Chhattisgarh Crime : 2 शादियां करने वाले रवि शर्मा ने योजना तो जोरदार बनाई थी, लेकिन वह यह भूल गया कि ऐसी योजनाएं सफल हों, जरूरी नहीं है. उस ने अपनी पत्नी मंजू, बेटी निशा और दोस्त को भले ही मार डाला पर… छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले की भिलाई नगरी इस्पात संयंत्र के कारण देश भर में विख्यात है. रवि शर्मा भिलाई के पौश इलाके तालपुरी इंटरनैशनल कालोनी में रहता था. 19 जनवरी, 2020 को वह किसी उधेड़बुन में घर से निकला. उस ने सोच रखा था कि आज उसे कुछ ऐसा करना है कि दूसरी पत्नी मंजू से हमेशा के लिए छुटकारा मिल जाए.
इसी बारे में सोचते हुए वह पैदल ही स्थानीय सिविक सेंटर की ओर बढ़ गया. उस के कदम देसी शराब की दुकान के पास रुके. वहीं खड़ा हो कर वह हरेक आनेजाने वाले को ध्यान से देखने लगा. तभी अचानक उस की निगाह एक शख्स पर जा कर ठहर गई. रवि के दिमाग में जो खतरनाक प्लान था, उसे देखते ही पूरा होता दिखाई दिया. उस के पास जा कर चहकते हुए बोला, ‘‘अरे राजू, इधर आओ.’’
राजू ने उस की ओर देखा और मुसकराते हुए बोला, ‘‘भाई रवि, बहुत दिनों बात दिखे.’’
‘‘हां यार, आजकल काम कुछ ज्यादा बढ़ गया है,’’ कहते हुए रवि शर्मा ने उस के कंधे पर हाथ रख कर प्यार से कहा, ‘‘चलो, आज पार्टी करते हैं.’’
‘‘पार्टी! कैसी पार्टी भाई?’’ राजू ने पूछा.
‘‘बस तुम से मिलने की खुशी में. चलो, मैं बोतल ले आता हूं, घर चल कर खाएंगेपिएंगे.’’ रवि शर्मा ने राजू को उकसाया. राजू शराब की दुकान की ओर देखते हुए बोला, ‘‘वैसे तो मेरी इच्छा नहीं है, मगर तुम कह रहे हो तो चलो ठीक है.’’
‘‘ठीक है, तुम यहीं ठहरो मैं बोतल ले आऊं.’’ कह कर रवि राजू को वहीं ठहरने की बात कह कर सिविक सेंटर के पास स्थित शराब की दुकान की तरफ बढ़ गया. बढ़ते कदमों के साथ उस के चेहरे पर कई हावभाव आजा रहे थे. जल्दीजल्दी उस ने शराब खरीदी और राजू के पास आ गया. राजू उस की कदकाठी और उम्र का था, फिर भी रवि ने पूछा, ‘‘राजू, तुम्हारी उम्र क्या होगी?’’
‘‘32 साल,’’ राजू बोला.
‘‘मैं 35 साल का हूं. देखो, कितनी समानता है हम दोनों की उम्र और कदकाठी में.’’ कह कर रवि ने उस का हाथ हाथों में ले लिया. दोनों तालपुरी इंटरनैशनल कालोनी की तरफ चल दिए. रवि राजू को ले कर अपने घर पहुंचा. घर पहुंचते ही उस ने राजू को पत्नी मंजू से मिलाते हुए कहा, ‘‘मंजू, यह मेरा बहुत खास दोस्त राजू है, बहुत दिनों बाद मिला है. आज इस के साथ पार्टी होगी.’’
मंजू ने मुसकरा कर राजू का स्वागत किया. फिर रवि और राजू एक कमरे में बैठ गए. रवि ने पहले से ही साजिश रच ली थी. उसी योजना के तहत वह राजू को अपना शिकार बनाना चाहता था. उसी साजिश को अमलीजामा पहनाने के लिए रवि ने शराब गिलास में डालतेडालते चालाकी से राजू के गिलास में नींद की गोलियां डाल दीं. शराब के नशे के साथ राजू पर नींद की गोलियों का असर हुआ तो वह वहीं लुढ़क गया. उस के लुढ़कने से रवि खुश हुआ. वह मंजू के पास जा कर बोला, ‘‘मंजू, यह आदमी बहुत खतरनाक है. यह तुम्हारी और मेरी जिंदगी बरबाद करने पर तुला हुआ है.’’
