UP News : बौडी बिल्डिंग के अनेक खिताब जीत चुके विमल सोनी को उन्नाव के तत्कालीन डीएम ने औफीसर्स क्लब में जिम ट्रेनर की नौकरी पर रखवा दिया था, जहां वह तमाम अधिकारियों के अलावा प्रतिष्ठित परिवार की महिलाओं को भी एक्सरसाइज कराता था. इसी दौरान एक दिन उस ने एक्सरसाइज करने वाली एकता गुप्ता की हत्या कर उस की लाश क्लब के गेट के पास ही दफना दी. आखिर उस ने ऐसा क्यों किया? पढ़ें, यह दिलचस्प कहानी. 

रोजरोज एकता द्वारा झगड़ा करने और धमकी दिए जाने से विमल तंग आ चुका था. उसे ऐसा लगने लगा था कि अगर एकता को नहीं मारा तो वह उसे जीने नहीं देगी. वह खुद भी विमल से शादी नहीं करना चाहती थी और उसे भी शादी करने से रोक रही थी. चूंकि विमल के पास कोई विकल्प नहीं बचा था, इसलिए उस ने उन की हत्या का प्लान तैयार किया. अजय देवगन की फिल्म ‘दृश्यम’ और ‘दृश्यम 2’ विमल ने कई बार देखी थी. उसी फिल्म की तर्ज पर उस ने हत्या करने और शव को ठिकाने लगाने का प्लान बनाया. जिस तरह फिल्म में शव को नवनिर्मित थाने में दफन कर दिया था. उसी तरह विमल ने भी हत्या के बाद शव को औफीसर्स क्लब में दफनाने का प्लान बनाया.

24 जून, 2024 की सुबह एकता जिम आई. एक्सरसाइज के बाद थकान कम करने वाले एनर्जी ड्रिंक में विमल ने नशीली गोलियां मिला दीं. फिर वह ड्रिंक एकता को पिला दिया. एकता का सिर कुछ भारी हुआ तो विमल ने उसे गाड़ी में जा कर बैठने को कहा. पीछे से वह भी वहां गया. गाड़ी के शीशे पर काली फिल्म लगी होने के कारण कोई उसे देख न सका. कार में बैठते ही एकता शादी की बात को ले कर झगडऩे लगी. विमल ने उसे समझाने की कोशिश की तो वह उस से उलझ गई और जोरजोर से चिल्लाने लगी. उस की इस हरकत पर विमल को भी गुस्सा आ गया. उस ने उसे चुप कराने के लिए एक घूंसा मार दिया. घूंसा उस के गले पर लगा. वह बेहोश हो गई. इस के बाद उस ने रस्सी व चुनरी से उस का गला घोंट दिया. इस दौरान उस की चूडिय़ां आदि भी टूट गईं.

प्लान के मुताबिक विमल ने एकता की डैडबौडी को गाड़ी में पीछे की सीट पर लिटा दिया. इस के बाद उस ने एक फावड़े का इंतजाम किया. फिर वह औफीसर्स क्लब पहुंचा. गेट की चाबी उस के पास ही थी. उस ने गेट खोला और कार अंदर ले जा कर खड़ी कर दी. गेट के पास पौधा लगाने को खोदे गए गड्ïढे को फावड़े से और गहरा किया फिर एकता के शव को गड्ïढे में दफना दिया, ऊपर से घासफूस डाल दी ताकि किसी को शक न हो. उस के बाद वह कार ले कर बाहर आ गया.

लाश को ठिकाने लगाने के बाद उस ने अपना और एकता का फोन और सिम दोनों तोड़ दिए. इस के बाद वह सीधा गंगा बैराज गया. एकता का बैग गंगा में फेंक दिया. वहां उस ने भी 2 बार सुसाइड करने की कोशिश की, लेकिन वह डर गया. उस ने घंटाघर पहुंच कर भांजे से अपने कपड़ों का बैग मंगवाया, फिर कार को अपनी बहन के घर के पास छोड़ कर झकरकटी बस अड्डा पहुंचा, फिर बस से फरार हो गया. पहले वह रिश्तेदार के घर महोबा गया. वहां से आगरा फिर दिल्ली पहुंचा. वहां से अमृतसर (पंजाब) गया. पंजाब में वह वेटर का काम करता रहा. अंत में पकड़ा गया.

