मुंबई में मौजूद निशीथ झा ने अपनी पत्नी बिदिशा बेजबरुआ को कई बार फोन किया. उस के फोन की घंटी तो बजी, लेकिन वह फोन नहीं उठा रही थी. वह परेशान हो गए कि पता नहीं बिदिशा फोन क्यों नहीं उठा रही?
बिदिशा गुड़गांव के सेक्टर-43 स्थित सुशांत लोक में रहती थी. वह असम की मशहूर सिंगर और फिल्म अभिनेत्री थी. रणबीर कपूर की फिल्म ‘जग्गा जासूस’ में भी उस ने काम किया था. निशीथ ने 5 जुलाई, 2017 को ही गुड़गांव में यह फ्लैट किराए पर लिया था.
निशीथ ने जिस ब्रोकर के माध्यम से यह फ्लैट किराए पर लिया था, उसे अपना परिचय दे कर फोन कर के कहा, ‘‘मैं इस समय मुंबई में हूं. मेरी पत्नी की तबीयत ठीक नहीं है. आप उसे किसी अच्छे डाक्टर को दिखा दीजिए.’’
इंसानियत के नाते ब्रोकर सुशांत एस्टेट की नवीं मंजिल स्थित उस फ्लैट पर पहुंच गया, जिसे उस ने कुछ दिनों पहले ही निशीथ को किराए पर दिलवाया था. फ्लैट का दरवाजा अंदर से बंद था. फ्लैटों में रहने वाले लोग वैसे भी अपने दरवाजे बंद ही रखते हैं. ब्रोकर ने घंटी का बटन दबा दिया और वह दरवाजा खुलने का इंतजार करने लगा. दरवाजा नहीं खुला तो उस ने दोबारा घंटी बजाई. इस बार भी किसी ने दरवाजा नहीं खोला.
कई बार घंटी बजाने के बाद भी जब किसी ने दरवाजा नहीं खोला तो ब्रोकर ने निशीथ को फोन कर के दरवाजा न खुलने की बात बता दी. निशीथ ने कहा कि हो न हो बिदिशा की तबीयत ज्यादा खराब हो गई हो और वह दरवाजा खोलने लायक ही न हो. उस ने उस से अनुरोध किया कि वह जल्द से जल्द फ्लैट का दरवाजा तोड़ कर उसे डाक्टर के पास ले जाए.
निशीथ से बात होने के बाद ब्रोकर दरवाजे को जोरों से धक्का मार कर तोड़ने लगा. दरवाजा तोड़ने की आवाज सुन कर पड़ोसी अपनेअपने फ्लैटों से बाहर आ गए. उन में ज्यादातर लोग उस ब्रोकर को जानते थे. उन्होंने ब्रोकर से दरवाजा तोड़ने की वजह पूछी तो उस ने फ्लैट के मालिक निशीथ से हुई बात उन लोगों को बता दी.
हकीकत से अनभिज्ञ थे पड़ोसी
पड़ोसियों को ब्रोकर की बात पर विश्वास नहीं हुआ तो उस ने निशीथ को फोन मिला कर स्पीकर औन कर के पड़ोसियों द्वारा दरवाजा तोड़ने का विरोध करने की बात बता दी. निशीथ ने पड़ोसियों को बताया कि फ्लैट में उस की पत्नी अकेली है और उस की तबीयत बहुत ज्यादा खराब है. उसे अभी डाक्टर के पास ले जाना है.
पड़ोसियों को पता चला कि निशीथ की पत्नी की ज्यादा तबीयत खराब है तो उन्होंने भी दरवाजा तोड़ने में ब्रोकर की मदद की. थोड़ी कोशिश के बाद दरवाजा टूट गया. लोग अंदर दाखिल हुए तो वहां का नजारा देख कर सभी सन्न रह गए. निशीथ की पत्नी की लाश पंखे से लटक रही थी. ब्रोकर ने फोन द्वारा यह खबर निशीथ और थाना सुशांत लोक पुलिस को दे दी.
