यश चोपड़ा द्वारा बनाई गई फिल्म ‘दीवार’ हिंदी सिनेमा की सफलतम फिल्मों में से एक है. कहा जाता है कि इस फिल्म की कहानी अंडरवर्ल्ड डौन हाजी मस्तान के जीवन पर आधारित थी.
इस फिल्म में अमिताभ बच्चन का नाम विजय था. विजय फिल्म में मजदूर नेता बने सत्येन कप्पू का बेटा था. सत्येन कप्पू मजदूरों के हक के लिए फैक्ट्री मालिकों से लड़ाई लड़ता है, पर फैक्ट्री मालिक उसे और उस के परिवार वालों को जान से मारने की धमकी देते हैं तो डर कर सत्येन कप्पू फैक्ट्री मालिकों की बात मान लेता है.
इस बात से नाराज हो कर फैक्ट्री के मजदूर सत्येन कप्पू पर जानलेवा हमला कर देते हैं, जिस से डर कर वह घर छोड़ कर भाग जाता है. इस के बाद मजदूर उस के बेटे विजय को पकड़ कर उस के हाथ पर ‘मेरा बाप चोर है’ लिख देते हैं. विजय जीवन भर अपने हाथ पर लिखे ‘मेरा बाप चोर है’ को ले कर कानून से नफरत करता है.
उस का मानना था कि दुनिया उसी की सुनती है, जिस के पास पैसा होता है. फिल्म ‘दीवार’ में अमिताभ बच्चन के हाथ पर लिखे गए ‘मेरा बाप चोर है’, जैसी ही एक घटना पिछले साल जयपुर में सामने आई थी. इस घटना में ससुराल वालों ने एक महिला के माथे पर लिख दिया था. ‘मेरा बाप चोर है’.
जयपुर के आमेर इलाके के रहने वाले रामलाल की बेटी मालती की शादी अलवर जिले के थाना रैणी के अंतर्गत रहने वाले जग्गू से तय हुई तो मालती तो खुश थी ही, उस के घर वाले भी बेहद खुश थे. इस की वजह यह थी कि मालती की यह दूसरी शादी थी. इस तरह एक बार फिर उस का घर बसने जा रहा था, इसीलिए सभी खुश थे.