अपार्टमैंट के केयरटेकर ने सफाई के लिए पहले सीएम का अपार्टमैंट खोला और सफाई की. फिर वह मीनाक्षी का अपार्टमैंट खोल कर अंदर गया और चंद मिनटों बाद चीखता हुआ बाहर आ गया.
उस की आवाज सुनते ही हाउसिंग कौम्प्लैक्स का चौकीदार और अन्य कर्मचारी भी भागेभागे वहां आ गए.
‘‘क्या हुआ?’’
‘‘अंदर मैडम की नौकरानी बैड पर मरी पड़ी है.’’
‘‘कैसे?’’
‘‘पता नहीं.’’
सभी भागते हुए अंदर गए. बैड पर निर्वस्त्र हालत में मैडम की नौकरानी का शव पड़ा था. एक ने आगे बढ़ कर चादर उठा लाश पर डाल दी.
केयरटेकर ने मैडम के खास मोबाइल नंबर पर फोन किया. मैडम खबर सुन जड़ हो गईं. उन की खासमखास नौकरानी का कत्ल वह भी उन्हीं के फ्लैट में. किस ने किया? सुबह 5 बजे उस को जीताजागता छोड़ कर आई थी. उस रात वह वहीं सोई थी. सीएम भी खाना खा अपने अपार्टमैंट में चले गए थे.
इसी बीच पुलिस को भी खबर कर दी गई. चंद मिनटों में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने सारे हाउसिंग कौम्प्लैक्स को अपने घेरे में ले लिया.
लाश का पंचनामा कर के उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया. पुलिस ने जांचपड़ताल शुरू कर दी.
तहकीकात का नतीजा चौंकाने वाला था. सारा शक सीधे सीएम की खासमखास या सुपर सीएम और खुद सीएम की तरफ था.
सभी पुलिस अधिकारियों का एक ही मत था कि सीएम और उन की खासमखास में विशेष संबंध है. इस का भेद खुल गया था. इसी को दबाने के लिए खुद सीएम और उन की प्रेमिका ने उस का कत्ल कर दिया था.
भूतपूर्व मुख्यमंत्री कामता प्रसाद और अन्य विरोधियों को बैठेबिठाए मुख्यमंत्री के खिलाफ एक मुद्दा मिल गया था. सब एकजुट हो इस मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग करने लगे. हाईकमान में वरिष्ठ नेताओं के समक्ष चेतन को एक ऐयाश मुख्यमंत्री के रूप में प्रचारित किया जाने लगा. उन को हटा कर नया मुख्यमंत्री बनाने की मांग जोर पकड़ने लगी.