एकता जिम से 8 बजे तक घर लौट आती थी, लेकिन उस दिन तो 10 बज चुके थे. वह वापस नहीं आई थी. उस का पति राहुल परेशान हो उठा. उस ने पत्नी को काल की तो उस का फोन बंद था. उस ने तब विमल सोनी को काल लगाई. फोन उस के भांजे अनिरुद्ध ने रिसीव किया. उस ने राहुल को बताया कि मामा गाड़ी ले कर निकल गए हैं. वह अपना फोन जिम में ही भूल गए हैं. राहुल ने एकता के बारे में पूछा तो उस ने बताया कि एकता जिम आई थी. एक घंटे बाद वह वापस चली गई.

जिम ट्रेनर पर क्यों हुआ शक

 

अब राहुल का माथा ठनका. वह एकता की तलाश में जुट गया. एकता का मायका उन्नाव के ऋषि नगर (शुक्लागंज) में था. वह सब से पहले ससुराल पहुंचा. उस ने ससुराल वालों को एकता के लापता होने की जानकारी दी. राहुल की बात सुन कर एकता के पेरेंट्स और भाई सन्न रह गए. मम्मी सुनीता व भाइयों ने कई बार एकता को काल की, लेकिन उस का मोबाइल फोन बंद था. उस ने अपने भाई व ससुराल वालों के साथ हर संभावित स्थान पर दोनों की तलाश शुरू की, लेकिन न तो एकता का पता चला और न ही विमल का.

हताश हो कर राहुल गुप्ता 24 जून, 2024 की शाम थाना कोतवाली जा पहुंचा. वहां उस समय कोतवाल संतोष कुमार शुक्ला को पत्नी एकता के गायब होने की सूचना दी. उस ने शक जताया कि जिम ट्रेनर विमल सोनी ने नशीला ड्रिंक पिला कर उस की पत्नी का किडनैप कर लिया है. उस के बैंक खाते में 55 लाख रुपए हैं तथा लाखों रुपए की ज्वैलरी भी उस के पास है. एसएचओ संतोष कुमार शुक्ला ने एकता के किडनैप की रिपोर्ट जिम ट्रेनर विमल सोनी के खिलाफ दर्ज कर ली. उन्होंने राहुल को आश्वासन दिया कि वह एकता की खोज जल्द ही करेंगे.

कोतवाल संतोष कुमार शुक्ला ने अपनी टीम के साथ जांच जिम से शुरू की. उन्होंने ग्रीन पार्क के जिम में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाला तो पता चला कि एकता 24 जून, 2024 की सुबह 5:53 बजे जिम आई थी और 7 बजे जिम से बाहर जाती दिखी. विमल सोनी की आई10 कार भी जिम की पार्किंग के गेट नंबर 2 से निकलती दिखाई दी. उस में एकता थी या नहीं, यह दिखाई नहीं दिया. क्योंकि कार के शीशे पर काली फिल्म चढ़ी थी. जिम में विमल का भांजा अनिरुद्ध मौजूद था. पुलिस ने उसे पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया.

पुलिस ने विमल सोनी की आई10 कार की तलाश कानपुर शहर के मुख्य मार्गों पर लगे सीसीटीवी कैमरों से शुरू की. कई दरजन सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने के बाद पता चला कि विमल की कार ग्रीन पार्क से निकल कर कंपनी बाग, गंगा बैराज गई. फिर वापस इसी मार्ग से आई और औफीसर्स क्लब की ओर 2 बार गई. विमल सोनी का भांजा अनिरुद्ध, जो जिम का कर्ताधर्ता था, अपनी मम्मी सोनी के साथ मिलिट्री कैंप कंपाउंड जूही में रहता था. पुलिस टीम वहां पर पहुंची तो बहन के घर से कुछ दूरी पर विमल की आई10 कार बरामद हो गई. कार बरामदगी की खबर राहुल गुप्ता को लगी तो वह भी कोतवाली आ गया.

