सट्टा ऐप मामले में ईडी द्वारा तेज की गई जांच के सिलसिले में रायपुर में 2 आईपीएस अधिकारियों पर भी शिकंजा कस दिया. कबीरधाम के एसपी डा. अभिषेक पल्लव से 9 नवंबर को 5 घंटे की पूछताछ के बाद अगले रोज 10 नवंबर को रायपुर के एसएसपी प्रशांत अग्रवाल से भी पूछताछ की गई.
उन्हें पूछताछ के लिए वाट्सऐप पर नोटिस भेजा गया था. ईडी ने अभिषेक से दुर्ग में तैनाती के दौरान महादेव ऐप के खिलाफ की गई काररवाई की जानकारी ली. साथ ही उन से एक मीडिया संस्थान के स्टिंग औपरेशन के बारे में भी पूछा गया.
लंबी पूछताछ में उन से महादेव ऐप के कथित संचालक शुभम सोनी की जानकारी मिली. उस की ओर से सोशल मीडिया पर जारी वीडियो को ले कर पूछा गया. उक्त वीडियो में शुभम ने प्रशांत अग्रवाल और अन्य लोगों का नाम लिया था.
इस संबंध में प्रशांत अग्रवाल से फोन पर जानकारी लेने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने काल रिसीव नहीं की. विशेष शाखा में पदस्थ इंसपेक्टर गिरीश तिवारी से भी पूछताछ की गई. इस मामले में 2 आरोपियों सुनील दम्मानी और अनिल दम्मानी की ओर से लगाए गए जमानत आवेदन को कोर्ट ने खारिज कर दिया.
—कथा लिखने तक ईडी इस मामले की तह तक पहुंचने में जुटी हुई थी.
महादेव ऐप की आंच में झुलसे छत्तीसगढ़ के सीएम
छत्तीसगढ़ में भी विधानसभा चुनाव का ऐलान होते ही चुनाव प्रचार और जनभाओं की सरगर्मी तेज हो गई थी. राजनेताओं के आरोपप्रत्यारोप के सिलसिले में महादेव ऐप की सट्टेबाजी का नाम भी शामिल हो गया था. इस के कथित मालिक शुभम सोनी का एक बयान आते ही हंगामा मच गया.