सोनी से भले ही रोशन राय दूर भागता जा रहा था, लेकिन वह अपने कप्तान धवल जायसवाल से दूर नहीं भाग सकता था. उन्होंने वायरलैस सेट के जरिए संदेश भिजवा कर सिपाही रोशन राय को अपने दफ्तर में जल्द से जल्द हाजिर होने का आदेश दिया. अपने कप्तान के आदेश को वह ठुकरा नहीं सकता था, उसे उन के सामने हाजिर होना ही पड़ा. इस तरह सिपाही रोशन राय और सोनी का मामला विभाग में भी फैल गया.
कड़ा रुख अख्तियार करते हुए कप्तान धवल जायसवाल ने सिपाही रोशन राय को फटकार लगाई, ‘‘सोनी नाम की जिस युवती के साथ तुम ने रिश्ते बनाए थे, शादी का झांसा दे कर उस की जिंदगी चौपट की है, उस के साथ न्याय करो. शादी कर के उसे अपना लो वरना जेल में सड़ जाओगे. उस ने तुम्हारे खिलाफ दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए प्रार्थना पत्र दिया है.’’
एसपी के आदेश पर की शादी…
उस के बाद एसपी धवल जायसवाल ने रोशन को बहुत समझाया. कप्तान के दबाव में आ कर रोशन राय ने उस समय शादी करने की तो हामी भर दी थी. कप्तान के आदेश पर सोनी से रोशन राय ने 28 नवंबर, 2022 को जटहां बाजार स्थित शिव मंदिर में सोनी अंसारी से शादी कर ली थी और हेतिमपुर के सटर टोला भैंसहा स्थित राजेंद्र सिंह के मकान में ऊपर का कमरा ले कर प्रेमिका से पत्नी बनी सोनी को ले कर रहने लगा.
कभी जिस सोनी पर वह जान छिडक़ता था, आज उसी से बेहद नफरत करने लगा था. उस को इस बात का बेहद मलाल था कि उस ने उस की शिकायत कप्तान से क्यों की? उन की नजरों में उस की क्या इज्जत रह गई? इस की सजा तो उसे भुगतनी ही पड़ेगी. इस बात को ले कर दोनों के बीच झगड़ा होने लगा था. यह झगड़ा बाद में मारपीर में बदल गया था. बातबात पर रोशन पत्नी सोनी को जलील करता और उसे पीटता था. अपने साथ हो रही हर यातनाओं और जुल्मों को सोनी अपनी मां से कहती थी. मां के पास इस का विकल्प भी नहीं था, क्योंकि उस का ही फैसला था कि शादी जब भी करेगी तो रोशन से ही करेगी, उस ने मां से यही कहा थी.
अब सोनी को अपने फैसले पर बहुत पछतावा हो रहा था कि काश! उस ने मांबाप की बात मान ली होती तो शायद उस की हालत ऐसी नहीं होती, लेकिन अब पछताने से क्या होना था. बहरहाल, पतिपत्नी के बीच रोजरोज के झगड़े, हाथापाई से दोनों का जीवन असहज बन गया था. रोशन ने सोनी को अपने जीवन से हमेशाहमेशा के लिए निकाल कर फेंकने की योजना बना ली थी. वह योजना थी उस की हत्या.
सिपाही ने की पत्नी की हत्या…
17 जनवरी, 2023 को रात में सोनी की बात मां अश्मीना से हुई तो इस बात को ले कर रोशन राय ने सोनी से खूब झगड़ा किया और उसे जम कर लातघूसों से मारा. उस ने सोनी से पहले ही कह दिया दिया था कि उसे अपने मांबाप से कोई रिश्ता नहीं रखना है, अगर उन से रिश्ता रखा तो उस से बुरा कोई नहीं होगा. पति की पिटाई से सोनी रात भर बिस्तर पर दुबक कर सिसकती रही और अपनी किस्मत पर आंसू बहाती रही.
बहरहाल, रात जैसेतैसे बीती. सोनी का रोरो कर बुरा हाल हो गया था, उस की आंखें सूज गई थीं, लेकिन रोशन के दिल में सुलग रही नफरत की आग अभी ठंडी नहीं हुई थी. 18 जनवरी, 2023 की रात उस के और सोनी के बीच फिर लड़ाईझगड़ा हुआ. गुस्से में आ कर उस ने पत्नी सोनी को गला घोट कर मौत के घाट उतार दिया और कमरे की बत्ती औफ कर उसी रात कमरे पर बाहर से ताला लगा कर चला गया. यानी पत्नी की हत्या कर सिपाही फरार हो गया था. आगे क्या हुआ? कहानी में ऊपर वर्णन किया जा चुका है.
खैर, होनी को कौन टाल सकता है जो होना है, सो तो हो कर रहता है. अगर सोनी ने अपने मांबाप का कहना माना होता तो शायद आज वह भी जिंदा होती. आरोपी रोशन राय से पूछताछ करने के बाद पुलिस ने कोर्ट में पेश कर उसे जेल भेज दिया था. उधर घर वाले जब सोनी अंसारी की लाश कब्रिस्तान में दफनाने के लिए ले गए थे, तब समाज के लोगों ने उस की लाश नहीं दफनाने दी. उन का कहना था कि मृतका ने दूसरे धर्म में शादी की थी. कई थानों की पुलिस के पहुंचने के बाद भी उन लोगों ने शव कब्रिस्तान में नहीं दफनाने दिया. कथा लिखे जाने तक सिपाही रोशन जेल में बंद था. उसे अपने किए पर जरा भी पछतावा नहीं हो रहा था.
—कथा पुलिस सूत्रों पर आधारित