Karnataka News : ड्रग्स को ले कर एनसीबी की काररवाई जैसेजैसे आगे बढ़ रही है, बौलीवुड के बड़ेबड़े चेहरों से नकाब हट रहा है. यही हाल संदलवुड (कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री) का भी है. बेंगलुरु की सेंट्रल क्राइम ब्रांच और एनसीबी ने जब से संदलवुड की प्रसिद्ध अभिनेत्री रागिनी द्विवेदी और संजना गलरानी को ड्रग्स मामले में गिरफ्तार किया है तब से…
सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में ड्रग्स एंगल का खुलासा होने के बाद बौलीवुड एक बार फिर हिल गया है. सुशांत की गर्लफ्रैंड रिया चक्रवर्ती सहित कई अन्य लोगों की गिरफ्तारी के बाद बौलीवुड में नशीले पदार्थों का काला कारोबार सुर्खियों में आ गया. नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो लोगों से पूछताछ और तकनीकी साधनों से ड्रग्स सिंडीकेट के बौलीवुड कनेक्शन की परतें खोलने में जुटा है. इसी बीच, संदलवुड कहे जाने वाले कन्नड़ फिल्म उद्योग में भी ड्रग्स का जाल फैला होने का मामला उजागर हुआ है. हालांकि फिल्म उद्योगों में ड्रग्स के मामले पहली बार सामने नहीं आए हैं. इस से पहले संजय दत्त, ममता कुलकर्णी, फरदीन खान, शिल्पा सकलानी, विजयराज सहित अनेक अभिनेताअभिनेत्री इन मामलों में फंस चुके हैं.
बौलीवुड में जहां सुशांत और रिया को ले कर राजनीति हो रही है तो संदलवुड में ड्रग्स मामले में कुछ राजनेताओं के नाम सामने आए हैं. इसीलिए यह मामला सुर्खियों में भी आया. खास बात यह है कि दोनों फिल्म उद्योगों में ये मामले लगभग एक ही समय सामने आए हैं. इसी साल जुलाई महीने की 31 तारीख को बेंगलुरु में विदेशी डाकघर से नशीली गोलियों की बड़ी खेप बरामद हुई थी. भारत सहित कई देशों में प्रतिबंधित एक्सटेसी नाम की ये नशीली टैबलेट जर्मनी से औनलाइन मंगाई गई थीं. एक्सटेसी की गोलियां रेव और पर्सनल पार्टियों में इस्तेमाल होने वाली नशीली दवा है. नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने जांचपड़ताल की तो पता चला, ये गोलियां रहमान के. नामक युवक ने मंगाई थीं.
कई दिन की तफ्तीश के बाद एनसीबी ने अगस्त के तीसरे सप्ताह में रहमान के. को गिरफ्तार कर लिया. वाणिज्य स्नातक के. रहमान अपने कालेज के आसपास रहने वाले छात्रों को एक्सटेसी और दूसरी नशीली दवाएं बेचता था. उस ने ये नशीली गोलियां बिटकौइन के बदले खरीदी थीं. एनसीबी ने रहमान से कड़ी पूछताछ की. जिस में कई चौंकाने वाली जानकारियां मिलीं. पता चला कि ड्रग्स का कारोबार बेंगलुरु सहित पूरे कर्नाटक और अन्य राज्यों में बड़े पैमाने पर हो रहा है. यह भी पता चला कि कर्नाटक में नशीली दवा मारिजुआना का भी काफी इस्तेमाल हो रहा है. रहमान से मिली जानकारियों के आधार पर एनसीबी तेजी से सक्रिय हो कर ड्रग्स के रैकेट की छानबीन में जुट गई. करीब एक सप्ताह की भागदौड़ के बाद एनसीबी ने 21 अगस्त को बेंगलुरु के एक अपार्टमेंट पर छापा मार कर भारी मात्रा में एक्सटेसी, एमडीएमए, एलएसडी आदि नशीली दवाओं की खेप बरामद की.
