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हाईप्रोफाइल वाली कमाऊ महिलाओं को फांसने में है माहिर

66 साल का रमेशचंद्र स्वैन दिखने में बेहद ही साधारण शख्स की तरह है. छोटेछोटे बाल, चार्ली चैपलिन स्टाइल की मूंछें, छोटी कदकाठी (5 फीट 2 इंच). फिर भी अपने प्रोफेशनल चार्म के चलते उस ने कई इंडिपेंडेंट महिलाओं को अपने जाल में फांस लिया था.

उस की चिकनीचुपड़ी बातों में आने वाली महिलाओं में सुप्रीम कोर्ट की वकील, केरल प्रशासनिक सेवा की एक अधिकारी, एक चार्टर्ड एकाउंटेंट, आईटीबीपी की एक अधिकारी, एक बीमा कंपनी की वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी और डाक्टर शामिल थी. उस से पूछताछ में जो कहानी सामने आई, वह बेहद चौंकाने वाली थी.

रमेश की गिरफ्तारी पूरे 38 सालों बाद हुई थी. पुलिस में दर्ज रिकौर्ड के अनुसार उस ने 10 राज्यों की अकेले जीवनयापन करने वाली महिलाओं (विधवा, तलाकशुदा या फिर विवाह की उम्र गुजर चुकी 40 पार की महिलाओं) को अपना शिकार बनाया था. उन को सच्चे लाइफ पार्टनर के नाम पर बेवकूफ बनाया था और उन से लाखों रुपए की ठगी की थी.

इस धोखाधड़ी के अलावा वह और भी दूसरी तरह की ठगी में शामिल रह चुका था. भुवनेश्वर के डीसीपी उमा शंकर दास के मुताबिक स्वैन 2006 में एक बैंक फ्रौड के सिलसिले में भी गिरफ्तार किया गया था. इस के बाद 2010 में मैडिकल कालेजों में दाखिले के नाम पर उसे स्टूडेंट्स से 2 करोड़ रुपए की ठगी करने पर हैदराबाद पुलिस ने गिरफ्तार किया था.

रमेश की पहली शादी साल 1979 में हुई थी. उस से उस के 2 बेटे और एक बेटी है. बाद में पत्नी उस से अलग रहने लगी थी. बताते हैं कि उस ने दूसरी शादी झारखंड की एक डाक्टर से की थी. उसे जब स्वैन के पकड़े जाने की सूचना मिली तब उन्होंने इस पर किसी भी तरह की टिप्पणी नहीं की.

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