वो 3 लोग थे. तीनों में से 2 ने अपनी पहचान छिपाने के लिए चेहरों को कपड़े से ढक रखा था. तीनों करनाल के सेक्टर-16 के चौक के पास होटल येलो सफायर के पीछे वाली सुनसान सड़क पर खड़े थे. उन के पास बिना नंबर प्लेट की स्पलेंडर बाइक थी. उन्हें संभवत: किसी के आने का इंतजार था. उन की नजरें सामने से आने वाले वाहनों का जायजा ले रही थी.
उन के हावभाव देख कर ऐसा लगता था जैसे किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में वहां खड़े हों. सवा 6 बजे सामने से आती हुई सफेद रंग की क्रेटा कार नंबर एचआर05ए यू4934 को देख कर तीनों चौकन्ने हो गए. तुरंत बाइक स्टार्ट कर वे तीनों धीरेधीरे कार की दिशा में बढ़ने लगे.
कार चौक की तरफ से आ रही थी. जैसे ही कार स्पीड ब्रेकर पर पहुंच कर धीमी हुई, बाइक सवारों ने अपनी बाइक कार के आगे लगा कर उसे रोक लिया और 2 लोगों ने बाइक से उतर कर कार के सामने से गोलियां चलानी शुरू कर दीं.
कार के शीशे को भेदती हुई गोलियां कार ड्राइवर के साथ वाली सीट पर बैठे व्यक्ति को लगीं. हमलावरों ने 3 गोलियां चलाने के बाद कार के बिलकुल पास जा कर 3 गोलियां और चलाईं. फिर बाइक पर सवार हो कर वहां से फरार हो गए. इस बीच कार का ड्राइवर घबरा कर अपनी जान बचाने के लिए कार से उतर कर निकल भागा था.
हमलावरों के जाने के बाद उस ने मदद के लिए चिल्लाना शुरू कर दिया. सामने से आते हुए बाइक सवार और आशीष नाम के एक कार चालक सहित कुछ लोगों ने इस वारदात को अंजाम देते हुए देखा था. कुछ लोगों की मदद से गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को तुरंत पास के प्रसिद्ध अस्पताल अमृतधारा माई में लाया गया था.