Crime News : नाइजीरिया के कई गिरोह दिल्ली में रह कर लोगों से पहले फेसबुक के माध्यम से दोस्ती करते हैं और फिर मोटा गिफ्ट भेजने के नाम पर ठगी करते हैं. ऐसे गिरोह में लड़कियां भी होती हैं. यह सारा लालच का खेल है. जो लालच में फंसा, समझो उस के 5-10 लाख रुपए गए. आश्चर्य की बात यह कि इस के शिकार पढ़ेलिखे लोग होते हैं. डाक्टर साधना भी…

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के पीजीआई अस्पताल के पास फ्लैट में रहने वाली डाक्टर साधना कुमार अस्पताल में काम करने के साथसाथ प्राइवेट अस्पताल में भी मरीजों को देखने का काम करती थीं. उन के मन में था कि अगर यूएसए यानी अमेरिका में उन की जौब लग जाए तो वहां जाने से जिंदगी संवर सकती है. तमाम महिलाओं की तरह डाक्टर साधना फेसबुक और इंस्टाग्राम पर बहुत एक्टिव रहती थीं. कई बार रात को जब समय मिलता तो फेसबुक और मैसेंजर पर फ्रैंडलिस्ट में शामिल लोगों से बातचीत भी करती थीं. अगस्त माह की बात होगी. एक दिन उन्होंने देखा कि उन के फेसबुक पर अमेरिका में रहने वाले डेविड एलेक्स नाम के अमेरिकी युवक की फ्रैंड रिक्वेस्ट आई हुई थी.

डाक्टर साधना के मन में अमेरिका में रहने और किसी अमेरिकी से करीबी संबंध बनाने की इच्छा बलवती हुई. डेविड एलेक्स की प्रोफाइल देखने से लग रहा था कि वह युवा है. एलेक्स अमेरिका की कई मैडिकल संस्थाओं से भी जुड़ा था. ऐसे में डाक्टर साधना को लगा कि उस के साथ परिचय और फेसबुक पर जानपहचान करने में कोई बुराई नहीं है. साधना ने डेविड एलेक्स की फ्रैंड रिक्वेस्ट स्वीकार कर ली. फ्रैंड रिक्वेस्ट स्वीकार करते ही 5 मिनट में उधर से फेसबुक मैसेंजर पर ‘हेलो’ का मैसेज आया. साधना ने भी ‘हेलो’ कहा. इस के बाद दोनों के बीच फेसबुक मैसेंजर पर चैटिंग का सिलसिला शुरू हो गया. धीरेधीरे उन की आपस में तमाम तरह की बातें होने लगीं.

हो गई दोस्ती साधना व्यस्तता के चलते आमतौर पर रात में ही अपना फेसबुक खोल पाती थी. वह जब भी अपना फेसबुक खोलती तो मैसेजर पर कोई ना कोई मैसेज पड़ा होता था. साधना और डेविड एलेक्स के बीच बातचीत शुरू हुए एक महीने से अधिक का समय बीत गया था. अक्तूबर महीने में दशहरे और नवरात्रि का त्यौहार आया. इस दौरान साधना ने दोनों फेस्टिवल की तैयारियों के अपने फोटो फेसबुक पर पोस्ट किए. डेविड एलेक्स ने बधाई दी और इस के बाद मैसेंजर पर दोनों त्यौहारों के बारें में बातें भी कीं. अंत में डेविड एलेक्स ने साधना को लिखा, ‘दोस्त, मैं तुम्हें कुछ उपहार भेजना चाहता हूं.’

साधना ने लिखा, ‘इस की जरूरत नहीं है. बिना उपहार के भी दोस्ती चलती है. जब हम मिलेंगे तब उपहार लेंगे. आप को जब इंडिया आना हो तो लखनऊ भी आना, आप से मिल कर अच्छा लगेगा.’ डेविड एलेक्स ने साधना की बात नहीं मानी और उन्हें उपहार देने के लिए मना लिया और उन का पोस्टल एड्रैस और फोन नंबर भी ले लिया. अब दोनों के बीच फेसबुक के साथसाथ वाट्सऐप पर भी बातचीत होने लगी. बातचीत में डेविड एलेक्स बहुत सज्जन सीधा लग रहा था. साधना उस पर अब पूरी तरह से भरोसा करने लगी थीं. डेविड एलेक्स ने कहा था कि वह यूएस में उन्हें जौब दिलाने में मदद करेगा.