पुलिस ने कार की तलाशी ली तो कार की पीछे की सीट के नीचे से टूटी हुई चूडिय़ां, चुनरी, टूटा क्लेचर, तौलिया, सिम ट्रे तथा रस्सी का टुकड़ा बरामद हुआ. बरामद सामान को पुलिस ने सुरक्षित कर लिया. सामान देख कर राहुल ने आशंका जताई कि एकता के साथ कुछ अनहोनी हुई है. वह घबरा उठा. उस के मन में तरहतरह की आशंकाएं उमडऩेघुमडऩे लगी थीं. एकता के पास एक बैग था, वह कार से बरामद नहीं हुआ था.

कोतवाली में पुलिस हिरासत में बैठे अनिरुद्ध से पुलिस टीम ने पूछताछ की तो उस ने बताया कि उसे एकता मैम और मामा विमल के बारे में कुछ भी पता नहीं है. विमल मामा जिम में बैग व मोबाइल फोन छोड़ कर चले गए थे. शाम को उन्होंने बैग व मोबाइल फोन घंटाघर मंगवाया था. सामान देने वह घंटाघर गया था. पूछताछ के बाद पुलिस ने उसे थाने से जाने दिया. क्योंकि उसे गिरफ्तार करने के लिए पुलिस के पास कोई सबूत न था.

विमल और एकता की काल डिटेल्स से खुले नए राज

 

अब तक की जांच में पुलिस को यह पता चल चुका था कि आरोपी जिम ट्रेनर विमल सोनी पहुंच वाला व्यक्ति है. उस की पूर्व व वर्तमान आईएएस व पीसीएस अफसरों से अच्छी जानपहचान है. एकता और विमल के मोबाइल फोन बंद होने से उन की लोकेशन ट्रेस नहीं हो पा रही थी. शक के आधार पर पुलिस ने विमल की बहन सोनी, भाभी कल्पना तथा पापा रामसेवक के फोन नंबरों को भी सर्विलांस पर लगा रखा था, लेकिन वह परिवार के किसी भी सदस्य के संपर्क में नहीं था. पुलिस ने एकता व विमल के फोन की काल डिटेल्स निकलवाई तो चौंकाने वाली बात सामने आई. काल डिटेल्स से पता चला कि एकता व विमल सोनी के बीच पिछले 6 महीनों में लगभग 60 घंटे बात हुई. यानी 10 घंटे हर माह. जिस से यह बात साफ हुई कि एकता और विमल के बीच लगभग 20 मिनट हर रोज बात होती थी.

पुलिस ने समझ लिया कि दोनों के बीच अफेयर था. प्रेम प्रसंग के चलते ही एकता विमल के साथ अपनी मरजी से गई है. उस का अपहरण नहीं हुआ. प्रेम प्रसंग का मामला समझ कर पुलिस हाथ पर हाथ रख कर बैठ गई. इधर जब एक महीने तक एकता को पुलिस नहीं खोज पाई तो राहुल चिंतित हो उठा. उसे एक तरफ बच्चों की चिंता थी तो दूसरी ओर पत्नी की. तीसरे बूढ़े पापा बीमार थे. एकता थी तब उन की सेवा होती थी. अब वह भी असहाय थे. राहुल की समझ में नहीं आ रहा था कि वह करे तो क्या करे.

अफसरों की चौखट पर दौड़ लगातेलगाते जब राहुल की चप्पलें घिस गईं और पत्नी का कुछ पता न चला, तब उस ने हाई लेवल सिफारिश की सोची. राहुल के रिश्ते के बहनोई की बहन आईबी दिल्ली में अफसर थी. राहुल ने बहनोई के मार्फत उन से मदद मांगी तो उन्होंने आईबी डायरेक्टर के माध्यम से सिफारिश कराई. कई अफसरों को फोन कराए. तब जा कर पुलिस सक्रिय हुई. एडीशनल सीपी (ला ऐंड आर्डर) हरीश चंदर तथा डीसीपी (पूर्वी) श्रवण कुमार सिंह ने एसीपी आशुतोष की निगरानी में पुलिस टीम का गठन किया और कहा कि एकता किडनैप केस का जल्द परदाफाश करे. इस के बाद टीम जीजान से जुट गई और हर बिंदु की बारीकी से जांच शुरू की.

