लंबे समय तक चलने वाले सीरियलों की दमदार अभिनेत्री सुरभि तिवारी की वैवाहिक जिंदगी 3 साल में ही लड़खड़ा गई. उन्हें न अच्छे ‘शगुन’ और ‘कुलवधू’ की अनुभूति हो पाई और न ही पायलट पति प्रवीण कुमार के संग साझेदारी का रिश्ता ही निभाना संभव हो पाया. मुंबई, दिल्ली और पटना तक के सफर में विधायक बनने का सपना संजोए सास लीलावती सिन्हा के लिए वह एक प्रचारक मात्र थी तो पति के लिए कुछ और. यौन हिंसा की शिकार ‘दीया और बाती हम’, ‘हरी मिर्च लाल मिर्च’ और ‘तोता वेड्स मैना’ की सुरभि का अब क्या होगा...पूछ रहे हैं उन के प्रशंसक.

करीब 6 साल पहले नवंबर 2016 की बात है. ‘शगुन’ सीरियल की अभिनेत्री सुरभि तिवारी एक सीरियल की शूटिंग से फारिग हो कर रात के साढ़े 9 बजे अंधेरी स्थित अपने फ्लैट लौट रही थी. कैब सामान्य गति से अपनी लेन में थी. उस के साथ सहकलाकार और सहेली अपूर्वा भी थी. तभी उस की मां का फोन आया था.

मां देरी होने पर चिंता जता रही थीं. तब सुरभि ने फोन पर जवाब में मां को समझाया, ‘‘बस मां, मैं 20 मिनट में पहुंच रही हूं. ये कैब वाले भैया गाड़ी थोड़ी धीमी चला रहे हैं. वैसे भी मेरे साथ अपूर्वा है न.’’

‘‘मां चिंता कर रही हैं न!’’ बगल में बैठी सहेली अपूर्वा बोली.

‘‘हां यार, मां को हमेशा एक ही चिंता रहती है... देर हो गई... रात हो गई... जमाना ठीक नहीं है...’’ सुरभि बोलने लगी.

‘‘मां हैं न! हर मां को बच्चों के भविष्य के साथसाथ सुरक्षा की भी चिंता रहती है. ऐसा कर तू अब शादी कर ले. फिर देखना तुम्हारी मां की यह चिंता हमेशा के लिए खत्म हो जाएगी,’’ अपूर्वा बोली.

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