ठगी का बड़ा खिलाड़ी – भाग 3
वह दान भी दोनों हाथों से करता था. विशेष अवसरों पर जब उस के आने पर गरीबों की लाइन लगती थी तो उस के कारिंदे हजार व 5 सौ के नोटों की गड्डियां खोल कर उसे देते और वह बिना गिने बांटता चला जाता था.
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