टीम ने सख्ती से जांच शुरू की, सीसीटीवी फुटेज खंगाले, विमल के घर वालों व नातेरिश्तेदारों पर शिकंजा कसा तो टीम को जानकारी मिलने लगी. इसी जानकारी के आधार पर पुलिस टीम महोबा, आगरा, दिल्ली तथा पंजाब तक गई. पंजाब के अमृतसर में टीम को पता चला कि विमल यहां एक होटल में 20 दिन तक काम करता रहा. फोटो देख कर होटल मैनेजर ने विमल की पहचान की. विमल वहां नहीं मिला तो टीम वापस लौट आई.

घर वालों पर डाला गया दबाव आया काम

25 अक्तूबर, 2024 की दोपहर पुलिस टीम पूछताछ करने विमल की बहन सोनी के घर जूही मिलिट्री कैंप पहुंची. पुलिस अभी पूछताछ कर ही रही थी कि इसी दौरान विमल का फोन आया. विमल ने बहन को उस जगह के बारे में बताया, जहां वह खड़ा था. पुलिस टीम ने सोनी से फोन छीन लिया, फिर पुलिस टीम सादे कपड़ों में बस स्टैंड पहुंची और खलवा पुल पर खड़े विमल को घेराबंदी कर दबोच लिया. इस दरम्यान वह 3 इंसपेक्टरों से भिड़ गया और हाथापाई भी की. उस के पास से पुलिस को 2 मोबाइल फोन बरामद हुए.

विमल सोनी को थाना कोतवाली लाया गया तथा सूचना पुलिस अधिकारियों को दी गई. सूचना पाते ही एडिशनल सीपी हरीश चंदर तथा डीसीपी (पूर्वी) श्रवण कुमार सिंह कोतवाली आ गए. पुलिस अधिकारियों ने विमल सोनी से तीसरे राउंड की पूछताछ में और सख्ती बरती तो विमल बोला, ”सर, मैं ने एकता को मार डाला है और शव को गंगा में बहा दिया है.’’

यह जान कर पुलिस अधिकारियों के होश उड़ गए. पुलिस रात में ही उसे ले कर गंगा बैराज के अटल घाट पहुंची और एकता के शव की खोज नाव से अटल घाट से ले कर सरसैया घाट, भैरव घाट तथा बाबा घाट तक की, लेकिन उस की बात सच नहीं निकली. उस पर थोड़ी और सख्ती की गई तो वह पुलिस को बिठूर स्थित धु्रव टीला ले गया. वहां उस की निशानदेही पर खुदाई कराई, लेकिन शव बरामद नहीं हुआ. पुलिस समझ गई कि वह गुमराह कर रहा है.

पुलिस ने रात को ढाई बजे क्यों की प्रैस कौन्फ्रैंस

26 अक्तूबर, 2024 की शाम विमल पर और सख्ती की गई तो उस ने मुंह खोला और बताया कि उस ने 24 जून, 2024 को ही एकता को मार डाला था और उस की डैडबौडी डीएम आवास के बगल में औफीसर्स क्लब में गेट के पास गड्ढा खोद कर दफना दी थी. यह सुन कर पुलिस के होश उड़ गए. पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को सूचना दी गई. बड़े अफसरों से बात के बाद अति गोपनीय तरीके से खुदाई की.

