काफी समय बाद दोनों की मुलाकात हुई तो सावित्री के दिल में उस के प्रति उमड़ा प्यार फिर से जाग गया. लेकिन उस ने नूर हसन से साफ शब्दों में कह दिया था कि वह अब उस के साथ काम नहीं कर सकती है. जबकि नूर हसन चाहता था कि वह काम करे तो सिर्फ उसी के साथ, वरना वह उसे किसी अन्य मिस्त्री के साथ काम नहीं करने देगा.
इसी बात को ले कर कई दिनों से सावित्री और नूर हसन के बीच मनमुटाव चला आ रहा था. जब सावित्री उस के साथ काम करने को राजी नहीं हुई तो नूर हसन को शक हो गया कि उस का किसी अन्य व्यक्ति से चक्कर चल रहा है. यह बात नूर हसन ने उस के सामने कही तो सावित्री बौखला उठी.
28 मई, 2023 की शाम को इसी बात को ले कर दोनों के बीच झगड़ा हुआ. झगड़ा होने के दौरान ही नूर हसन ने उसे खत्म करने का प्लान बना लिया था. नूर हसन चाहता था कि वह काम करे तो उसी के साथ अन्यथा वह उसे किसी और मिस्त्री के साथ काम नहीं करने देगा. सावित्री उस की इस बात पर राजी नहीं थी.
दोनों के बीच झगड़ा होने के बाद सावित्री वहां से जाने लगी तो नूर हसन ने उसे रोका. फिर उस ने उसे घर छोडऩे की बात कही. लेकिन फिर भी सावित्री ने उस के साथ जाने से साफ मना कर दिया था. जब नूर हसन को लगा कि वह उस की बातों मे आने वाली नहीं है तब उस ने सावित्री के सामने अपनी गलती मानी और भविष्य में ऐसी गलती न करने की कसम भी खाई. सावित्री नूर हसन को बहुत चाहती थी. वह जल्दी ही उस की मीठी बातों में आ गई. फिर वह उसी की बाइक पर बैठ कर चली गई.
हवस पूरी न हुई तो कर दी हत्या
नूर हसन सावित्री को बाइक पर बिठा कर एकांत में घटनास्थल पर ले गया. घटनास्थल पर ले जाने के बाद उस ने उस के साथ संबंध बनाने की इच्छा जाहिर की. सावित्री ने उस वक्त संबंध बनाने से मना किया तो वह अपना आपा खो बैठा. उस ने गुस्से के आवेग में आ कर उस के साथ मारपीट शुरू कर दी.
उस वक्त घटनास्थल पर दूरदूर तक कोई नजर नहीं आ रहा था. जब सावित्री उस के कब्जे में नहीं आई तो उस ने उसे ऊंचे टीले से नीचे की ओर धक्का दे दिया. उस मिट्टी के टीले से गिरने के बाद ही सावित्री सुध खो बैठी. सावित्री के बेहोश होते ही नूर हसन ने दरिंदगी दिखाते हुए ब्लेड से उस का गला काट दिया. गला कटते ही तेजी से खून निकलने लगा और थोड़ी ही देर में सावित्री की मौत हो गई.
सावित्री की गला काट कर हत्या करने के बाद नूर हसन बुरी तरह से घबरा गया. उस ने वहां से भागने की कोशिश की, लेकिन उस के कदम वहीं पर ठिठक गए. उस के दिमाग में तुरंत ही एक आइडिया आया. क्यों न उस के नीचे के कपड़े फाड़ दिए जाएं, ताकि लोग उसे देख कर यही अनुमान लगाएं कि उस के साथ रेप हुआ है.
यही सोच कर उस ने सावित्री के नीचे के कपड़े फाड़ दिए. उस के तुरंत बाद ही उस ने सावित्री का मोबाइल स्विच्ड औफ कर दिया था. फिर वह उस का पर्स ले कर घटनास्थल से फरार हो गया. घर जाने के बाद उस ने तुरंत ही पहने हुए कपड़े बदल डाले, जिस से वह पुलिस की पकड़ में न आ सके. घर जाने के बाद अपने परिवार वालों की गैरमौजूदगी में उस ने कई बार सावित्री का मोबाइल खोला और बंद किया. उस के मोबाइल पर कई मिस्ड काल आई हुई थीं. उन को देख कर वह बारबार मोबाइल को स्विच्ड औफ कर देता था.
रात के 8 बजे उस ने फिर से मोबाइल खोला तो कई फोन आए. उस ने उन इनकमिंग काल में से कई को रिसीव भी किया. वह बारबार महिला और बच्चे की आवाज बदल कर उन को भ्रमित करता रहा. जिस के कारण सावित्री के परिवार वाले समझ नहीं पा रहे थे कि सावित्री का मोबाइल किस के पास है.
सावित्री की हत्या करने के बाद नूर हसन पुलिस की नजरों से बचकर इधरउधर भागता रहा. लेकिन जब उसे 29 मई, 2023 की सुबह को पता चला कि पुलिस को सावित्री की हत्या की जानकारी मिल चुकी है तो वह भी घटना स्थल पर पहुंचा. ताकि मृतका के घर वाले उस पर ही शक न कर सकें.
घटनास्थल पर जा कर वह नरेश से भी मिला. उस ने उस के घर वालों को सांत्वना भी दी. जिस के कारण उस के परिवार वाले उस पर किसी तरह का शक नहीं कर पाए थे. लेकिन खोजी कुतिया कैटी की सूझबूझ के सामने उस की सारी चालाकी धरी की धरी रह गई.
इस केस के खुलते ही पुलिस ने अभियुक्त की निशानदेही पर उस की बाइक, हत्या में प्रयुक्त ब्लेड, मृतका की चप्पलें, उस का मोबाइल फोन व पर्स भी बरामद कर लिया था. नूर हसन ने घटना के वक्त पहने कपड़े भी पुलिस के हवाले कर दिए थे.
नूर हसन से पूछताछ करने के बाद पुलिस ने कोर्ट में पेश करने के बाद उसे जेल भेज दिया. मामले की जांच इंसपेक्टर प्रवीण सिंह कोश्यारी कर रहे थे.