सुशांत एस्टेट थाने से कुछ ही दूर स्थित है, इसलिए खबर मिलते ही थानाप्रभारी गौरव, एसआई सतीश, एएसआई अर्जुन आदि के साथ वहां पहुंच गए. पुलिस नौवीं मंजिल स्थित निशीथ के फ्लैट पर पहुंची तो वहां बिदिशा की लाश पंखे से झूलती मिली. थानाप्रभारी ने इस की जानकारी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और क्राइम इनवैस्टीगेशन टीम को दे दी.
थोड़ी देर में क्राइम इनवैस्टीगेशन टीम भी मौके पर पहुंच गई. उसी बीच डीसीपी (ईस्ट) दीपक सहारण भी वहां आ गए. मामला एक फिल्म अभिनेत्री की मौत का था, इसलिए वहां फ्लैटों में रहने वाले जिन लोगों को भी जानकारी मिली, वे बिदिशा के फ्लैट पर पहुंच गए.
पुलिस ने लोगों के सहयोग से लाश उतार कर कमरे की तलाशी ली, पर वहां कोई सुसाइड नोट नहीं मिला. पुलिस ने आसपास के फ्लैटों में रहने वाले लोगों से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि बिदिशा कुछ दिनों पहले ही वहां रहने आई थी, इसलिए वे इस के बारे में ज्यादा नहीं जानते.
हां, उन्होंने इतना जरूर बताया कि बिदिशा का व्यवहार बहुत अच्छा था. बातचीत से कभी नहीं लगा कि उसे कोई तनाव था. वह जब भी मिलती थी, खुश दिखती थी.
मौके पर वह ब्रोकर भी मौजूद था, जिस ने बिदिशा को यह फ्लैट किराए पर दिलवाया था. पुलिस ने उस से पूछताछ की तो उस ने बताया कि बिदिशा और उस के पति निशीथ से उस की पहली मुलाकात तब हुई थी, जब वे लोग किराए पर फ्लैट लेने आए थे. पुलिस को ब्रोकर से बिदिशा के पति निशीथ का मोबाइल नंबर मिल गया था. थानाप्रभारी ने निशीथ को फोन कर के बिदिशा द्वारा आत्महत्या करने की सूचना दी. उस ने कहा कि इस समय वह मुंबई में है और कल तक गुड़गांव पहुंच जाएगा.
बिदिशा का फोन कमरे में ही था. उस में से पुलिस को उस के मातापिता का नबर मिल गया. पुलिस ने उस के पिता अश्वनी बेजबरुआ को फोन कर के बिदिशा के सुसाइड करने की बात बता दी. वह गुवाहाटी, असम में रहते थे. बेटी की मौत की खबर पा कर अश्वनी और उन की पत्नी रंजीता रोनेबिलखने लगी.
वे दोनों अपने कुछ रिश्तेदारों के साथ फ्लाइट से सोमवार की रात को दिल्ली आ गए. दिल्ली से टैक्सी ले कर वे गुड़गांव पहुंचे. इस से पहले पुलिस ने मौके की जरूरी काररवाई कर के लाश को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवा दिया था.
मृतक अभिनेत्री बिदिशा के पिता अश्वनी ने थानाप्रभारी गौरव कुमार को बताया कि बिदिशा बहुत समझदार लड़की थी. पिछले साल ही निशीथ से उस की शादी हुई थी. शादी के बाद बिदिशा को पता चला कि निशीथ के किसी और लड़की से संबंध हैं.
बिदिशा निशीथ को उस लड़की से मिलने के लिए रोकती थी, पर वह नहीं मानता था. इसी बात को ले कर वह बिदिशा से झगड़ता रहता था. बिदिशा के तनाव की सब से बड़ी वजह यही थी. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि उन की बेटी की मौत का जिम्मेदार निशीथ है. उस के खिलाफ सख्त काररवाई की जानी चाहिए.
निशीथ के खिलाफ केस दर्ज
मामला हाईप्रोफाइल था, इसलिए थानाप्रभारी ने डीसीपी दीपक सहारण से इस मसले पर बात की. उन्हीं के निर्देश पर थानाप्रभारी ने 18 जुलाई, 2017 को निशीथ के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज कर लिया.
