28 वर्षीय प्रिया ( बदला नाम ) भोपाल के एशबाग इलाके में रहती है उसकी शादी कुछ साल पहले अनिमेश ( बदला नाम ) से धूमधड़ाके से हुई थी. शादी के बाद कुछ वक्त तो अच्छे से गुजरा लेकिन इसके बाद पति पत्नी में खटपट होने लगी जिसके चलते प्रिया ने अनिमेश के खिलाफ दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज करा दिया और मायके भाई भाभियों के पास आकर रहने लगी .
वक्त काटने प्रिया सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने लगी जहां उसकी जान पहचान मुंबई निवासी आरिफ़ उर्फ अरमान शेख से हुई . जल्द ही दोनों की जान पहचान दोस्ती से होते प्यार में तब्दील हो गई और वे फोन और व्हाट्स एप पर लंबी लंबी अंतरंग बातें और चेटिंग करने लगे. यह फेसबुकिया प्यार अंतरंगता की तमाम सीमाएं पार कर जैसा कि अक्सर होता ही है शरीर की जरूरत तक आ पहुंचा तो नवंबर 2018 में आरिफ प्रिया से मिलने भोपाल आ पहुंचा और अस्सी फीट रोड स्थित एक होटल में ठहरा . प्रिया उससे मिलने होटल गई और उसी दिन दोनों के बीच शारीरिक संबंध भी बन गए .
4 जून 2018 को प्रिया ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि आरिफ उसे ब्लेकमेल कर रहा है और 50 हजार रुपये के लिए उस पर अड़ी डाल रहा है. दरअसल में होटल में अंतरंग लम्हों के दौरान आरिफ ने प्रिया की अश्लील फिल्म बना ली थी और उसे वायरल करने की धमकी देने लगा था. प्रिया ने पैसे नहीं दिये तो आरिफ ने अपनी धमकी पर खरा उतरते उसकी अश्लील फोटो उसकी बहिन, बहनोई और भाई को भेज भी दीं. ये फोटो देख सभी स्वभाविक रूप से सकते में आ गए. एक तो वे पहले से ही प्रिया को लेकर तनाव में थे ऊपर से यह बैठे ठाले की मुसीबत नया सरदर्द साबित हो रही थी .
प्रिया के घर बालों को समझ आ गया था कि मामला उलझ गया है और इस बात की कोई गारंटी नहीं कि एक बार 50 हजार लेने के बाद आरिफ मान जाएगा क्योंकि ऐसे मामलों में ब्लेकमेलर का पेट कभी भरता नहीं और वे हर कभी पैसों की मांग करने लगते हैं. लिहाजा आरिफ़ नाम की बला से छुटकारा पाने उन्होंने पुलिस का सहारा लेना मुनासिब समझा जो एक समझदारी भरा कदम था लेकिन जैसे ही अनिमेश को यह बात पता चली तो उसने प्रिया पर तलाक का मुकदमा ठोक दिया .
अनिमेश को बेहतर मालूम है कि कोई इस बात पर भरोसा नहीं करेगा कि आरिफ़ ने प्रिया के साथ ज़ोर ज़ोर जबरजसती से ही संबंध बनाए होंगे क्योंकि प्रिया कोई दूध पीती बच्ची नहीं है जो इस कथित जबरजस्ती का विरोध नहीं कर पाती और दूसरे वह खुद अपनी मर्जी से अपने मुंबइया आशिक से चोरी छिपे मिलने होटल गई थी और सहमति से संबंध बनाए थे. और अगर ऐसा था भी तो उसने तुरंत क्यों रिपोर्ट नहीं लिखाई और तभी क्यों लिखाई जब आरिफ ने अपना असली रंग दिखाया .
फेसबुकिया प्यार का इस तरह का यह कोई पहला या आखिरी मामला नहीं है जिसमें औरत यूं दौराहे पर आ खड़ी हुई हो. पति से अलगाव झेल रही प्रिया को आरिफ़ में कोई भावनात्मक सहारा दिखा था या वह भी अपनी शारीरिक जरूरत पूरी करने आरिफ़ को ढील और शह दे रही थी यह तो वही जाने लेकिन वह कतई बुद्धिमानी का काम नहीं कर रही थी .
आए दिन फेसबुकिया लव के ऐसे मामले उजागर होते रहते हैं जिनमें ब्लेकमेलिंग होती रहती है और अक्सर इसका खामियाजा महिला को ही भुगतना पड़ता है क्योंकि उसकी अर्धनग्न तस्वीरें ब्लेकमेलिंग की वजह या हथियार बनती हैं . नतीजतन महिला जो थोड़ी सी मौजमसती या सुख के लिए अंजान चेहरे और किरदार पर भरोसा कर उससे से संबंध बनाती है वह एक अंतहीन शारीरिक और मानसिक शोषण का शिकार हो जाती है .
अब पुलिस आरिफ़ की तलाश कर रही है जो आज नहीं तो कल कभी उसके हत्थे चढ़ ही जाएगा लेकिन प्रिया को इससे कुछ हासिल होगा ऐसा लग नहीं रहा वजह वह यह साबित नहीं कर पाएगी कि सब कुछ उसकी मर्जी के खिलाफ हुआ था. ब्लेकमेलिंग का आरोप जरूर साबित हो सकता है जिसमें आरिफ़ को मामूली ही सजा होगी वह भी प्रिया को कोई राहत देने बाली नहीं होगी क्योंकि गेंद अब अनिमेष के पाले में है जो कोर्ट में उसे चरित्रहीन साबित करने का मौका चूकेगा नहीं और प्रिया का उस पर प्रताड्ना का आरोप भी खोखला सिद्ध हो जाएगा .
नैतिक , चारित्रिक , पारिवारिक और सामाजिक रूप से भी प्रिया कमजोर पड़ गई है जिसे जरूरत पूरी करने के लिए संबंध बनाने की भी तमीज या सलीका नहीं मालूम था.
फेसबुकिया प्यार के इस तरह के साइड इफेकटों से आगाह करने वक्त वक्त पर खासतौर से लड़कियों और महिलाओं के लिए टिप्स मीडिया देता रहता है लेकिन इसके बाद भी वे नहीं समझतीं, संभलतीं या नहीं मानती तो उनका अंजाम प्रिया जैसा ही होता है जो घर की रहतीं न घाट की.
(कहानी सौजन्य- मनोहर कहानियां)