरोपी मोहम्मद शरीफुल इसलाम के पिता से राउर आमीन फकीर से भी फोन पर बात की. उन से भारतीय मीडिया की बात हुई. उन्होंने अपने बेटे को ले कर कई चौंकाने वाले खुलासे किए. उन्होंने साफतौर पर कहा है कि उन का बेटा बिना किसी लीगल डाक्यूमेंट्स के लिए भारत गया था. उस ने फोन कर पूछा था कि घर पर सब कैसे हैं? शरीफुल को हर महीने 10 से 15 तारीख के बीच सैलरी मिलती थी और हर महीने 10 से 15 हजार रुपए वह घर पर भेजता था. वह मुंबई में जिस होटल में काम करता है, उसी होटल के मालिक ने उस की गिफ्तारी का वीडियो उन्हें भेजा था.

शरीफुल के पिता ने यह भी बताया कि वह बांग्लादेश की राजनैतिक पार्टी बीएनपी से जुड़े हैं. उन के और 2 बेटे हैं. उन पर बहुत अत्याचार हुआ है. साल 2024 के जनवरी महीने में उन का बांग्लादेश में रहना मुश्किल हो गया था. तब शरीफुल ने उन से कहा था कि वह भारत चला जाएगा. उस के बाद मार्च 2024 के अंत में अवैध तरीके से शरीफुल भारत चला गया था. शरीफुल बांग्लादेश में बाइक चलाने का काम करता था. पिता ने ही उसे बाइक खरीद कर दी थी. उस के गांव में बहुत सारे लोग बाइक चलाने का काम करते हैं. वहां सवारियों के लिए मोटरसाइकिल चलाने का लाइसेंस मिलता है. उन के परिवार में पत्नी और 3 बेटे हैं.

सैफ पर हमले को ले कर क्या हैं विवाद

सैफ पर हमले को ले कर कई विवाद भी उठे. सोशल मीडिया से ले कर सियासत के गलियारे तक में कई तरह के सवाल पैदा हो गए, जो उन पर हमले से ले कर उन की कुछ दिनों में रिकवरी को ले कर भी था. एक सवाल सैफ के जख्मी शरीर से निकले चाकू के टुकड़े को ले कर भी था. चाकू के तीसरे हिस्से को पुलिस ने बरामद किया, जिसे आरोपी ने झील के पास फेंक दिया था. इस से पहले चाकू का एक हिस्सा घटनास्थल पर पाया गया था. दूसरा ढाई इंच लंबे चाकू का दूसरा हिस्सा सैफ के शरीर के अंदर से सर्जरी के जरिए निकाला गया था. बेटे जहांगीर के कमरे से आरोपी की टोपी मिली. इस टोपी में मिले बालों को पुलिस ने डीएनए टेस्ट के लिए भेज दिया है.

एक विवाद पुलिस के उस कारनामे के साथ जुड़ा है, जिस में एक ड्राइवर आकाश कनौजिया को संदेह के आधार पर हिरासत में लिया गया था. पुलिस की गलती से उस की गिरफ्तारी का असर उस की जिंदगी पर पड़ गया. उस की नौकरी चली गई, शादी टूट गई और परिवार को बदनामी झेलनी पड़ी. मुंबई पुलिस ने उसे 18 जनवरी, 2025 को छत्तीसगढ़ के दुर्ग से गिरफ्तार किया था. 31 साल के आकाश कनौजिया को मुंबई पुलिस की सूचना के बाद दुर्ग स्टेशन पर रेलवे सुरक्षा बल ने मुंबई लोकमान्य तिलक टर्मिनस-कोलकाता शालीमार ज्ञानेश्वरी एक्सप्रैस से हिरासत में लिया था.

जब 19 जनवरी की सुबह मुंबई पुलिस ने ठाणे से बांग्लादेशी नागरिक शरीफुल इसलाम शहजाद मोहम्मद रोहिल्ला अमीन फकीर उर्फ विजय दास को गिरफ्तार किया, तब दुर्ग आरपीएफ ने कनौजिया को छोड़ दिया. इस पर आकाश कनौजिया ने कहा कि जब मीडिया ने उस की तसवीरें दिखानी शुरू कीं और दावा किया कि वह मामले का मुख्य संदिग्ध है, तब उस का परिवार सदमे में आ गया और उन की आंखों में आंसू आ गए. मुंबई पुलिस ने यह ध्यान नहीं दिया कि मेरी मूंछें हैं और अभिनेता की बिल्डिंग से सीसीटीवी फुटेज में दिख रहे शख्स की मूंछें नहीं थीं.

उस ने दावा किया कि घटना के बाद, मेरे पास पुलिस का फोन आया और पूछा कि मैं कहां हूं. जब मैं ने उन्हें बताया कि मैं घर पर हूं तो फोन काट दिया गया. मैं अपनी होने वाली दुलहन से मिलने जा रहा था, तभी मुझे दुर्ग में हिरासत में लिया गया और फिर रायपुर ले जाया गया. वहां पहुंची मुंबई पुलिस की टीम ने मेरे साथ मारपीट भी की. कनौजिया ने बताया कि उस के भाई की लंबे समय तक इलाज के बाद मौत हो गई, जिस के कारण उस के परिवार को विरार में अपना घर बेचना पड़ा और कफ परेड में एक चाल में शिफ्ट होना पड़ा. मेरे खिलाफ कफ परेड में 2 और गुडग़ांव में एक मामला दर्ज है. लेकिन इस का मतलब यह नहीं है कि मुझे इस तरह से पकड़ा जाए और फिर मुझे छोड़ दिया जाए. क्योंकि मेरे साथ जो हुआ, उस की वजह से मैं ने सब कुछ खो दिया है.