‘‘कैसे?’’ मंजू ने उत्सुकतावश पूछा.
‘‘यह मुझे ब्लैकमेल करता है.’’ रवि ने कहा.
‘‘क्या कहता है?’’ मंजू ने पूछा.
‘‘कहता है कि पैसे दो नहीं तो हम दोनों के बारे में संगीता से शिकायत कर हमारा भंडाफोड़ कर देगा. अब मैं इसे पैसे कहां से दूं.’’ शर्मा ने असहाय भाव से कहा. दरअसल, रवि शर्मा की शादी संगीता से हुई थी, जिस से 2 बच्चे भी थे. इस के बाद भी उस ने मंजू को अपने जाल में फांस लिया और उसे अपनी दूसरी पत्नी बना कर उस के साथ रह रहा था. लेकिन मंजू उस के गले की फांस बन चुकी थी, इसलिए उस से छुटकारा पाने के लिए ही उस ने यह एक नई साजिश रची थी. इस के लिए उस ने मंजू से कहा, ‘‘मंजू, मैं राजू का काम खत्म करने वाला हूं. इस में तुम मेरी मदद करो. देखो, मना मत करना. तुम मेरी जिंदगी हो, तुम्हारे बगैर मैं कैसे जिंदा रहूंगा.’’
यह सुन कर मंजू शर्मा ने रवि की ओर प्यार से देखा. ‘‘मंजू, तुम मेरा साथ दो. इसे छत से नीचे फेंक देते हैं, इस का काम तमाम हो जाएगा.’’ वह बोला.
‘‘मगर कोई देख लेगा तो…और अगर यह घायल हो कर बच गया तो?’’ मंजू ने संशय व्यक्त किया. ‘‘तो ऐसा करते हैं, मैं इसे यहीं मौत की नींद सुला देता हूं. बेहोशी की हालत में ही इस के मुंह नाक पर टेप लगा देता हूं. सांस रुकने से यह छटपटा कर मर जाएगा. बाद में इसे कहीं ठिकाने लगा दूंगा.’’ रवि शर्मा की मीठीमीठी बातों में आ कर मंजू ने स्वीकृति दे दी. मंजू को छोड़ कर रवि शर्मा फिर राजू के पास आया, जो बेसुध पड़ा था.
रवि ने घर में पहले से ला कर रखा टेप निकाला और उस के मुंह और नाक पर अच्छे से चिपका दिया. इस के बाद उस के हाथपैर भी बांध दिए. फिर गमछे से उस का गला घोट कर उस की हत्या कर दी. इस के बाद उस ने उस के मुंह और नाक से टेप हटा दिया और हाथपांव खोल कर उसे अपने कपड़े पहना दिए. यह सब करतेकरते उस के दिमाग में यह योजना जन्म ले रही थी कि दूसरी पत्नी मंजू को कैसे ठिकाने लगाए. इसी उधेड़बुन में वह मंजू के पास जा कर बोला, ‘‘काम तमाम हो गया है. अब तुम और मैं जिंदगी भर मौजमजे करेंगे.’’
मंजू सहमी सी बिस्तर पर बैठी अपनी डेढ़ महीने की बच्ची को दूध पिला रही थी. पति की बात सुन कर वह उठ बैठी और घबरा कर पूछा, ‘‘क्या तुम ने सचमुच उसे मार डाला?’’
‘‘हां, और दूसरा रास्ता ही क्या था?’’
‘‘मुझे तो बहुत डर लग रहा है.’’ कह कर डरीसहमी मंजू पति रवि शर्मा की ओर देखने लगी.
‘‘अरे डरो नहीं, तुम्हें यह भूत बन कर नहीं डराएगा.’’ रवि शर्मा ने मंजू को कुछ डराने की नीयत से कहा तो मंजू डर कर कांपने लगी और नन्ही बालिका को सीने से लगा लिया. रवि मन ही मन खुश होते हुए बोला, ‘‘तुम नींद की एक गोली खा लो और आराम से सो जाओ. बाकी मैं देख लूंगा.’’