पुलिस ने एकता के पति राहुल को सूचना दी तो वह अपने भाई हिमांशु के साथ कोतवाली आ गया. वहां उस का फोन जमा करा लिया गया. उसे यह नहीं बताया गया कि उसे किस वजह से बुलाया गया है. रात लगभग साढ़े 10 बजे पुलिस ने मुंह पर कपड़ा ढक कर आफीसर्स क्लब में प्रवेश किया. राहुल को भी वहां लाया गया. उस के बाद गेट बंद कर दिया गया ताकि अंदर कोई न आ सके. मीडिया से भी दूरी बनाई गई. 4 फीट खोदने के बाद गड्ढे से मानव सड़ांध की दुर्गंध आने लगी. कुछ और खुदाई के बाद सड़ागला शव दिखाई दिया. इस शव को गड्ढे के बाहर निकाला गया.

शव को राहुल ने देखा तो तुरंत पहचान लिया. उस ने पुलिस को बताया कि शव उस की पत्नी एकता गुप्ता का है. उस ने शव की पहचान एकता के कपड़ों व बालों से की.

सभी की लाडली क्यों थी एकता गुप्ता

सुबह एकता की हत्या और शव बरामद होने की खबर उस के मायके पहुंची तो रोताबिलखता पूरा परिवार पोस्टमार्टम हाउस हैलट जा पहुंचा. वहां राहुल भी बिलख रहा था. 27 अक्तूबर, 2024 को एडीशनल सीपी हरीश चंदर व डीसीपी (पूर्वी) श्रवण कुमार सिंह ने एकता हत्याकांड के संबंध में विमल सोनी से विस्तार से पूछताछ की तथा उस का बयान लिखित व रिकौर्ड कराया. एकता मर्डर की कहानी विमल की जुबानी इस तरह सामने आई.

उत्तर प्रदेश के उन्नाव जनपद का बड़ी आबादी वाला एक कस्बा है शुक्लागंज. इसी कस्बे के ऋषि नगर मोहल्ले में कैलाश पैलेस के पास गणेश प्रसाद गुप्ता अपने परिवार के साथ रहते थे. उन के परिवार में पत्नी सुनीता के अलावा 2 बेटे हिमांशु, आदित्य तथा एक बेटी एकता थी. गणेश प्रसाद कपड़ा व्यापारी थे, जिस से अच्छीखासी आमदनी होती थी. एकता गणेश प्रसाद गुप्ता की लाडली बेटी थी. 2 भाइयों के बीच वह इकलौती थी, इसलिए घर के सभी लोग उसे खूब प्यार करते थे. एकता जितनी खूबसूरत थी, उतनी ही हंसमुख भी थी.

एकता ने ग्रैजुएशन करने के बाद बीएड भी कर लिया था. वह अपने पैरों पर खड़े होने के लिए पढ़ाई जारी रखना चाहती थी, लेकिन गणेश प्रसाद व सुनीता को बेटी की पढ़ाई से ज्यादा उस के हाथ पीले करने की चिंता सताने लगी थी. कुछ समय बाद उन्हें राहुल नाम का लड़का पसंद आ गया. राहुल गुप्ता कानपुर शहर के सिविल लाइंस में स्थित गोपाल विहार बिन्नी विला सोसाइटी में रहता था. उस की मम्मी की मृत्यु हो चुकी थी और पापा भी अकसर बीमार रहते थे. राहुल पढ़ालिखा था. वह शेयर कारोबारी था.

इस के बाद वर्ष 2010 में सामाजिक रीतिरिवाज से एकता का विवाह राहुल गुप्ता के साथ धूमधाम से कर दिया. ससुराल आते ही एकता ने घर की जिम्मेदारी संभाल ली. सास थी नहीं, ससुर भी अस्वस्थ रहते थे. सो उन्होंने हंसीखुशी से घर व तिजोरी की चाबी संस्कारी बहू को सौंप दी थी. एकता पति का खयाल तो रखती ही थी, ससुर की सेवा में भी कोई कमी नहीं छोड़ती थी. उन्हें समय पर खाना देना, समय पर दवा देना वह कभी नहीं भूलती थी.