इस मामले में एनसीबी ने एक बड़े ड्रग्स रैकेट का भंडाफोड़ कर एक महिला सहित 3 लोगों को गिरफ्तार किया. ये थे, एम. अनूप, आर. रविंद्रन और अनिखा डी. इन तीनों के बारे में पता चला कि ये हाईप्रोफाइल ड्रग पेडलर्स थे. पूछताछ में पता चला कि ये तीनों कन्नड़ फिल्म उद्योग में अभिनेताअभिनेत्रियों और संगीतकारों को ड्रग्स सप्लाई करते थे. इंद्रजीत लंकेश ने किया खुलासा इन तीनों से एनसीबी पूछताछ में जुटी थी कि फिल्म निर्माता और पत्रकार इंद्रजीत लंकेश ने मीडिया के सामने दावा किया कि पूरा संदलवुड ड्रग्स की चपेट में है. संदलवुड में ड्रग्स का नेटवर्क गहरे तक फैला है. वह ऐसे कई फिल्म अभिनेताओं को जानते हैं, जो गंभीर नशे के आदी हैं. कई युवा अभिनेता और अभिनेत्रियां रेव पार्टियों का आयोजन करते हैं. लंकेश ने कहा कि पुलिस उन्हें संरक्षण देगी, तो वे इस के कई तथ्य सामने रख देंगे.
जिस तरह मुंबई के फिल्म उद्योग को बौलीवुड कहा जाता है, उसी तरह कन्नड़ फिल्म उद्योग को संदलवुड कहते हैं. इंद्रजीत लंकेश कौन हैं, पहले यह बताना भी जरूरी है. सितंबर, 2017 में कर्नाटक की प्रमुख पत्रकार गौरी लंकेश की जघन्य हत्या हुई थी. गौरी लंकेश की हत्या पर पूरे भारत में बवाल मचा था. विदेश में भी आंदोलन हुए थे. गौरी के पिता पी. लंकेश कन्नड़ के नामी फिल्मकार और पत्रकार थे. गौरी की छोटी बहन कविता कन्नड़ अभिनेत्री हैं. इंद्रजीत लंकेश गौरी के भाई हैं. फिल्मकार इंद्रजीत लंकेश ने कई कन्नड़, तेलुगू और हिंदी फिल्मों का निर्देशन किया है. लंकेश ने 2001 में फिल्म निर्देशन से फिल्म लाइन में कदम रखा था. उन की डेब्यू फिल्म थी ‘थुंटाटा’. इस के बाद उन्होंने ‘लंकेश पैट्रिक’, ‘मोनालिसा’, ‘ऐश्वर्या’ व ‘लव यू आलिया’ सहित कई फिल्मों का निर्देशन किया.
इन में 2006 में आई फिल्म ‘ऐश्वर्या’ से बौलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण ने डेब्यू किया था. सन 2015 में बनी ‘लव यू आलिया’ से भूमिका चावला की अभिनय की यात्रा शुरू हुई थी. बहरहाल लंकेश ने कई सनसनीखेज दावे कर सब को हिला दिया. इस के तुरंत बाद बेंगलुरु पुलिस हरकत में आ गई. पुलिस की सेंट्रल क्राइम ब्रांच (सीसीबी) ने लंकेश से 4-5 घंटे तक पूछताछ की. बाद में क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने कहा कि इंद्रजीत लंकेश ने कुछ पुरानी घटनाएं बताई हैं. फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े कुछ नामों का खुलासा भी किया है, लेकिन अभी उन्होंने इस संबंध में कोई सबूत नहीं दिए हैं. हम ने उन्हें सबूत देने के लिए समय दिया है. क्राइम ब्रांच अब इस मामले की कानूनी तरीके से जांच करेगी.
दूसरी तरफ, सीसीबी की ओर से पूछताछ किए जाने के बाद लंकेश ने मीडिया से कहा कि उन्होंने सेंट्रल क्राइम ब्रांच को 15 नाम बताए हैं. ये प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से ड्रग्स स्कैंडल से जुड़े हुए हैं. संदलवुड का हाल भी बौलीवुड जैसा ही संदलवुड में ड्रग्स का चलन बड़े पैमाने पर होने की बातें सामने आने के बाद 30 अगस्त को कर्नाटक के गृहमंत्री बसावराज बोम्मई ने ड्रग्स के खिलाफ युद्ध की घोषणा करते हुए कहा कि पुलिस की सेंट्रल क्राइम ब्रांच को ड्रग्स और फिल्म उद्योग के बीच कथित संबंधों की जांच के निर्देश दिए गए हैं. इस के साथ ही सरकार फिलहाल बेंगलुरु में सामने आए ड्रग्स रैकेट का परदाफाश करने वाले नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो को पूरा सहयोग दे रही है. इंद्रजीत लंकेश से भी सूचनाएं साझा करने को कहा गया है.