रवि ने एक गिलास में 6 गोलियां घोल कर मंजू को थमा दिया. मंजू डरी हुई थी. गोलियों का पानी पी कर वह सो गई तो रवि शर्मा अपनी सोचीसमझी योजना के तहत उस का काम तमाम करने की जुगत में लग गया. जब मंजू गहरी नींद में चली गई तो उस ने जैसे राजू को मौत के घाट उतारा था, वैसे ही वह मंजू के मुंहनाक पर टेप चिपकाने लगा. फिर उस के मुंह में कपड़ा ठूंस उस की भी गला घोट कर हत्या कर दी. डेढ़ माह की नन्ही बालिका निशा जब रोने लगी तो रवि शर्मा ने उसे गोद में उठा लिया. वह सोचने लगा, ‘अब क्या करूं?’
उस के दिमाग में आया कि निशा को भी मार दिया जाए. फिर सोचा नहीं…नहीं यह नन्ही बच्ची उस के प्यार की निशानी है. यह उसे ले जा कर संगीता की गोद में डाल देगा. जहां 2 बच्चे पल रहे हैं, ये भी पल जाएगी. लेकिन संशय यह था कि संगीता उसे स्वीकार करेगी या नहीं.
‘नहीं…नहीं, संगीता और बच्चे इसे कभी स्वीकार नहीं करेंगे.’ यह सोच कर उस की आंखें भर आईं. नन्ही सी बालिका निशा उसे बहुत प्यारी थी. जब वह मुसकराती तो रवि निहाल हो जाता था. वह उसे गोद में ले कर अचानक जोरजोर से रोने लगा. आंसू बह निकले तो मन थोड़ा मजबूत हुआ. उस ने सोचा कि जब इस की मां ही मर गई तो यह जिंदा रह कर क्या करेगी? रवि शर्मा ने यह निर्णय ले कर नन्ही बालिका की भी गला घोट कर हत्या कर दी और उसे मंजू के पास लिटा दिया. 3 हत्याएं कर के उस ने सोच लिया कि वह घटनास्थल पर ऐसी परिस्थितियां पैदा कर देगा कि पुलिस तो क्या सीबीआई भी जांच करेगी तो उस तक नहीं पहुंच पाएगी.
रवि ने राजू को अपने कपड़े पहना ही दिए थे. उस ने तीनों लाशें एक कमरे में ला कर डाल दीं, फिर राजू के पास गैस चूल्हा रख कर गैस जला दी. धीरेधीरे वह राजू का सिर लकड़ी के गुटके से जलाने लगा. इसी दौरान उस ने घर के दरवाजे पर चाक से लिखा, ‘मैं मंजू से प्यार करता था, उस ने मुझ से शादी नहीं की. बदला…बदला, मैं रवि शर्मा के परिवार को मार रहा हूं. मंजू को मार रहा हूं. संजय आर्मी.’
रवि को लगा कि थोड़ी देर बाद गैस सिलेंडर से राजू जल जाएगा, घर में आग लग जाएगी. सिलेंडर ब्लास्ट हो जाएगा. सब जल कर खत्म हो जाएंगे. लकड़ी के गुटके में आग लगाने के बाद वह स्कूटी से स्टेशन की ओर निकल गया, फिर वहां से ट्रेन पकड़ कर राउरकेला, ओडिशा चला गया. उसे अपनी पत्नी संगीता और बच्चों के पास जाना था. उस ने रायपुर स्टेशन पर पीसीओ से अपनी सास मालती सूर्यवंशी को तड़के में काल की, ‘‘आ कर देख लो, तुम्हारे दामाद और बेटी की मौत. दोनों जल कर मर रहे हैं.’’
इस के बाद वह संगीता से मिलने के लिए हमसफर एक्सप्रैस में चढ़ गया. रवि ने आग यह सोच कर लगाई थी कि जब घर में आग लग जाएगी तो तीनों लाशें जल जाएंगी. लेकिन लकड़ी के गुटके में आग लगने पर केल राजू का सिर व चेहरा ही जला था. इस के बाद आग आगे नहीं बढ़ पाई थी. 22 जनवरी, 2020 बुधवार की सुबह रिसाली अशोक नगर की रहने वाली मंजू की मां मालती सूर्यवंशी ने जब अज्ञात शख्स की धमकी सुनी तो वह घबराई और अपने पति और बेटे के साथ वह बेटी मंजू के घर पहुंची. वहां का भयावह दृश्य देख कर वह जोरजोर से रोने लगी. घटना की सूचना मालती ने कोतवाली पुलिस को दे दी. घटना की जानकारी मिलते ही भिलाई नगर कोतवाली के प्रभारी सुरेश धु्रव मौके पर पहुंचे. घटनास्थल पर 3 लाशें पड़ी थीं.
