बी.फार्मा की पढ़ाई करने वाला 23 वर्षीय गौरव सरकार अपनी सहपाठी 19 वर्षीया सैयद सारा अली से एकतरफा प्यार करता था. जबकि उस की गर्लफ्रेंड 18 वर्षीय स्निग्धा मिश्रा नहीं चाहती थी कि गौरव सारा के करीब जाए. प्यार के इस मकडज़ाल में इन तीनों में से एक की हत्या हो गई. आप भी जानें कि किस ने रची हत्या की साजिश?
अप्रैल महीने के आखिरी सप्ताह की 25 तारीख थी. गरमी चरम पर थी, जबकि शाम ढलने को हो आई थी. सैयद साबिर अली अपने घर लौटे आए थे. आते ही उन्होंने अपनी बेगम शबाना से पसीना पोंछने के लिए तौलिया मांगा. बेगम जब तौलिया और एक गिलास पानी ले कर आई तब उन्होंने देखा कि बेगम के चेहरे पर चुहचुहा आई पसीने की बूंदें चमक रही हैं. चेहरे पर परेशानी के भाव साफ नजर आ रहे थे और चिंता झलक रही थी.
साबिर अली तपाक से पूछ बैठे, ''क्या हुआ शबाना, काफी परेशान दिखाई दे रही हो? बाहर से आया मैं हूं और पसीना तुम्हारे चेहरे पर?’’
''बात ही कुछ ऐसी है,’’ शबाना उदासी के साथ बोली.
''सब खैरियत तो है न!’’ साबिर अली चिंतित आवाज में बोले.
''खाक खैरियत होगी. आप की लाडली सारा अभी तक कालेज से लौट कर नहीं आई है?’’ शबाना बोली.
''अरे आ जाएगी, इस में इतना परेशान होने की क्या जरूरत है?’’ साबिर अली सहजता के साथ शांत भाव से बोले.
''...लेकिन उस का मोबाइल बंद आ रहा है. रोज तो छुट्टी होते ही दोपहर बाद वह घर आ जाती थी. इस से पहले ऐसा कभी नहीं हुआ कि वह इतनी देर तक घर से बाहर रही हो?’’ परेशान लहजे में शबाना बोली.