15 अक्तूबर की बात है. साधना को फोन आया, जिस में कहा गया कि दिल्ली एयरपोर्ट पर आप का एक कोरियर आया है, जो यूएसए के डेविड एलेक्स ने भेजा है. उन्होंने अमेरिका का टैक्स भुगतान कर दिया है पर भारत में लगने वाले टैक्स का भुगतान आप को करना है. इस एवज में आप 82 हजार रुपए बैंक खाते में जमा करा दें. साधना ने मैसेज कर के एलेक्स को पूछा तो उस ने कहा, ‘दोस्त, इंडियन मनी आप दे दो. मै आप के खाते में पैसा भेज दूंगा.’ डेविड एलेक्स ने जिस शालीनता के साथ जवाब दिया, साधना मना नहीं कर पाईं. उन्होंने 82 हजार रुपए बैंक खाते में जमा करा दिए.

डाक्टर साधना फंस गईं जाल में एक दिन बाद ही दिल्ली एयरपोर्ट कस्टम विभाग के नाम से दूसरा फोन आया. साधना ने ‘ट्रूकालर’ पर चैक किया तो दिल्ली एयरपोर्ट दिखा रहा था. यह फोन करने वाली महिला ने बताया, ‘मैम, पार्सल में 56 हजार पाउंड कैश है. यह सीधा आपराधिक मामला है. मनी लौंड्रिंग का केस बनता है. आप ने इस के लिए 82 हजार रुपए बैंक में जमा भी कराए हैं. इस से साफ है कि मामला गंभीर है. अब इस की जांच ईडी को दी जाएगी.’

यह सुन कर साधना घबरा गईं. इस के बाद बातचीत में दोबारा काल करने के लिए कहा गया. साधना ने फिर डेविड एलेक्स को मैसेज भेजा और उसे सारी बात बताई. उस ने कहा कोई बात नहीं तुम्हारे यहां के लोग रिश्वत चाहते हैं. तुम कुछ पैसे रिश्वत में दे कर पार्सल छुड़ा लो, वरना वे लोग दिक्कत कर सकते हैं. पैसा तो तुम को मिल ही रहा है.’

साधना को बात तो अच्छी नहीं लगी. पर अनमने मन से उन्होंने बताए गए खाते में 4 लाख 30 हजार रुपए और जमा करा दिए. इस तरह साधना के पास से करीब 5 लाख रुपए चले गए. अब यह चिंता की बात बन गई थी. साधना ने यह बात अपनी एक मित्र से बताई. उस ने कहा, ‘साधना तुम किसी फ्रौड में उलझ गई हो.’ इस के बाद भी साधना को डेविड एलेक्स पर यकीन बना हुआ था. 17 अक्तूबर को दिल्ली का आयकर विभाग दिखा रहे फोन नंबर से काल आई. उस में साधना को आयकर का डर दिखाते हुए 5 लाख और जमा कराने को कहा गया. साधना ने डेविड एलेक्स को जब गुस्से में मैसेज किया तो उस ने उन के किसी मैसेज का जबाव नहीं दिया.

परेशान साधना ने फेसबुक पर जा कर मैसेज किया तो डेविड एलेक्स ने साधना को फेसबुक और वाट्सऐप से ब्लौक कर दिया. पूरी जानकारी साधना ने अपनी दोस्त को बताई तो उस ने कहा, ‘साधना, यह पूरी तरह फ्रौड था. उस ने तुम से ठगी कर ली है.’ ठगी गई साधना साधना को कुछ बोलते नहीं बन रहा था. दोस्तों ने सभी नंबर पर काल करनी शुरू की तो सभी नंबर बंद हो चुके थे. बैंक से पता करने पर बैंक खाते का कोई पता नहीं चला. 19 अक्तूबर को साधना ने पीजीआई थाने में डेविड एलेक्स के खिलाफ धारा 420 और आईटीएक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया. मामला दिल्ली और साइबर क्राइम से जुड़ा था तो लखनऊ के पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय ने जांच के लिए यह मामला स्पैशल टास्क फोर्स को सौंप दिया.

