अतीक और अशरफ को जबजब थाने से बाहर दबिश या मैडिकल के लिए ले जाया गया, उस की आंखों में अजीब सा खौफ नजर आता था. जबजब थाने से अस्पताल और अस्पताल से थाने लाने के दौरान दोनों भाई एकदूसरे को सहारा दे कर पुलिस वैन से बाहर निकलते थे. अकसर अतीक पुलिस वालों का कंधा पकड़ कर पुलिस वैन से उतरता था.
योगी सरकार ने अतीक अहमद और उस के रिश्तेदारों की संपत्तियों पर बुलडोजर चला कर उस की आर्थिक रीढ़ को एक तरह से तहसनहस कर दिया था. इस से कट्ïटरपंथी जरूर खुश हो रहे थे, लेकिन आम लोगों की नजरों में बदले की राजनीति ही माना जा रहा था. लोगों का कहना है कि योगी को बुलडोजर ईमानदारी से प्रदेश के उन सभी माफिया, गैंगस्टरों की उन संपत्तियों पर भी चलाया जाना चाहिए, जो उन्ळोंने गलत धंधों से अर्जित कर रखी है. चाहे वह माफिया, गैंगस्टर किसी भी धर्म, जाति या राजनीति पार्टी के हों.
अतीक अहमद की लाइव हत्या करने के बाद भले ही उस के आतंक का खात्मा हो गया हो, लेकिन क्या एनकाउंटर करने में वाहवाही लूटने वाली यूपी पुलिस उस के हत्यारों को कठोर सजा दिलवाने की पहल करेगी?
अतीक की बीवी भी है ईनामी गैंगस्टर
शाइस्ता परवीन डौन अतीक अहमद की बीवी का आतंक भी कुछ कम नहीं रहा है, उस पर भी 50 हजार रुपए का ईनाम है. वह पुलिस को चकमा देती रही है, जबकि पूरी यूपी पुलिस और एसटीएफ लगातार उस के पीछे लगी है.
अतीक के जेल जाने के बाद शाइस्ता परवीन अपने पति के जुर्म की दुनिया को संभालने लगी थी. जिस वजह से लोग उसे भी लेडी डौन कहने लगे. बताते हैं कि किस तरह के काम के लिए क्या फैसला लेना है, क्या कदम उठाने हैं, जैसे- रंगदारी वसूलने के मामले में क्या रकम मांगनी है? उसे कैसे धमकी देनी है? फिरौती की रकम क्या रखनी है? किस सहयोगी को कहां फिट करना है? आदि बातें शाइस्ता ही तय करती है.