इस के दूसरे ही दिन 31 अगस्त को गृहमंत्री बसावराज बोम्मई ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की बैठक कर ड्रग्स की रोकथाम और रैकेट की धरपकड़ पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि नशीले पदार्थों की तस्करी रोकने के लिए कर्नाटक सरकार की ओर से समन्वय समितियां बनाई जाएंगी. उन्होंने कहा कि बेंगलुरु के चारों तरफ सीमा क्षेत्र है. अनेकल पर तमिलनाडु की सीमा है और होस्टेस के पास आंध्र प्रदेश की सीमा. इन पड़ोसी राज्यों का भी सहयोग लिया जाएगा. राज्य सरकार की ओर से ड्रग्स रैकेट के खिलाफ कड़ी काररवाई की छूट मिलने के बाद पुलिस की सेंट्रल क्राइम ब्रांच ने जांचपड़ताल तेज कर दी. बेंगलुरु के पुलिस कमिश्नर कमल पंत ने काबिल अफसरों की कई टीमें बना कर उन्हें अलगअलग जिम्मेदारियां सौंपी.
विभिन्न सूत्रों से मिली सूचनाओं के आधार पर सीसीबी ने 2 सितंबर को कन्नड़ फिल्म अभिनेत्री रागिनी द्विवेदी को तलब किया. दूसरे दिन रागिनी ने सीसीबी अधिकारियों के समक्ष पेश होने के लिए 7 सितंबर तक का समय मांगा, लेकिन पुलिस ने उस के अनुरोध को खारिज कर दिया. सीसीबी ने 3 सितंबर को नया नोटिस जारी कर अभिनेत्री रागिनी को 4 सितंबर को उपस्थित होने को कहा. सीसीबी के नोटिस पर रागिनी ने ट्वीट कर कहा कि वह तुरंत पेश नहीं हो सकती. उन के पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है. किसी भी गैरकानूनी गतिविधि से उन का कोई संबंध नहीं है. रागिनी ने आगे कहा कि मेरे वकील पुलिस के सामने पेश हुए हैं और मेरे पेश होने के संबंध में असमर्थता जताई है. वकीलों ने समय मांगा, लेकिन पुलिस ने उन की मांग खारिज कर दी.
इधर, जांचपड़ताल में जुटी सीसीबी ने कन्नड़ फिल्म उद्योग से जुड़े ड्रग्स के मामले में 3 सितंबर को रविशंकर नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया. उसे अदालत में पेश कर 5 दिन के रिमांड पर लिया गया. वैसे तो रविशंकर सड़क परिवहन कार्यालय में लिपिक था, लेकिन उस की कन्नड़ फिल्म उद्योग में अच्छीखासी पैठ थी. वह अभिनेत्री रागिनी द्विवेदी का भी अच्छा दोस्त था. इस बीच, सीसीबी को कुछ गुप्त सूचनाएं मिलीं. सूचनाओं के अनुसार रागिनी ने अपने कुछ मोबाइल बदले थे. इस के बाद सीसीबी ने बिना समय गंवाए अदालत से सर्च वारंट हासिल किया, जिस के आधार पर 4 सितंबर की सुबह करीब साढ़े 6 बजे महिला अफसरों के साथ सेंट्रल क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने अभिनेत्री रागिनी द्विवेदी के बेंगलुरु स्थित आवास पर छापा मारा.
कई घंटों तक चली छापे की काररवाई के बाद पुलिस रागिनी को सीसीबी कार्यालय ले आई. ड्रग्स मामले में व्यापक पूछताछ के बाद सीसीबी ने शाम को रागिनी को गिरफ्तार कर लिया. बाद में अदालत ने रागिनी को पुलिस रिमांड पर भेज दिया. रागिनी द्विवेदी की गिरफ्तारी से मचा हड़कंप अभिनेत्री रागिनी द्विवेदी की गिरफ्तारी से संदलवुड में हड़कंप मच गया. रागिनी कन्नड़ फिल्मों की जानीमानी अभिनेत्री रही हैं. उन्होंने 2009 में ‘वीरा मदाकरी’ फिल्म से संदलवुड में कदम रखा था. बाद में उन्हें कैंपे गौड़ा, रागिनी आईपीएस, बंगारी, वीर मदाकरी, विलेन और शिवा जैसी फिल्मों से काफी शोहरत मिली. रागिनी का जन्म बेंगलुरु में हुआ था, लेकिन उन के परिवार का ताल्लुक हरियाणा के रेवाड़ी से है.
