2 बाहुबलियों की लड़ाई में धनंजय सिंह पर उस हार का असर यह हुआ कि जिले में राजनीतिक महत्त्व कम हो गया. अगले साल जुलाई, 2018 में बागपत जेल में मारे गए मुन्ना बजरंगी की पत्नी सीमा सिंह ने अपने पति की हत्या की साजिश का आरोप धनंजय सिंह पर लगा दिया. उन्होंने अपनी शिकायत में लिखा कि धनंजय ने उन के पति की हत्या इसलिए करवा दी क्योंकि वो 2019 का लोकसभा चुनाव जौनपुर से लडऩे वाले थे. हालांकि इस मामले में पुलिस अभी तहकीकात ही कर रही है.
हालांकि मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद 5 जनवरी, 2021 को लखनऊ के गोमतीनगर में अजीत सिंह उर्फ लंगड़ा की गोली मार कर हत्या कर दी गई. अजीत सिंह कभी मोहम्मदाबाद विधानसभा के गोहना ब्लौक का प्रमुख और मुख्तार अंसारी का खास था. इस हत्या में भी धनंजय सिंह का नाम आया. उस के बाद से धनंजय फरार हो गया.
पुलिस ने उस पर 25 हजार रुपए का ईनाम घोषित करते हुए गैरजमानती वारंट जारी करा दिया. बावजूद इस वारंट के वह क्षेत्र में खुलेआम घूमता और मैच खेलता दिखा. कहने को तो पुलिस उस की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही थी, लेकिन वह मल्हनी विधानसभा में ही खुलेआम घूम रहा था.
यहां तक कि 4 जनवरी, 2022 को वह सैकड़ों की संख्या में मौजूद लोगों के बीच क्रिकेट खेलता नजर आया. इस पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर तंज भी कसा था कि बाबाजी (सीएम योगी) माफियाओं की टौप टेन सूची बना कर माफिया भाजपा लीग शुरू कर दें.