“देख भाई गोपाल कृष्णनन, मैं एक न्यूज चैनल से बोल रहा हूं. मेरे पास तुम्हारे लिए एक बहुत बड़ी न्यूज है, कहो तो सुना दूं.” गोपाल को किसी ने फोन कर के कहा.
“आप को मैं न जानता हूं और न ही पहचानता हूं. मैं तो एक कामकाजी इंसान हूं. मेरा न्यूज से क्या संबंध? शायद आप ने कोई गलत नंबर डायल किया है भाई.” गोपाल कृष्णनन बोला.
“देख भाई गोपाल कृष्णनन, जब मुझे तुम्हारा नाम मालूम है तो तुम्हारे लिए मेरे पास कोई खास समाचार तो होगा ही न. मेरे पास तुम्हारी एक वीडियो फिल्म है, जिस में तुम एक लडक़ी के साथ रंगरलियां मनाते हुए साफसाफ नजर आ रहे हो. अब तुम समझ गए न कि मैं आखिर कौन सी बला हूं. क्यों गोपाल कृष्णनन? और हां, मेरा नाम प्रकाश बलेगर है.” कह कर वह व्यक्ति ठहाके लगा कर हंसने लगा.
“तुम ये सब क्या बकवास कर रहे हो? आखिर तुम मुझ से क्या चाहते हो?” गोपाल कृष्णनन ने झुंझलाते हुए कहा.
“जनाब गोपाल कृष्णनन जी, जरा अपने दिमाग को ठंडा करो और याद करो कि तुम उस लडक़ी के साथ नंगे हो कर क्या कर रहे थे? तुम सुन रहे हो न कि मैं क्या कह रहा हूं.” प्रकाश ने कहा.
ये सब बातें सुन कर गोपाल कृष्णनन काफी घबरा सा गया था, उस ने नरमी दिखाते हुए कहा, “भाई, अब आप फाइनल बता दो कि मुझ से क्या चाहते हो?”
“देखो, मेरे पास तुम्हारी एक बहुत अच्छी वीडियो क्लिप है, जिस में तुम एक नामीगिरामी मौडल के साथ गुलछर्रे उड़ा रहे हो. तुम्हारी सारी की सारी काली करतूतें उस में कैद हैं!” प्रकाश ने कहा. ये सारी बातें सुन कर गोपाल की पेशानी पर पसीना छूटने लगा था. उसे चक्कर से आने लगे थे.