अगले दिन निशीथ गुड़गांव पहुंचा तो पुलिस ने उस से पूछताछ की. उस ने बताया कि वह बिदिशा को खुश रखता था. बस कभीकभी छोटेमोटे मतभेद हो जाते थे, जो अकसर हर घर में होते रहते हैं. पर ऐसी कोई बात नहीं थी, जिस से बिदिशा को जान देनी पड़ती. बिदिशा ने ऐसा क्यों किया, यह उस की भी समझ में नहीं आ रहा.
निशीथ भले ही खुद को बेकसूर बता रहा था, लेकिन बिदिशा के पिता ने उसी पर आरोप लगाया था, इसलिए पुलिस ने 18 जुलाई को निशीथ को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने उस का मोबाइल फोन और लैपटौप भी कब्जे में ले लिया.
असम की गायिका और अभिनेत्री बिदिशा के सुसाइड का मामला असम में तूल पकड़ने लगा. वहां के लोग पूर्वोत्तर का मामला बता कर तूल देने लगे. इस से कुछ दिनों पहले ही वहां पूर्वोत्तर की एक लड़की से दुष्कर्म हुआ था. तब गुड़गांव पुलिस प्रशासन ने डीजीपी व गृह सचिव के माध्यम से सरकार को प्रस्ताव भिजवाया था कि यहां पूर्वोत्तर के पुलिस अफसरों को तैनात किया जाए. इस प्रस्ताव को अभी सरकार की मंजूरी नहीं मिली है.
अभिनेत्री बिदिशा का मामला जब असम में ज्यादा ही तूल पकड़ने लगा तो वहां के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर से फोन पर बात की. उन्होंने बिदिशा के केस की जांच ठीक से कराने की बात कही. इस के बाद मनोहरलाल खट्टर ने गुड़गांव के पुलिस अधिकारियों से पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की.
मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद पुलिस गंभीरता से इस मामले की जांच में जुट गई. पुलिस ने निशीथ के फोन की काल डिटेल्स निकाल कर जांच की. इस जांच में ऐसे 2 फोन नंबर सामने आए, जिन पर निशीथ की काफी देर तक बातें होती थीं. एक फोन नंबर तो ऐसा था, जिस पर उस की शादी से पहले भी बातें होती रही थीं.
पुलिस ने निशीथ को एक दिन के रिमांड पर ले कर इस बारे में पूछताछ की तो उस ने स्वीकार किया कि शादी से पहले उस की एक लड़की से दोस्ती थी, जो अब भी है. उसी लड़की को ले कर बिदिशा उस पर शक करती थी. आगे की कहानी जानने से पहले आइए थोड़ा बिदिशा के बारे में जान लें कि वह चाय बागानों के इलाके से निकल कर बौलीवुड तक कैसे पहुंची?
27 साल की बिदिशा मूलरूप से गुवाहाटी के रहने वाले अश्वनी कुमार की बेटी थी. उन का एक बेटा था कौशिक बेजबरुआ, जो पुणे की किसी कंपनी में नौकरी कर रहा है.
बिदिशा बेहद खूबसूरत थी. उस ने गुवाहाटी के निकोल्स हाईस्कूल से सन 2007 में हायर सैकेंडरी की परीक्षा अच्छे नंबरों से पास की. पढ़ाई के साथसाथ वह स्कूल के सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी बढ़चढ़ कर हिस्सा लेती थी. उस की आवाज भी बड़ी मधुर थी, इसलिए वह गाने भी गाती थी.
इस के अलावा टीवी पर डांस देखतेदेखते बिदिशा ने डांस भी सीख लिया था. बिहू डांस की तो वह इतनी शौकीन थी कि स्कूल के अलावा वह सामाजिक संस्थाओं द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में भी बिहू डांस करने जाती थी. उस के डांस और गानों पर दर्शक मंत्रमुग्ध हो उठते थे. फिल्म अभिनेत्री सोनम कपूर और कोंकणा सेन शर्मा की वह बड़ी फैन थी.