शादी के एक साल बाद एकता ने बेटी हर्षी को जन्म दिया. बेटी के जन्म के 2 साल बाद एक बेटे हार्दिक को जन्म दिया. बेटेबेटी के जन्म से उन का घरआंगन खुशियों से भर उठा था. समय बीतते दोनों बच्चे बड़े हुए तो स्कूल जाने लगे. चूंकि एकता पढ़ीलिखी थी, इसलिए उस ने बच्चों का एडमिशन अच्छे इंग्लिश मीडियम स्कूल में करा दिया. बच्चे स्कूल जाने लगे तो उस की जिम्मेदारियां भी बढ़ गईं.

जिम बना प्यार का जरिया

एकता अपने स्वास्थ्य के प्रति बेहद संजीदा रहती थी. उसे देख कर कोई अंदाजा नहीं लगा सकता था कि वह 12 और 10 साल के 2 बच्चों की मां है. अपने शरीर को फिट रखने के लिए एक दिन एकता ने पति से जिम जाने की परमीशन मांगी. राहुल पत्नी की इच्छा को इग्नोर नहीं कर सका, इसलिए उस ने एकता को जिम जाने की अनुमति दे दी. यही नहीं, उस ने कहा कि ग्रीन पार्क स्टेडियम में हाईटेक जिम है. वहां बड़े घरानों की महिला, पुरुष, अफसर व खिलाड़ी आते हैं. जिम ट्रेनर विमल सोनी से उस की जानपहचान भी है. वह उस से टिप्स ले भी चुका है. विमल को वह अपना गुरु मानता है और सम्मान भी करता है.

पति से जिम जाने की परमीशन मिली तो एकता खुशी से झूम उठी. उस के बाद मार्च 2023 में उस ने ग्रीन पार्क स्टेडियम स्थित हाईटेक जिम जाना शुरू कर दिया. इसी जिम में एकता की मुलाकात विमल सोनी से हुई. पहली ही मुलाकात में दोनों एकदूसरे से प्रभावित हुए. जिम आतेजाते एकता को पता चला कि विमल एक अनुभवी ट्रेनर है. वह खास लोगों, अफसरों व उच्च घरानों की महिलाओं को ही कसरत की ट्रेनिंग देता है. उस की पहुंच बड़े अफसरों तक है. यह सब देख कर एकता विमल से प्रभावित हुई. विमल के पिता रामसेवक वाल्मिकी कानपुर शहर के थाना रायपुरवा के शक्कर मिल खलवा में रहते थे. उन के परिवार में पत्नी के अलावा 3 बेटे व 4 बेटियां थीं. इन सभी में विमल सब से छोटा था. रामसेवक रोडवेज से रिटायर हो चुके थे. उन की पत्नी की मौत हो चुकी थी.

रामसेवक वाल्मिकी का सब से छोटा बेटा विमल अपने अन्य भाइयों से ज्यादा तेजतर्रार था. वह पढ़ालिखा तो ज्यादा नहीं था, लेकिन बातचीत में तेज था. वह अपने शरीर पर ज्यादा फोकस करता था. कसरत कर उस ने अपने शरीर को फौलाद जैसा बना लिया था. इसी बलबूते उस ने 2010 में कानपुर का बौडी बिल्डर का खिताब जीता. उस के बाद यूपी का बौडी बिल्डर का खिताब भी जीता. इस के बाद उस ने मुंबई में मिस्टर इंडिया बौडी बिल्डर प्रतियोगिता में हिस्सा लिया. वह खिताब तो नहीं जीत पाया, लेकिन पांचवें नंबर पर रहा. फिर वह कानपुर लौट आया और एक होटल में वेटर की नौकरी करने लगा.

इस की जानकारी मीडिया के माध्यम से तत्कालीन डीएम को हुई तो उन्होंने विमल को बंगले पर बुलवाया. उन्होंने अपने बंगले के बगल में बने औफीसर्स क्लब में उसे जिम ट्रेनर की नौकरी पर रखवा दिया.