ड्रग्स के मामले में सीसीबी ने 4 सितंबर को रागिनी की गिरफ्तारी के बाद राहुल शेट्टी और विरेन खन्ना नाम के 2 लोगों को और गिरफ्तार कर लिया. इन में विरेन को दिल्ली से पकड़ा गया. वह रेव पार्टियों के आयोजन करता था. बाद में लूम पीपर सांबा को भी पकड़ा गया. लूम पीपर अफ्रीकी नागरिक है और ड्रग्स सप्लाई करता था. इन गिरफ्तारियों के साथ ही बेंगलुरु की सेंट्रल क्राइम ब्रांच ने रागिनी सहित 13 लोगों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट में 2 अलगअलग मामले दर्ज किए. इन में रागिनी द्विवेदी, शिवप्रकाश, विरेन खन्ना, प्रशांत रांका, वैभव जैन, आदित्य अल्वा, लूम पीपर सांबा, प्रशांथ राजू, अश्विनी, अभिस्वामी, राहुल थोंसे और विजय आदि को आरोपी बनाया गया.
पुलिस ने कहा कि ये लोग ड्रग तस्करों के माध्यम से पार्टियों में नशीले पदार्थों की आपूर्ति करते थे. इन में लूम पीपर को छोड़ कर बाकी सभी लोग बेंगलुरु के बताए गए. आरोपी बनाया गया आदित्य अल्वा पूर्व दिवंगत मंत्री जीवाराज का बेटा है. वह बौलीवुड अभिनेता विवेक ओबेराय का साला भी है. रविशंकर के खिलाफ एक अलग मामला दर्ज किया गया. रागिनी की गिरफ्तारी के बाद कर्नाटक की भाजपा सरकार पर विपक्ष ने कई आरोप लगाए. इस का कारण यह था कि रागिनी ने 2019 के विधानसभा उपचुनाव में भाजपा के पक्ष में प्रचार किया था. विपक्ष के सवालों पर कर्नाटक प्रदेश भाजपा ने 6 सितंबर को कहा कि ड्रग्स मामले में पकड़ी गई कन्नड़ अभिनेत्री रागिनी कभी भी पार्टी की सदस्य नहीं रही.
भाजपा प्रवक्ता कैप्टन गणेश कार्णिक ने कहा कि उपचुनाव में विभिन्न क्षेत्रों से सैकड़ों हस्तियों ने भाजपा के लिए प्रचार किया था. हो सकता है रागिनी उन में से एक रही हो, लेकिन रागिनी न तो भाजपा की सदस्य है और न ही पार्टी ने उन्हें प्रचार की कोई जिम्मेदारी सौंपी थी. 7 सितंबर को बेंगलुरु की एक अदालत ने रागिनी को 5 दिन के लिए दोबारा पुलिस रिमांड पर भेज दिया. सीसीबी के अधिकारियों ने रागिनी को वीडियो कौन्फ्रैंसिंग के जरिए अदालत में पेश किया. पुलिस ने कहा कि अभिनेत्री जांच में सहयोग नहीं कर रही, इसलिए 5 दिन का दोबारा रिमांड दिया जाए. रिमांड के दौरान पूछताछ में पता चला कि रागिनी ने डिजिटल सबूत मिटाने के लिए अपने मोबाइल फोन से सारे मैसेज हटा दिए थे. हालांकि बाद में सीसीबी अधिकारियों ने इन में से काफी मैसेज रिकवर करने में सफलता हासिल कर ली.
