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बालमुकुंद चौहान ने मालती को रखने के लिए अपने दामाद से काफी मनुहार की, लेकिन सोनू इस के लिए कतई तैयार नहीं हुआ. बालमुकुंद बेमन से मालती को अपने घर ले आए. मालती को मायके में रहते हुए 3 महीने से ज्यादा का समय हो गया, इस बीच न तो पति ने उस का हालचाल पूछा और न ही सास ने.

तलाक के बाद हुई बदनामी

इस के बाद बालमुकुंद चौहान और उन की पत्नी को बेटी के भविष्य की चिंता सताने लगी. फिर वे दोनों अपने रिश्तेदारों के साथ मालती की ससुराल पहुंचे. उन्होंने मालती के सासससुर से ले कर  दामाद तक से मालती को घर ले जाने के लिए मिन्नतें कीं, लेकिन सोनू अपने निर्णय से टस से मस नहीं हुआ और उस ने मालती को विधिवत तलाक दे दिया.

सोनू के इस कदम से मालती और बालमुकुंद की बड़ी बदनामी हुई. समूचे मोहनगढ़ में मालती को उस के पति द्वारा तलाक दिए जाने की बात चर्चा का विषय बन गई. लोग चटखारे लेले कर आपस में तरहतरह की बातें करने लगे थे. बिरादरी में भी थूथू हो रही थी, जिस से मालती के मम्मीपापा से ले कर भाई तक का घर से निकलना मुश्किल हो गया था. इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए आखिर में न चाहते हुए भी घर वालों ने मालती के लिए लडक़े की तलाश शुरू कर दी.

मालती के पापा और भाई ने काफी मशक्कत के बाद मालती के लिए ग्वालियर में अपनी ही जाति का एक युवक तलाश कर सामाजिक रीतिरिवाज से 8 दिसंबर, 2022 को उस की दूसरी शादी कर दी. दूसरी शादी के बाद मालती ने अपने प्रेमी पवन से दूरियां बनानी शुरू कर दी थीं. अब जब भी पवन उसे फोन करता तो वह कोई न कोई बहाना बना कर उस का फोन काट देती.

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