अनवर को भला क्या ऐतराज हो सकता था, इसलिए वह उसी वक्त पिंकी के पास पहुंच गया. घर का दरवाजा बंद कर के उन्होंने 2 घंटे तक मौजमस्ती की. इस के बाद तो यह रोज का सिलसिला हो गया. कभी सुबह तो कभी शाम को तो कभी दोपहर में मौका मिलते ही पिंकी अनवर को फोन लगा कर घर आने का न्यौता दे देती थी. कभीकभी फोन कर के अनवर खुद उस के पास पहुंच जाता था.
कहानी 2 साल तक नियमित रूप से चलती रही. नतीजतन पहले मोहल्ले वालों को और फिर सुनील को पिंकी और अनवर के रिश्ते पर शक होने लगा. सुनील को जब यह लगने लगा कि पिंकी और अनवर के बीच में कुछ चल रहा है तो उस ने पिंकी से साफ कह दिया कि मेरी गैरमौजूदगी में अनवर को घर की चौखट के अंदर न बुलाए. अगर वह आए भी तो बाहर से ही बात कर उसे चलता कर दे.
सुनील के इस फरमान के बाद अनवर और पिंकी की मौजमस्ती पर ब्रेक लग गया. क्योंकि पिंकी को शक था कि उस ने अगर अनवर को कमरे में अंदर आने दिया तो इस की खबर सुनील तक जरूर पहुंच जाएगी. इसलिए कुछ दिनों तक दोनों फोन पर ही बातें कर के मन को समझाते रहे.
लेकिन ऐसा कब तक चलता. अंतत: अनवर ने ही एक रास्ता निकाला. उस ने पिंकी के मिलन के लिए एक जगह तय कर ली. फिर तो पति का डर छोड़ कर पिंकी अनवर के पास उस जगह जाने लगी.
लेकिन इस दौरान पिंकी और अनवर दोनों ही डरे हुए रहते थे. इसी के मद्देनजर अनवर ने एक दिन पिंकी को सलाह दी कि यदि वह किसी तरह सुनील से छुटकारा पा ले तो वह उसे अपनी बेगम बनाने को राजी है. इतना ही नहीं, उस ने यह भी वादा किया कि वह उस से शादी करने के लिए अपना धर्म तक बदलने को तैयार है. पिंकी अनवर की बातों में आ गई. जिस के बाद दोनों ने सुनील से छुटकारा पाने के लिए उस की हत्या करने की ठान ली.
इसी बीच करवाचौथ का त्यौहार पास आ गया. पिंकी इस बार करवाचौथ अनवर के साथ मनाना चाहती थी, इसलिए उस ने अनवर से कहा कि करवाचौथ से पहले वह सुनील को रास्ते से हटा दे. लेकिन दोनों को मौका नहीं मिल पाया तो पिंकी ने करवाचौथ की रात में सुनील की हत्या करने की योजना अनवर को समझा दी. पिंकी की योजना अनवर को सही लगी. योजनानुसार अनवर ने नींद की गोलियां ला कर पिंकी को दे दीं.
करवाचौथ की रात पोंछा सिंदूर…
करवाचौथ की रात पिंकी ने दुलहन की तरह शृंगार किया और पूजा के बाद सुनील को नींद की गोलियां मिला दूध पीने को दिया. सुनील को दूध पीने की आदत नहीं थी, सो उस ने मना किया तो पिंकी ने मुसकराते हुए कहा, ‘‘हर करवाचौथ पर औरत की नई सुहागरात होती है, इसलिए कम से कम आज तो दूध पीने को मना मत करो.’’
जाहिर है पत्नी की ऐसी बात सुनील कैसे टालता. उस ने मुसकराते हुए एक ही बार में दूध का पूरा गिलास खाली कर दिया. यह देख कर पिंकी खुश हो गई और उसे बिस्तर पर लिटा कर बच्चों को सुलाने के बहाने दूसरे कमरे में चली गई. सुनील से उस ने कह दिया था कि बच्चों सुला कर आती है.
गोलियों के असर से सुनील कुछ ही देर में गहरी नींद में सो गया. यह देख कर पिंकी ने अनवर को फोन कर घर आने को कहा. अनवर ने सुनील की हत्या करने के बाद उस की लाश ठिकाने लगाने का भी प्लान बना लिया था, इसलिए योजना के अनुसार वह अपने ही घर के पास रहने वाले रफीक (परिवर्तित) नाम के नाबालिग लड़के को बुला कर पिंकी के यहां ले गया. पिंकी और अनवर ने गहरी नींद में सो रहे सुनील की गला दबा कर हत्या कर दी.
सुनील की हत्या करने के बाद अनवर को पिंकी के साथ मौजमस्ती करनी थी, इसलिए उस ने तब तक के लिए रफीक को दूसरे कमरे में भेज दिया. इस के बाद सुनील का शव पलंग से नीचे उतार कर पिंकी उसी पलंग पर अनवर को ले कर लेट गई.
लगभग घंटे भर बाद अनवर ने बिस्तर से उठ कर अपने कपड़े पहने और सुनील की लाश बोरे में भरी. फिर उस बोरे को वह रफीक की मदद से अपने खेत पर ले गया. जाने से पहले उस ने पिंकी को पूरा पाठ पढ़ा दिया कि पुलिस को क्या बोलना है. उस के घर का दरवाजा बाहर से बंद करता गया.
अनवर ने नारायणपुर के अपने खेत में पहले ही शव दफन करने के लिए गड्ढा खोद रखा था, इसलिए उस ने लाश को खेत पर ले जा कर दफन करने के बाद पिंकी को मोबाइल पर काम हो जाने की खबर दे दी.
यह खबर पा कर पिंकी अनवर की बेगम बनने के सपने देखते हुए गहरी नींद में सो गई. योजना अनुसार पिंकी ने दूसरे दिन सुबह होने पर पड़ोसियों को आवाज लगा कर अपना दरवाजा खुलवाने के बाद सुनील के रात में लापता हो जाने की बात बता दी.
लोगों के दिमाग से सुनील के गायब होने की बात उतर जाए, इसलिए वह देवास छोड़ कर अपने बच्चों के साथ मायके में जा कर रहने लगी थी. उस की योजना 4-6 महीने बाद देवास वापस आ कर अनवर की बेगम बन कर रहने की थी, लेकिन सिविल लाइंस टीआई की टीम ने उस का सपना पूरा होने से पहले ही उसे और उस के प्रेमी के साथ गिरफ्तार कर लिया.
पिंकी और उस के प्रेमी अनवर शाह से पूछताछ के बाद पुलिस ने उन्हें न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया. नाबालिग रफीक से पूछताछ कर उसे बाल न्यायालय में पेश कर बाल सुधारगृह भेजा गया.