अभी इस बात को एक ही दिन गुजरा होगा. पुलिस कमिश्नर को मुख्य मैट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की ओर से फोन कर के कहा गया कि 15 फरवरी को फेडरल बैंक द्वारा आमिर खान नाम के व्यक्ति के खिलाफ बैंक में फरजी खाते खुलवा कर लेनदेन किया गया.
आमिर खान के द्वारा लांच ई-नगेट्स मोबाइल गेमिंग ऐप के द्वारा लोगों से लाखों रुपए इन खातों में जमा करवा कर निकासी को अचानक रोक दिया गया. यह लोगों के साथ सरासर औनलाइन धोखाधड़ी है. इस की जांच केंद्रीय जांच एजेंसी से करवाई जाए और कोर्ट को बताया जाए कि आमिर खान की सच्चाई क्या है.
पुलिस कमिश्नर विनीत कुमार गोयल को यह पता ही था कि थाना पार्क स्ट्रीट में कुछ लोगों ने ई-नगेट्स गेमिंग ऐप के मालिक आमिर खान के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है. चूंकि उन्हें अब कोर्ट का आदेश मिला था, इसलिए उन्होंने प्रवर्तन निदेशालय को इस संबंध में पत्र लिख दिया.
और फिर 10 सितंबर, 2022, शनिवार की सुबह उस वक्त गार्डन रीच इलाके में रहने वाले लोग हैरान रह गए जब ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) की टीम ने आमिर खान के साधारण से नजर आने वाले मकान पर छापा डाल दिया. यह काररवाई प्रिवेंशन औफ मनी लांड्रिंग ऐक्ट 2002 के प्रावधान के तहत हुई. ईडी के साथ केंद्रीय सुरक्षा बल के जवान, फेडरल बैंक के अधिकारी, पुलिस कमिश्नर विनीत कुमार गोयल व पार्क स्ट्रीट थाने के इंसपेक्टर जयंत मुखर्जी भी पुलिस वालों के साथ आमिर खान के दोमंजिला मकान पर उपस्थित थे.
आमिर के घर से बरामद हुए 17 करोड़ रुपए
आमिर खान और उस के बाप नासिर अहमद की नींद जूतों की आवाजों से खुली तो घर में ईडी की टीम को देख कर उन के चेहरे सफेद पड़ गए. इधर ईडी की टीम ने आमिर खान के घर पर तलाशी अभियान शुरू किया तो उन की आंखें आश्चर्य से फैलती चली गईं.