स्कूली पढ़ाई पूरी होने के बाद बिदिशा ने गुवाहाटी के कौटन कालेज से इंगलिश (लिटरेचर) से ग्रैजुएशन किया. कालेज के सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी वह बढ़चढ़ कर हिस्सा लेती रही. अभ्यास करतेकरते वह एक अच्छी सिंगर बन गई.
उन्हीं दिनों उस की मुलाकात मशहूर पत्रकार अर्नब गोस्वामी से हुई. वह उन से इतनी प्रभावित हुई कि उस ने पत्रकार बनने का निर्णय ले लिया. ग्रैजुएशन करने के बाद उस ने दिल्ली के इंडियन इंस्टीट्यूट औफ मास कम्युनिकेशन से जर्नलिज्म में पीजी डिप्लोमा किया.
बिदिशा ने तमाम नाटकों में अभिनय किया था, जिन में उस की अलगअलग भूमिकाओं की खूब सराहना हुई थी. दर्शकों से मिलने वाले इस प्यार ने उसे नया फैसला लेने पर मजबूर कर दिया. कहां तो उस ने पत्रकार बनने के लिए कोर्स किया था, लेकिन अब वह कुछ और ही सोचने लगी थी. इसी के चलते पत्रकार बनने के बजाय उस ने अभिनय के क्षेत्र को चुन लिया. सुंदर तो वह थी ही, साथ ही उस की फिगर भी बहुत अच्छी थी. कभीकभी वह अपनी सुंदरता और फिगर की तुलना बौलीवुड की नई अभिनेत्रियों से करती तो खुद को उन से बेहतर पाती.
फलस्वरूप गायिका के साथसाथ उस ने अभिनेत्री बनने के सपने संजोने शुरू कर दिए. लेकिन उस के सामने समस्या यह थी कि फिल्म इंडस्ट्री में उस का कोई गौडफादर नहीं था, जो फिल्म इडस्ट्री में उस की एंट्री करा देता. फिर भी उस ने हिम्मत नहीं हारी और मुंबई चली गई.
फिल्म इंडस्ट्री में एंट्री करने के लिए हजारों लड़कियां मुंबई में रह कर स्ट्रगल करती रहती हैं. विभिन्न डायरेक्टरों और प्रोड्यूसरों के पास चक्कर लगातेलगाते उन के सैंडल, जूते घिस जाते हैं. इन में तमाम लड़कियां ऐसी भी होती हैं, जो फिल्मों में रोल पाने के लिए हर तरह का समझौता करने को तैयार रहती हैं. मुंबई पहुंच कर बिदिशा भी स्ट्रगल करने वाली लड़कियों में शामिल हो गई.
मुंबई में बिदिशा की मुलाकात निशीथ झा से हुई. निशीथ गुजरात का रहने वाला था. पहले वह ओएनजीसी में अच्छे पद पर नौकरी करता था. नौकरी छोड़ कर वह मुंबई में वह बिजनैस करने लगा था. अच्छे रसूख वाले निशीथ के संबंध फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े कुछ लोगों से थे.
निशीथ की कोशिश से बिदिशा को रणबीर कपूर की फिल्म ‘जग्गा जासूस’ में अभिनय करने का मौका मिल गया. इस फिल्म में बिदिशा ने बिहू डांस किया था. फिल्म में काम मिलने से बिदिशा की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. उस की निशीथ से अच्छी दोस्ती हो गई. धीरेधीरे उन की यह दोस्ती प्यार में बदल गई. घर वालों की मरजी से सन 2016 में दोनों की शादी हो गई. निशीथ का मुंबई में ही औफिस था. उस में काम करने वाली एक लड़की से उस की गहरी दोस्ती थी. घर पहुंच कर भी वह उस से बातें करता रहता था. उस के अलावा वह और भी कई लड़कियों से फोन पर बातें करता था.
कुछ दिनों तक तो बिदिशा यह सब देखती रही, पर बाद में उस ने पति को टोकना शुरू कर दिया. इतना ही नहीं, उस ने अपने स्तर से पता लगा लिया कि निशीथ के एक और लड़की से गहरे संबंध हैं. बिदिशा ने इस बारे में उस से बात की तो उस ने उसे समझाते हुए कहा कि जिस लड़की को ले कर वह उस पर शक कर रही है, उस से केवल उस की दोस्ती है. इस से अलावा उस से कोई संबंध नहीं है.