मालती सूर्यवंशी ने पुलिस को बताया कि उस की बेटी मंजू वहां अपने पति रवि शर्मा और बेटी निशा के साथ रह रही थी. पुलिस को उस ने यह भी जानकारी दी कि उसे सुबहसुबह मोबाइल पर एक धमकी भरी काल आई थी. प्रथमदृष्टया मामला हत्या का प्रतीत हो रहा था. पुलिस का ध्यान जांच के दरम्यान दरवाजे पर लिखे मैसेज पर गया, जिस का सार था, इस हत्याकांड को संजय देवांगन आर्मी ने अंजाम दिया है. पुलिस दल ने मौकामुआयना शुरू किया. फोरैंसिक टीम भी आ गई. जांच अधिकारी सुरेश धु्रव ने शहर में हुए तिहरे मर्डर की ब्यौरेवार जानकारी एसएसपी अजय, एडीशनल एसपी लखन पटले, एसपी (सिटी) अजीत कुमार यादव को दी. लखन पटले स्वयं मौके पर पहुंचे और टीआई सुरेश धु्रव को गंभीरता से जांच कर आरोपी को गिरफ्तार करने के सख्त निर्देश दिए.
यह ट्रिपल मर्डर अपने आप में अजीब पेंच लिए हुए था, जिसे ब्लाइंड मर्डर भी कह सकते हैं. जिस में सूत्र से सूत्र मिला कर आरोपी तक पहुंचना था. दूसरी ओर रिसाली अशोक नगर की ललिता भिलाई थाने पहुंची. उस ने बताया कि उस का पति राजू 21 जनवरी से लापता है. राजू की पत्नी ललिता ने बताया कि उस का पति कुछ समय से अस्वस्थ चल रहा था और घर पर ही आराम कर रहा था. 21 जनवरी, 2020 की शाम को वह घर से निकला था और फिर वापस नहीं लौटा था. एन. राजू के 2 बच्चे हैं. ललिता ने पुलिस को बताया कि वह कल्पकृति अपार्टमेंट में लोगों के यहां काम कर के परिवार का पालनपोषण करती है. घर वालों की बातों से यह साफ हो गया था कि घटनास्थल पर जिस की लाश मिली, वह रवि नहीं था. पुलिस ने वह लाश राजू की पत्नी ललिता को दिखाई तो उस ने उसे अपने पति के रूप में पहचान लिया.
शव की पहचान के साथ ही पुलिस के हाथ एक बड़ा क्लू हाथ लग चुका था. इधर जब ललिता की बहन रंगममा ने भी राजू की शिनाख्त कर ली तो मंजू की मां मालती सूर्यवंशी व घर वालों ने भी राजू के शव को गौर से देख कर बताया कि वह रवि शर्मा का शव नहीं है. रवि शर्मा और मंजू के विवाह की सारी कहानी मालती ने टीआई को बता दी. उस के अनुसार उस की बेटी मंजू सूर्यवंशी का विवाह पहले भी हुआ था. पहले पति महेश ने उसे छोड़ दिया था. मंजू नेहरू नगर, रायपुर में एक कपड़ा दुकान में नौकरी करती थी. यहीं उस की मुलाकात रवि शर्मा से हुई और फिर प्रेम संबंध होने पर दोनों ने 22 नवंबर, 2017 को विवाह कर लिया था. नवंबर 2019 में 2 वर्ष बाद मंजू को एक बेटी निशा हुई थी.
