सूचना पाते ही यमुना नगर की पुलिस आननफानन में मौका ए वारदात पर पहुंच गई. तब तक काजल के नाते रिश्तेदार और पड़ोसी भी वहां इकट्ठा हो चुके थे. पुलिस ने घटनास्थल का बहुत बारीकी से मुआयना किया. पुलिस ने जांच में पाया कि मीना और राहुल की हत्या उन के सिर पर किसी भारी चीज से हमला करने और गला घोंटने से की गई थी.

मौके पर ही मोबाइल चार्जिंग केबल पड़ा मिला था, जिसे देख कर पुलिस ने अनुमान लगाया कि उस से ही दोनों का गला घोंटा गया होगा. बारीकी से जांच के क्रम में पुलिस ने पाया कि हत्यारों ने घर में लगे इकलौते सीसीटीवी कैमरे को बंद कर दिया था. निश्चित तौर पर ऐसा बचने के लिए ही किया गया होगा. यह बात पुलिस को अटपटी लगी.

कारण, पुलिस ने घर में हुए ऐसे अनेक आपराधिक मामलों में बचाव के लिए चोर या बदमाश अकसर सीसीटीवी कैमरे को स्विच्ड औफ नहीं करते, बल्कि उसे तोडफ़ोड़ देते हैं. यहां तक कि वे कैमरे और उस की डीवीआर भी उठा ले जाते हैं.

कैमरे को बंद किया जाना पुलिस को अपने आप में एक अजीब बात लगी थी. हत्यारों ने सीसीटीवी का डीवीआर गायब करने की जगह उसे स्विच्ड औफ कर दिया था. सीसीटीवी कैमरे को स्विच्ड औफ करने का एक मतलब था कि इस के स्विच्ड औफ होने से पहले के फुटेज का कैमरे में कैद हो जाना.

पुलिस अब आश्वस्त हो गई थी कि उसे इसी बंद कैमरे और डीवीआर से हत्यारे का कोई न कोई सुराग अवश्य मिल जाएगा. इसी पक्के विश्वास के साथ जांच टीम ने सीसीटीवी कैमरे और डीवीआर को अपने कब्जे में करने के लिए टेक्निकल टीम को आदेश दे दिया.

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