मनोहर शुक्ला के घर पहुंचते ही नैना और उस के बीच काफी कहासुनी हुई. नैना ने मनोहर शुक्ला को साफ चेतावनी दी कि अगर तुम ने मुझे फ्लैट खरीद कर नहीं दिया तो मैं एसिड पी कर आत्महत्या कर लूंगी. उस के बाद तुम सारी जिंदगी मेरी हत्या के आरोप में जेल में सड़ोगे.
नैना की यह धमकी सुन कर मनोहर शुक्ला के तनबदन में आग लग गई. उसी गुस्से के आवेग में मनोहर शुक्ला ने पीछे से नैना के बाल पकड़ लिए और कहा, “ठीक है जब तुम्हें मरने का ही शौक है तो इस में मैं ही तुम्हारी मदद करता हूं.”
कह कर मनोहर शुक्ला उस को खींच कर बाथरूम में ले गया. वहां पर पहले से ही पानी का एक बड़ा टब भरा हुआ था. बाथरूम में ले जाते ही उस ने उस के मुंह को कई बार टब में भरे पानी में डुबोया और तब तक डुबोता रहा, जब तक उस की मौत नहीं हो गई.
नैना का मर्डर करने के बाद उस की लाश को उस ने बिस्तर पर लिटा दिया. फिर उस का मोबाइल और घर की चाबी ले कर वह अपने काम पर चला गया था.
नेपाल की मूल निवासी 28 वर्षीय नैना महतो अपने भाईबहन के साथ रोजगार की तलाश में मुंबई पहुंची. मुंबई में जाते ही तीनों भाई बहनों ने वसई के नायगांव में एक किराए का मकान लिया और उसी में रहने लगे. वहीं से तीनों के काम की शुरुआत हुई. सब से पहले नैना की बहन जया को एक ब्यूटीशियन के यहां काम मिला. फिर उस के सहारे से ही नैना भी काम पर लग गई. उस के भाई ने भी वहीं पर अपना काम लगा लिया था.
उसी काम करने के दौरान एक दिन नैना की मुलाकात कास्ट्यूम डिजाइनर मनोहर शुक्ला से हुई. जानपहचान दोस्ती तक जा पहुंची और फिर प्यार हुआ. उस के बाद नैना ने अपने भाईबहन से अलग किराए का मकान ले लिया, जहां पर नैना और मनोहर शुक्ला लिवइन रिलेशनशिप में रहने लगे.
फिर एक दिन ऐसा भी आया कि नैना ने मनोहर शुक्ला के साथ सारी जिंदगी गुजारने का वचन ले लिया. लेकिन मनोहर शुक्ला ने उस के साथ शादी करने से साफ मना कर दिया था. उसी दौरान एक दिन नैना के सामने मनोहर शुक्ला की हकीकत सामने आई. पता चला कि वह शादी करने से पहले ही पूर्णिमा नामक युवती के साथ शादी कर चुका था.
यह जानकारी मिलने के बाद मनोहर शुक्ला और नैना के बीच आपसी संबधों को ले कर मनमुटाव पैदा हो गया. फिर नैना ने मनोहर शुक्ला की हरकतों से परेशान हो कर उस पर बलात्कार का केस दर्ज करा दिया, जिस में मनोहर शुक्ला को एक महीने जेल में रहना पड़ा. जेल से जमानत मिलने के बाद वह फिर से नैना के संपर्क में आ गया. दोनों फिर से पहले की तरह मिलने लगे.
12 अगस्त, 2023 की बात है. महाराष्ट्र के नायगांव से करीब डेढ़ सौ किलोमीटर दूर गुजरात के वलसाड में एक खाड़ी के पास पड़े एक बैग को देख कर लोग हैरत में पड़ गए, लेकिन उस बैग के पास जाने की कोई भी हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था. लोगों को डर इस बात का था कि अगर उस बैग में कोई बम हुआ तो उस से कोई बड़ा हादसा हो सकता है. यही सोच कर वहां पर मौजूद लोगों ने तुरंत इस की सूचना वलसाड पुलिस को दी.
सूटकेस में निकली लाश
खाड़ी के पास लावारिस पड़े बैग की सूचना पाते ही पुलिस आननफानन सूचना में बताए गए पते पर पहुंची. बैग की जगह पहुंचते ही पुलिस ने सब से पहले बैग के आसपास की छानबीन की, वहां पर पुलिस को किसी वाहन के आनेजाने के कोई प्रमाण नहीं मिले.
