हरियाणा ही नहीं दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश तथा अन्य राज्यों की साइबर सेल से मिले इनपुट के आधार पर पुलिस ने हरियाणा व राजस्थान के मेवात के इलाकों में पिछले कुछ महीनों के दौरान करीब 40 गांवों में 2 लाख से ज्यादा सिम कार्ड बंद कराए थे, जिन का ठगी की वारदातों में इस्तेमाल हुआ था.
हालांकि पुलिस ने सिम तो ब्लौक करा दिए, लेकिन ठगी करने वालों की पहचान करने के बाद भी पुलिस उन्हें पकडऩे से बचती है. दरअसल, दिक्कत यह थी कि इन इलाकों में अपराधियों को विशेष अभियान चला कर ही दबोचा जा सकता है. कुछ गांव के लोग तो ठगों को बचाने के लिए पुलिस पार्टी पर ही हमला कर देते हैं.
मेवात इलाके में आए दिन साइबर ठगों की तलाश में किसी न किसी राज्य की पुलिस छापेमारी करती देखी जा सकती है. और पुलिस पर हमले भी कोई नई बात नहीं. हालांकि यहां बढ़ रही आपराधिक घटनाओं तथा कुछ असामाजिक लोगों की करतूतों से इलाके की छवि भी धूमिल हो रही थी.
नूंह के मेवात इलाके में बने नए जामताड़ा के कारण पुलिस की नाक में दम आ चुका था. जिले के एसपी वरुण सिंगला को पिछले कुछ महीनों से लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि जिले के मेवात इलाकों में अलगअलग गांव के लोग साइबर अपराध की वारदातों में लिप्त हैं.
अलगअलग राज्यों की पुलिस भी लगातार इन इलाकों में छापेमारी कर रही थी. स्थानीय पुलिस लगातार जागरूकता अभियान के साथ नूंह के मेवात में साइबर थाना खोल कर अपनी काररवाई को अंजाम दे रही थी. लेकिन शिकायतें रुकने का नाम नहीं ले रही थीं.