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निरीक्षण के बाद एसपी विनोद कुमार ने मौके की काररवाई पूरी करा कर शव पोस्टमार्टम हेतु मैनपुरी के जिला अस्पताल भिजवा दिया. उस के बाद उन्होंने बृजेश पाल मर्डर केस का खुलासा करने के लिए सीओ चंद्रकेश सिंह की अगुवाई में एक पुलिस टीम का गठन कर दिया. इस टीम में एसएचओ अमित सिंह, एसआई दिनेश कुमार, देवदत्त, कांस्टेबल दीपू पाल, विपिन यादव तथा महिला कांस्टेबल डिंपल रानी को सम्मिलित किया गया.

इस गठित पुलिस टीम ने सब से पहले घटनास्थल का निरीक्षण किया फिर मृतक बृजेश पाल की पत्नी रेनू से पूछताछ की. उस ने बताया कि 26 जनवरी, 2023 को परिवार में शादी समारोह था. उसी में शामिल होने रात 8 बजे वह गए थे. उस के बाद वह घर वापस नहीं आए. आज सुबह 9 बजे ससुर बेचेलाल ने खेत में लाश पड़ी होने की खबर दी तब मैं उन के साथ खेत पर गई और लाश की पहचान पति के रूप में की. उन की गांव में न तो किसी से दुश्मनी थी और न ही किसी से लेनदेन का झंझट था. पता नहीं किस ने और क्यों पति की हत्या कर दी.

रेनू घूंघट के भीतर से जिस बेबाकी से जवाब दे रही थी, उस से पुलिस टीम को कुछ शक हुआ. उस की आंखों में न तो आंसू थे और न ही बेचैनी. इसी बीच महिला कांस्टेबल डिंपल रानी ने बहाने से उस का मोबाइल फोन ले लिया. हालांकि मोबाइल फोन देने में उस ने तमाम बहाने बनाए, लेकिन जब डिंपल ने उसे डपटा तो उस ने चोली से निकाल कर फोन थमा दिया.

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