इशरत परवीन शांता की हमउम्र थी और उन की दोस्ती शादी के पहले से थी, जो शांता की शादी के बाद भी बनी रही. वह शांता को घरेलू नाम गुड्डी कह कर बुलाती थी. दोनों सहेलियों में जबरदस्त प्रेम था. दोनों हर रोज एकदूसरे से मिले या बात किए बगैर रह नहीं पाती थीं.
शादी के पहले से थे समलैंगिक संबंध
शांता की शादी पंकज शर्मा के साथ 2012 में हुई थी. वहीं, इशरत परवीन का निकाह 2018 में हुआ था. शादी के कुछ समय बाद ही इशरत परवीन ने अपने पति का घर छोड़ दिया था और अपने मायके में रह रही थी.
इधर शांता की भी अपने पति के साथ हमेशा अनबन होती रहती थी. दोनों जब भी साथ होतीं, तब अपने अपने पति की शिकायतों का पुलिंदा खोल लेती थीं. उस के बाद अपने मन की भड़ास निकालते हुए हमबिस्तर हो जाती थीं.
उन के बीच समलैंगिक संबंध बेहद गहरे बन चुके थे. उन के बीच अप्राकृतिक सैक्स संबंधों की भूख इस कदर थी कि वे इस की तलब पूरी करने के लिए किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार रहती थीं.
पंकज शर्मा द्वारा शांता और इशरत के बीच समलैंगिकता का खुलासा होते ही पुलिस द्वारा दोनों से अलगअलग स्नेहांशु की हत्या के बारे में सख्ती के साथ पूछताछ की गई.
पहले तो वे मुकरती रहीं, लेकिन बाद में शांता ने स्वीकार कर लिया कि उस ने ही अपने बेटे की हत्या की है. इसी तरह से अलग से हुई इशरत से पूछताछ में उस ने भी हत्या में सीधे तौर पर शामिल होने की बात स्वीकार कर ली.