वेब सीरीज 'इंसपेक्टर ऋषि' (Web Series Inspector Rishi) की कहानी एक इंसपेक्टर के इर्दगिर्द घूमती है, जो जंगल में एक के बाद एक हो रही हत्याओं की जांच करता है. लोग इन हत्याओं को वनदेवी 'वनराची’ से जोड़ कर देखते हैं, लेकिन हकीकत कुछ और है.
कलाकार: नवीन चंद्रा, सुनैना येला, कन्ना रवि, श्रीकृष्ण दयाल, मालिनी जीवरत्नम, कुमारवेल, मीशा घोषाल, सेम्मलर अन्नम, गजराज और अन्य.
लेखक-निर्माता-निर्देशक: जे.एस. नंदिनी
कार्यकारी निर्माता: जितिन थोराई
छायांकन: बरगव श्रीधर
ओटीटी: अमेजन प्राइम वीडियो
अमेजन वीडियो प्राइम (Amazon Video Prime) पर आने वाली वेब सीरीज 'इंसपेक्टर ऋषि’ मूल तमिल में बनी हौरर (Horror) वेब सीरीज है, जिस में अंधविश्वास के अलावा ऐसा कुछ नहीं है, जिसे हौरर कहा जा सके. इसे तमिल के अलावा तेलुगू, मलयालम, कन्नड़ और हिंदी भाषा में भी रिलीज किया गया है.
इस वेब सीरीज की शुरुआत में तमिलनाडु के थेनकाडु जंगल में आदिवासियों द्वारा एक अनुष्ठान दिखाया जाता है, जिस में सारे आदिवासी सामूहिक रूप से आत्महत्या कर लेते हैं.
फिर इस के वर्षों बाद हत्याओं का सिलसिला शुरू होता है, जिस में हत्याएं किसी हथियार से नहीं की जातीं. मजे की बात यह है कि सीरीज में उन हत्याओं की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बारे में कहीं कोई चर्चा नहीं है. इस में एक रहस्यमय किरदार है 'वनराची’. जहां भी हत्याएं हुईं, उस की उपस्थिति जरूर दिखाई जाती है.
जांच टीम अकसर अपने लक्ष्य से भटकती नजर आती है. बाकी अगर वह केवल अपनी जांच पर फोकस करती तो शायद सीरीज इतनी लंबी न खिंचती.
सिलसिलेवार हो रही हत्याओं को जहां अंधविश्वास से जोड़ कर दिखाया गया है. यह वेब सीरीज तब तक अच्छी लगती है, जब तक एक खोजी थ्रिलर बनी रहती है. लेकिन जब इस में आत्मा और भूतप्रेत शामिल हो जाते हैं तो यह पुरानी घिसीपिटी स्टाइल वाली सीरीज हो जाती है. इस में ऐसा कुछ भी नया नहीं है, जो दर्शकों को अपनी ओर आकर्षित करे. इसे देखने का मतलब है अपना समय गंवाना.