Murder Stories : शाहिद के दिमाग में पड़ोसन रेखा के प्रति नफरत की आग भर चुकी थी. वह आग शोला तब बनी जब शाहिद की 18 वर्षीय बेटी फातिमा घर से अचानक गायब हो गई. शाहिद को जब बेटी के गायब होने की सच्चाई पता चली तो...
लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा बनाई गई एक डूडा कालोनी है कांशीराम कालोनी, जो पारा थाने के अंतर्गत आती है. रमेश गौतम का परिवार इसी कालोनी में रहता था. उस की पत्नी रेखा (45 वर्ष) आलमबाग स्थित एक निजी क्लिनिक में वार्ड आया की नौकरी करती थी, जबकि उस का पति रमेश आटो मैकेनिक था. रेखा रोजाना सुबह के समय अपनी ड्यूटी के लिए निकलती थी और ड्यूटी पूरी कर के नियत समय पर घर लौट आती थी. 16 अक्तूबर, 2019 की शाम को रमेश घर लौटा तो पत्नी रेखा को घर न पा कर उस ने बेटी रीतू गौतम से पूछा, ‘‘अभी तक तुम्हारी मम्मी घर नहीं आई है?’’
‘‘नहीं पापा, मम्मी अभी नहीं आई है. पता नहीं आज कैसे इतनी देर हो गई?’’ रीतू ने बताया.
‘‘हो सकता है आज क्लिनिक में कोई जरूरी काम आ गया हो.’’ रमेश ने सोचा और पत्नी का इंतजार करने लगा.
काफी रात तक इंतजार करने के बाद भी रेखा नहीं आई तो रमेश पत्नी को देखने उस के क्लिनिक पहुंच गया. वहां उसे पता चला कि रेखा अपनी ड्यूटी पूरी करने के बाद शाम को घर चली गई थी. क्लिनिक के कर्मियों से पूछने पर रमेश को पता चला कि रेखा कृष्णानगर में टीपू नामक व्यक्ति से पैसे लेने की बात कह रही थी. जब देर रात तक रेखा घर वापस नहीं लौटी तो रमेश गौतम ने अगले दिन दोपहर तक उसे परिचितों के यहां तलाशा. इस के बाद भी जब उस का कोई सुराग न लगा तो उस ने थाना पारा पहुंच कर पत्नी की गुमशुदगी दर्ज करा दी. अगले दिन 17 अक्तूबर, 2019 को थाना पारा के एसएसआई संतोष कुमार को एक दुखद सूचना मिली.