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा ने 7 सितंबर को कहा कि यह अभियान मादक पदार्थों के तस्करों और नशे का कारोबार करने वालों के खिलाफ चल रहा है. इन अपराधों में शामिल किसी भी व्यक्ति को बचाने का सवाल ही नहीं है. कन्नड़ फिल्म जगत में ड्रग्स के सेवन की जांचपड़ताल के बीच, सेंट्रल क्राइम ब्रांच ने 8 सितंबर की सुबह अभिनेत्री संजना गलरानी को बेंगलुरु में उस के इंदिरा नगर स्थित आवास पर छापा मार कर गिरफ्तार कर लिया. इसी दिन पुलिस ने पहले से गिरफ्तार विरेन खन्ना के आवास पर भी छापेमारी की. दोनों जगह सर्च वारंट के जरिए छापा मारा गया. इन छापों के बाद बेंगलुरु के जौइंट पुलिस कमिश्नर संदीप पाटिल ने कहा कि संजना और विरेन के घरों से कई चीजें मिली हैं, जिन की जांच की जा रही है. विरेन खन्ना के घर से कर्नाटक पुलिस की वर्दी मिली है.
इस की भी जांच की जा रही है कि वर्दी क्यों और किस मकसद से रखी गई थी. पाटिल ने कहा कि अभिनेत्री संजना गलरानी पर उस वक्त से नजर रखी जा रही थी, जब उन के दोस्त राहुल के खिलाफ ड्रग्स से जुड़े मामले में मुकदमा दर्ज किया गया था. पाटिल ने कहा कि ड्रग्स मामले की जांच बहुत गहराई से हो रही है. इस मामले में कुछ और लोगों से पूछताछ की जाएगी. अभिनेत्री संजना गलरानी ने तमिल फिल्म ‘ओरु कधल सेवीर’ के जरिए 2006 में फिल्म जगत में कदम रखा था. उन्होंने कन्नड़ फिल्म ‘गंदा हेंताथी’ सहित अनेक फिल्मों में अभिनय किया. कन्नड़ फिल्म उद्योग के कलाकारों और बेंगलुरु की कई नामी हस्तियों के ड्रग्स इस्तेमाल करने के मामले की पुलिस और एनसीबी की जांच के बीच सितंबर के दूसरे सप्ताह में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी शामिल हो गया.
ईडी ने संदलवुड ड्रग्स मामले में मनी लौंड्रिंग का एक केस दर्ज किया. ईडी ने सेंट्रल क्राइम ब्रांच के अधिकारियों से इस मामले से संबंधित दस्तावेज उपलब्ध कराने को कहा, जो मिल गए. ईडी को संदेह था कि ये लोग मनी लौंड्रिंग के मामले में भी शामिल हो सकते हैं. पुलिस की ओर से गिरफ्तार और मुकदमों में नामजद ज्यादातर लोगों का विदेशों में आनाजाना लगा रहता था. कुछ का रियल एस्टेट का कारोबार भी था. इन का बड़ा हवाला नेटवर्क भी हो सकता था. ईडी के अधिकारियों ने भी इस सिलसिले में सीसीबी की ओर से गिरफ्तार लोगों से पूछताछ की. सोने की तस्करी से जुड़े लोगों पर ड्रग्स तस्करी का संदेह ईडी के अधिकारियों ने 9 सितंबर को बेंगलुरु की एक अदालत को जानकारी दी कि केरल में सोने की तस्करी के तार बेंगलुरु के ड्रग तस्करों से जुड़े हो सकते हैं.
ईडी ने केरल के बहुचर्चित सोना तस्करी मामले में पिछले दिनों गिरफ्तार की गई स्वप्ना सुरेश सहित 3 आरोपियों की न्यायिक हिरासत बढ़ाने की मांग करते हुए अदालत से कहा कि बेंगलुरु ड्रग तस्करी में शामिल आरोपियों पर सोना तस्करी के आरोपियों की मदद करने का संदेह है. इधर, बेंगलुरु पुलिस की सेंट्रल क्राइम ब्रांच की हिरासत के दौरान अभिनेत्री रागिनी ने 10 सितंबर को केसी जनरल हौस्पिटल में अपने यूरीन में पानी मिला कर ड्रग्स टेस्ट में धोखा देने की कोशिश की. हालांकि डाक्टर ने सैंपल में पानी की पहचान कर ली. इस के बाद रागिनी का दोबारा यूरीन सैंपल लिया गया. डाक्टरों के मुताबिक यूरीन टेस्ट से यह पता किया जाता है कि पिछले कुछ दिनों में उस व्यक्ति ने कौन सा ड्रग्स लिया है. पानी की मात्रा से यूरीन का टेंपरेचर कम हो जाता है. सीसीबी अधिकारियों ने 11 सितंबर को अदालत में इस घटना का जिक्र करते हुए रागिनी का और रिमांड मांगा.
