उत्तर प्रदेश के जिला फिरोजाबाद के थाना सिरसागंज का एक गांव है नगला नाथू. 23 अप्रैल, 2018 की रात 11 बजे गांव का ही एक आदमी गांव में आयोजित एक कार्यक्रम से दावत खा कर अपने घर जा रहा था.
जब वह मुन्नीलाल झा के घर के पास से गुजर रहा था तो उसे झाडि़यों में किसी लड़की के कराहने की आवाज सुनाई दी. उस ने पास जा कर देखा तो खून से लथपथ एक युवती कराह रही थी. उस व्यक्ति ने पूछा कौन है, लेकिन युवती की ओर से कोई जवाब नहीं आया.
उस व्यक्ति ने आसपास के लोगों को जानकारी दी, तो लोग अपनेअपने घरों से निकल आए. उन्होंने जब झाडि़यों में देखा तो वे उस लड़की को पहचान गए. वह मुन्नीलाल की 19 वर्षीय बेटी किरन थी.
जब लोगों ने मुन्नीलाल को यह सूचना देनी चाही तो देखा मुन्नीलाल के दरवाजे पर ताला लगा था. सभी परेशान थे कि किरन की यह हालत किस ने की है? उसी दौरान किसी ने इस की सूचना पुलिस को दे दी. कुछ ही देर में थानाप्रभारी सिरसागंज रविंद्र कुमार दुबे पुलिस टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंच गए.
पुलिस को किरन अपने घर के बाहर चबूतरे के कोने पर झाडि़यों में लहूलुहान अवस्था में तड़पती मिली. पुलिस किरन को उपचार के लिए सरकारी ट्रामा सेंटर फिरोजाबाद ले गई.
उस समय उस के परिवार का कोई भी व्यक्ति साथ नहीं था. केवल पड़ोस की एक महिला साथ थी. उस की हालत गंभीर थी, इसलिए डाक्टरों ने उसे आगरा के लिए रेफर कर दिया. लेकिन आगरा ले जाते समय रास्ते में ही किरन ने दम तोड़ दिया.