पति पर शक
पर बिदिशा के दिमाग में शक बैठ गया था. शक ऐसी बीमारी है, जो मतभेद होने पर और बढ़ती है. बिदिशा क्या कोई भी युवती इस बात को हरगिज स्वीकार नहीं कर सकती कि उस का पति किसी और महिला से संबंध रखे. जब पति ने उस की बात को गंभीरता से नहीं लिया तो उस ने पति की शिकायत अपनी मां से कर दी.
मांबाप ने बेटी की गृहस्थी में इसलिए दखल नहीं दिया कि अभी कुछ दिन पहले तो दोनों की शादी हुई है. दखल देने से कहीं उन के संबंधों में दरार न आ जाए, इसलिए पिता अश्वनी ने बेटी को ही समझाया और निशीथ से भी बात की.
बिदिशा की मायके वालों से शिकायत करने की बात निशीथ को अच्छी नहीं लगी. इस का नतीजा यह निकला कि बिदिशा और निशीथ के बीच विवाद बढ़ गया. चूंकि बिदिशा अपने कैरियर के लिए चिंतित रहती थी, इसलिए वह पारिवारिक तनाव में उलझना नहीं चाहती थी. पर उस के दिमाग में पति को ले कर ऐसा शक बैठ गया था, जो निकलने का नाम ही नहीं ले रहा था.
निशीथ उसे यकीन दिलाता रहता था कि उस के किसी भी लड़की से गलत संबंध नहीं हैं. पर बिदिशा उस की बात मानने को तैयार नहीं थी. घर में रोजरोज कलह न हो, इस के लिए निशीथ ने 5 जुलाई, 2017 को गुड़गांव के सुशांत लोक में एक फ्लैट किराए पर लिया और बिदिशा से कहा कि जब तक उस का मन करे वह यहां रहे और जब मन करे मुंबई आ जाए.
इतना ही नहीं, निशीथ ने यह भी कहा कि वह किसी और हिंदी फिल्म में उस के लिए काम तलाश रहा है. पति की बात मान कर बिदिशा गुड़गांव आ गई. गुड़गांव वाले फ्लैट में बिदिशा अकेली रहती थी. मन होने पर जब वह पति को फोन करती, उस का नंबर अकसर व्यस्त मिलता.
इस पर बिदिशा का शक बढ़ता गया और वह परेशान रहने लगी. जब कभी वह मांबाप को फोन कर के मन की बात बताती तो वे उसे समझाते हुए उस का डिप्रेशन दूर करने की कोशिश करते. धीरेधीरे वह इस तरह हतोत्साहित हो गई कि उसे यह जीवन नीरस लगने लगा.
बिदिशा ने पति को फोन किया तो बातचीत में उसे लगा कि बिदिशा की तबीयत ठीक नहीं है. उस ने उस से अपना खयाल रखने को कहा. उस दिन बिदिशा इतनी हताश हो गई कि गले में फंदा लगा कर पंखे से लटक गई, जिस से उस की मौत हो गई. शाम को निशीथ ने बिदिशा को फोन किया तो उस का फोन नहीं उठा.
गुड़गांव में उस का कोई जानकार तो था नहीं, जिसे वह फ्लैट में जा कर देखने को कहता. तब उसे उस ब्रोकर की याद आई, जिस के माध्यम से उस ने फ्लैट किराए पर लिया था. उसी ब्रोकर से उस ने पत्नी की तबीयत खराब होने की बात कह कर फ्लैट पर जाने को कहा.
जब ब्रोकर उस के फ्लैट पर पहुंचा तो पता चला कि मशहूर गायिका और अभिनेत्री बिदिशा बेजबरुआ की जीवनलीला समाप्त हो चुकी है. पुलिस ने निशीथ से पूछताछ कर उसे न्यायालय में पेश किया, जहां से जेल भेज दिया गया. केस की विवेचना एएसआई अर्जुन कर रहे हैं.
– कथा पुलिस सूत्रों एवं जनचर्चा पर आधारित