Uttar Pradesh news : एक बड़े ज्वैलर इंद्रकुमार गुप्ता की लाडली बेटी शिवांगी को अपनी सहेली ज्योति से ऐसा प्यार हुआ कि वह उस से शादी करने को अड़ गई. इंद्रकुमार गुप्ता ने भी अपनी लाडली का लिंग चेंज करा कर धूमधाम से उस की शादी ज्योति से कराई. इन दोनों की प्रेम कहानी इतनी दिलचस्प है कि...
शिवांगी और ज्योति पक्की सहेलियां थीं. दोनों के बीच गहरी दोस्ती थी. रविवार को वे घर के पास ही संजीवनी पार्क पहुंच जातीं फिर घंटा, आधा घंटा किसी सूने कोने में बैठ कर अंतरंग बातें करती थीं, उस के बाद दोनों अपनेअपने घर चली जातीं. यह उन का हर रविवार का नियम था. हर बार की तरह उस रोज भी रविवार था. शिवांगी व ज्योति आईं और झाडिय़ों के पीछे एकांत में बैठ गईं. यूं भी दोपहर का समय था और उस समय पार्क अकसर सुनसान रहते हैं. संजीवनी पार्क में भी इक्कादुक्का लोग ही दिखाई दे रहे थे. कुछ देर दोनों गपशप करती रहीं, फिर सहसा शिवांगी गंभीर हो कर ज्योति को अपलक निहारने लगी.
कुछ देर ज्योति सहेली को देखते हुए मुसकराती रही, फिर असहज हो कर बोली, ''शिवांगी, तुम इस तरह मुझे क्यों देख रही हो?’’
''यह पूछो कि क्या देख रही हूं.’’
मुसकराते हुए ज्योति ने प्रतिप्रश्न किया, ''तुम ही बता दो कि बिना पलकें झपकाए तुम मुझ में क्या देख रही हो?’’
''ज्योति, तुम बहुत खूबसूरत हो,’’ शिवांगी अपना मुंह ज्योति की आंखों के पास ले गई, स्वाभाविक तौर पर उस की पलकें बंद हो गईं. शिवांगी ने बारीबारी उस की पलकें चूमी, फिर अपना मुंह दूर हटा लिया, ''तुम्हारी आंखें किसी उस्ताद शायर का हसीन ख्वाब हैं,’’ इस के बाद उस ने ज्योति के होठों पर तर्जनी फिराई, ''और तुम्हारे ये होंठ मानो शराब के पैमाने हैं.’’