प्रभारी पुलिस अधीक्षक एसटीएफ विशाल विक्रम सिंह ने अपनी टीम के लोगों को मामले की छानबीन का काम सौंप दिया. एसटीएफ ने जब जांच शुरू की तो पता चला कि डेल्टा एगबोर नाइजीरिया के रहने वाले थियाम बालदे और अशातु नाम की युवती ने डेविड एलेक्स के नाम पर फेसबुक प्रोफाइल बना कर इस पूरे खेल को अंजाम दिया था. थियाम ने यूएसए के युवक डेविड एलेक्स की प्रोफाइल फोटो लगा कर फरजी फेसबुक आईडी बनाई थी. इस के बाद थियाम ने पीजीआई क्षेत्र में रहने वाली महिला डाक्टर साधना प्रसाद को फ्रैंड रिक्वेस्ट भेजी थी. इस के बाद थियाम और साधना के बीच चैटिंग शुरू हो गई. थियाम ने बातों में उलझा कर डाक्टर साधना को महंगा गिफ्ट भेजने का झांसा दिया.

यह कोई नई बात नहीं थी,ठगी के ऐसे मामले होते रहते हैं और खूब होते हैं. खास बात यह कि ठगी के ऐसे मामलों में पढ़ेलिखे लोग ही फंसते हैं. बात यह कि इस तरह की ठगी ज्यादातर इंडिया में बैठे नाइजीरियन करते हैं. डाक्टर साधना भी ऐसे ही लोगों के चक्कर में फंस गई थीं. आखिर पकड़े गए ठग ठगी का एहसास होने पर डाक्टर साधना ने पुलिस से शिकायत की. जांच के बाद एसटीएफ ने ठगी का खुलासा किया. थियाम बालदे व अशातु दिल्ली के निलोठी निहालपुर में रहते थे. यहीं रह कर ये दोनों इस तरह की ठगी करते थे.

जांच में पता चला कि थियाम वर्ष 2018 में भारत आया था. फरवरी, 2020 में उस का वीजा समाप्त हो गया था. इस के बाद उस के पास पैसे भी कम होने लगे तो उस ने अपनी प्रेमिका अशातु के साथ मिल कर यूएसए के लोगों के फोटो लगा कर 6 लोगों की फरजी फेसबुक प्रोफाइल बनाई थी. इस गिरोह में कई भारतीय भी शामिल थे, जिन के खातों में रुपए मंगाए जाते थे. थियाम महिलाओं को प्रेमजाल में फंसाता था और उस की प्रेमिका अशातु युवकों को झांसे में लेती थी. एसटीएफ की टीम ने सर्विलांस की मदद से दोनों आरोपियों थियाम बालदे व अशातु को गिरफ्तार कर लिया.

पुलिस ने दोनों के पास से 2 लैपटौप, 2 पासपोर्ट, 8 मोबाइल फोन और 17 सौ रुपए नकद आदि सामान बरामद किया. एसटीएफ की जांच में पता चला कि इन लोगों ने केवल डाक्टर साधना को ही अपने जाल में नहीं फंसाया, बल्कि लखनऊ के साथसाथ दिल्ली, चेन्नई और मुंबई जैसे बड़े शहरों के तमाम लोगों को ठगा था. इन्होंने करीब 10 करोड़ रुपए से अधिक की ठगी की थी. इन लोगों ने कुछ स्थानीय खाताधारकों को अपने जाल में फंसा रखा था, जिन के खाते में पैसा जमा कराया जाता था. इस के बदले में उन्हें अच्छाभला पैसा मिलता था. थियाम बालदे ने बताया कि ‘पहले हम लोग दिल्ली में इस तरह की छोटीछोटी ठगी करते थे. धीरेधीरे दिल्ली के बाहर के शहरों के लोगों को निशाने पर लिया. मेरी प्रेमिका अशातु इस में साथ देती थी.

अशातु युवकों को अपने जाल में फंसाती थी. हम लोग अमेरिका और सऊदी अरब के लोगों के नाम पर फेसबुक बनाते थे. क्योंकि वहां के लोग पैसे वाले भी होते है और शौकीनमिजाज भी. लोगों से ठगी करने के लिए उपहार देने के अलावा किसी को शादी कर विदेश ले जाने और किसी को विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर फंसाया जाता था. उपहार भेजने वाले लोगों को फरजी नंबरों से कस्टम, इनकम टैक्स और एयरपोर्ट के अधिकारी बन कर ठगी की जाती थी. ऐसे लोग फंसने के बाद जेल जाने के डर से पैसा दे देते थे.

—कथा पुलिस सूत्रों पर आधारित है. डाक्टर साधना कुमार का नाम बदल दिया गया है.

 

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