हत्यारे का सुराग लगाने के लिए पुलिस ने घर में लगे सीसीटीवी कैमरों की भी जांच की. लेकिन सीसीटीवी कैमरे बंद मिले. जांच में पता चला कि सीसीटीवी कैमरे पिछले डेढ़ महीने से खराब थे.
इस के बाद पुलिस ने गली में घरों के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की. लेकिन अधिकतर कैमरे बंद मिले. हत्यारा किसी भी कैमरे में दिखाई नहीं दिया. राजिंदर सिक्का और उन के बेटे दीपांशु ने बताया कि उन्हें किसी प्रौपर्टी के पेपर बनवाने के लिए तहसील जाना था.
आज काम नहीं हुआ, तो आराम करने के लिए दोनों बापबेटे अपने क्रेशर चले गए थे. तभी नौकर राजेश का फोन आया था. बहरहाल जगाधरी सिटी पुलिस ने अज्ञात हत्यारों के खिलाफ रोजी के ब्लाइंड मर्डर की रिपोर्ट दर्ज कर के जांच शुरू कर दी.
इस केस को पुलिस हर छोटेबडे़ एंगल से देख रही थी. अब तक की तफ्तीश में जो सामने आया था, उस से यह माना जा रहा था कि इस घटना में किसी जानकार का हाथ हो सकता है, जिस ने घर में आसानी से घुस कर इत्मीनान से मर्डर किया और फरार हो गया.
सिक्का परिवार ने अब तक न तो किसी पर संदेह जताया था और न ही किसी के साथ अपनी निजी या कारोबारी दुश्मनी होना बताया था. दीपांशु और रोजी की शादी 28 फरवरी, 2018 को हुई थी. पुलिस इस में भी कोई पुराना ऐंगल ढूंढ रही थी.
एसपी कुलदीप यादव ने मामले की जांच के लिए सीआईए समेत 4 टीमें गठित कर दीं. लेकिन अभी तक कोई नतीजा सामने नहीं आया था. घटनास्थल पर लूट या चोरी के चिह्न भी नहीं मिले थे.