अनीता दूसरे दिन सेठ मंगतराम के दफ्तर में आई, तो और ज्यादा कहर बरपा रही थी. सभी उसे ही देख रहे थे. सेठ भी उसे देखते रह गए. आखिर ऐसा क्या कह दिया था उसने ?
अनलिमिटेड कहानियां-आर्टिकल पढ़ने के लिए आज ही सब्सक्राइब करें
मनोहर कहानियां पर आपको मिलेंगी एक से बढ़कर एक क्राइम स्टोरीज, सस्पेंस थ्रिलर से भरपूर अपराध कथाएं, प्यार और धोखे की दिलचस्प कहानियां, मर्डर मिस्ट्री और भी बहुत कुछ. ऐसी ही अनगिनत कहानियों को पढ़ने के लिए आज ही कीजिए सब्सक्राइब...