कनौजिया ने कहा कि यह भी सही रहा कि दुर्ग रेलवे स्टेशन पर हिरासत में लिए जाने के कुछ ही घंटों के भीतर शरीफुल को पकड़ लिया गया.

एक विवाद सैफ के मैडिक्लेम को ले कर भी

सैफ के हमले का एक विवाद उस के द्वारा मांगे गए 35 लाख कैशलेस मैडिक्लेम को ले कर भी सामने आया. हमले के बाद निवा बूपा की तरफ से उस के मैडिकल इंश्योरेंस क्लेम को तेजी से मंजूरी दी गई. इसे ले कर एक मैडिकल प्रोफेशनल्स की संस्था ने इंश्योरेंस रेगुलेटर इरडा को पत्र लिख कर सेलिब्रिटीज को मिलने वाले विशेषाधिकारपर सवाल उठाए हैं. सैफ की मैडिक्लेम मंजूरी का एक डाक्यूमेंट सोशल मीडिया पर सामने आया. इस के अनुसार सैफ के 5 दिन के इलाज के लिए लगभग 36 लाख रुपए की कैशलेस का अनुरोध किया गया था.

शुरुआती मंजूरी में इंश्योरेंस देने वाली कंपनी ने 25 लाख रुपए की राशि मंजूर कर दी थी. निवा बूपा ने प्रीऔथराइजेशन रिक्वेस्ट की पुष्टि की और कहा कि आगे के क्लेम गाइडलाइंस के अनुसार प्रोसेस किए जाएंगे. इसे ले कर ही संगठन ने इरडा से जांच करने और यह सुनिश्चित करने का अनुरोध किया है कि सभी पालिसीधारकों को, चाहे उन की सामाजिक स्थिति कुछ भी हो, समान रूप से व्यवहार किया जाए. उन्होंने यह भी मांग की है कि प्रायोरिटी वाले ट्रीटमेंट को रोकने और मैडिक्लेम में पारदर्शिता बढ़ाने के लिए दिशानिर्देश जारी किए जाएं. 

शरीफुल इसलाम भले ही गिरफ्तार हो गया हो, लेकिन कथा लिखे जाने तक उस के असली गुनहगार होने पर संदेह बना हुआ था. इस संबंध में एक चौंकाने वाला खुलासा सामने आया. मुंबई पुलिस ने फिंगरप्रिंट और अन्य सैंपल जांच के लिए भेजे थे. सभी 19 में से एक भी सैंपल आरोपी शरीफुल से मैच नहीं हुए. पुलिस ने हमले के 7 दिनों बाद 22 जनवरी को सैंपल जांच के लिए सीआईडी लैब में भेजे थे. मुंबई सीआईडी ने सिस्टम जनरेटेड रिपोर्ट के माध्यम से इस बात की पुष्टि की कि घटनास्थल से कलेक्ट किए गए 19 फिंगरप्रिंट जो उन्हें भेजे गए थे, वे आरोपी के फिंगरप्रिंट से मेल नहीं खाते. अब इस रिपोर्ट को पुणे सीआईडी सुपरिटेंडेंट को भेज दिया गया. रिपोर्ट सामने आने के बाद पुलिस को आशंका है कि आरोपी एक से ज्यादा हो सकते हैं. 

यानी सैफ अली खान पर हुए हमले के बाद पकड़े गए आरोपी के असली होने पर सस्पेंस बनने से सीसीटीवी में दिख रहे आरोपी और पकड़े गए आरोपी शरीफुल इसलाम के नकली होने के दावे पर भी एक बड़ा सवाल बन गया. दरअसल, सैफ पर हमला करने वाले मोहम्मद शरीफुल इसलाम शहजाद के बारे में सोशल मीडिया पर बातें होने लगीं कि सीसीटीवी फुटेज में दिख रहे शख्स और शरीफुल का चेहरा मैच नहीं करता है. इस बात की पुष्टि शरीफुल के पिता ने भी की कि उस के बेटे के बाल छोटे हैं, जबकि फुटेज के व्यक्ति के बाल वैसे नहीं हैं. हां, इतना जरूर है कि पकड़ा गया व्यक्ति उन का ही बेटा है.

एक विवाद सैफ के तेजी से स्वस्थ होने को ले कर भी सामने आया. कुछ राजनेताओं ने बाकायदा प्रैस कौन्फ्रैंस कर उन के हफ्ते भर में ही पूरी तरह स्वस्थ होने को ले कर सवाल उठाए. बहरहाल, कथा लिखे जाने तक पुलिस इस मामले को सैफ के प्रौपर्टी विवाद के ऐंगल से भी देख रही है.

कथा पुलिस सूत्रों पर आधारित

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