एकता जिम ट्रेनर की शादी का क्यों कर रही थी विरोध

19 फरवरी, 2020 को ग्रीन पार्क स्टेडियम में हाईटेक जिम का उद्घाटन हुआ. सरकारी ग्राउंड पर बने इस जिम में ज्यादातर अफसर और उन की पत्नियां एक्सरसाइज करने आती थीं. यहीं पर विमल सोनी की तैनाती आउटसोर्सिंग के जरिए बतौर जिम ट्रेनर कराई गई. जिम की एक चाबी विमल के पास ही रहती थी. यही नहीं, उस ने वहां एक कमरा भी अलाट करा लिया था. उस का डीएम आवास व क्लब में बेधड़क आनाजाना था. वह क्लब के कमरे में ही 8-10 घंटे बिताता था. चूंकि उस की आईएएस व पीसीएस अफसरों से अच्छी जानपहचान थी, अत: वह अन्य कोचों पर खूब रौब गांठता था. उस की शिकायत करने की हिम्मत कोई भी नहीं जुटा पाता था.

राहुल गुप्ता की पत्नी एकता जिम जाने लगी तो विमल सोनी ही उसे एक्सरसाइज कराता था. एकता को जिम आतेजाते अभी एक महीना ही बीता था कि दोनों के बीच नजदीकियां बढऩे लगीं. नजदीकियां बढ़ी तो वे बाहर भी घूमने लगे. विमल के पास आई10 कार थी. यह कार उस के फ्रेंड शोएब की थी. इसी कार से एकता और विमल सैरसपाटा करते. ग्रीन पार्क की पार्किंग में भी दोनों कार में बैठ जाते और फिर घंटों बातें करते. चूंकि कार के शीशों पर काली फिल्म चढ़ी रहती, इसलिए उन्हें न कोई गौर से देख पाता और न ही उन के बीच हो रही बातों को सुन पाता.

एकांत में ज्यादा रहने पर जल्द ही उन के बीच अफेयर हो गया. दोनों के बीच हर रोज मोबाइल फोन पर भी बातचीत होने लगी. दोनो के बीच अफेयर चल ही रहा था कि इसी बीच एकता को पता चला कि विमल शादी करने जा रहा है. शायद उस की शादी तय भी हो गई है. शादी की बात एकता को अखर गई. उस ने इस बाबत विमल से पूछा तो उस ने पुष्टि की और कहा कि उस के पेरेंट्स जल्दी ही उस की शादी करने वाले हैं.

शादी की बात विमल के मुंह से सुन कर एकता का चेहरा तमतमा उठा. उस ने शादी का विरोध करते हुए कहा, ”जब हम दोनों का अफेयर चल रहा है तो तुम शादी क्यों कर रहे हो. तुम्हें मेरे साथ धोखा नहीं करना चाहिए था.’’

विमल ने किसी तरह एकता को समझाबुझा कर शांत किया, फिर वह घर चली गई. इस के बाद अकसर शादी को ले कर वादविवाद होने लगा. गुस्से में एकता कईकई रोज तक जिम नहीं जाती. विमल के मनाने पर ही वह जिम पहुंचती थी. 4 जून, 2024 को भी एकता और विमल के बीच शादी की बात को ले कर तूतूमैंमैं हुई. उस के बाद 20 दिन तक एकता जिम नहीं गई. शायद वह बीमार हो गई थी. लेकिन विमल को लगा कि एकता गुस्सा है, इसलिए उस ने एकता से मोबाइल फोन पर बात की और उसे जिम आने के लिए किसी तरह राजी किया.

जब वह जिम पहुंची तो एनर्जी ड्रिंक में नशीली दवा मिला दी. फिर कार में गला दबा कर उस की हत्या कर लाश भी ठिकाने लगा दी. हत्या में प्रयुक्त फावड़ा उस ने घटनास्थल पर ही झाडिय़ों में छिपा दिया था. कार व अन्य सामान पुलिस पहले ही बरामद कर चुकी थी.

पुलिस ने मृतका के पति राहुल को वादी बना कर बीएनएस की धारा 103/140/61 के तहत विमल सोनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया. हत्या का खुलासा करने तथा आरोपी को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम को पुलिस अधिकारियों ने एक लाख रुपए का इनाम देने की घोषणा की. 28 अक्तूबर, 2024 को पुलिस ने आरोपी विमल को कानपुर कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जिला जेल भेज दिया गया.

 

 

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