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बंसी साहू के खिलाफ किस ने दाखिल की पीआईएल

अगले सीन में हम देखते हैं कि वैशाली हौस्पिटल जा रही है, क्योंकि बंसी साहू के आदमियों ने सुरेश को काफी बुरी तरह से मारा है. वैशाली अब पुलिस स्टेशन जाती है. बंसी साहू के ऊपर एफआईआर करने को कहती है. तब पुलिस वाले बंसी साहू के ऊपर एफआईआर नहीं लिखते. वह कहते हैं बंसी साहू के एक हुकुम से उन की नौकरी जा सकती थी.

वैशाली अब सुरेश से मिलती है. उसे पता चलता है कि सुरेश ने कोई भी पीआईएल फाइल नहीं की है. सुरेश वैशाली को खूब सुना कर उस के परिवार से दूर रहने के लिए कहता है, ताकि उस की फैमिली तो सुरक्षित रहे. फिर हम देखते हैं कि वैशाली का पति अरविंद अब वैशाली के सपोर्ट में आ गया है. अरविंद को पता चल गया था कि वैशाली बिलकुल सही काम कर रही है.

यहां सवाल उठता है कि पहले उस का पति उस के काम को गलत समझता था. पहले तो दिखाया गया है कि बंसी साहू के डर के मारे पत्रकारिता करने को मना कर रहा था.

भास्कर सिन्हा एक समाचार पत्र में देख कर अब वैशाली को शहर की नई एसएसपी जसमीत कौर के बारे में बताता है. एकदम जांबाज और सच्ची पुलिस वाली है. वह उन की केस में मदद कर सकती है. पूरी फिल्म में वैशाली एक ही रूप में नजर आती है. यह एक ऐसा सीन आया है, जब उस के चेहरे पर मुसकराहट देखी गई.

अगले दिन वैशाली भास्कर के साथ एसएसपी जसमीत कौर से मिल कर उन को फाइल दिखाती है. जसमीत को बंसी साहू के केस के बारे में पहले ही पता था. उस ने वैशाली को न्यूज चैनल पर देखा था. जसमीत वैशाली को कहती है कि वह सिर्फ शक के आधार पर बंसी साहू को गिरफ्तार नहीं कर सकती और जो यह रिपोर्ट वैशाली ने दी है, वह झूठी भी तो हो सकती है.

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