अदालत ने उसे 3 दिन के रिमांड पर पुलिस को सौंप दिया. पुलिस ने इस से पहले 4 सितंबर को रागिनी और 8 सितंबर को संजना की गिरफ्तारी के बाद भी इन दोनों का यूरीन टेस्ट लिया था. इन दोनों के बालों के सैंपल भी लिए गए थे. बालों के सैंपल से ड्रग्स का पता लगाया जाता है. सीसीबी ने इसी मामले में 11 सितंबर को प्रतीक शेट्टी को गिरफ्तार किया. वह सौफ्टवेयर इंजीनियर है. इस से पहले वह 2018 में डेढ़ किलो कोकीन और करीब डेढ़ करोड़ रुपए कीमत की 1930 एक्सटेसी टैबलेट के साथ पकड़ा गया था. पुलिस के अनुसार, प्रतीक 2010 से हाईप्रोफाइल पार्टियों के लिए ड्रग्स का इंतजाम करता रहा था. उस के नाइजीरिया, अफ्रीका और लैटिन अमेरिका के नशे के कारोबारियों से सीधे संबंध बताए जाते हैं.
बाद में 13 सितंबर को एक अन्य आरोपी वैभव जैन को हिरासत में ले लिया गया. वह कोरोना पौजिटिव होने के कारण एक निजी हौस्पिटल में क्वारेंटाइन था. पुलिस को वैभव का मोबाइल नंबर रागिनी की काल डिटेल्स में मिला था. वैभव भी ड्रग्स पेडलर्स और हाईप्रोफाइल पार्टियों का आर्गनाइजर रहा है. उस के विरेन खन्ना, रविशंकर व राहुल वगैरह से अच्छे संबंध थे. कई नेताओं के भी नाम सीसीबी ने समन जारी कर एक्टीविस्ट प्रशांथ संपर्गी को 13 सितंबर को पुलिस हैडक्वार्टर बुलाया और उन से 2 घंटे तक सवालजवाब किए. प्रशांथ ने इस से पहले रेव पार्टियों के आयोजन में कुछ राजनेताओं के शामिल होने का बयान दिया था. प्रशांथ से इसी सिलसिले में पूछताछ की गई. ड्रग्स मामले में सीसीबी को कुछ राजनेताओं के भी शामिल होने की जानकारियां मिलीं.
इस संबंध में सबूत जुटाए जा रहे हैं. कहा जाता है कि अभिनेत्री संजना गलरानी एक विधायक से सीधे तौर पर जुड़ी हुई थी. इस विधायक और कन्नड़ फिल्म अभिनेत्री व अभिनेताओं ने श्रीलंका के एक कैसिनो में एक हाईप्रोफाइल पार्टी में हिस्सा लिया था. इस मामले में राजनेताओं के नाम भी सामने आने से राजनीति होने के साथ आरोपप्रत्यारोप लगने लगे. विपक्ष के नेता सिद्धरमैया का दावा है कि कर्नाटक सरकार ड्रग्स मामले की आड़ में कोरोना और बाढ़ जैसे मुद्दों के कुप्रबंधन से जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ भाजपा इस मामले में अपने नेताओं को बचाने की कोशिश कर रही है. विपक्ष के नेताओं को बदनाम किया जा रहा है.
उन्होंने इस मामले में कांग्रेस विधायक जमीर अहमद खान का नाम कथित तौर पर जोड़े जाने पर कहा कि किसी का नाम उसे बदनाम करने के लिए बेवजह नहीं घसीटा जाना चाहिए. बहरहाल, संदलवुड ड्रग्स मामले की जांच बेंगलुरु की सेंट्रल क्राइम ब्रांच के अलावा केंद्रीय एजेंसी नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और प्रवर्तन निदेशालय भी कर रहा है. मामले में कुछ और प्रमुख लोगों की गिरफ्तारियां हो सकती हैं. भले ही कितनी भी गिरफ्तारियां हो जाएं, लेकिन पैसे की चकाचौंध और नशे के चरम सुख में नेता अभिनेताओं से जुड़ा नशे का नेक्सस टूट पाना बहुत मुश्किल है.