उस के बाद पुलिस ने उस बैग को खुलवाया तो उस में जो निकला, उसे देखते ही तहलका मच गया. उस बैग में एक युवती का सड़ागला शव था, जिस से तेज दुर्गंध आ रही थी. शव की हालत बेहद खराब थी. उस का चेहरा तक पहचानने में नहीं आ रहा था.
पुलिस ने जैसेतैसे कर उस युवती के शरीर का बारीकी से निरीक्षण कराया तो उस युवती के शरीर पर त्रिशूल का एक टैटू बना हुआ था. साथ ही उस के गले में ओम पेंडेंट वाली एक चेन भी थी, जिस से साबित हो गया था कि मृतका कोई हिंदू युवती ही थी.
सूटकेस में मिली लाश के पुलिस ने हर ऐंगल से फोटोग्राफ्स कराने के बाद अपनी काररवाई पूरी करते हुए लाश का पंचनामा भरने के बाद उसे पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया. लेकिन पोस्टमार्टम की जो रिपोर्ट आई, उस से उस युवती की मौत का जो कारण सामने आया, वह काफी चौंका देने वाला था.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया कि युवती की मौत पानी में डूबने से हुई थी. रिपोर्ट पढ़ कर पुलिस भी हैरान हुई कि जब युवती की मौत पानी में डूबते से हुई तो उस का शव बैग में इस तरह से पैक कर के क्यों डाला गया था? यह पुलिस के लिए एक हैरान करने वाली बात थी. इस मामलेे में पुलिस ने एडीआर (आकस्मिक मृत्यु रिपोर्ट) दर्ज की थी.
मामले को एडीआर में दर्ज करने के बाद पुलिस ने हर तरह से मृतका की शिनाख्त कराने की पूरी कोशिश की. सोशल मीडिया से ले कर न्यूजपेपर व न्यूज चैनलों पर उस की सूचना प्रसारित कराई, लेकिन कोई लाभ नहीं मिला. फिर भी पुलिस ने उस युवती के शरीर से डीएनए कराने के लिए कुछ सैंपल भी सुरक्षित करा लिए थे. युवती के शव की बिगड़ी हालत को देखते हुए पुलिस ने उस का अंतिम संस्कार करा दिया था.
जया को मिली नैना के गायब होने की खबर
जया मुंबई की टीवी इंडस्ट्री में मेकअप आर्टिस्ट थी. अगस्त के महीने में जया किसी शूटिंग के सिलसिले में पुणे जिले में स्थित लोनावला में गई हुई थी. उसी दौरान मुंबई निवासी उस के दोस्त मेकअपमैन प्रमोद शाह ने उस के नंबर पर बात की.
प्रमोद शाह ने पूछा, “आजकल नैना कहां पर है. न तो उस का फोन ही मिल रहा है और न ही वह अपने फ्लैट पर मौजूद है. उस के फ्लैट के बाहर से ताला लगा हुआ है.”
यह जानकारी मिलते ही जया ने भी कई बार उसे फोन लगाने की कोशिश की, लेकिन उस का फोन स्विच्ड औफ आ रहा था. यह जान कर जया हैरत में पड़ गई कि नैना अचानक बिना बताए कहां चली गई. वह अपना काम बीच में छोड़ कर मुंबई स्थित नैना के फ्लैट पर पहुंची. लेकिन उस वक्त भी उस के फ्लैट पर ताला लटका हुआ था.
जब जया की समझ में कुछ नहीं आया तो उस ने तुरंत ही पूर्वी मुंबई के नायगांव थाने में उस की मिसिंग की सूचना दर्ज करा दी. चूंकि नैना टीवी इंडस्ट्री से जुड़ी हुई थी, ऐसे में उसे काम के सिलसिले में कई बार बाहर भी जाना पड़ता था. इसी कारण पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया.
उस के बाद भी जया नैना के साथ हुई किसी अनहोनी का शक करते हुए बारबार पुलिस पर उसे ढूंढने का अनुरोध करती रही. तब जया के अनुरोध पर पुलिस ने नैना के मोबाइल नंबर की काल डिटेल्स निकाली, जिस से पता चला कि नैना का मोबाइल 9 अगस्त, 2023 से बंद है.
यह जानकारी मिलते ही नायगांव एसएचओ रमेश पंढरीनाथ भामे ने इस मामले को गंभीरता से लिया और तुरंत ही नैना की खोज में लग गए.