मां मालती ने बताया कि मंजू का वैवाहिक जीवन सुखमय नहीं था. रवि शर्मा की पहली शादी और बच्चों के बारे में जानकारी मिलने के बाद रवि और संगीता में कलह बढ़ती जा रही थी. रवि शराबी था और घर में रुपएपैसों की किल्लत रहती थी. मंजू अकसर मां से कहती थी कि मां मैं तो कुएं से निकल कर खाई में गिर गई. जांच अधिकारी सुरेश धु्रव ने जांच में तेजी ला कर रवि शर्मा के राउरकेला स्थित घर पत्नी और बच्चों के बारे में पता किया. उन्हें जानकारी मिली कि रवि शर्मा पत्नी संगीता से अकसर बात करता था. जब फोन पर संगीता से बात हुई तो उस ने बताया कि आज हमसफर एक्सप्रैस से रवि शर्मा राउरकेला, ओडिशा पहुंचने वाला है.
टीआई सुरेश धु्रव ने राउरकेला आरपीएफ व जीआरपी से बात कर के रवि शर्मा का फोटो भेज दिया. साथ ही बताया कि वह छत्तीसगढ़ में 3 हत्याएं कर के हमसफर एक्सप्रैस से राउरकेला पहुंच रहा है. राउरकेला में फोटो के आधार पर रवि शर्मा को धर दबोचने के लिए स्टेशन पर पूरी तैयारी हो गई. जब हमसफर एक्सप्रैस स्टेशन पर पहुंची तो रवि शर्मा जीआरपी के हत्थे चढ़ गया. उसे गिरफ्तार कर के भिलाई ला कर पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया. जांचपड़ताल में पहले तो रवि शर्मा ने बहुत होशियारी दिखानी चाही और खुद को बेगुनाह बताता रहा. मगर जब पुलिस ने उस के खिलाफ साक्ष्य दिखाने शुरू किए तो वह टूट गया और पूरा घटनाक्रम पुलिस के सामने बयान करता चला गया.
पुलिस को दिए इकबालिया बयान में रवि शर्मा ने बताया कि वह मूलत: गया, बिहार का निवासी है. उस की शादी सन 2015 में धनबाद की संगीता कुमारी से हुई थी. उस के 2 बच्चे हैं. वह कारपेंटर है और सन 2015 में काम की तलाश में रायपुर आ गया था. यहीं कपड़े की दुकान में उस की मुलाकात मंजू सूर्यवंशी से तब हुई जब वह वहां कारपेंटरी का काम करने गया था. दोनों का प्रेम परवान चढ़ा और शारीरिक संबंध बने तो मंजू ने शादी का दबाव डाला. ऐसा न करने पर उस ने बलात्कार के जुर्म में जेल भिजवाने की धमकी दी थी. विवश हो कर रवि शर्मा ने उस से शादी कर ली मगर वह आए दिन उस से झगड़ा करती. वह ढेर सारा रुपया चाहती थी.
उसी की जिद की वजह से भिलाई नगर की पौश कालोनी में किराए पर मकान ले कर रहना पड़ रहा था, उस का मन करता था कि वह पहली पत्नी संगीता और बच्चों के साथ बाकी का जीवन बिताए. लेकिन राह में रोड़ा मंजू थी. उसे हटाने के लिए अंत में उस ने खतरनाक कदम उठाया. अपने आप को बचाने के लिए अपनी कदकाठी के आदमी की जरूरत थी. ऐसे में उसे राजू सही लगा. फिर उस ने राजू को शराब पिला कर मार डाला और यह सिद्ध करने की कोशिश की कि राजू दरअसल राजू नहीं, बल्कि रवि शर्मा है.
पुलिस को जांच में मशक्कत करनी पड़े, इस के लिए उस ने चाक से दरवाजे पर संजय आर्मी एक काल्पनिक नाम लिखा ताकि पुलिस उसे ही ढूंढती रह जाए. मगर कहते हैं कि अपराधी लाख कोशिश कर ले, मगर कहीं न कहीं सच के सूत्र, सबूत ऐसे होते हैं जो चीखचीख कर आरोपी की चुगली करते हैं और एक दिन उसे सजा दिलाने में कामयाब हो जाते हैं. रवि शर्मा के साथ भी यही हुआ. वह चालाकी तो करता रहा मगर उस की सारी चालाकी धरी की धरी रह गई और 24 घंटों के भीतर ही वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया. पुलिस ने 23 जनवरी, 2020 को रवि शर्मा को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया.
—कथा पुलिस सूत्रों से बातचीत के आधार पर