जेल से छूटने के बाद फिरोज ने 7 लोगों के साथ हनीट्रैप का एक गैंग बना लिया था. गैंग में शामिल निशा और जुनैदा फोन से नए लोगों से बात कर दोस्ती करतीं और शारीरिक संबंध बनाने के लिए किसी होटल में बुलाती थीं. इस के आगे का काम गैंग के अन्य सदस्य करते थे. फिर शुरू होती थी शिकार से लाखों रुपए की वसूली. आप भी जानें कि ऐसे गैंग से कैसे बचा जाए?
जेल से बाहर आने के बाद फिरोज ने अपना एक हनीट्रैप गैंग बना लिया, जिस में उस ने अपनी प्रेमिका निशा खान के अलावा जुनैदा खान, आसिफ, फहीम, अनिकेत और दीपक को शामिल कर लिया. ये सभी सोशल मीडिया के माध्यम से पुरुषों से दोस्ती करते थे. निशा और जुनैदा हिंदू नाम रख कर अधिकतर हिंदू पुरुषों को अपने मोहजाल में फंसाती थीं. इन सब का गैंगमास्टर और स्क्रिप्ट राइटर फिरोज था. फिरोज पुरुषों को चिह्निïत करता था. उस के बाद उन के फोन नंबर निशा और जुनैदा को दे देता था. फिर निशा और जुनैदा अपनेअपने काम पर लग जाती थीं.
कई बार जब दूसरी ओर से उन से कोई यह प्रश्न करता था कि आप कौन हैं, मैं तो आप को जानता तक नहीं हूं. तब जुनैदा और निशा गलत नंबर मिल जाने की बात कर देती थीं. अधिकतर काल्स में तो शिकार खुद ही फंस जाता था, उस के बाद खुद लोगों का फोन उन के पास आ जाता था. वे खुद ही दोस्ती करने की बात करने लगते थे. इस के बाद जुनैदा और निशा लोगों के साथ होटल में शारीरिक संबंध बनाती थीं. कई बार मोबाइल से ही वीडियो बना लेती थीं, उस के बाद उन के गिरोह के अन्य सदस्य आ कर उस व्यक्ति को पकड़ कर उसे ब्लैकमेल करते थे और फिर पुलिस में रेप की रिपोर्ट दर्ज कराने की धमकी दे कर उस से लाखों रुपए ऐंठ लेते थे.